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मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारियों का फूटा गुस्सा, संविदा सचिव डीडी सिंह को हटाने की मांग को लेकर जमकर किया प्रदर्शन…

रायपुर-   प्रदेश में सरकार बदलते ही पिछली सरकार के अधिकारियों और वर्षों से मंत्रालय में जमे अधिकारियों के विरूद्ध स्वर मुखर होने लगे हैं. इसी कड़ी में आज मंत्रालय में कर्मचारियों की ओर से सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव डीडी सिंह के विरूद्ध जबरदस्त प्रदर्शन और नारेबाजी की स्थिति उत्पन्न हुई है.

मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह मंत्रालय में मंत्रालय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों की ओर से सचिव से मिलकर मंत्रालय में लम्बे समय से लंबित डीपीसी करवाने और विगत दो वर्षों से अटके पड़े सेटअप रिवीजन के संबंध में अपनी बात रखी गई.

पदाधिकारियों के अनुसार, सचिव की ओर से नियमों को दरकिनार कर मनमाने तरीके से डीपीसी को अगले साल के लिए टालने के साथ ही सेटअप रिवीजन की नस्ती को भी अगले वित्तीय वर्ष में सोचने की बात कही गई. संघ पदाधिकारियों की ओर से उस स्थिति से कर्मचारियों को अवगत कराया गया, जिससे कर्मचारी/अधिकारी आक्रोशित हो गए और बड़ी संख्या में संघ पदाधिकारियों सहित डीडी सिंह के कक्ष के सामने बैठ गए. कर्मचारियों ने डीडी सिंह की संविदा समाप्त करने के साथ ही मंत्रालय में संविदा समाप्त करने के नारे भी लगाए.

मामला बिगड़ता देख मुख्य सुरक्षा अधिकारी और सामान्य प्रशासन विभाग के अन्य अधिकारियों ने बीच बचाव किया और सभी उपस्थित कर्मचारियों के समक्ष पदाधिकारियों की बैठक सचिव के साथ हुई. इसमें सचिव ने नियमानुसार तत्काल डीपीसी की बैठक आयोजित करने पर सहमति के बाद कर्मचारी वापस जाने पर राजी हुए.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कर्मचारियों के अंदर काफी समय से आक्रोश था, जो आज मंत्रालय में इस रूप में परिलक्षित हुआ. पिछली सरकार के उपकृत मंत्रालय में ऐसे और भी कुछ अधिकारी हैं, जिनके ऊपर आने वाले दिनों में कर्मचारियों का गुस्सा फूटने की संभावना बताई जा रही है.

तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री होंगे- रेवंत रेड्डी, भूपेश बघेल ने ट्वीट कर दी बधाई

रायपुर- तेलंगाना में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के को मुख्यमंत्री के रूप में नव दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएँ. न्याय और प्रगति के पथ पर तेलंगाना अग्रसर हो, ऐसी हम सब कामना करते हैं। वही तेलंगाना के अगले मुख्यमंत्री के लिए कांग्रेस के रेवंत रेड्डी के नाम पर मुहर लग गई है.

वह राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे और सात दिसंबर को पद की शपथ लेंगे. कांग्रेस ने मंगलवार शाम को इसका आधिकारिक ऐलान कर दिया. कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बैठक में बताया कि रेवंत रेड्डी तेलंगाना के नए मुख्यमंत्री होंगे. वह अनुभवी हैं,

उन्होंने सभी के साथ काम किया है और वह पहले ही तेलंगाना के लोगों को वादा कर चुके हैं कि उनके लिए काम करेंगे. उन्होंने बताया कि रेवंत रेड्डी सात दिसंबर को पथ की शपथ लेंगे.

