/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1556339197963772.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1556339197963772.png StreetBuzz 2 हज़ार एकड़ में जलजमाव के वजहों से नज़र के सामने बर्बाद हो रही धान, मेहनत से उपजाई धान नहीं काट पा रहे किसान muzaffarpur
2 हज़ार एकड़ में जलजमाव के वजहों से नज़र के सामने बर्बाद हो रही धान, मेहनत से उपजाई धान नहीं काट पा रहे किसान

मुजफ्फरपुर : कभी सालाना बाढ़ की तबाही से तंग रहने वाला बन्दरा प्रखंड का कई पंचायत क्षेत्र अबकी बरस बरसाती जल जमाव से तबाह है। जिसके कारण से प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में जल जमाव की वजहों से रबी फसलों की बुवाई ससमय संभव हो पाना मुश्किल है।इन खेतों की जुताई-कुराई-बुबाई सम्भव नहीं हो पा रही है।आलू की खेती भी मुश्किल है। जबकि यदि जल जमाव नहीं रहते,खेत सुख गए होते तो, यहां आगात फसलों का उत्पादन भी सम्भव था। 

किसानों का बताना है कि प्रखंड के सुंदरपुर रतवारा पंचायत के बंगरा,रतवारा एवं सुंदरपुर रतवारा के इन तीन गांव के नजदीकी चौर के हिस्सों में तकरीबन 2000(दो हज़ार) एकड़ खेत इन दिनों बरसाती जल जमाव के शिकार हैं।जिसके कारण से यहां रबी फसलों के लिए खेतों की जुताई संभव नहीं हो पा रही है। खेत में जो धान लगा हुआ है। उसकी कटाई भी नहीं हो पा रहा है।किसानों के नजर के सामने उनके हाड़तोड़ मेहनत से उपजाई गई धान की फसले बर्बाद हो रही है। कुछ लोग खेत के संभव क्षेत्र में रिस्क लेकर तैयार धान को काटने का प्रयास भी कर रहे हैं,लेकिन पूरी सफलता नहीं मिल रही है। कुछ हिस्से में धान की फसल को पानी में सड़ने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है। 

क्षेत्र के प्रगतिशील किसान लक्ष्मी सिंह, राम परीक्षण सिंह, रितेश सिंह, जगदीश सिंह, महेश सिंह,पूर्व मुखिया महेंद्र कुमार वर्मा, कमलेश महतो, सतीश सिंह,सदन ठाकुर ,उमाशंकर ठाकुर आदि किसानों ने बताया कि पहले सालाना बाढ़ की वजह से किसानों को जल जमाव की समस्या सताती थी। अबकी बार बाढ़ तो नहीं आए, लेकिन लगातार हुई कई दिनों की बारिश की वजहों से चौर के खेतों में जल जमाव उत्पन्न हो गया, क्योंकि इस इलाके में खेतों से जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। लिहाजा स्थाई रूप से जल जमाव की समस्या बनी हुई है। खेतों में जो धान की फसले लगाई गई थी।पहले आंधी-पानी-ओलावृष्टि में नष्ट होते गए,बाद में जो फसल बची और हुई भी। वह अब नजर के सामने बर्बाद हो रही है। पानी में तैर कर खेतों में फसल काटने के लिए मजदूर तैयार नहीं हो रहे हैं। किसान एवं परिवार के बच्चे- वयस्क यदि फसलों को काट भी रहे हैं तो जान हथेली पर रखकर रखकर रिस्क लेकर धान की फसलों को काट रहे हैं।क्योंकि इस दौरान जहां जल जनित बीमारियों के प्रकोप की संभावना बनी रहती है, वहीं पैर फिसलन आदि वजहों से डूबने आदि की आशंका भी रहती है। जलीय जानवरों के काटने,बीमार पड़ने आदि की आशंका बनी रहती है। डर सताता रहता है। 

किसान सलाहकार मुकेश कुमार राय का बताना है कि किसानों के मुताबिक यह समस्या वर्षों पुरानी है।हाल के दिनों में बढ़ती जा रही है। पहले खेतों का बड़ा प्लॉट होने की वजह से कम किसान इससे प्रभावित होते थे। वहीं अब परिवारों में विखराव एवं खेतों के टुकड़ों में बंटने की वजहों से ज्यादातर किसान इससे प्रभावित हो रहे हैं। जल निकासी को लेकर कोई भी स्थाई निदान की तरफ ना प्रतिनिधि गंभीर हैं,न हीं विभागीय अधिकारी। 

