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यहां, जानिए, सहारा सहाराश्री सुब्रत रॉय के निधन के साथ क्या निवेशकों का पैसा डूब जाएगा, आखिर कैसे होगी उनके पैसों की रिकवरी

 सहारा इंडिया परिवार के मुखिया सहाराश्री सुब्रत रॉय के निधन के साथ क्या निवेशकों का पैसा डूब जाएगा? अब सहारा के पैसे कैसे मिलेंगे? ऐसे सवाल आज करोड़ों निवेशकों की जुबान पर हैं। करोड़ों निवेशकों ने सहारा ग्रुप की 4 कोऑपरेटिव सोसाइटीज में अपनी गाढ़ी कमाई जमा की थी। लंबे इंतजार के बाद लोगों को अपने जमा पैसे मिलने की आस जगी थी, सहारा चीफ के निधन के साथ ही क्या यह आस खत्म हो गई है या फिर उनका पैसा वापस मिलेगा? जानिए कि निवेशकों को मिलने वाले रिफंड का अब क्या होगा।

पोर्टल के जरिए ही वापस मिलेगा जमा पैसा

सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त, 2012 में लगभग तीन करोड़ निवेशकों को ब्याज के साथ उनका पैसा लौटाने का आदेश दिया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने निवेशकों के पैसे वापस कराने के लिए एक अलग से पोर्टल htps://mocrefund.crcs.gov.in/ बनाया। इस पर अपना वापस लेने के लिए लाखों लोगों ने आवेदन किया है।

सहारा रिफंड पोर्टल (सहारा समूह की सहकारी समितियों के जमाकर्ताओं को धन वापसी के लिए) चार समितियां उत्तरदायी हैं। 

 1. सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, लखनऊ

 2. सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड, भोपाल

 3. हुमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, कोलकाता

 4. स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, हैदराबाद

इन चारों के जरिए सहारा के निवेशकों को पैसा मिलेगा। पोर्टल पर कहा गया है, "जमाकर्ताओं से अनुरोध है कि वे सभी चार समितियों से संबंधित सभी दावों को एक ही दावा आवेदन पत्र में प्रस्तुत करें। केवल पोर्टल के माध्‍यम से ऑनलाइन दर्ज किए दावों पर ही विचार किया जाएगा । दावा प्रस्तुत करने के लिए कोई शुल्क नहीं है। किसी भी तकनीकी समस्या हेतु आप दिए गए समिति के टोल फ्री नंबरों ( 1800 103 6891 / 1800 103 6893 ) पर संपर्क करें।"

बता दें इससे पहले शेयर बाजार के रेगुलेटर सेबी ने 11 साल में सहारा की दो कंपनियों के निवेशकों को 138.07 करोड़ रुपये वापस किए हैं। इसके साथ ही स्पेशल तौर से खोले गए बैंक खातों में जमा की गई रकम बढ़कर 25,000 करोड़ रुपये से अधिक है। निवेशकों का पैसा सेबी के पास है और ऑनलाइन आवेदन करने वालों को मिलना तय है।

सुब्रत रॉय के पतन की कहानी

बता दें सुब्रत रॉय के पतन की शुरुआत सहारा ग्रुप की कंपनी प्राइम सिटी के IPO से हुई। नियमों के खिलाफ लोगों से पैसे निवेश करवाने का आरोप के कारण उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। 28 फरवरी 2014 को सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत रॉय को 24,400 करोड़ रुपए निवेशकों को लौटाने को कहा था। 

सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड का केस कोर्ट में है। 30 सितंबर 2009 को सहारा की कंपनी प्राइम सिटी ने आईपीओ के लिए सेबी के पास डीआरपीएच दायर किया था।

सेबी को रियल एस्टेट और हाउसिंग कंपनियों की फंड जुटाने की प्रोसेस में कमी मिली। 25 दिसंबर 2009 और जनवरी 2010 को सेबी को शिकायतें मिलीं की दोनों कंपनी OFCDS से पैसे जुटा रही हैं। सेबी को पता चला की कंपनी ने इसके जरिए 2 से 2.5 करोड़ लोगों से 24,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं। 

सेबी की आपत्ति

सेबी ने कहा कि सहारा ने बॉन्ड जारी करने के लिए उससे अनुमति क्यों नहीं ली? मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच और 2012 में कोर्ट ने सहारा को पैसा 15 फीसद ब्याज के साथ लौटाने को कहा। निवेशकों की डिटेल्स सेबी को देने को भी कहा। सहारा तीन महीने के भीतर पैसा नहीं जमा कर पाया तो कोर्ट ने तीन किस्तों में पेमेंट करने का आदेश दिया। सहारा ने 5120 करोड़ रुपए की पहली किश्त जमा की और बाकी पेमेंट कभी जमा नहीं किया।