छत्तीसगढ़ की जनता को कांग्रेस ने बिजली बिल हाफ के बदले दिया झटका, जानें केदार कश्यप ने क्यों कही ये बात

रायपुर- छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब गोबर खरीदी और बिजली बिल हाफ जैसी योजनाएं बंद हो सकती है। मामले पर भाजपा विधायक केदार कश्यप ने कहा जनता ने हमें वोट मोदी की गारंटी पर दिया है न कि कांग्रेस की योजनाओं को पूरा करने के लिए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की योजनाओं की समीक्षा होगी। गोबर खरीदी चारा घोटाला से बड़ा है।

बिजली बिल हाफ योजना का फायदा किसी को नहीं मिला। जनता को बिजली बिल का झटका जरूर मिला। PCC चीफ दीपक बैज की हार पर केदार कश्यप ने कहा कांग्रेस के बड़े नेताओं को सत्ता का अहंकार था। केदार ने बताया दीपक बैज ने चुनाव में कहा था।

चित्रकोट में कांग्रेस से कुत्ता भी चुनाव लड़ेगा तो जीत जाएगा। अब मुझे नहीं मालूम कांग्रेस कुत्ते को लड़ाएंगे या और किसी को। अब बस्तर में भी सांसद भाजपा की बनेगी।

लोकसभा में सांसद संतोष पांडेय ने जनता का उठाया मुद्दा, इस जिले को डाक विभाग का संभाग बनाने की रखी मांग

रायपुर- कवर्धा–राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में राजनांदगांव में डाक विभाग का संभाग नहीं होने से होने वाली परेशानियों का मुद्दा उठाया. इस दौरान राजनांदगांव को डाक विभाग का संभाग बनाने की मांग की.

बता दें कि, सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा सदन में अपनी बात रखते हुए कहा कि संसदीय क्षेत्र राजनांदगांव में डाक विभाग का उपसंभाग है. लेकिन संभागीय कार्यालय अन्यत्र जिला भिलाई (दुर्ग) मे होने के कारण राजनांदगांव जिला सहित पास लगे हुए अन्य जिले और लोकसभा क्षेत्र के नागरिक और कर्मचारी डाक विभाग से संबंधित कार्य के लिए भिलाई (दुर्ग) पर निर्भर रहते हैं. डाक संभाग कार्यालय दूरस्थ होने के कारण आम जनता का समय और आवागमन में पैसा दोनों बर्बाद होता है. गत दिनों में मेरे संसदीय क्षेत्र के जिलों की संख्या 2 से बढ़कर 4 हो गई है, जिसमें से एक जिला पूर्णता आदिवासी जिला है.

राजनांदगांव उपसंभाग अंतर्गत वर्तमान मे जिला कबीरधाम, जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, जिला मोहला-मानपुर-चौकी जो कि पूर्णता आदिवासी जिला है, विकासखंड डोंगरगढ़ व डोंगरगांव, उपसंभाग के रूप मे कार्यरत है. उक्त सभी उपसंभाग की दूरी राजनांदगांव जिला मुख्यालय से समीप है, लेकिन वर्तमान संभागीय कार्यालय की औसत दूरी सभी जिलो से 120 किमी है. इसके मद्देनजर उक्त उपसंभागों को जोड़कर राजनांदगांव को पूर्ण संभाग का दर्जा देने की मांग की. संभाग बन जाने से डाक विभाग से संबंधित समस्त कार्य राजनांदगांव से होने लगेगा तथा संपूर्ण कार्य में अनावश्यक विलंब ना होकर कार्य त्वरित गति से होने लगेगा.