ग्रामीणों का सीधा आरोप है की समस्या के समाधान के लिए पंचायती राज के प्रतिनिधियों के साथ हीं निर्वाचित विधायक एवं सांसदों से भी किसानों ने कई बार इस समस्या के समाधान की मांग रखी। निदान के तौर पर बैंगरा होते हुए मतलूपुर-रतवारा सीमान(सीमा) पुल तक नाला निर्माण की मांग की गई । नहर निर्माण की मांग भी कई बार उठाए गए, लेकिन किसी भी मसले पर क्षेत्र के छोटे- बड़े अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने कभी ध्यान नहीं दिया।आश्वासन देते रहे,लेकिन सभी समय के साथ इस जनसमस्या को बिसारते गए। लिहाजा क्षेत्र के किसान कभी जल के बिना तबाह हो रहे हैं, तो कभी जल जमाव से तबाह हो रहे हैं। ऐसे में किसानों का परिवार तंगहाली के दौर से गुजर रहा है। खेती किसानी चौपट हो रही है। उत्पादन घट रहा है। आर्थिक तंगी बढ़ रही है। लिहाजा पुराने किसान खेती किसानी की औपचारिकता निभा भी रहे हैं,लेकिन युवा वर्ग खेती किसानी से सीधा कट रहा है।कई निम्न स्तरीय किसान तो अब खेती किसानी छोड़ने के मूड में भी हैं।

सुंदरपुर रतवारा पंचायत के मुखिया रेखा देवी के प्रतिनिधि मधुकर प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि प्रखण्ड पंचायत समिति की बैठक में भी कई बार इस समस्या को रखा गया। ग्राम सभा के माध्यम से भी प्रस्ताव पारित कर भेजे गए,लेकिन कोई कार्यवाई नहीं हो सके हैं।समस्या समाधान के लिए नहर निर्माण एवं जलनिकासी की मांग है।अभी भी जलजमाव पीड़ित क्षेत्र में करीब 50 प्रतिशत तैयार धान नहीं कटा है।रतवारा एवं मतलुपुर पंचायत के सीमावर्ती क्षेत्र के गांव-चौर का एरिया इससे ज्यादा ग्रसित है।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

शक्ति केंद्र प्रमुख विजय कुमार कुशवाहा की अध्यक्षता में कार्यशाला का किया गया आयोजन

"प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना", "विकसित भारत, संकल्प यात्रा", "श्री राम लला अयोध्या दर्शन" कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु मीनापुर पश्चिमी मंडल के पानापुर शक्ति केंद्र पर शक्ति केंद्र प्रमुख श्री विजय कुमार कुशवाहा जी की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया।

   कार्यक्रम में मुख्य रूप से मीनापुर पश्चिमी मंडल अध्यक्ष श्री ऋतुराज कुशवाहा जी, मीनापुर पश्चिमी मंडल के युवा मोर्चा अध्यक्ष श्री विजय कुमार जी, अनूसूचित जाति मोर्चा के जिला मंत्री श्री राम नरेश राम जी, मंडल उपाध्यक्ष श्रीमति निभा कुमारी जी,

मंडल मिडिया प्रभारी श्री राहुल मालाकार जी, मीनापुर पूर्वी मंडल के पूर्व महामंत्री एवं प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के विधानसभा प्रभारी श्री जागेश्वर पण्डित जी, मुखिया प्रतिनिधि श्री विपिन कुमार जी, विधानसभा विस्तारक श्री अभिजीत कुमार जी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।

महिला हिंसा के खिलाफ सैकड़ो महिलाओं ने किया प्रदर्शन

मुजफ्फरपुर : शहर में आज सैकडों महिलाओं ने महिला हिंसा के खिलाफ अपनी आवाज़ को बुलंद करते समाहरणालय स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया। 

किशोरियों और महिलाओं के साथ लगातार हो रहे हिंसा के खिलाफ 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक यह पखवाड़ा चलाया जा रहा है। 

आंदोलनकारी महिलाओं ने बताया उनके खिलाफ हो रहे अत्याचार और हिंसा के खिलाफ जब महिलाएं अपनी आवाज़ को बुलंद करती है तो उनके आवाज़ को दबाया जा रहा है। 

यहाँ तक कि महिला थाना हो या अन्य थाने जहां पर उनके शिकायत तक को सुनने से पुलिस वाले परहेज करती है और अनदेखा करती है।

