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पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे से मालदीव को हुई जलन, महिला मंत्री ने प्रधानमंत्री को लेकर की विवादित टिप्पणी

डेस्क: मालदीव में मोहम्मद मुइज्जू की सरकार आने के बाद भारत से रिश्ते बिगाड़ने पर तुला हुआ है। इसके बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्षद्वीप दौरे से मालदीव की चिंता और बढ़ गई। इसी जलन में मालदीव सरकार में युवा अधिकारिता उपमंत्री मरियम शिउना ने पीएम मोदी को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है। हालांकि इसके बाद उन्होंने अपने बयान को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स से हटा दिया।

भारत ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सामने यह मुद्दा उठाया

उनके इस बयान के बाद भारत ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के सामने यह मुद्दा उठाया है। माले में भारतीय उच्चायुक्त ने मालदीव की सरकार के सामने उनकी मंत्री के बयान को लेकर आपत्ति जताई। इसके बाद मालदीव सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा कि यह उनकी निजी राय है और सरकार का इससे कोई लेनादेना नहीं है। 

'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रयोग जिम्मेदार तरीके से करना चाहिए' 

मालदीव सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रयोग लोकतांत्रिक और जिम्मेदार तरीके से किया जाना चाहिए और ऐसे तरीकों से राय रखें, जिससे नफरत, नकारात्मकता न फैले और मालदीव और उसके अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के बीच घनिष्ठ संबंधों में बाधा न आए। इसके अलावा, सरकार के संबंधित अधिकारी ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे।

मालदीव नेशनल पार्टी ने भी की आलोचना

मालदीव नेशनल पार्टी ने भी अपनी सरकार के मंत्रियों द्वारा दिए गए बयानों की आलोचना की है। एक पोस्ट कर मालदीव नेशनल पार्टी ने कहा, "एक सरकारी अधिकारी द्वारा एक विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के खिलाफ की गई नस्लवादी और अपमानजनक टिप्पणियों की मालदीव नेशनल पार्टी निंदा करती है। यह अस्वीकार्य है। हम सरकार से इसमें शामिल लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।"

इजरायल-हमास युद्ध को लेकर फिलिस्तीन समर्थकों ने अमेरिका के सिएटल में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया

डेस्क: इजरायल-हमास युद्ध को 3 महीने हो चुके हैं, लेकिन अभी भी दोनों पक्षों की ओर से जंग जारी है। इजरायली सेना लगातार गाजा पर बमबारी कर रही है। इससे गाजा की भूमि श्मशान बन चुकी है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 21 हजार से ज्यादा लोग अब तक इजरायली सेना की बमबारी में मारे जा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर आम फिलिस्तीनी नागरिक हैं। मगर फिलिस्तीन समर्थक गाजा में लगातार संघर्ष विराम की मांग कर रहे हैं। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने अपनी इस मांग को लेकर अमेरिका में सिएटल की सड़कों को अवरुद्ध कर दिया। 

 

इजरायल-हमास युद्ध में संघर्ष विराम की मांग कर रहे इन प्रदर्शनकारियों की वजह से शनिवार को सिएटल में 'इंटरस्टेट 5' पर उत्तर की ओर जाने वाले सड़कों पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। सिएटल टाइम्स की खबर के अनुसार, एक नजदीकी पुल पर प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन के समर्थन में नारे भी लगाए। प्रदर्शन की शुरुआत अपराह्न करीब एक बजकर 15 मिनट पर हुई। 

राज्य परिवहन विभाग ने 'एक्स' पर कहा कि एक जगह पर करीब 9.7 किलोमीटर से अधिक लंबा जाम लग गया। जाम के बाद वैकल्पिक मार्गों से लोगों को निकाला सिएटल में प्रदर्शनकारियों के जबरदस्त विरोध के चलते सड़कों पर भयानक जाम लग गया। 

इसके बाद चालकों से वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने के लिए कहा गया। प्रदर्शनकारियों ने 'फ्री, फ्री फिलस्तीन' (फिलस्तीन को मुक्त करो) और 'हे हे, हो हो, ऑक्यूपेशन हैज टू गो' (आक्रमणकारियों को वापस जाना होगा) के नारे लगाए। बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से दक्षिणी इजरायल पर ताबड़तोड़ हमले किए थे, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 अन्य लोगों को बंधक बना लिया गया था। यह इजरायल के इतिहास का सबसे भयानक हमला था। जवाब में इजरायली सेना गाजा में हमास पर लगातार हमले कर रही है।

इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बड़ी खबर, कांग्रेस और RJD के नेताओं के बीच शुरू हुई बैठक

डेस्क: इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग को लेकर मंथन शुरू हो गया है। इसे लेकर आज बैठक भी शुरू हो गई है। बैठक में आरजेडी के नेता मनोज झा भी शामिल हुए हैं। इसके साथ ही बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी इस बैठक में पहुंचे हैं। आरजेडी के नेताओं के साथ यह बैठक की जा रही है। वहीं इस बैठक के बाद जेडीयू के साथ भी बैठक होगी। माना जा रहा है कि बिहार में 17 सीटें आरजेडी, 17 सीटें जेडीयू, 4 सीटें कांग्रेस को और 2 सीटें अन्य वामपंथी दलों को दी जा सकती है। यह बैठक मुकुल वासनिक के घर पर हो रही है।

अंदरखाने चल रही लड़ाई

बता दें कि इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे की लड़ाई अंदरखाने चल रही है, लेकिन अभी कुछ तय नजर नहीं आ रहा है। सीटों के बंटवारे को लेकर सदस्य दल खुलेआम लड़ते नजर आ रहे हैं। वहीं बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) ने 16 सीटों से कम पर चुनाव नहीं लड़ने के अपने रुख को लगभग स्वीकार कर लिया है, जो स्पष्ट संकेत है कि गठबंधन सहयोगियों में एक-दूसरे के साथ मतभेद हैं और हर कोई अंतिम वार्ता में बढ़त हासिल करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि अभी जेडीयू के नेताओं के साथ सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा होनी बाकी है।

गठबंधन की बैठक के बाद से नीतीश नाराज

दरअसल, इंडिया गठबंधन की नई दिल्ली में संपन्न हुई चौथी बैठक के बाद नीतीश कुमार के नाराज होने की चर्चाएं सामने आने लगी थीं। कहा ये भी जा रहा था कि नीतीश कुमार का नाम पीएम पद के लिए प्रस्तावित किया जाना था, लेकिन ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे कर दिया, जिससे नीतीश कुमार नाराज हो गए। इस बैठक से नीतीश के साथ-साथ लालू प्रसाद यादव भी खुश नहीं दिखे। ऐसे में अब कांग्रेस का प्रयास है कि विपक्ष के सभी दलों को एक साथ लेकर आए और चुनाव में साथ लड़ें। इसी को लेकर कांग्रेस द्वारा अन्य दलों के साथ लगातार बैठकें की जा रही हैं।

कोहरे ने रोकी ट्रेनों की रफ्तार, आज 22 गाड़ियां लेट, यहां देखें लिस्ट

डेस्क: उत्तर भारत में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहीं कई इलाकों में घना कोहरा भी देखा जा रहा है। इस घने कोहरे का सबसे ज्यादा असर यातायात पर पड़ रहा है। उत्तर भारत में घना कोहरा होने की वजह से सड़क, रेल और फ्लाइट सेवाओं पर भी असर पड़ रहा है। आज यानी मंगलवार को दिल्ली की तरफ आने वाली 22 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। भारतीय रेलवे ने देरी से चलने वाली ट्रेनों की लिस्ट जारी करते हुए यह जानकारी दी है। रेलवे का कहना है कि ज्यादा कोहरे की वजह से 7 जनवरी को 22 ट्रेनें देरी से चल रही हैं।

6 घंटे से भी ज्यादा देरी से चल रही ट्रेनें

वहीं ट्रेनों के देरी से चलने की वजह से यात्रियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आज कई ट्रेनें 6 घंटे से भी अधिक की देरी से चल रही हैं। इनमें अजमेर-कटरा पूजा एक्सप्रेस भी शामिल है। यह ट्रेन 6:30 घंटे देरी से चल रही है। वहीं जम्मूतवी-अजमेर एक्सप्रेस भी आज 6:30 घंटे देरी से चल रही है। रेलवे के द्वारा जारी की गई लिस्ट के अनुसार फिरोजपुर-सिवनी ट्रेन भी 6:30 घंटे देरी से चल रही है, जबकि सिवनी-फिरोजपुर ट्रेन 4:30 घंटे लेट है। वहीं कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेन आज 6 घंटे लेट है। वहीं खजुराहो-कुरुक्षेत्र ट्रेन भी आज 4 घंटे देरी से चल रही है।