दो साल तक तिहाड़ जेल में रहे सुब्रत रॉय 

सहारा ने दावा किया कि वह पहले ही 90 फीसद से ज्यादा निवेशकों को पेमेंट कर चुका है। इसके बाद सहारा इंडिया के बैंक अकाउंट का फ्रीज करन दिया गया। अप्रैल 2013 में सेबी ने IPO की फाइल भी बंद कर दी।28 फरवरी 2014 को सुपीम कोर्ट के आदेश पर लखनऊ पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सहारा श्री सुब्रत रॉय दो साल तक तिहाड़ जेल में रहे और साल 2016 से पेरोल पर जेल से बाहर थे।

बीते 24 घंटे में भारत ने गंवाए 3 दिग्गज बिजनेसमैन, निधन से पूरे देश के आर्थिक जगत में शोक का माहौल

भारतीय उद्योग जगत के लिए पिछले दो दिन बेहद बुरा रहा है। सहारा ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय सहित देश के तीन दिग्गज बिजनेसमैन ने दुनिया को अलविदा कह दिया। सुब्रत रॉय के अतिरिक्त पीआरएस ओबेरॉय तथा बीकानेरवाला के फाउंडर केदारनाथ अग्रवाल का निधन हो गया। सहारा ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय का मंगलवार (14 नवंबर) देर रात निधन हो गया। उन्होंने मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। आज उनका शव लखनऊ के सहारा शहर लाया जाएगा, जहां उन्हें आखिरी श्रद्धांजलि दी जाएगी।

पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय का निधन 

भारत के होटल इंडस्ट्रीज की सूरत बदलने वालों में से एक पृथ्वी राज सिंह ओबेरॉय थे। ओबेरॉय ग्रुप के मुखिया पृथ्वी राज सिंह ओबरॉय का निधन मंगलवार को 94 साल की आयु में हो गया। फिलहाल वो ओबेरॉय होटल्स के संरक्षक थे, जिन्हें 'Biki' के नाम से जाना जाता है। बीते वर्ष ही उन्होंने ईआईएच लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष तथा ईआईएच एसोसिएटेड होटल्स लिमिटेड के चेयरमैन पद को छोड़ा था।

  

लाला केदारनाथ अग्रवाल का निधन

इसके अतिरिक्त मिठाई और स्नैक्स ब्रांड बीकानेरवाला के संस्थापक लाला केदारनाथ अग्रवाल का सोमवार को निधन हो गया। वह अपने भाई के साथ बीकानेर से वर्ष 1950 में राजधानी दिल्ली आए थे। केदारनाथ अग्रवाल 86 वर्ष के थे। बीकानेरवाला की तरफ से एक बयान जारी कर कहा गया कि काकाजी के नाम से लोकप्रिय केदारनाथ अग्रवाल का निधन एक ऐसे युग के अंत का प्रतीक है। जिसने स्वाद को समृद्ध किया और अनगिनत जिंदगियों को प्रभावित किया। भारत में बीकानेरवाला की 60 से ज्यादा दुकानें हैं। इनके आउटलेट्स अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जैसे देशों में भी उपस्थित हैं। केदारनाथ अग्रवाल ने अपना व्यावसायिक सफर देश की राजधानी दिल्ली से आरम्भ किया था।

भतीजे' को दिग्विजय सिंह ने बताया गद्दार, बोले- 'शर्म आनी चाहिए...

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एवं मधुसूदनगढ़ राजपरिवार के सदस्य के बीच तलवारें खिंच गई हैं। अदावत का मुख्य कारण केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को माना जा रहा है। दरअसल, छोटे भाई लक्ष्मण सिंह के प्रचार के लिए दिग्विजय सिंह खेराड़ गांव पहुंचे थे। चुनावी सभा में दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को दोबारा गद्दार करार दिया। दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को कायर बताते हुए विचारधारा से समझौता करने वाला बताया। 

ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में गए मधुसूदनगढ़ राजपरिवार के सदस्य रुद्रदेव सिंह को भी दिग्विजय ने गद्दार करार दिया। दिग्विजय सिंह ने मंच से बयान देते हुए कहा कि उनके भतीजे ने भी गद्दारों (ज्योतिरादित्य सिंधिया) का साथ दिया। आखिर क्या नहीं किया इस परिवार के लिए? मगर उसके पश्चात् भी गद्दारी की तथा गद्दारों के साथ मिलकर हमारा विरोध करता है। शर्म आनी चाहिए। दिग्विजय सिंह ने नाराजगी जताते हुए रुद्रदेव सिंह पर हमला बोला। दिग्विजय सिंह तथा उनके परिवार के खिलाफ रुद्रदेव सिंह द्वारा अक्सर टिप्पणी की जाती है। रुद्रदेव सिंह अब ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे में सम्मिलित हो गए हैं। दिग्विजय सिंह इसी बात से नाराज हैं।

वहीं, मधुसूदनगढ़ राजपरिवार के सदस्य व दिग्विजय सिंह के भतीजे रुद्रदेव सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गद्दारी तो 2004 में लक्ष्मण सिंह ने की थी, जब वे कांग्रेस छोड़ भाजपा में सम्मिलित हुए थे। रुद्रदेव ने कहा वे सिर्फ सम्मान चाहते हैं जो उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिया है। रुद्रदेव सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस को अलविदा कह दिया था तथा भाजपा का दामन थाम लिया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिग्विजय सिंह के परिवार में सेंध लगाकर रुद्रदेव को भाजपा में सम्मिलित कराया था। तभी से रुद्रदेव सिंह लक्ष्मण सिंह के खिलाफ बयानबाज़ी करते रहते हैं। मधुसूदनगढ़ राजपरिवार दिग्विजय सिंह की नजदीकी रिश्तेदारी से जुड़ा हुआ है। मगर राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं ने परिवार के बीच दरार पैदा कर दी। इससे पहले राघोगढ़ में भी दिग्विजय सिंह के नजदीकी हीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस छोड़कर सिंधिया के साथ भाजपा ज्वॉइन कर ली थी। हीरेंद्र सिंह अब भाजपा से उम्मीदवार हैं।

जम्मू-कश्मीर के डोडा में भीषण सड़क हादसा, खाई में गिरी बस, 30 से ज्यादा मौत

#major_road_accident_in_doda_district_of_jk

जम्मू संभाग के जिला डोडा में भीषण सड़क हादसा हो गया है। यहां एक बस अनियंत्रित होकर करीब 300 फीट गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में 33 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है और कुछ घायल हो गए हैं। सभी घायलों को किश्तवार और डोडा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। बस किश्तवाड़ से जम्मू की ओर जा रही थी।

हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें खाई से नीचे गिरी बस नजर आ रही है।काफी ऊंचाई से नीचे गिरने के कारण बस के परखच्चे उड़ गए हैं।वीडियो में दिखाई दे रहा है कि स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर लोग रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं।वीडियो में देखा जा सकता है कि जिस जगह पर यह हादसा हुआ है, वहां से एक सड़क गुजरी है, जिसके टर्न पर काफी गहरी खाई है।माना जा रहा है कि यहां से मोड़ते वक्त बस अनियंत्रित हो गई होगी, जिसके बाद यह भीषण हादसा हो गया।

वहीं, पुलिस ने बताया कि शुरुआती जानकारी में पता चला है कि इस मार्ग पर तीन बसें एक साथ चल रही थी और एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में यह बड़ा हादसा हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।जिला उपायुक्त, एसएसपी डोडा सहित अन्य कई अधिकारी जीएमसी डोडा पहुंचे गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि घायलों को तुरंत और उचित इलाज मिले इसके लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। 

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हादसे पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि इस घटना से बेहद दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना करता हूं। बता दें कि उपराज्यपाल ने सभी घायलों को तुरंत मदद पहुंचाने का निर्देश दिया। मनोज सिन्हा के अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अपार दुःख की इस घड़ी में उनकी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मृतकों के परिवारों के साथ हैं। उन्होंने प्रशासन से घायलों को हरसंभव मदद देने की गुहार लगाई है।

इंजमाम उल हक ने हरभजन सिंह को लेकर किया चौकाने वाला दावा, भड़के भज्जी ने दिया करारा जवाब

#captain_inzamam_ul_haq_conversion_claim_on_harbhajan_singh

वर्ल्ड कप में ग्रुप स्टेज बाहर होने के बाद पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर्स ने आपा खो दिया है।अभी भारतीय अभिनेत्री ऐश्वर्या राय को लेकर दिए अब्दुल रज्जाक के बयान पर विवाद थमा नहीं है कि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने हरभजन सिंह को लेकर बड़ा दावा कर दिया है। जिसके बाद भज्जी ने उन्हें करारा जवाब भी दिया है।दरअसल, इंजमाम का कहना है कि भज्जी इस्लाम अपनाने की सोच रहे थे।अपने इस बयान के बाद इंजमाम उल हक हरभजन सिंह के निशाने पर आ गए हैं।

