जिला स्तरीय कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति की घोषणा के बाद जहानाबाद जदयू में भूचाल, समिति ने जगह नहीं मिलने से राजपूत जाति नाराज
जहानाबाद - जिला स्तरीय कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति को लेकर नई टीम का ऐलान होते ही जहानाबाद में अपने ही पार्टी जदयू राजनीतिक भूचाल आ गया है। जिला 20 सूत्री कमिटी के गठन में जहानाबाद एवं अरवल जिला में एक भी राजपूत जाति के एक भी कार्यकर्ता को जगह नहीं मिलने पर राजपूत जाति में सरकार के प्रति जबरदस्त गुस्सा एवं नारजगी है।
इस बाबत प्रेस बयान जारी कर जिला महासचिव उपेन्द्र कुमार सिंह अपने ही सरकार पर जबरदस्त हमला बोला है।उन्होंने कहा कि समता पार्टी के कार्यकाल से पार्टी को पूरी निष्ठा एवं समर्पण भाव से पार्टी की सेवा कर रहे एवं पार्टी के कार्यकर्तायो की अनदेखी करना जदयू को भारी नुकसान कर सकता है। जदयू पार्टी का निर्माण ही समता मूलक समाज एवं समरस समाज के निर्माण के लिया हुआ है लेकिन पार्टी कही ना कही अपने मूल दिशा से भटकती नजर आ रही है।
उन्होंने कहा कि पार्टी सभी वर्गो एवं सभी जाति के लोगो को साथ लेकर चलने की बात करती है तो जिला 20 सूत्री कमिटी के गठन में भेदभाव करना कहा से उचित है। उपेन्द्र सिंह ने कहा कि 20 सूत्री कमिटी के गठन में सरकार द्वारा सदस्य को नामित करने का क्या मापदड अपनाया जाता है वह भी पार्टी फोरम पर सार्वजनिक करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नीतिश सरकार के द्वारा बिहार में पूर्व में भी 20 सूत्री कमिटी का गठन किया गया है लेकिन दुर्भाग्य है कि जहानाबाद एवं अरवल जिले से एक भी राजपूत जाति के कार्यकर्ता को पूर्व एवं वर्तमान समय में जहानाबाद एवम अरवल जिले में 20 सूत्री कमिटी में जगह नहीं मिला है जिससे यह प्रतीत होता है कि जहानाबाद लोकसभा सहित पुरे मगध में जदयू को राजपूत जाति के वोट की जरूरत नहीं है।
कहा कि प्रदेश कमिटी के मांग पर जिला कमिटी के द्वारा नाम भेजने के बाबजूद जदयू प्रदेश में बैठे चापलूस लोग जिला कमिटी के द्वारा अनुसंसित नाम को हटाकर अपने चहेते लोगो को नामो को जोड़कर कमिटी का गठन किया है तो फिर जिला कमिटी से प्रदेश कार्यालय क्यों नाम मांगता है। जब खुद ही प्रदेश में बैठे लोग अपने को सर्वे सर्वा मानते है तो खुद तय करें कि किसे क्या बनाना है। प्रदेश कार्यालय में बैठे लोग पार्टी के विजन एवं नीतिश सरकार के कार्यों को कही ना कही कमज़ोर करने में निश्चित तौर पर लगे है जिस पर अविलंब मुख्यमंत्री जी को संज्ञान लेना चाहिए कि किसकी गलती से 20 सूत्री कमिटी के गठन में क्षत्रिय समाज एवम अन्य प्रभुत्व समाज के लोगो का प्रतिनिधित्व नही मिला है।
उन्होंने कहा इसके अलावा जिस जाति से जदयू को जाना जाता है उसी कुर्मी जाति के एक भी कार्यकर्ता को जहानाबाद 20 सूत्री कमिटी में जगह नहीं मिलने से अपने ही लोग बेगाने नजर आ रहे है। पार्टी को इस भूल को जल्द से जल्द सुधार करने की जरूरत है ताकि लोगों के बीच गलत मैसेज ना जाए।
जहानाबाद से वरुण कुमार
Oct 21 2023, 16:19