कई राजधानी ट्रेनें भी लेट

इसके अलावा कई राजधानी ट्रेनें भी देरी से चल रही हैं। वहीं ट्रेनों के देरी से चलने की वजह से यात्री काफी परेशान हैं। यात्रियों का कहना है कि उन्हें जरूरी काम से जल्दी पहुंचना था, लेकिन ट्रेन लेट होने की वजह से अब वह नहीं पहुंच पा रहे हैं। वहीं कुछ यात्रियों ने तो रेलवे से इसे लेकर जरूरी सुधार करने की मांग भी की है। देरी से चलने वाली ट्रेनों में जम्मूतवी-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, राजेंद्रनगर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, कामाख्या-दिल्ली मेल औक आजमगढ़-दिल्ली कैफियात एक्स्प्रेस ट्रेन भी शामिल हैं।

अमेरिका और फ्रांस से रणनीतिक साझेदारी के बाद अब 22 वर्ष बाद भारतीय रक्षामंत्री जा रहे ब्रिटेन

डेस्क: अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस जैसे दुनिया के ताकतवर देशों से रणनीतिक साझेदारी करने के बाद भारत के कदम अब ब्रिटेन की ओर बढ़ रहे हैं। यह देखकर चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मनों के चेहरे उड़ गए हैं। कनाडा भी भारत की बढ़ती ताकत को देखकर हैरान है। लिहाजा 22 वर्ष बाद किसी भारतीय रक्षामंत्री का ब्रिटेन दौरा होने जा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार से ब्रिटेन की तीन दिवसीय यात्रा पर होंगे। उनकी इस यात्रा को रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भारत तथा ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय साझेदारी के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इससे पहले जून 2022 में राजनाथ सिंह की ब्रिटेन की पूर्व नियोजित यात्रा को भारतीय पक्ष ने 'प्रोटोकॉल कारणों' का हवाला देते हुए रद्द कर दिया था।

 

राजनाथ सिंह की सोमवार से शुरू होने वाली इस यात्रा को काफी अहम माना जा रहा है। इस दौरान राजनाथ ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स के साथ विभिन्न मुद्दों पर व्यापक बातचीत करेंगे। इसके अलावा वह औपचारिक ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ का निरीक्षण करेंगे तथा लंदन में स्थित महात्मा गांधी और डॉ. बी.आर.आंबेडकर स्मारक भी जाएंगे। 

रक्षा मंत्री सिंह के ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात करने की उम्मीद है। लंदन स्थित विचार समूह ‘इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज’ (आईआईएसएस) में दक्षिण और मध्य एशियाई देशों के रक्षा, रणनीति और कूटनीतिक मामलों के वरिष्ठ फेलो राहुल रॉय चौधरी ने कहा, ‘‘राजनाथ सिंह की यह यात्रा रणनीतिक और सामरिक दोनों ही दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

 

22 वर्ष पहले भी भाजपा सरकार के ही रक्षामंत्री गए थे ब्रिटेन

पिछली बार भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार में रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस ने 22 जनवरी 2002 को ब्रिटेन की यात्रा की थी।’’ रॉय-चौधरी के अनुसार, राजनाथ सिंह की प्रस्तावित यात्रा ब्रिटेन के साथ भारत के राजनीतिक संबंधों में सुधार का संकेत देती है। इसके अलावा पिछले साल सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की भारत यात्रा के बाद दोनों देशों के रिश्तों में विकसित होती आपसी विश्वास की भावना का भी पता चलता है। 

उन्होंने कहा, ‘‘वास्तविक रूप से राजनाथ की यह यात्रा ब्रिटेन के साथ सैन्य सहयोग और रक्षा औद्योगिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में सार्थक प्रयास करेगी।’’ नवंबर 2023 में दोनों देशों के बीच सचिव स्तर पर दिल्ली में रक्षा सलाहकार समूह (डीसीजी) की बैठक हुई थी। इसके अलावा अक्टूबर 2023 में संयुक्त सचिवों के स्तर पर भारत और ब्रिटेन के बीच 2+2 विदेश और रक्षा वार्ता की पहली बैठक हुई थी।