पिछले कुछ हफ्तों में वीरेंद्र सहवाग और इरफान पठान सहित पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने वनडे विश्व कप में पाकिस्तानी टीम के प्रदर्शन की खुलकर आलोचना की थी। पाकिस्तान 2023 विश्व कप के ग्रुप चरण में नौ मैचों में चार जीत के साथ टूर्नामेंट में पांचवें स्थान पर रहा था। हालांकि, आलोचना मैदान पर पाकिस्तान के प्रदर्शन तक ही सीमित थी। इसस इतर पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी अपनी मर्यादा खोते नजर आ रहे हैं।इसी बीच पूर्व पाकिस्तान कप्तान इंजमाम उल हक ने हरभजन सिंह को लेकर कहा कि भज्जी एक समय में इस्लान धर्म कबूलने की सोच रहे थे। मौलाना तारीक जमील से मिलने के बाद उन्होंने मुस्लिम बनने की सोची थी। मौलाना अक्सर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के साथ नमाज पढ़ने आया करते थे।

इंजमाम ने एक वीडियो में कहा, 'मौलाना तारिक जमील रोज हमसे मिलने आते थे।नमाज पढ़ने के लिए एक कमरा था। नमाज के बाद वह हमसे बात करते थे।एक या दो दिन के बाद हमने इरफान पठान, जहीर खान और मोहम्मद कैफ को नमाज पढ़ने के लिए बुलाना शुरू किया।मैंने देखा कि 2-3 और भारतीय खिलाड़ी भी शामिल हो जाते थे, वे नमाज नहीं पढ़ते थे लेकिन मौलाना की बातें सुनते थे।इंजमाम ने बताया, 'हरभजन ने एक बार मुझसे कहा था कि दिल कहता है कि वह (मौलाना) जो भी कहें मुझे मान लेना चाहिए।

बता दें कि इंजमाम उल हक पाकिस्तानी टीम के चीफ सेलेक्टर रह चुके हैं। लेकिन, वर्ल्ड कप 2023 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 499 मैच खेले, जिसमें 20000 से ज्यादा रन बनाए।

वर्ल्ड क्रिकेट में टर्बनेटर के नाम से मशहूर रहे हरभजन सिंह इस तरह की बयानबाजी से भड़क गए हैं। भज्जी ने इंजमाम उल हक को बकवास आदमी बताया है, जो कुछ भी बकता है।हरभजन सिंह ने इंजमाम उल हक के इस्लाम कबूल करने वाले बयान को लेकर सोशल मीडिया के ट्विटर पर लिखा कि ये कौन सा नशा पी कर बात कर रहा है? मुझे एक भारतीय होने पर गर्व है और मैं एक भारतीय सिख हूं। इन जैसे बकवास लोग कुछ भी बकते रहते हैं।

अब्दुल रज्जाक ने ऐश्वर्या राय पर दिए विवादित बयान पर मांगी माफी, वीडियो जारी कर कहा-मेरी जुबान फिसल गई थी

#abdul_razzaq_says_he_is_ashamed_of_his_comments

पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी अब्दुल रज्जाक इन दिनों सुर्खियों में हैं। वजह है भारतीय अभिनेत्री एश्वर्या राय पर उनकी अमर्यादित टिप्पणी।रज्जाक के अभिनेत्री ऐश्वर्या राय को लेकर विवादित बयान के बाद विवाद शुरू हो गया था। भारत से लेकर पाकिस्तान तक में उनके बयान की आलोचना होने लगी। जिसके बाद रज्जाक ने वीडियो जारी कर माफी मांगी है।दरअसल उन्होंने एक ईवेंट के दौरान पीसीबी पर सवाल उठाते हुए भारतीय एक्ट्रेस एश्वर्या राय नाम लेते हुए अमर्यादित टिप्पणी कर दी थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर आप मुझे कहेंगे कि एश्वर्या से शादी कर लो और बच्चे नेक पैदा होंगे, तो यह कभी नहीं हो सकता। अब्दुल रज्जाक के साथ शाहिद अफरीदी और उमर गुल भी थे।

समा टीवी पर एक वीडियो शेयर किया गया है जिसमें रज्जाक ने अपने द्वारा किए गए कमेंट को लेकर माफी मांगी है। पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने कहा, वहां पर मैंने क्रिकेट को लेकर बात कर रहा था। लेकिन जुबान फिसलने के कारण मेरे मुंह से ऐश्वर्या राय का नाम निकल गया।जिसके लिए मैं अब काफी शर्मिदा हूं।मैं व्यक्तिगत तौर पर उनसे माफी मांगता हूं। मेरा इरादा किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था।