अब दुर्ग में भी इस प्रत्याशी ने ईवीएम पर उठाए सवाल, कहा-इससे मतदान लोकतंत्र की हत्या

भिलाई- दुर्ग जिले की एक प्रत्याशी ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंप जांच की मांग की है।

मंगलवार को पत्रकारवार्ता में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी संजीत विश्वकर्मा ने बताया कि हर राज्य में गड़बड़ी हुई है। इसमें छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला भी शामिल हैं। ईवीएम मशीन से चुनाव कराना लोकतंत्र की हत्या है।

चुनाव अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में स्टेशन मरोदा निवासी आम आदमी पार्टी प्रत्याशी संजीत विश्वकर्मा ने बताया कि दुर्ग-ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र के 3 दिसंबर को हुए मतगणना में गणना के दौरान जिन नियमों का पालन किया जाना था उसका पालन नहीं किया गया है। बीजेपी द्वारा लगातार मतगणना कक्ष में उपद्रव एवं आचार संहिता का उल्लंघन किया गया। इसका साक्ष्य मतगणना कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है। इसके बावजूद भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही निर्वाचन आयोग द्वारा नहीं की गई। मतगणना के समय लगभग मतदान पर्ची वीवीपेट का 10 प्रतिशत मिलान किया जाना था जिसका मिलान नहीं किया गया। बुथ क्रमांक 193 में मैं स्वयं अपने परिवार सहित निवास करता हूं जिसमें 20 वोट मेरे घर के ही है मात्र 14 वोट बुथ क्रमांक 193 में प्राप्त होना ईवीएम मशीन पर संदेह उत्पन्न करता है। भाजपा के अलावा किसी भी अन्य दल के पक्ष में पूरे छ.ग. प्रदेश में मत का प्रतिशत लगभग नही के बराबर होना ईवीएम मशीन की गुणवत्ता पर संदेह उत्पन्न करता है। ईवीएम मशीन से निकले मत पर्ची की मिलान एवं जांच कर उचित कार्यवाही की जाए।

मंत्री अमरजीत को पटखनी देने के बाद विधानसभा पहुंचे पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो, कहा- भगत मूंछ मुड़वाने वाले बात से मुकर रहे हैं,

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में 5 साल के वनवास के बाद भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई है. कांग्रेस के कई दिग्गज नेता मंत्रियों को नए चेहरों ने उखाड़ फेंका है. इसमें से एक सीतापुर सीट से भाजपा प्रत्याशी पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो हैं. राम कुमार टोप्पो ने भूपेश सरकार में मंत्री रहे अमरजीत भगत को 17160 वोटों से हराया है. जीत के बाद आज नाम दर्ज कराने विधायक रामकुमार टोप्पो छत्तीसगढ़ विधानसभा पहुंचे. उनके साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी मौजूद थे.

इस दौरान विधायक रामकुमार टोप्पो ने कहा कि मैं राजनीति में आने का सोचा नहीं था, मेरे को सीतापुर की जनता ने स्वयं पत्र लिखकर बुलाया. उनकी मांग से भाजपा ने हमें अपना प्रत्याशी बनाया और आज जीत दर्ज हुई. जनता ने क्षेत्र के तमाम समस्याओं को लिखते हुए कहा था कि आज क्षेत्र खतरे में है. मुझे सेना से इस्तीफा देकर विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेना चाहिए.

मंत्री अमरजीत भगत को लेकर टोप्पो ने कहा कि चुनौतियों मैं नहीं मानता, शुरू से ही वहां की जनता पूर्ण रूप से हमारे साथ खड़ी थी. इसलिए मैं चुनाव नहीं लड़ रहा था. वहां की जनता चुनाव लड़ रही थी इसलिए भारी मतों से जीत कराया, जनता का जनादेश मिला है. जिम्मेदारी बड़ी है मेरे लिए वहां की जनता पहले हैं उनकी समस्याओं के लिए लड़ने आया हूं और लडूंगा.

अमरजीत भगत के कसे गए तंज पर रामकुमार टोप्पो ने कहा कि उन्होंने बहुत सारे तंज किए थे, बहुत हल्के तंज किये थे. शायद उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. फिर भी वह गद्दार हैं तो मैं उनके तंज का स्वागत करता हूं. वह मूंछ मुड़वाने वाले बात से मुकर रहे हैं उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. कमिटमेंट की है तो मुड़वाना चाहिए. जनता की उम्मीद हमारे प्रति ज्यादा है, पार्टी के प्रति ज्यादा है हम इस जिम्मेदारी को निभाएंगे. यहां की चुनौतियां थोड़ी डिफरेंट है. सेना में सुरक्षा की चुनौतियां होती है. यहां पर जनता की समस्याओं की चुनौती है.