कुढ़नी प्रखंड के लदौड़ा गांव की चंचल कुमारी ने पुलिस प्रशासन पर बहुत ही गंभीर आरोप लगाए। कहा कि घरेलू हिंसा का शिकार समाज में लगातार महिलाएं हो रही है। यहाँ तक कि किशोरियों के साथ जघन्य दुष्कर्म जैसे अपराध बढ़ते जा रहे है। इस लगाम लगाने की जरूरत है।  

इस आंदोलन में शामिल होने पहुँची पटना की रत्ना कुमारी ने बताया कि सरकार महिलाओं के प्रति संवेदनशील है पर उसे धरातल पर उतारने की जरूरत है तभी जाकर सरकार की संवेदनशीलता में सफलता मिलेगी।

समाज मे जब तक महिलाओं और किशोरियों को सुरक्षित नही किया जाता तब तक अच्छे समाज की कल्पना करना बेमानी साबित होगी।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर:-सरकारी दाल की एक गोदाम पर पुलिस का छापा,मचा हड़कंप

मुजफ्फरपुर में सरकारी दाल की एक गोदाम पर पुलिस का छापा ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के चांदनी चौक के पास में ब्रहमपरा पुलिस और विशेष टीम के द्वारा की करवाई में किया जा रहा है जांच।दाल की बदला बदली और खराब दाल के का पैकेट बना कर आम आदमी तक पहुंचाया जाने को लेकर छापा मचा हड़कंप।

बड़ी संख्या में कालाबाजारी की जताई जा रही है आशंका पुलिस ने गोदाम के कई लोगो को लिया हिरासत में पूछताछ में जुटी में जुटी।

 दाल को किया गया है जब्त पुलिस ने इस दौरान गोदाम का ताला काट कर किया गोदाम में प्रवेश और गोदाम में दीवार फांद कर पुलिस घुसी।

यूवक को फरमाइसी गाना बजवाना पड़ा महंगा,हुई हत्या

शादी और फिर बारात में गाने की फरमाइश करना कंप्यूटर प्रिंटिंग ऑपरेटर युवक को पड़ गया भारी डीजे कलाकारों ने पीट-पीट कर उतारा मौत के घाट मामला जिला के पारू थाना क्षेत्र का बताया गया है।

मुजफ्फरपुर जिले के पारु थाना क्षेत्र से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया जहां पारु थाना क्षेत्र के गधा हसन गांव में बारात में फरमाईसी गाना को बजवाना और फिर कहा सुनी का विवाद इतना बढ़ गया कि युवक को पिट पिट कर अधमरा कर दिया और फिर ट्रॉली से फेंक दिया आनन फानन में स्थानीय अस्पताल में लाया गया जहां उसकी मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि शिवानी वीडियो ट्रॉली के कलाकारों और एक युवक के बीच गाने की फरमाइश को लेकर बकजक हो गई हालांकि ग्रामीणों के बीच बचाव के बाद मामला शांत हो गया और बारात अच्छे से लगी और फिर सभी ने खाना पीना खाया तभी अचानक डीजे कलाकारों ने जाते समय गाने की फरमाइश को लेकर हुए विवाद वाले युवक विवेक को अपने ट्रॉली में बैठ कर भाग निकले और ट्रॉली के अंदर ही उसे इतना पीटा गया डीजे कलाकारों के द्वारा जिससे वह अधमरा हो गया था और बीच रास्ते में छोड़ कर भाग निकला स्थानीय लोगों के सूचना पर पिटाई से घायल हुए विवेक कुमार को लेकर परिजन इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई।इस घटना के बाद खुशी के माहौल के बीच अब गमगीन माहौल हो गया 

इस पूरे मामले में पूछे जाने पर पारू थाना की पुलिस ने बताया कि पारु थाना क्षेत्र के गांव में शादी समारोह के दौरान गाना बजाने को लेकर हुआ था विवाद जिसके बाद मारपीट की घटना हुई है उसे घटना में एक युवक घायल हो गया था जिसका मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गया है पोस्टमार्टम के लिए डेड बॉडी को भेज दिया गया है परिजनों के द्वारा अब तक लिखित शिकायत नहीं दी गई है पुलिस लिखित शिकायत के आधार पर कठोर कार्रवाई करेगी।

नहीं रहे PM मोदी के भरोसेमंद सिपाही सुनील ओजा, बिहार में सौंपी गई थी बड़ी जिम्मेदारी,बीजेपी में शोक की लहर

बिहार भाजपा के सह-प्रभारी, कुशल संगठनकर्ता, "सुनील ओजा" के असामयिक निधन पर जिला भाजपा द्वारा "शोक सभा" कर श्रद्धासुमन अर्पित किया;