 

भारत के शीर्ष 5 रणनीतिक साझेदारों में शामिल नहीं है ब्रिटेन

राहुल रॉय-चौधरी ने कहा, ‘‘ब्रिटेन अब भारत के शीर्ष पांच रणनीतिक साझेदारों में से एक नहीं है। हालांकि, रोल्स-रॉयस के साथ एयरो-इंजन पर चल रही परियोजनाओं की आपूर्ति के माध्यम से एक मजबूत भारत-ब्रिटेन रक्षा तकनीकी और औद्योगिक साझेदारी की शुरुआत हो सकती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान ब्रिटेन के प्रमुख हथियार निर्माण स्थलों में से एक का दौरा करने की भी संभावना है।’’ 

भारतीय रक्षा मंत्री की यह यात्रा इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थक हिंसा को लेकर भारत ने चिंता व्यक्त की है। इसके अलावा भारत को ब्रिटेन की रक्षा आपूर्ति पर कुछ विवादास्पद ऐतिहासिक मुद्दों पर भी बातचीत होने की उम्मीद है।

तू बड़ी राम भक्त बनती है न, 72 घंटे में तुझे परिवार सहित मार डालेंगे', मुस्लिम महिला ने घर में लगाया राम दरबार तो कट्टरपंथियों ने दी धमकी

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक राम भक्त मुस्लिम महिला को जान से मारने की धमकी मिली है। कट्टरपंथियों ने हिंदी में एक चिट्ठी लिखकर महिला को धमकाया है तथा 72 घंटों के अंदर उसे पूरे परिवार सहित मारने की बात कही है। उस महिला का नाम रूबी आसिफ खान है तथा वह भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता हैं। वर्तमान में वह अलीगढ़ जिले के जयगंज मंडल की उपाध्यक्ष हैं।

घटना अलीगढ़ के शाहजमाल के माबूद नगर की है। यहीं पर रूबी आसिफ खान अपने परिवार के साथ रहती हैं। बृहस्पतिवार (4 जनवरी 2024) की रात को किसी व्यक्ति उनके घर पर एक चिट्ठी फेंक दिया। जब उन्होंने इस पत्र को देखा तो इसे देखकर वह हतप्रभ रह गईं। पत्र में उन्हें परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी गई है। इस चिट्ठी में लिखा है, “रूबी आसिफ खान तू बहुत बड़ी राम भक्त बनती है न, 72 घंटे में तुझे परिवार समेत जान से मार देंगे।” तत्पश्चात, उन्होंने नजदीकी थाने रोरावर में जाकर इसकी शिकायत दर्ज कराई है। फिर पुलिस ने CCTV फुटेज शुरू कर दिया। एक फुटेज में एक कट्टरपंथी ये पत्र फेंकता हुआ देखा गया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रूबी आसिफ खान पर पहले भी हमले हो चुके हैं। उनकी बेटी को मारी गई जा चुकी है। इसलिए इस बार वो धमकियों को लेकर बेहद गंभीर हैं। रूबी ने कहा कि उनकी पूजा में पहले भी विघ्न डाले जा चुके हैं। उनके खिलाफ कट्टरपंथी मौलाना फतवा भी जारी कर चुके हैं। इसके बाद भी वह अपने निश्चय पर अटल रही हैं। आपको बता दें कि रूबी आसिफ खान ने 27 दिसंबर 2023 को उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर सूचना दी थी कि वो 1 जनवरी 2024 से 22 जनवरी 2024 तक अपने आवास पर प्रभु श्री Bराम का दरबार स्थापित कर पूजा अर्चना करेंगी। उन्होंने घर में राम दरबार सजाकर पूजा शुरू कर दी है। रूबी पहले भी भगवान गणेश एवं माता दुर्गा की प्रतिमा अपने घर में स्थापित कर चुकी हैं।

बंगाल में शाहजहां-नूरजहां की कमी नहीं, हिंसा का समर्थन करती है TMC..', ममता सरकार पर कांग्रेस का बड़ा हमला

 पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने उत्तरी 24 परगना जिले में जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम पर उस समय हुए हमले को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर तीखा हमला बोला। दरअसल, ED जब राशन घोटाला मामले में TMC नेता शाहजहां शेख के आवास पर जा रही थी, तब 1000 लोगों कि हथियार भीड़ ने उनपर हमला कर दिया था। हैरानी की बात ये है कि, उस समय CRPF के जवान भी ED के साथ मौजूद थे, लेकिन भीड़ ने उन्हें भी नहीं बख्शा।  

