दीपावली पर पटाखों के शोर में डूबा धनबाद,आतिशबाजी के कारण प्रदूषण का ग्राफ बढ़ा, बिगड़ी हवा की सेहत
धनबाद : डेस्क दिवाली की रात रविवार को धनबाद वासियों ने जमकर पटाखे फोड़े। आसमान आतिशबाजी से नहा उठा।
झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जेएसपीसीबी) के दो घंटे की समय-सीमा को नजरअंदाज करते हुए देर रात तक पटाखों का शोर सुनाई देता रहा।
लोगों ने दिन में जमकर पटाखों की खरीदारी की तो शाम पांच बजे से ही पटाखा फोड़ना शुरू कर दिया। बोर्ड ने मात्र दो घंटे रात आठ से 10 बजे तक ही पटाखे फोड़ने का निर्देश जारी किया था। इस निर्देश का पालन होता नहीं दिखा। दो की जगह सात घंटे तक जमकर पटाखे फूटे।
शाम में आतिशबाजी से नहा उठा आसमान
शाम चार बजे से ही छिटपुट पटाखों की आवाज सुनाई देने लगी थी, लेकिन असली धूम धड़ाका शाम सात बजे के बाद शुरू हुआ।
पूजा पाठ के बाद लोग पटाखे फोड़ने में व्यस्त हो गए। देर रात तक पटाखे फोड़ते रहे। अधिक साउंड वाले पटाखे जमकर चले। जेएसपीसीबी की प्रारंभिक रिपोर्ट सोमवार को आएगी, लेकिन जगह-जगह नगर निगम की ओर से लगे कंटीन्युअस एंबिएंट एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन के डिस्पले बोर्ड में वायु प्रदूषण का स्तर मानकों से दोगुना दर्ज हुआ।
AQI अन्य दिनों की तुलना में अधिक रहा
अन्य दिनों की तुलना में एयर क्वालिटी इंडेक्स दिवाली के दिन अधिक रहा। पीएम-10 का स्तर 211 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पीएम 2.5 का स्तर 176.6 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। यह राष्ट्रीय मानक 100 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से दोगुना रहा।
यह पूरे शहर की औसत रिपोर्ट है। जेएसपीसीबी ने जहां-जहां ध्वनि और वायु प्रदूषण मापक यंत्र लगाया हुआ है। वहां की रिपोर्ट अभी आना बाकी है। पटाखों के शोर के अनुसार, ध्वनि प्रदूषण 103 डेसिबल औसत दर्ज होने की संभावना है।
इस बार धनबाद के बाजार में पटाखों की बिक्री भी खूब हुई। बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने तीन जगह बैंक मोड़, बरटांड़ और हीरापुर में वायु एवं ध्वनि मापक यंत्र लगाया गया है। ध्वनि प्रदूषण की फाइनल रिपोर्ट आनी बाकी है।
छठ में भी दो घंटे पटाखे फोड़़ने की अनुमति
जेएसपीसीबी ने दिवाली की तरह छठ पर्व में भी पटाखे फोड़ने के लिए समय सीमा निर्धारित है। छठ पूजा में सुबह के अर्घ्य के समय छह से आठ बजे तक है। क्रिसमस और नववर्ष के अवसर पर भी 35 मिनट आतिशबाजी की समय-सीमा निर्धारित की गई है।
Nov 13 2023, 19:27