मुजफ्फरपुर- 29 नवंबर, भाजपा के सह-प्रभारी, कुशल संगठनकर्ता, सुनील ओजा के असामयिक निधन पर आज जिला भाजपा ने श्रद्धासुमन अर्पित कर "शोक सभा" आयोजित किया।

 मौके पर 2 मिनट का मौन रख पार्टी नेताओं ने संवेदना व्यक्त कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना कि।

 इस क्रम में पार्टी नेताओं ने कहा; ओझा जी का संपूर्ण जीवन जनसेवा व संगठन को समर्पित रहा। उनका जाना भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका दिल्ली में निधन हो गया। कुछ महीने पहले ही वह यूपी से बिहार में आये थे। सुनिल ओजा बिहार में सह प्रभारी थे इससे पहले वह उत्तर प्रदेश में सह प्रभारी थे सुनिल ओजा प्रधानमंत्री पीएम मोदी के करीबी माने जाते थे।उन्होंने गुजरात से राजनीति की शुरुआत कि वह गुजरात के रहने वाले थे। साथ ही गुजरात के भावनगर से बीजेपी विधायक भी रह चुके है, उन्हें 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में वाराणसी में मोदी की जीत का अहम सूत्रधार माना गया। बीजेपी पार्टी के कई लोग इस सफलता के पीछे सुनिल ओजा के योगदान को अहम मानते है।

इस दौरान मुख्य रूप से 

जिला महामंत्री सचिन कुमार, धर्मेंद्र साहू, प्रभु कुशवाहा जिला उपाध्यक्ष मनीष कुमार, अंकज कुमार, विशेश्वर शंभू, मंत्री धनंजय झा, नंदकिशोर पासवान, गीता कुमारी, कनक मणि, प्रवक्ता मनोज कुमार पिंटू, मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल, साकेत शुभम मोर्चा प्रभारी रविरंजन शुक्ला, मोर्चा अध्यक्ष विजय पांडे, शांतनु शेखर,उमेश पांडे, दीपक पोद्दार, मंडल अध्यक्ष धीरज कुमार सिंह, प्रणव भूषण, विकास कुमार,अभिषेक कुमार, मो० अल्लुमुद्दीन आदि मौजूद थे।

एक व्यक्ति का शव मिलने से इलाके में मची सनसनी, जांच में जुटी पुलिस

कांटी थाना क्षेत्र के शाहपुर पंचायत के शहबाजपुर मठ के समीप कपरपुरा स्टेशन के पीछे लीची गाछी में बुधवार की शाम एक व्यक्ति का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। शव मिलने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ उमड़ परी। 

ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलने पर कांटी ब्लॉक प्रमुख कृपाशंकर शाही एवं पंचायत के उपमुखिया मृत्युंजय कुमार भी मौके पर पहुंचे। 

उन्होंने इसकी सूचना कांटी थाना की पुलिस को दी मामले की जानकारी के बाद मौके पर पहुंचकर पुलिस ने मामले की तफ्तीश किया जिसमें मृतक के पास से तलाशी के क्रम में पुलिस को मोबाईल फोन बरामद हुआ। 

कुछ दूरी पर मृतक का बैग परा मिला, जिससे उसका कपड़ा, मिठाई का डब्बा, आधार कार्ड डाक्टर का पुर्जा मिला। आधार कार्ड के अनुसार मृतक का पहचान खगड़िया जिला के उपेंद्र तांती पिता विशुनदेव तांती के रूप मे हुई हैं। बॉडी पर किसी तरह के ज़ख्म के निशान नहीं दिखा हैं, अशंका जतायी जा रही है कि बगल में कपरपुरा स्टेशन पर व्यक्ति को नशाखुरानी गिरोह द्वारा निशाना बनाया गया हो। 

वहीं कांटी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर देर शाम पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजकर पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी हुई हैं।

बिहार राज्य विद्यालय खेल वूशु बालक अंडर 17 ,19 प्रतियोगिता का किया गया आयोजन

कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार तथा बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के संयुक्त प्रावधान में जिला प्रशासन मुजफ्फरपुर के द्वारा बिहार राज्य विद्यालय खेल वूशु बालक अंडर 17 19 प्रतियोगिता 2023-24 दिनांक 29 नवंबर से 1 दिसंबर 2023 तक खेल भवन, सिकंदरपुर मुजफ्फरपुर में आयोजित है। 

