पीएम विश्वकर्मा योजना प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच का परिणाम है, समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम
मुजफ्फरपुर : हाल ही में "विश्वकर्मा जयंती" पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने "पीएम विश्वकर्मा योजना" की घोषणा की। कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय और वित्त मंत्रालय की संयुक्त भूमिका वाली इस योजना के लिए केंद्र सरकार ने आगामी पांच वित्तीय वर्षों के लिए 13000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है।
इसको लेकर गुरुवार को जिला भाजपा की एकदिवसीय कार्यशाला स्थानीय मिठनपुरा स्थित एक होटल के सभागार में संपन्न हुई।
कार्यशाला में भाजपा के जिला पदाधिकारी, मोर्चा अध्यक्ष, सभी संगठनात्मक मंडलो के अध्यक्ष सहित जिला एवं विधानसभा स्तरीय प्रमुख कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्र के लोगों को इस योजना से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला में हर बूथ पर पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को जोड़ने एवं अंतिम पंक्ति तक योजना का लाभ मिले की रणनीति के तहत विधानसभा स्तर पर संयोजक एवं सहसंयोजक नियुक्त किए गए।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने पीएम विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच का परिणाम है, समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
उन्होंने कहा कि देश के हस्तशिल्प देश के अर्थव्यवस्था की मजबूत कड़ी है। हस्तशिल्प कारीगर परिवारों के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना आशा की किरण बनकर आई है। हर शहर, गांव, गली, मौहल्ले, मजरों में कारीगर परिवार है जो पीढ़ी दर पीढ़ी मिट्टी के बर्तन बनाने, बाल काटने, गलीचे और दरियां बनाने, खिलोने बनाने, मालाएं गूथने जैसे पारम्परिक व्यवसाय से जुडे़ हुए हैं। देश का यह वर्ग ना सिर्फ परम्परागत उद्योगों को जीवित रखे हुए है बल्कि देश की परम्पराओं का संवाहक भी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत की विरासत को संजो रहे हैं। लकड़ी का कार्य, नाव बनाने का कार्य, लोहे के बर्तन बनाने वाले, मूर्तिकार, मिट्टी के बर्तन, चमड़े का कार्य, कपड़े की सिलाई, भवन निर्माण जैसे 18 तरह के परम्परागत कार्यों को करने वाले लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य पीएम विश्वकर्मा योजना से संभव होगा।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि
योजना के तहत विश्वकर्मा बन्धुओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा आधुनिक टूलकिट के लिए भी 15 हजार रुपये की मदद की जाएगी। इसके साथ ही उत्पादों की ब्रांडिग, पैकेजिंग तथा मार्केटिंग में भी सरकार सहायता करेगी तथा बहुत कम ब्याज दर पर "3 लाख रुपए तक का ऋण" भी योजना के तहत दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी लोकल को वोकल और वोकल को ग्लोबल बनाने के संकल्प के साथ काम कर रहे है। हम सभी को अधिक से अधिक विश्वकर्मा बन्धुओं को योजना से जोड़ने में सहायक बनकर काम करना है। योजना से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए, कारीगर और शिल्पकार 18002677777 पर कॉल कर सकते हैं या पर ईमेल कर सकते है।
साथ ही जानकारी देते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार जन कल्याणकारी योजनाओं को समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने के उद्देश्य से कार्य कर रही है। इन योजनाओं के प्रति जागरूकता के लिए जन - भागीदारी के द्वारा भारत सरकार देशव्यापी "विकसित भारत संकल्प यात्रा" प्रारंभ कर रही है। यह यात्रा सभी जिलों के सभी ग्राम पंचायत और शहरी निकायों में जाएगी। इस यात्रा के साथ विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित होगी और ऑन स्पॉट केंद्र सरकार की योजनाओं से अभी तक वंचित लोगों को लाभ मिलेगा। इस यात्रा का शुभारंभ मा० प्रधानमंत्री जी द्वारा "जनजातीय गौरव दिवस" (15 नवंबर) के अवसर पर झारखंड के रांची से देश भर के जनजातीय बाहुल्य जिलों में जाएगा। शेष सभी जिलों में यह यात्रा नवंबर माह के तृतीय सप्ताह से प्रारंभ होकर 26 जनवरी 2024 तक चलेगी।
मौके पर पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की इस योजना का वह अपने कांटी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के साथ जुड़ कर ऐसे सभी विश्वकर्मा मित्रों से सम्पर्क करके उन्हें प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से जोड़ने का काम करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पीएम विश्वकर्मा योजना के द्वारा देश के विश्वकर्मा बन्धुओं को आधुनिक युग से जोड़ने का प्रयास है।उन्होंने कहा कि जब देश के शिल्पी आर्थिक रूप से मजबूत होंगे तो देश भी मजबूत होगा।
मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए विधायक अरुण कुमार ने कहा की यह योजना लोहार, सुनार, मिट्टी के बर्तन (कुम्हार), बढ़ईगीरी और मूर्तिकला जैसे विभिन्न व्यवसायों में लगे पारंपरिक कारीगरों तथा शिल्पकारों के उत्थान के लिये बनाई गई है, जिसमें सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने एवं उन्हें औपचारिक अर्थव्यवस्था व वैश्विक मूल्य शृंखला में एकीकृत करने पर ध्यान दिया गया है।
कार्यशाला में पूर्व प्रदेश महामंत्री पूर्व विधायक बेबी कुमारी,पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा, पूर्व विधायक सुरेश चंचल,जिला प्रभारी रमेश श्रीवास्तव, लोकसभा प्रभारी हरेंद्र सिंह, महामंत्री धर्मेंद्र साहू, सहित पूर्व प्रत्याशी अर्जुन राम ने भी कार्यशाला संबोधित किया।
संचालन जिला महामंत्री प्रभु कुशवाहा एवं धन्यवाद ज्ञापन पिछड़ा मोर्चा अध्यक्ष विकास गुप्ता ने किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद शंभु, रागनी रानी, अंकज कुमार, जिला महामंत्री सचिन कुमार, मंत्री धनंजय झा, नंदकिशोर पासवान, रामश्रेष्ट्र सहनी, जिला मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल, आशीष श्रीवास्तव, मोर्चा प्रभारी रविरंजन शुक्ला, मोर्चा अध्यक्ष भारत रत्न यादव, फेकू राम, विजय पाण्डेय, मो० नफज़ सहित अमित राठौर, शांतनु शेखर, कुमारी ममता,संजय गुप्ता, विशाल कुमार, आकाश पटेल, पंकज सोनी, अभिषेक कुमार, संतोष कुमार, विक्की प्रजापति, राजाराम कुमार गुप्ता, संदीप सोनी एवं सभी मंडल अध्यक्ष उपस्थित रहे।
मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी
Nov 18 2023, 09:41