इसको लेकर अधीर रंजन ने आरोप लगाया कि TMC राज्य में हिंसा फैलाने वालों का समर्थन करती है। TMC की आलोचना करते हुए चौधरी ने कहा, "राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी हिंसा फैलाने वालों का समर्थन करती है और इसलिए, बंगाल में 'काका बाबू', 'खोका बाबू', शाहजहां और 'नूरजहां' की कोई कमी नहीं है।" ED टीम पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए चौधरी ने केंद्र की आलोचना की और उन्हें चुनौती दी कि अगर उनमें साहस है तो कार्रवाई करें। चौधरी ने कहा कि, “अगर बीजेपी में हिम्मत है तो उन्हें कुछ करना चाहिए।” उन्होंने कहा, ''हम कम से कम अशांत क्षेत्र में राष्ट्रपति शासन चाहते हैं। लेकिन उनमें हिम्मत नहीं है, वे सिर्फ बड़े-बड़े दावे करते हैं। शायद (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी और दीदी (मुख्यमंत्री ममता बनर्जी) के बीच मजबूत संबंध है और इसीलिए ऐसा नहीं किया जा सकता।'' 

वहीं, इससे पहले दिन में, जांच एजेंसी टीम पर हमले के एक दिन बाद ईडी ने शाहजहां शेख के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया था। ईडी ने शुक्रवार को कहा कि उसके अधिकारियों पर लगभग एक हजार लोगों की भीड़ ने हमला किया था, जो "जान लेने के इरादे से" उन पर हमला कर रहे थे। ED का नोटिस सभी हवाईअड्डे अधिकारियों और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के साथ साझा किया गया है। जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, शेख अपने आवास के पास ईडी अधिकारियों पर हमला होने के बाद से फरार हैं।

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देवभूमि हरिद्वार में रखी दुनिया के सबसे बड़े गुरुकुल की नींव, यहां जानिए, क्या क्या है विशेषता

देवभूमि उत्तराखंड के हरिद्वार में स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने को गुरुकुलम एवं आचार्यकुलम का शिलान्यास कर दिया है। इस ख़ास अवसर पर उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव और योग गुरु बाबा रामदेव उपस्थित थे। पतंजलि योगपीठ के 29वें स्थापना दिवस, महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती और गुरुकुल के संस्थापक स्वामी दर्शनानंद की जयंती के मौके पर पतंजलि गुरुकुलम की आधारशीला रखी गई है।  

बाबा रामदेव ने बताया है कि, स्वामी दर्शनानन्द ने 118 वर्ष पूर्व 3 बीघा जमीन, 3 ब्रह्मचारी और 3 चवन्नियों के साथ गुरुकुल का शुभारंभ किया था। इसके बाद उन्हीं के नाम पर गुरुकुल का मान स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय रखा गया है। उन्होंने बताया कि, यहां 3 बड़े प्रोजेक्ट संचालित होंगे। जिसमे से पहला 250 करोड़ की लागत से तैयार होने वाला 7 मंजिला भव्य पतंजलि गुरुकुलम होगा, जो विश्व का सबसे बड़ा गुरुकुल होगा। इसमें 1500 विद्यार्थियों के रहने लिए छात्रावास और अन्य सुविधाएं भी मौजूद होंगी।

बाबा रामदेव ने बताया कि, इसके अतिरिक्त यहां तक़रीबन 250 करोड़ की लागत से ही आचार्यकुलम भी स्थापित किया जाएगा, जिसमें करीब 5000 बच्चे डे-बोर्डिंग का लाभ लेते हुए अध्ययन कर सकेंगे। आचार्यकुलम में सुबह आठ से पांच बजे तक छात्रों को भारतीय सनातन, अध्यात्म, योग के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाएगी। साथ ही यहाँ संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी समेत विश्व की पांच भाषाओं का ज्ञान बच्चों को प्रदान किया जाएगा। बाबा रामदेव बताते हैं कि, इसके अलावा यहां महर्षि दयानंद अतिथि भवन बनाने की भी योजना है, जिसमे बच्चों को शिक्षा के साथ ही बच्चों को संस्कार भी दिए जाएंगे। इससे पहले योगगुरु बाबा रामदेव ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता में जानकारी दी थी कि यह गुरुकुल शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाएगा। इस देवभूमि से नया इतिहास, नया कीर्तिमान रचा जाएगा। स्वामी दर्शनानंद ने जिस इमारत में गुरुकुल की नींव रखी थी, हम उसे संजोकर रखेंगे, ये हमारी धरोहर हैं और इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा। बाबा रामदेव ने कहा कि हरिद्वार और ज्वालापुर की जनता के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं वाला सामुदायिक केंद्र स्थापित किया जाएगा। जहां स्थानीय लोग बहुत कम मूल्य पर अपने कार्यक्रमों का आयोजन कर सकेंगे।

उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त पतंजलि का वेलनेस सेंटर और मल्टी स्पेशियलिटी हेल्थ सेंटर भी स्थापित किया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को सेहत लाभ भी दिया जा सके। उन्होंने कहा है कि, चौहान समाज के लोगों ने गुरुकुल की सुरक्षा शाखा करने में बड़ी भूमिका निभाई है और इसलिए सम्राट पृथ्वी राज चौहान की एक विशाल प्रतिमा भी लगाई जाएगी।

बड़ा नेता बनने के लिए दे दी मुख्यमंत्री और राम मंदिर को उड़ाने की धमकी, दो गनर भी रखे, स्पेशल टास्क फोर्स कर रही मामले जा भंडाफोड़

राम मंदिर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश को बम से उड़ाने की धमकी मामले में स्पेशल टास्क फोर्स की टीम धीरे-धीरे परतें खोलने लगी है। एसटीएफ ने देवेन्द्र तिवारी, संदिग्ध भूमिका वाले उसके ड्राइवर सुनीत व एक अन्य की तलाश में तकनीक के जरिए लगी है।

वहीं, टीम देवेन्द्र के संपत्तियों की जांच करने में लगी है। एसटीएफ के मुताबिक अभी तक देवेन्द्र की एक फॉर्च्यूनर, इको स्पोर्ट्स व बोलेरो गाड़ियां, तीन अलग-अलग ड्राइवर, एक निजी सहायक, दो सोशल मीडिया हैंडलर, दफ्तर में एक रिसेप्शनिस्ट, दो गनर की जानकारी मिली है।

यहां-यहां बना रखा है अड्डा

इसके अलावा उसका आलमबाग में इंडियन इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल साइंसेज स्कूल और उसी में दफ्तर निकला है। देवेन्द्र का बंथरा में मकान है। एसटीएफ जांच रही है कि यह संपत्तियां किस तरह देवेन्द्र ने अर्जित की है। इंटरनेट मीडिया पर काफी सक्रिय रहने वाला देवेन्द्र तिवारी भारतीय किसान मंच का अध्यक्ष भी है।

जारी है एसटीएफ की जांच

एसटीएफ के मुताबिक देवेन्द्र के आपराधिक रिकॉर्ड, उसके द्वारा दर्ज कराया केसों की पड़ताल जारी है। सभी केसों के विवेचना अधिकारियों की रिपोर्ट तलब की गई है। देवेन्द्र की चल-अचल संपत्तियां खंगाली जा रही है। उसकी निजी सुरक्षा और सुविधाओं में तैनात अन्य कर्मचारियों की जांच भी जांच चल रही है। जरूरत पड़ने पर उनके बैंक खातों की जांच में स्थानीय पुलिस के द्वारा कराया जा सकता है।

स्थानीय पुलिस से कर्मचारियों का रिकॉर्ड मांगा

एसटीएफ ने देवेन्द्र के साथ नियुक्त कर्मचारियों के बारे में स्थानीय पुलिस से रिकॉर्ड मांगा गया है। दरअसल, धमकी मामले में देवेन्द्र के दो कर्मचारियों की गिरफ्तारी हुई है। इसमें देवेन्द्र का मीडिया हैंडलर ताहर सिंह और निजी सहायक ओम प्रकाश मिश्रा हैं। जबकि उसके ड्राइवर सुनीत की भूमिका संदिग्ध है, वह फरार भी है। इसी वजह से सभी कर्मचारियों के बारे में विस्तृत जानकारी एसटीएफ ने मांगी है।