जिसका विधिवत उद्घाटन आज दिनांक 29.11.2023 को श्री अजय कुमार, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन, मुजफ्फरपुर द्वारा किया गया। मिथिलेश कुमार, जिला खेल पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर के द्वारा बताया गया कि उक्त प्रतियोगिता में चयनित खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर विद्यालय खेल प्रतियोगिता 2023-24 में बिहार दल का नेतृत्व करेगी। उद्घाटन में जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी मुजफ्फरपुर, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, सचिव बिहार राज्य वूशु खेल संघ

 मुजफ्फरपुर प्रवीण कुमार वर्मा, लालबाबू सिंह, रत्न मुखर्जी, मिथिलेश कुमार सिंह मुकेश कुमार शारीरिक शिक्षक एवं अन्य मौजूद थे। उक्त प्रतियोगिता में बिहार राज्य के कुल 26 जिलों-पटना, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मधेपुरा, सहरसा, भागलपुर, गोपालगंज, छपरा, सिवान, दरभंगा, पूर्णिया, लखीसराय, कटिहार, सीतामढ़ी, मधुबनी, बेगूसराय, वैशाली, मुंगेर, अररिया, समस्तीपुर, गया, नालंदा के खिलाडियों की प्रतिभागिता है। यह प्रतियोगिता 3 दिनों तक खेल भवन में चलेगी। 01 दिसंबर 2023 को प्रतियोगिता का अंतिम परिणाम घोषित होगी एवं पदक प्राप्त खिलाडियों का पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित की जायेगी। प्रतियोगिता के प्रथम दिन Ud-17

Ud 85kg

Rahul kr (Sitamarhi)- winner

Pranav kr (siwan)- runner

Ud 19

Ud 40 kg 

Winner-Ishant thakur (bhojpur)

Runner- Abihay Kumar (nalanda)

 

Ud 65kg

Winner - mayank Kumar (madhubani)

Ud 75 kg 

Winner -Rohit Raj (nalanda)

Runner - uzair Khan (siwan)

सेवा समायोजन की मांग को लेकर दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर बैठे कंप्यूटर डाटा ऑपरेटर

रिपोर्ट :- संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर में सेवा समायोजन की मांग को लेकर डाटा ऑपरेटर सांकेतिक हड़ताल पर बैठे हैं

पुरे जिले भर के डाटा एंट्री ऑपरेटर ने बिहार राज्य डाटा एंट्री कंप्यूटर ऑपरेटर जिला इकाई मुजफ्फरपुर के नेतृत्व में हड़ताल किया डाटा ऑपरेटर ने बताया की सेवा समायोजन की मांग को लेकर या हड़ताल किया गया है

यह सांकेतिक दो दिवसीय हड़ताल है मांग पूरा अगर नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा और हड़ताल की अवधि बढ़ाई जाएगी आपको बता दें कि 28 और 29 को या हड़ताल का आयोजन हुआ जिसमें बड़ी संख्या में डाटा ऑपरेटर ने पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और अपने मांगों के समर्थन में अपनी बात को रखा

उत्तरकाशी के टनल में फंसे मजदूर के बाहर आने की खबर मिलते ही मुजफ्फरपुर के गिजास गांव मे दौड़ी खुशी की लहर, गांव मे दिखा दीवाली सा माहौल

मुजफ्फरपुर : सिलक्यारा में सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों ने मंगलवार को जिंदगी की जंग जीत ली। 17 दिनों से सुरंग में फंसे मजदूर लंबी जद्दोजहद के बाद मौत के मुंह से बाहर आ गए। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रमिकों से बात कर उनका हाल जाना। दिवाली वाले दिन जब देश रोशनी में नहाया हुआ था, तब ये भूस्खलन के कारण अंधेरी सुरंग में फंस गए थे।

इधर मजूदर के बाहर आने की खबर मिलते ही मुजफ्फरपुर गिजास गाँव के दीपक के घर और गाँव वालों को मिली वैसे ही यहाँ दिवाली जैसा माहौल बन गया। पटाखे फूटने लगे,मिठाईयां बांटी गई। दीवाली के दिन दिवाली नही मनाई गई थी। लेकिन देर रात यहाँ दीपक के घर और गांव में दिवाली जैसा उत्सव दिखने लगा। दीपक के पिता शत्रुघन राय, माता उषा देवी सहित पड़ोसी ने काफी खुशी जाहिर की और भारत के प्रधानमंत्री और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को काफी धन्यवाद दिया। 

गौरतलब है टनल में जो 41 मजदूर फंसे हुए थे। उसमे मुजफ्फरपुर का दीपक भी शामिल था। 

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी