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आज का पंचांग, 8 अक्टूबर 2023: पंचांग के अनुसार आज का तिघि,मुहूर्त और ग्रह-नक्षत्र

राष्ट्रीय मिति आश्विन 16, शक संवत 1945,

आश्विन, कृष्ण, नवमी, रविवार, विक्रम संवत 2080।

सौर आश्विन मास प्रविष्टे 22,

रबि-उल्लावल-22, हिजरी 1445 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 08 अक्टूबर सन् 2023 ई।

सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, शरद ऋतु।

राहुकाल सायं 04 बजकर 30 मिनट से 06 बजे तक।

नवमी तिथि पूर्वाह्न 10 बजकर 13 मिनट तक उपरांत दशमी तिथि का आरंभ।

पुष्य नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 02 बजकर 45 मिनट तक उपरांत आश्लेषा नक्षत्र का आरंभ।

सिद्ध योग सूर्योदय से लेकर अगले दिन प्रातः 06 बजकर 50 मिनट तक उपरांत साध्य योग का आरंभ। 

गर करण पूर्वाह्न 10 बजकर 13 मिनट तक उपरांत विष्टि करण का आरंभ।

चन्द्रमा दिन रात कर्क राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्योहार दशमी का श्राद्ध।

सूर्योदय का समय 8 अक्टूबर 2023 : सुबह 6 बजकर 17 मिनट पर।

सूर्यास्त का समय: 8 अक्टूबर 2023 : शाम में 5 बजकर 59 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त 8 अक्टूबर 2023 :

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 39 मिनट से 5 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 6 मिनट से 2 बजकर 52 मिनट तक। निशिथ काल मध्‍यरात्रि 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 33 मिनट तक। गोधूलि बेला सुबह 6 बजे से 6 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। अमृत काल सुबह 10 बजकर 40 मिनट से 2 बजकर 8 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 8 अक्टूबर 2023 :

राहुकाल शाम में 4 बजकर 30 मिनट से 6 बजे तक। दोपहर में 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। सुबह 10 बजकर 30 मिनट से दोपहर 12 बजे तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल शाम में 4 बजकर 26 मिनट से शाम में 5 बजकर 13 मिनट तक। भद्रा काल का समय रात में 11 बजकर 22 मिनट से अगले दिन 9 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 18 मिनट तक।

आज का उपाय : आज सूर्य को काले तिल डालकर जल अर्पित करें और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें।

आज का राशिफल 7 अक्टूबर 2023 : जानिए राशि के अनुसार आज कैसा रहेगा आप का दिन..?

आज 7 अक्टूबर शनिवार के दिन शनि महाराज अपनी मूलत्रिकोण राशि कुंभ में संचार कर रहे हैं जिससे आज शश योग का लाभ तुला और मकर राशि के जातकों को मिलेगा। इसके साथ ही आज चंद्रमा का गोचर भी मिथुन राशि से कर्क राशि में होगा जिससे शशि योग बनेगा। इन ग्रह नक्षत्रों की स्थिति आपके लिए आज का दिन कैसा रहेगा जानिए आज का राशिफल।

​मेष राशि वालों का पारिवारिक जीवन आज सुखद रहेगा।

आज व्यापार में लाभ से मेष राशि के जातकों का मन संतुष्ट रहेगा। सामाजिक क्षेत्र में भी आपको सम्मान मिल सकता है, जिसमें आप कुछ धन भी खर्च करेंगे। शाम को आप अपने दोस्तों के साथ किसी शुभ मांगलिक कार्यक्रम में आज शामिल हो सकते हैं। आज आपको जीवनसाथी से पूरा सहयोग और सानिध्य मिलेगा, जिससे आपका रिश्ता औऱ प्यार भी मजबूत होगा, लेकिन आज आप अपने पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो सकते हैं।

आज भाग्य 84% आपके पक्ष में रहेगा। भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करें।

​वृषभ राशि वालों को लापरवाही से नुकसान हो सकता है

वृषभ राशि के लिए आज सितारे कहते हैं कि, आपको अपनी व्यावसायिक योजनाओं पर ध्यान आज देना होगा। अगर आप लापरवाही बरतेंगे तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। आज आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ किसी मंदिर अथवा मनोरंजक स्थल पर कर सकते हैं। अगर आज आप किसी से लेन-देन करने की सोच रहे हैं तो इसे कुछ समय के लिए टाल दें, नहीं तो नुकसान सकता है। आज परिवार में किसी शुभ या मांगलिक कार्यक्रम पर चर्चा हो सकती है।

आज भाग्य 77% आपके पक्ष में रहेगा। पीपल को जल दें और शिव पार्वती की पूजा करें।

​मिथुन राशि वालों को प्रयास में सफलता मिलेगी

मिथुन राशि के लिए आज सितारे कहते हैं कि आज आप भाग्यशाली रहेंगे। आप जो भी काम करेंगे उसमें आपको सफलता जरूर मिलेगी। आपको आज अपने कार्य व्यापार में कुछ नया करने का मौका मिलेगा। विद्यार्थियों को आज अपने वरिष्ठों से पूरा सहयोग मिलेगा, लेकिन नौकरीपेशा जातकों को आज अपने वरिष्ठों से सतर्क रहना होगा, नहीं तो वे उनकी प्रगति और पदोन्नति की राह में रुकावट पैदा कर सकते हैं।

आज भाग्य 73% आपके पक्ष में रहेगा। गणेशजी को लड्डू का भोग लगाएं।

कर्क- विरोधियों से सतर्क रहें

आज कर्क राशि के सितारे बताते हैं कि आप आज आपके कार्यक्षेत्र में अनुकूल स्थिति बनी रहेगी। मीटिंग और कामकाज में आज लोग आपके विचारों और सुझावों का स्वागत करेंगे। आज आप रात को किसी पार्टी में जा सकते हैं। विरोधियों और शत्रुओं से सावधान रहें, किसी से भी उलझने से आपको बचना चाहिए। आज आप अपने लंबे समय से रुके हुए कार्यों को पूरा करने की योजना बनाएंगे, जिसके लिए आपको अपना आलस्य छोड़ना होगा, तभी आप उन्हें पूरा करने में सफल होंगे। संतान पक्ष से सुखद समाचार सुनने को मिल सकता है।

आज भाग्य 82% आपके पक्ष में रहेगा। शनि स्तोत्र का पाठ करें।

सिंह राशि वाले आज वरिष्ठजनों से सम्मान पाएंगे

सिंह राशि के लिए आज सितारे बातते हैं कि आपके लिए आज का दिन व्यस्तता भरा रहेगा, लेकिन आपका ध्यान आध्यात्मिकता की ओर भी जाएगा, जिससे आपके मन को शांति मिलेगी। आज आपको दूसरों की मदद करने का मौका मिलेगा, लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि लोग आपकी मदद को स्वार्थ न समझें, इसलिए सावधानी से काम करें। आज शाम के समय आपके घर किसी मेहमान का आगमन हो सकता है। कार्यस्थल पर वरिष्ठ अधिकारी आज आपकी प्रशंसा कर सकते हैं।

आज भाग्य 88% आपके पक्ष में रहेगा। सफ़ेद वस्तु का दान करें।

​कन्या राशि वालों को जल्दबाजी से नुकसान हो सकता है

आज कन्या राशि के लिए सितारे बताते हैं कि आपको आज किसी भी काम में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, क्योंकि जल्दबाजी के कारण आपका काम बिगड़ सकता है, इसलिए यदि आज आपके परिवार के किसी सदस्य के साथ आपकी कोई बहस होती है, तो उसमें आपको अपनी वाणी पर कंट्रोल बनाए रखें। आज शाम का समय आप अपने परिवार के बच्चों के साथ बातचीत और मनोरंजन में बिताएंगे, जिससे उन्हें खुशी होगी। विवाह योग्य लोगों के लिए विवाह प्रस्ताव आ सकते हैं।

आज भाग्य 81% आपके पक्ष में रहेगा। शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।

​तुला राशि वालों के काम में सफलता मिलेगी

तुला राशि के लिए सितारे बाते हैं कि आज आप कोई नया काम शुरू करेंगे तो उससे आपको लाभ मिलेगा। यदि आपका संपत्ति संबंधी कोई विवाद चल रहा है तो आज उसमें भी आपको सफलता मिल सकती है। परिवार के ओऱ से आपको आज पोत्साहन और सहयोग भी मिलेगा। लेकिन आज आपके परिवार के आसपास के लोग आपके लिए कुछ परेशानी खड़ी कर सकते हैं। ऐसे में आपके लिए सलाह है कि आज आप सतर्क और संयम से काम लें।

आज भाग्य 90% आपके पक्ष में रहेगा। गौ माता को हरा चारा खिलाएं।

​वृश्चिक राशि वालों को सफलता मिलेगी

वृश्चिक राशि के लिए आज सितारे बताते हैं कि आप आज अपने कामकाज में तेजी लाने प्रयास सकते हैं। बैंकिग संबंधी कार्यों में आपको सफलता मिलेगी। परिवार में अगर कोई विवाद या मनुमुटाव चल रहा है तो आज मामला सुलझ सकता है। आज आपको अपने बच्चे की शिक्षा को लेकर किसी छोटी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है। यदि ऐसा होता है, तो सावधानी से आगे बढ़ें क्योंकि वाहन की खराबी के कारण आपको अतिरिक्त धन खर्च करना होगा।

आज भाग्य 98% आपके पक्ष में रहेगा। पीपल पर दूध मिश्रित पानी चढ़ाएं।

​ धनु राशि वालों को नया अवसर मिलेगा

धनु राशि के लिए आज सितारे बताते हैं कि आपको अपने व्यवसाय में किसी पर भी आंख मूंदकर भरोसा करने से पहले सोचना होगा क्योंकि मित्र के रूप में कोई शत्रु हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो सावधान हो जाएं। उनकी मेहनत के अनुकूल परिणाम मिलेंगे, जिससे वह प्रसन्न होंगे। आज आपको अपने प्रियजन के लिए कुछ पैसों का इंतजाम भी करना पड़ सकता है। आज आपको कारोबार में कोई नया अवसर मिलेगा, लेकिन आपको उसे पहचानने की जरूरत होगी।

आज भाग्य 66% आपके पक्ष में रहेगा। गायत्री चालीसा का पाठ करे।

आज सफलता से मकर राशि वालों का मन आनंदित होगा

मकर राशि के लिए आज सितारे बताते हैं कि, आपने साझेदारी में कोई व्यवसाय किया है तो इसमें आपको आज अच्छा मुनाफा मिल सकता है। नौकरीपेशा जातकों के हाथ में एक से अधिक काम होने से उनकी चिंता बढ़ सकती है, लेकिन सफलता मिलने से मन आनंदित होगा। पारिवारिक जीवन आज आपका अनुकूल रहेगा लेकिन दिन आपके लिए खर्चीला रह सकता है। परिवार मे आज किसी की शादी की बात चल रही है तो आज बात आगे बढ़ सकती है।

आज भाग्य 75% आपके पक्ष में रहेगा। भगवान विष्णुजी की आराधना करें।

​कुंभ राशि वाले आज सेहत की अनदेखी न करें

आज का दिन आपके लिए हर मामले में सावधानी के साथ चलने वाला है। आज आपको अपनी सेहत से लेकर कारोबार तक सभी काम सावधानी से करने होंगे, क्योंकि आज आपकी सेहत भी बिगड़ सकती है। आज आप कोई भी नया काम शुरू करें तो पहले अपने भाई से इस बारे में सलाह अवश्य कर लें। व्यापार में आज मुनाफा आपके मन के अनुकूल रहेगा, जिसे देखकर आप मन से आनंदित होगा।

आज भाग्य 75% आपके पक्ष में रहेगा। पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं ।

​मीन राशि के लिए आज का दिन सामान्य रहेगा

आज यदि आप अपने व्यवसाय में या कहीं निवेश कर रहे हैं और कोई बड़ा जोखिम उठाते हैं, तो वह आपके लिए लाभकारी परिणाम लेकर आएगा। आज आपको सभी काम अपनी बुद्धि से ही करने होंगे और दूसरों की सलाह नहीं लेनी होगी, अन्यथा वह सलाह आपके बनते काम को बिगाड़ सकती है। आज आप किसी मित्र की मदद के लिए आगे आएंगे। सायंकाल का समय: आज आप अपने माता-पिता के साथ भविष्य के निवेश की योजना बनाएंगे।

आज भाग्य 89% आपके पक्ष में रहेगा। माता सरस्वती की पूजा करें।

आज का पंचांग, 7 अक्टूबर 2023,शनिवार:आज पंचांग जे अनुसार जानिए आज का मुहूर्त और ग्रह योग

राष्ट्रीय मिति आश्विन 15, शक संवत 1945, आश्विन, कृष्ण, अष्टमी, शनिवार, विक्रम संवत 2080। सौर आश्विन मास प्रविष्टे 21, रबि-उल्लावल-21, हिजरी 1445 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 07 अक्टूबर सन् 2023 ई। सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, शरद ऋतु। राहुकाल प्रातः 09 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक।

अष्टमी तिथि प्रातः 08 बजकर 09 मिनट तक उपरांत नवमी तिथि का आरंभ। पुनर्वसु नक्षत्र रात्रि 11 बजकर 57 मिनट तक उपरांत पुष्य नक्षत्र का आरंभ। शिव योग अगले दिन सुबह 06 बजकर 02 मिनट तक उपरांत सिद्धि योग का आरंभ। कौलव करण प्रातः 08 बजकर 09 मिनट तक उपरांत गर करण का आरंभ। चन्द्रमा सायं 05 बजकर 18 मिनट तक मिथुन उपरांत कर्क राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्योहार नवमी का श्राद्ध, सौभाग्यवतीनां श्राद्ध, मातृ-नवमी।