एक ईवेंट के दौरान अब्दुल रज्जाक पीसीबी की आलोचना कर रहे थे। रज्जाक ने पाकिस्तानी क्रिकेट की आलोचना करते हुए फिल्म अभिनेत्री ऐश्वर्या राय का नाम लेकर उदाहरण पेश किया था। रज्जाक ने कहा था। जब मैं क्रिकेट खेला करता था तो मेरे कप्तान यूनुस खान थे। उनकी कप्तानी में उनकी नीयत बड़ी अच्छी थी, वो अपने खिलाड़ियों से अच्छा परफॉर्मेंस निकलवाते थे। वो अपने खिलाड़ियों सो अच्छा परफॉर्मेंस डिलीवर करने के लिए प्रेरित करते थे। लेकिन आज के समय में हमारी नीयत है ही नहीं कि प्लेयर्स को अच्छे से पॉलिश कर सके। अगर आप चाहोगे कि मैं ऐश्वर्या राय से शादी करूं और वहां से एक नेक और अच्छा बच्चा पैदा हो तो ये कभी नहीं हो सकता था। जब अब्दुल रज्जाक ने ऐसी बात की थी तो उस समय शाहिद अफरीदी भी ताली बजाते हुए नजर आए थे।

अब्दुल रज्जाक के इस बयान के बाद शाहिद अफरीदी का भी रिएक्शन आया है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि जब रज्जाक के पास माइक आया तो मुझे लगा कि वह कोई मजाक करेगा, जो वह अकसर करता है। मेरी उसकी बात पर ध्यान नहीं था, और जब लोगों ने ताली बजाई तो मैं भी ताली बजाने लगा। इस मसले को लेकर पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि मैं इस बयानबाजी की निंदा करता हूं, किसी भी महिला का इस तरह अपमान नहीं करना चाहिए।

सुब्रत रॉय का निधन, 75 साल की उम्र में ली अंतिम सांस, जानें स्कूटर पर बिस्कुट और नमकीन बेचकर कैसे खड़ा किया सहारा ग्रुप

#subrata_roy_sahara_passed_away

सहारा इंडिया ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय का मंगलवार देर शाम निधन हो गया। उन्होंने मुंबई में आखिरी सांस ली। वह लंबे समय से बीमार थे। उनके निधन की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई जा रही है। मुंबई के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। इसी साल जनवरी के महीने में मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में सुब्रत रॉय की ब्रेन सर्जरी हुई थी। इसी अस्पताल में उनका निधन हुआ।सुब्रत रॉय का पार्थिव शरीर बुधवार को लखनऊ के सहारा शहर लाया जाएगा, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।

सुब्रत रॉय 75 साल के थे।बयान के अनुसार, उच्च रक्तचाप, मधुमेह सहित विभिन्न बीमारियों से लंबे समय से जूझ रहे सुब्रत रॉय का दिल का दौरा पड़ने के कारण रात साढ़े 10 बजे निधन हो गया। समूह ने बयान में कहा, ‘सहारा इंडिया परिवार अत्यंत दुख के साथ हमारे सहारा इंडिया परिवार के प्रबंध कार्यकर्ता और अध्यक्ष माननीय ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय सहारा के निधन की सूचना दे रहा है।

10 जून, 1948 को अररिया बिहार में जन्मे रॉय भारतीय बिजनेस का बड़ा चेहरा रहे। उन्होंने रियल एस्टेट, फाइनेंस, मीडिया और हॉस्पिटेलिटी समेत कई क्षेत्रों में नाम कमाया। रॉय ने गोरखपुर के सरकारी तकनीकी संस्थान से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की शिक्षा पूरी की। इसके बाद 1976 में संघर्षरत चिटफंड कंपनी सहारा फाइनेंस का अधिग्रहण करने से पहले उन्होंने गोरखपुर से बिजनेस में कदम रखा। 1978 तक उन्होंने इसे सहारा इंडिया परिवार में बदल दिया, जो आगे चलकर भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक बन गया।