साक्ष्य जुटाने में लगी पुलिस

गोंडा के धानेपुर निवासी ताहर सिंह और यहीं के कटरा बाजार निवासी ओम प्रकाश मिश्रा को विभूतिखंड से एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। अब दोनों आरोपित, उनसे बरामद दोनों मोबाइल फोन एसटीएफ ने आलमबाग थाना पुलिस को सौंप दिया। अब पुलिस की पूछताछ के बाद स्थानीय स्तर पर आरोपितों की निशानदेही पर साक्ष्य जुटाने में लगी है।

राजनैतिक कद बढ़ाना मकसद

एसटीएफ के मुताबिक देवेन्द्र तिवारी ने नाम व अपना राजनैतिक कद बढ़ाने के लिए राममंदिर, सीएम योगी और अमिताभ यश के नाम धमकी की साजिश रच खुद शिकायतकर्ता बनकर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर दी। यह पहली दफा नहीं कि जब उसने खुद को मिलने वाली धमकी के साथ सीएम योगी और अमिताभ यश का नाम नहीं जोड़ा है, पहले भी कई बार दोनों का नाम अपने साथ जोड़कर धमकी मिलने की तहरीर दे चुका है। उन तहरीर की जांच भी शुरू हो गई।

बंगाल में ईडी पर 24 घंटे के भीतर एक बार फिर हमला, अधिकारियों के वाहनों में तोड़फोड़, राशन घोटाले की हो रही जांच

 बंगाल में 24 घंटे के भीतर ही एक बार फिर ईडी पर हमला हुआ है। राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में ईडी द्वारा कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले में शुक्रवार देर रात बनगांव नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन तथा टीएमसी नेता शंकर आढ्य को गिरफ्तार कर ले जाने के दौरान यह घटना हुई है।

ईडी के अधिकारी जब तृणमूल नेता को गिरफ्तार कर ले जा रहे थे, तब उनके समर्थकों ने केंद्रीय एजेंसी के वाहनों पर पथराव किया तथा तोड़फोड़ की। महिलाओं को सामने रखकर भारी विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

टीएमसी नेता के घर छापेमारी के दौरान हुआ हमला

बता दें कि कल जिले के संदेशखाली में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर पर छापा मारने पहुंची ईडी की टीम पर उनके समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था। इस घटना में केंद्रीय एजेंसी के तीन अधिकारी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। केंद्रीय एजेंसी ने कहा है कि बनगांव में संदेशखाली की तरह ही सुनियोजित तरीके से हमला किया गया है। अगर केंद्रीय बल के जवान सतर्क नहीं रहते तो, उसके अधिकारी फिर जानलेवा हमले का शिकार हो जाते।

संदेशखाली की घटना में केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि टीएमसी नेता के उकसावे पर हत्या करने के उद्देश्य से उसके अधिकारियों पर हमला किया गया था। ईडी ने डीजीपी और एसपी को हमले के फुटेज के साथ ईमेल से शिकायत की है।

पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की

पुलिस ने संदेशखाली हमले के मामले में तीन एफआइआर दर्ज की है। पुलिस ने इस घटना में अब तक 16 लोगों की गिरफ्तार किया है। कई लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं, दूसरी ओर टीएमसी नेता शाहजहां शेख के केयरटेकर की ओर से केंद्रीय एजेंसी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराई गई है।

शिकायत में कहा गया है कि केंद्रीय एजेंसी ने बिना वारंट के यह तलाशी अभियान चलाया था। इधर, ईडी ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है। वहीं, हमले की घटनाओं के मद्देनजर कोलकाता में ईडी कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाई गई है।

टीएमसी नेता ने खोली थी फॉरेक्स कंपनी

ईडी ने शुक्रवार देर रात 17 घंटे की पूछताछ के बाद टीएमसी नेता शंकर आढ्य को गिरफ्तार किया। केंद्रीय एजेंसी सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी नेता के घर से 8.30 लाख रुपये नकदी बरामद की गई है। इसके अलावा, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो राशन घोटाले से जुड़े हुए हैं।

ईडी सूत्रों से पता चला है कि टीएमसी नेता शंकर आढ्य की फॉरेक्स कंपनी है, जिसके जरिए काली कमाई को सफेद किया जाता था। हवाला के जरिए रुपये का लेनदेन होता था।