देश के प्रसिद्ध चार मां बगलामुखी मंदिर में एक है जहानाबाद का 100 साल पुराना मां बगलामुखी मंदिर,इस वर्ष दशहारा में साधकों की संख्या मेंहुईबढ़ोतरी
जहानाबाद ऐसे तो पूरे भारत में मां बगलामुखी के तीन मंदिरों की महिमा के बारे में ही जानकारी है ,जो हिमाचलप्रदेश के कांगड़ा और मध्यप्रदेश के दतिया और नलखेड़ा में स्थित है लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि बिहार के जहानाबाद में भी मां बगलामुखी का एक प्राचीन मंदिर स्थित है
जिसके बारे में शायद कम लोगों को ही जानकारी है। जहानाबाद के गौरक्षिणी में 100 साल से अधिक पुराना माता बगलमुखी का मंदिर स्थित है।गौरक्षणी मोड़ पर बाबा ईश्वर दास के कुटिया में स्थित इस मंदिर की स्थापना आजादी से पहले ही वर्ष 1917 में की गई थी।
अपने प्राचीन एवम पौराणिक इतिहास को समेटे इस मंदिर की महिमा अपरम्पार है। ऐसा माना जाता है कि मां बगलामुखी की पूजा करने से शत्रुओं पर विजय का वरदान प्राप्त होता है। कहा जाता है कि रावण की इष्ट देवी भी माता बगलामुखी ही थी। मां बगलामुखी दुर्गा का ही स्वरूप हैं जो दस महाविद्याओं में आठवां हैं और इनका रंग सोने के समान अर्थात पीला है इसलिए इन्हें पीतांबरा भी कहा जाता है। मां बगलामुखी अपने भक्तों को शत्रुओं तथा नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करती है। माता बगलामुखी को हल्दी का तिलक और खड़ी हल्दी अर्पित करनी चाहिए।
माता बगलामुखी अपने दाहिने हाथ में एक डंडा धारण करती है जिससे दुष्टों का संहार करती है और बाएं हाथ से उनकी जीभ बाहर निकालती है जो शत्रुओं को स्तब्ध और चुप कराने की शक्ति के रूप में मां की इस छवि का व्याख्यान किया जाता है। इस संबंध में मंदिर के पुजारी राधे दास का कहना है कि , कि जिन्हें जानकारी है वे माता के दरबार में नियमित रूप से आते हैं। वहीं माता की सेवा करने वाले साधक महेंद्र पंडित ने बताया कि सच्चे मन से आराधना करने पर मां अपने भक्तों पर अपनी कृपा जरूर बरसाती हैं।
तो अगली बार आप जब मां बगलामुखी के मंदिर का दर्शन करने के लिए हिमाचलप्रदेश या मध्यप्रदेश जाने की योजना बनाने से पहले अपने जिले में स्थित माता बगलामुखी के इस मंदिर का दर्शन करने अवश्य जाएं। जिला प्रशासन को भी इस मंदिर को पर्यटक स्थल के बारे में विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।इस बर्ष दशहरा में साधक कि संख्या में बढ़ोत्तरी हुआ है। आवश्यक है इसके व्यापक प्रचार-प्रसार का ।
जहानाबाद सेल बरुण कुमार
Oct 25 2023, 16:42