सुब्रत रॉय ने स्कूटर पर नमकीन बेच कर खड़ा किया सहारा ग्रुप

सुब्रत रॉय के सहारा ग्रुप को खड़ा करने की कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। सुब्रत रॉय कभी स्कूटर पर नमकीन बेचने का काम करते थे। गली-गली सामान बेचने से शुरू हुआ उनका ये सफर सहारा ग्रुप में तब्दील हुआ।सहारा ग्रुप के मुखिया सुब्रत रॉय ने साल 1978 में अपने एक दोस्त के साथ मिलकर स्कूटर पर नमकीन बेचने का काम शुरु किया। लेकिन किसे पता था कि एक दिन यही शख्स सहारा नाम को दो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का एंपायर बना देगा। लोगों से 10-20 रुपए रोज जमा करवाकर सुब्रत रॉय ने भारत के फाइनेंस सेक्टर के लिए एकदम नई मिसाल पेश की। लोगों को उनकी छोटी-छोटी बचत पर अच्छा रिटर्न मिला। लोगों से जुटाए पैसों से दूसरे कारोबार खड़े किए।

कभी सहारा ग्रुप रेलवे के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा एम्प्लॉयर बना

सहारा के इतिहास में वो दौर भी आया जब सहारा ग्रुप रेलवे के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा एम्प्लॉयर बन गया। ऑफिस और फील्ड को मिलाकर सहारा के अंब्रेला तले काम करने वाले एम्प्लॉइज की संख्या 12 लाख तक पहुंच गई। कोई भी प्राइवेट कंपनी आज तक देश में ये आंकड़ा नहीं छू पाई है।

सेबी से विवाद के बाद सहारा समूह का पतन

रेलवे के बाद सबसे ज्यादा नौकरियां देने वाले सहारा समूह का पतन सेबी के साथ हुए विवाद से शुरू हुआ। सेबी ने सहारा की दो कंपनियों में जमा निवेशकों की रकम को नियम विरुद्ध तरीके से दूसरी कंपनियो में ट्रांसफर करने पर आपत्ति करते हुए करीब 24 हजार करोड़ रुपए जमा कराने का आदेश दिया था। बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। कोर्ट ने अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करते हुए कई महीने तक सुब्रत राय को जेल में रखा। सहारा समूह की संपत्तियों की बिक्री पर रोक लगा दी गयी। कोर्ट के आदेश पर बिकने वाली संपत्तियों से मिलना वाली रकम भी सहारा को सेबी के पास जमा कराने का आदेश दिया। सहारा ने कुछ किस्तों में सेबी को कुल जमा धनराशि का बड़ा हिस्सा दिया, लेकिन पूरी रकम को जमा नहीं कर सका। इस बीच सहारा ग्रुप की कंपनियों और उसके निदेशकों के खिलाफ कई राज्यों में सैंकड़ों मुकदमे दर्ज होते गए और पुलिस सुब्रत राय और बाकी निदेशकों की तलाश में लखनऊ समेत कई जगहों पर छापा मारती रही। हालांकि सहारा समूह को कुछ राहत तब मिली जब केंद्र सरकार ने सहारा के निवेशकों की रकम को वापस करने के लिए पोर्टल शुरू किया।

वर्ल्ड कप 2023: वानखेड़े स्टेडियम में भारत-न्यूजीलैंड सेमीफाइनल क्रिकेट मैच आज, क्या भारतीय टीम जीत के साथ बदलेगी इतिहास

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आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 का पहला सेमीफाइनल मैच आज भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा।मुंबई स्थित वानखेड़े स्टेडियम में आज मेजबान भारत और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल क्रिकेट मैच खेला जाएगा।वनडे विश्व कप के इतिहास में ये दोनों टीमें लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में भिड़ रही हैं। 2019 वनडे विश्व कप का पहला सेमीफाइनल भी इन्हीं दोनों टीमों के बीच हुआ था और न्यूजीलैंड ने भारत को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। 

इस बार भारत की कोशिश चार साल पुरानी हार का बदला लेकर जीत हासिल करने और घरेलू जमीन पर फाइनल खेलने की होगी।हालांकि, कीवी टीम के खिलाफ जीत हासिल करना भारतीय टीम के लिए इतना आसान नहीं होने वाला है। विपक्षी टीम में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी मौजूद हैं, जो कभी भी मैच का रुख मोड़ने में माहिर हैं।सेमी फाइनल में टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ा खतरा विपक्षी टीम के सलामी बल्लेबाज रचिन रविंद्र हैं। 23 वर्षीय युवा बल्लेबाज जबर्दस्त फॉर्म में चल रहा है। कीवी टीम उन्हें जिस क्रम पर बल्लेबाजी का मौका दे रही है, वो उस क्रम पर अपनी अमिट छाप छोड़ रहे हैं।उनकी मौजूदा फॉर्म का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि टूर्नामेंट में वह न्यूजीलैंड के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। वहीं सभी बल्लेबाजों के लिस्ट में तीसरे स्थान पर काबिज हैं।