शराब दुकान के आसपास नहीं रहेगा चखना सेंटर, कार्रवाई के निर्देश, आबकारी आयुक्त ने शराब बिक्री को लेकर दिया ये निर्देश

रायपुर- आबकारी आयुक्त ने शराब दुकानों के पास अवैध रूप से संचालित चखना दुकानों को तत्काल बंद करने सभी ज़िला आबकारी अधिकारियों को निर्देश दिया है।

प्लेसमेंट कर्मचारियों द्वारा भी सही दर पर बिक्री किया जाएगा. इसके उल्लंघन पर भी तत्काल कार्यवाही की जाएगी.

सभी अधिकारियों को फील्ड में दुकानों के निरीक्षण के निर्देश . विभाग के टोल फ्री नंबर 14405 पर शिकायत किया जा सकता है।

पीएम मोदी से अरुण साव और गोमती साय ने की मुलाकात

रायपुर- दिल्ली में पीएम मोदी से अरुण साव और गोमती साय ने मुलाकात की। दरअसल 2023 विधानसभा में छग में बीजेपी को मिली जीत के बाद मुख्यमंत्री को लेकर रस्साकशी का दौर जारी है। कई नामों की चर्चा है, मगर फैसला पार्टी हाईकमान को करना है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 54 पर भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली है और पार्टी ने पूर्ण बहुमत हासिल किया है। अब रायपुर से लेकर दिल्ली तक मुख्यमंत्री कौन होगा, इसकी चर्चाएं जोरों पर है। राज्य में कई दिग्गज चुनाव जीते हैं और यही कारण है कि एक नहीं, कई नाम की चर्चा हर तरफ है।

राज्य में बड़े दावेदारों की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह, गोमती साय, राम विचार नेताम, अरुण साव और विष्णु देव साय के नाम सबसे ऊपर चल रहे हैं। इसके साथ ही ओपी. चौधरी को लेकर भी कयासबाजी जारी है।

राज्य में भाजपा किसी आदिवासी या पिछड़े वर्ग पर दांव लगा सकती है। इन वर्गों की महिला नेता भी हो सकती है, यही कारण है कि संभावित नाम में सबसे ऊपर रेणुका सिंह, विष्णु देव साय, राम विचार नेताम हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री को लेकर चौंकायेगी, एक कार्यकर्ता भी रेस में शामिल है.

ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य के प्रभारी ओम माथुर ने भी चुनाव के दौरान एक बात कही थी कि जो भी मुख्यमंत्री बनेगा, वह नाम चौंकाने वाला होगा। यही कारण है कि लोगों की नजर उस चेहरे पर है जो राज्य का नया मुख्यमंत्री बनने वाला है।

विधानसभा चुनाव में हार के बाद PCC चीफ दीपक बैज बोले – जनता का जनादेश स्वीकार, भाजपा की झूठ के सामने दब गया हमारा सच,

रायपुर- विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा, हमें जनता का जनादेश स्वीकार है. जनता ने हमें जो आशीर्वाद दिया है इसका हम सम्मान करते हैं. भाजपा के झूठ के सामने हमारा सच दब गया. चुनाव परिणाम से हम निराशा हैं, लेकिन हताश नहीं हैं. हम वापस मैदान ए जंग में उतरेंगे.