भारतीय टीम के पास भी खिलाड़ियों की कमी नहीं है।इस वर्ल्ड कप में भी भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा है।भारत ने लीग स्टेज में अपने सभी नौ मुकाबले जीते और अजेय रहते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई।एक बार फिर इस बड़े मुकाबले में टीम इंडिया के केंद्र में रोहित शर्मा और विराट कोहली ही रहेंगे।बस इन दोनों खिलाड़ियों को कीवियों पर हमला बोलना है और फाइनल का टिकट हासिल करना है। इसके लिए इन दोनों ही खिलाड़ियों को बस एक काम नहीं करना है- और वो है वर्ल्ड कप के नॉक-आउट मुकाबलों में अपने व्यक्तिगत रिकॉर्डस को ना याद करन। 

दरअसल, वर्ल्ड कप के नॉकआउट मुकाबलों में रोहित शर्मा और विराट कोहली के रिकॉर्ड्स अच्छे नहीं रहे हैं। विराट कोहली हो या फिर रोहित शर्मा इन दोनों महान बल्लेबाजों के बल्ले से आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में रन नहीं निकलते हैं। विराट कोहली की जाए तो मौजूदा समय में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज अपना चौथा वर्ल्ड कप खेल रहे हैं। विराट कोहली भारत के लिए लकी भी हैं क्योंकि इनके क्रिकेट कैरियर की शुरुआत के बाद से ही टीम इंडिया हर बार सेमीफाइनल में पहुंचने में कामयाब रही है। लेकिन विराट कोहली का बल्ला सेमीफाइनल में उनका साथ छोड़ जाता है। विराट ने वनडे वर्ल्ड कप में अपना पहला सेमीफाइनल मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। इसमें वो सिर्फ 9 रन बनाकर ही पवेलियन वापस लौट गए। 2015 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मैच में विराट कोहली के बल्ले से सिर्फ एक रन निकला। 2019 में भी न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मैच में विराट कोहली सिर्फ 1 रन ही बना पाए।

रोहित शर्मा का हाल भी सेमीफाइनल में विराट कोहली जैसा ही है। रोहित शर्मा ने 2015 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरुआत तो अच्छी की। हालांकि वो अपनी पारी को 34 रन से आगे नहीं बढ़ा पाए। 2019 में तो रोहित शर्मा महज 1 रन बनाकर ही पवेलियन वापस लौट गए।

कल जो बाइडेन और शी जिनपिंग के बीच होगी मुलाकात,ताइवान, फिलिस्तीन समेत कई मुद्दों पर होगी बात

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अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को शहर में 11 से 17 नवंबर के बीच एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन होने जा रहा है, जिसकी मेजबानी अमेरिका कर रहा है।इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग बुधवार, 15 नवंबर को मुलाकात करने वाले हैं।ताइवान सहित कई मुद्दों पर तल्खी के बीच बुधवार को दोनों नेताओं के बीच होने वाली इस बैठक पर दुनिया की नजर है।

इस द्विपक्षीय बैठक से पहले अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा, यदि कुछ मुद्दों को प्रबंधित नहीं किया गया तो दोनों देश आसानी से संघर्ष की ओर बढ़ सकते हैं।सीबीएस के "फेस द नेशन" के साथ एक इंटरव्यू में सुलिवन ने कहा, "राष्ट्रपति बाइडन दोनों देशों की सेनाओं के बीच फिर से संबंधों की स्थापना के लिए प्रतिबद्ध हैं, क्योंकि उनका मानना है कि यह अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा हित में है। हमें कम्यूनिकेशन के उन चैनलों की आवश्यकता है ताकि गलतियां या गलत अनुमान या गलत संचार न हो। सुलिवन ने कहा कि बहाल सैन्य संबंध वरिष्ठ नेतृत्व से लेकर सामरिक परिचालन स्तर तक हर स्तर पर हो सकते हैं, साथ ही इंडो-पैसिफिक में पानी और हवा में भी।

इन मुद्दों पर चर्चा की उम्मीद

चीन और अमेरिका के बीच होने जा रही इस मीटिंग में कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।इस बैठक में दोनों देशों के बीच के पर्सनल इंट्रेस्ट और भू-राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद की जा रही है।बाइडन-शी जिनपिंग की बैठक में इजरायल-हमास युद्ध से लेकर यूक्रेन पर रूस के आक्रमण, उत्तर कोरिया के रूस के साथ संबंध, ताइवान, इंडो-पैसिफिक, मानवाधिकार, फेंटेनाइल उत्पादन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता के साथ-साथ व्यापार और आर्थिक संबंधों जैसे वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।

क्या है APEC

APEC एक क्षेत्रीय आर्थिक मंच है, इसकी स्थापना 1989 में हुई थी। इस समूह का उद्देश्य एशिया-प्रशांत की बढ़ती निर्भरता का लाभ उठाना और क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण के माध्यम से क्षेत्र को समृद्ध बनाना है। इसके 21 सदस्य हैं, जिन्हें अर्थव्यवस्था कहा जाता है। इसमें ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, न्यूजीलैंड, पापुआ न्यू गिनी, फिलीपींस, इंडोनेशिया, मलेशिया, वियतनाम, सिंगापुर, थाईलैंड, जापान, दक्षिण कोरिया, रूस, कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, मैक्सिको, पेरू और चिली हैं. खास बात ये है कि इस समूह में ताइवान और हांगकांग भी शामिल हैं जो चीन से अलग आजाद तौर पर इसके शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते हैं. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत समूह का सदस्य नहीं है, लेकिन भारत के केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

शरद पवार की जाति पर बवाल, जानें फर्जी सर्टिफिकेट वायरल हुआ तो क्या बोले एनसीपी चीफ

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महाराष्ट्र में शरद पवार की जाति पर बवाल मचा हुआ है।एनसीपी प्रमुख शरद पवार का एक जाति प्रमाण पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।जिसमें शरद पवार को ओबीसी कुनबी बताया गया। अब इस मामले में बेटी सुप्रिया सुले के बाद खुद शरद पवार ने प्रतिक्रिया दी है।शरद पवार ने कहा कि मेरे जाति प्रमाण पत्र में मुझे ओबीसी दिखाने वाला सर्टिफिकेट फर्जी है। उन्‍होंने कहा कि वह जन्‍म से मिली जाति को छिपा नहीं सकते हैं और पूरी दुनिया जानती है कि मेरी जाति क्‍या है?

शरद पवार ने कहा कि एसएससी मार्कशीट के अलावा स्‍कूल छोड़ने वाला प्रमाण पत्र (टीसी) जैसे कई डॉक्‍यूमेंट्स सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें से मैंने स्‍कूल छोड़ने वाला प्रमाण पत्र देखा है और यह महाराष्‍ट्र एजुकेशन सोसाइटी के हाई स्‍कूल से संबंधित है। यह सर्टिफिकेट असली है। उस पर लिखी हुई बातें सही हैं। इसके अलावा एक अंग्रेजी में लिखा हुआ डॉक्‍यूमेंट जारी हुआ है जिसमें मेरी जाति को ओबीसी बताया गया है। शरद पवार ने कहा कि मैं ओबीसी का पूरा सम्‍मान करता हूं लेकिन मैं अपनी जाति छिपा नहीं सकता जो मुझे जन्‍म से मिली है।शरद पवार ने यह बात गोविंद बाग में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।

शरद पवार की जाति की बात ऐसे समय में उठी है, जब में मराठा आरक्षण विवाद गहराया हुआ है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शरद पवार ने मराठा आरक्षण पर भी टिप्पणी की। शरद पवार ने भी मराठा समुदाय को आश्वासन दिया है कि वह उनकी अनदेखी नहीं करेंगे, वह लोगों की भावनाओं को सरकार तक पहुंचाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मराठा और ओबीसी में कोई विवाद नहीं है, लेकिन कुछ लोग ऐसा माहौल बना रहे हैं। शरद पवार ने कहा कि लोगों के न्याय संबंधी मुद्दों का समाधान होना चाहिए।

दरअसल मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जरांगे पाटील के आंदोलन के बाद मराठा और ओबीसी समुदाय एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगाते हुए नजर आ रहे हैं।मराठा समुदाय के आरक्षण को लेकर जब मनोज जरांगे पाटिल अंतरवाली सरते में अनशन पर बैठे तो उस दौरान शरद पवार उनसे मिलने गए थे।बाद में शरद पवार इनका एक कास्ट सर्टिफिकेट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिस पर शरद पवार ओबीसी होने की बात कही गई थी।इस सर्टिफिकेट को फर्जी बताते हुए एनसीपी नेताओं ने दावा किया कि यह पवार को बदनाम करने की साजिश है।इसके बाद एनसीपी ने उनका स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट दिखाया जिस पर शरद पवार की जाति मराठा लिखी थी कुनबी नहीं।