बैज ने कहा, छत्तीसगढ़ की जनता को पांच साल तक सभी वादे मिले, हमें इंतजार रहेगा. कांग्रेस पार्टी ने 5 साल ईमानदारी से काम किया. महिला माता बहने हो, या अनसूचित जाती हो, सभी वर्ग को साथ लेकर चलने का किया है. जिस हिसाब से हम लोगों ने काम किया है, हमें विश्वास था हम लोग यहां सरकार बनाएंगे. कही न कही भाजपा का झूठ भारी पड़ गया. हमारी कांग्रेस पार्टी लोकतांत्रिक पार्टी है, हम जनादेश स्वीकार करते हैं.

दीपक बैज ने कहा, हम 35 सीटों के साथ विपक्ष में रहेंगे. जनता के मुद्दों को सड़क से लेकर सदन तक उठाने की बात करेंगे. हम मजबूत विपक्ष के साथ जनता की आवाज बनेंगे. कांग्रेस की हार की वजह क्या रही, इसकी समीक्षा की जाएगी. आख़िर इतना अच्छा काम करने के बाद चूक कहां हुई है.

इस्तीफे पर कहा – हाईकमान करेंगे तय

हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा को लेकर बैज ने कहा, हम लोग सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़े. सबके नेतृत्व में चुनाव लड़े हैं. हाई कमान तय करेंगे. बुलडोजर कार्यवाही मामले में दीपक बैज ने कहा, भारतीय जनता पार्टी डराने की राजनीति करते आई है. आईटी – ईडी के माध्य से डराने का काम कर रही है. मैं समझता हूं लोकतंत्र में इसके लिए जगह है.

भाजपा डराने का काम कर रही है.

आदिवासी को सीएम का मौका मिले तो बड़ी बात

भाजपा से आदिवासी चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग पर दीपक बैज ने कहा, छत्तीसगढ़ के बस्तर और सरगुजा क्षेत्र से जनादेश प्राप्त हुआ है. आदिवासी समाज में कई अनुभवी चेहरे रहे हैं. आदिवासी कई बार विधायक, सांसद और मंत्री रहे हैं. छत्तीसगढ़ में आदिवासी को मौका देते हैं तो इससे बड़ी बात क्या होगी.

*मंत्री को हराने के बाद विधायक बने मजदूर ईश्वर साहू पहुंचे विधानसभा, चौखट पर घुटने टेक किया प्रणाम, कहा- कमजोर कानून व्यवस्था को करेंगे मजबूत*

रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 का रिजल्ट चौकाने वाला रहा. वहीं बेमेतरा जिले की साजा सीट के परिणाम ने भी सबको अचंभित कर दिया. यहां एक मजदूर ईश्वर साहू जिन्होंने अपने बेटे को दंगे में खोया था. उन्होंने भूपेश सरकार के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे को 5196 वोटों से हरा है. ईश्वर साहू की इस जीत की हर ओर चर्चा है क्योंकि उन्होंने सात बार के विधायक रह चुके रविंद्र चौबे को मात दी है. वहीं जीत के बाद आज विधायक ईश्वर साहू अपने समर्थकों के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा पहुंचे. विधायक ईश्वर साहू ने विधानसभा पहुंचते ही चौखट पर घुटने टेक कर प्रणाम किया.

ईश्वर साहू ने कहा कि हम हमारे क्षेत्र की जो जरूरत है वह पूरा करेंगे, जो जिम्मेदारी हो पूरा करेंगे. ईमानदारी से काम करेंगे. हमारी प्राथमिकता है केंद्र सरकार की जो योजनाएं हैं, कांग्रेस की सरकार ने जो रोक रखा था उसे जल्द से जल्द हम लागू करेंगे. मुफ्त में गरीबों को चावल देने की योजना जो रोक कर रखे थे उसे देंगे.

ऐसे बहुत से काम रुके हुए हैं उसे पूरा करेंगे. जितना ज्यादा हो सके हम विकास करेंगे। इसके साथ ही कहा कि जो अपने पद की पॉवर से कानून व्यवस्था कमजोर किए हुए थे उसे दुरुस्त करेंगे, उसे मजबूत करेंगे.