सूर्योदय का समय 7 अक्टूबर 2023 : सुबह 6 बजकर 17 मिनट पर।

सूर्यास्त का समय 7 अक्टूबर 2023 : शाम में 6 बजकर 1 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त 7 अक्टूबर 2023 :

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 39 मिनट से 5 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 6 मिनट से 2 बजकर 53 मिनट तक। निशिथ काल मध्‍यरात्रि 11 बजकर 45 मिनट से 12 बजकर 34 मिनट तक। गोधूलि बेला सुबह 6 बजकर 1 मिनट से 6 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। अमृत काल सुबह 7 बजकर 45 मिनट से 9 बजकर 13 मिनट तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 7 अक्टूबर 2023 :

राहुकाल सुबह 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक। गुलिक काल सुबह 6 बजे से 7 बजकर 30 मिनट तक। दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 6 बजकर 17 मिनट से 7 बजकर 4 मिनट तक। इसके बाद सुबह 7 बजकर 4 मिनट से 7 बजकर 51 मिनट तक।

आज का उपाय : आज पीपल के पेड़ की पूजा करें और तिल डालकर जल अर्पित करें।

गया में पितरों को पिंडदान करने से होती है पितरों का उद्धार, किया है पौराणिक मान्यता जानने के लिए पढिये पुरे आलेख


गया : पितृपक्ष में पूर्वजों (पितरों) के आत्मा को शांति प्रदान के लिए पिंडदान सहित श्राद्ध किया जाता है। गया- तीर्थ में "प्रेतश‍िला वेदी" पर भगवान व‍िष्‍णुजी के चरण च‍िह्न बने हुए हैं। ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान प्रेत श‍िला की छिद्रों और दरारों से प्रेतात्‍माएं बाहर निकलती हैं और अपने पर‍िजनों द्वारा क‍िए गए प‍िंडदान को स्‍वीकार कर स्वर्ग प्राप्त होते हैं।।

    सनातन धर्म में पितरों को "पिंडदान" उनके मोक्ष प्राप्ति का एक सहज और सरल मार्ग माना जाता है। इसलिए परम्परा क्रमिक रीति- रिवाज के साथ पितृपक्ष में पूर्वजों की आत्मा को मोक्ष प्रदान के लिए पिंडदान और श्राद्ध व्यवस्था प्रचलित। पितृपक्ष में पिंडदान के लिए कई जगहें प्रसिद्ध हैं; लेकिन लोगों ने "बोधगया" में पिंडदान को खास महत्व देते है।।

   त्रेता और द्वापर में पिंडदान दृष्टांत

  

 ऐसे तो महाभारत कालीन निमि महर्षि से पितरों को (श्राद्ध) पिंडदान प्रक्रिया शुरु होने की विश्वास किया जाता है किंतु इसीसे पहले सीता माता भी दशरथ जी को पिंडदान करने की दृष्टांत रामायण में है। ऐसे विरोधभाष को लेकर समाधान किया जा सकता है कि, त्रेता में सीतामाता के द्वारा किये गए पिंडदान क्रिया किसी भी इंसान के सामने नहीं हुआ और इसलिए सायद लोकाचार में शामिल नहीं हो पाया था। 

किंतु द्वापर कालीन निमि- कृत पिंडदान क्रिया महर्षियों के सामने होने की कारण, उनके माध्यम लोकाचार में शामिल होना स्वाभाविक था।।

   सीतामाता के द्वारा पिंडदान

   

   रामायण के अनुसार वनवास काल में पिता दशरथ जी को श्राद्ध पिंड अर्पण करने के लिए दोनों भाई राम- लक्षण फल्गुनदी में स्नान कर रहे थे और स्नान के बाद उन्हें पिंड प्रस्तुति के लिए आवश्यक वस्तु संग्रह करना था। नदी किनारे बैठे माता सीता ने सोच में पड़ गए कि इसी से तो निर्धारित समय के अंदर पिंडदान सम्भव होना कठिन है! ऐसा भी होते जा रहा था। इस अनहोनी को टालने के लिए माता सीता ने श्वसुर दशरथ जी के लिए खुद रेत की पिंड प्रस्तुत कर सश्रद्ध अर्पण की तो दशरथ जी ने हाथ बढ़ाकर खुसी से स्वीकार किया किंतु स्नानरत राम- लक्षण यह दृश्य को देख नहीं पाए। सीता जी के लिए फल्गु नदी के यह स्थान को भी "गया तीर्थ" कहा जाता है।।

     बोध गया

     

   बिहार राज्य में स्थित गयासुर के वध- स्थान "बोधगया" और यंहा के "विष्णुपद मंदिर" पितरों के लिये श्राद्ध- तर्पण हेतु बहुत प्रसिद्ध है। मान्यता है कि-- इस गया तीर्थ में कोई भी व्यक्ति अपने पितरो के निमित्त पिंड दान करेगा तो, उसके पितृ उससे तृप्त रहेंगे और वह व्यक्ति अपने पितृऋण से उरिण हो जायेगा।।

     गयासुर कथा

      

    पुराणों के अनुसार, गयाराजा थे भगवान विष्णु के एक परम् भक्त। एक बार वे श‍िकार पर ह‍िरण को मारने के ल‍िए एक तीर चलाई; लेक‍िन वो तीर ह‍िरण की बजाए एक ब्राह्मण को जा लगी, जो घायल होकर राजा को श्राप द‍िया क‍ि-- वो असुर योन‍ि में जन्‍म लेगा। श्राप म‍िलते ही गया का शरीर पांच कोस तक फैल गया और वो राजा से गयासुर बन गया। भगवान व‍िष्‍णु के भक्‍त होने की वजह से गयासुर में आसुरी प्रवृत्ति नहीं आ पाई और वो अपना राजपाट छोड़कर जंगलवास के लिए चला गया। जंगल वासी होकर गयासुर ने कड़ी तपस्‍या की और ब्रह्माजी को प्रसन्‍न कर वरदान प्राप्‍त कर लिया कि-- उसके दर्शन मात्र से पापी लोगों का भी उद्धार हो जाएगा।। 

   गयासुर तपस्वी होने के बाद भी वंहा के असुरों ने अधिक से अधिक अत्याचारी बन कर पाप करने लगे और इसके बावजूद अंत समय में गयासुर के दर्शन कर पुण्‍य लोक को पधारे। ऐसा होने से स्‍वर्ग और नरक का संतुलन ब‍िगड़ने लगा। स्‍वर्ग में पापियों की संख्या बढ़ने लगी। ईस अनहोनी स्थिति में सारे देवताओं भगवान व‍िष्‍णु से गयासुर का अंत करने की प्रार्थना की। देवताओं की समस्या को समझ कर भगवान व‍िष्‍णु ने ब्रह्मावर से सिद्ध उस गयासुर के पास गए और बोले-- "एक यज्ञ करना है और उसके ल‍िए एक पव‍ित्र स्‍थान चाहिए।" गयासुर ने कहा-- "हे प्रभु, मेरे दर्शन मात्र से ही सभी पापी लोग मु‍क्‍त हो जाते हैं, तो आप मेरे ऊपर ही हवन कर ले। क्योंकि इससे पवित्र जगह कुछ और नहीं हो सकता।"

 

भगवान विष्णु जी ने गयासुर पर यज्ञ कुंड स्थापन कर हवन किया; लेकिन कई प्रयास क‍िए जाने के बाद भी गयासुर की मौत नहीं हुई। भगवान व‍िष्‍णु ने कहा-- "गयासुर, तुमने कोई पाप नहीं क‍िया; लेक‍िन तुम्‍हारे कारण सभी असुर स्‍वर्ग जा रहे, जिससे स्‍वर्ग- नरक का संतुलन ब‍िगड़ रहा है। ना चाहते हुए भी अब मुझे तुम्‍हें मारना पड़ेगा।।" 

गयासुर ने कहा-- "हे प्रभु, आप मेरी केवल दो इच्‍छाएं पूरी कर दीज‍िए, मैं खुद ही अपना शरीर त्याग दूंगा।" भगवान व‍िष्‍णु ने गयासुर की इच्‍छाओं के बारे में पूछा तो गयासुर ने कहा-- "मेरी पहली इच्‍छा है क‍ि सभी देवी- देवता हमेशा के लिए अप्रत्‍यक्ष रूप से मुझ में वास करें और मेरी दूसरी इच्छा है कि अगर कोई मेरे धाम को आकर सच्‍चे मन से उनके पितरों का मुक्ति के लिए भगवान को प्रार्थना करें तो, आप उनके पितरों को मुक्ति देंगे।" भगवान व‍िष्‍णु के "तथास्‍तु" कहते ही गयासुर ने अपना शरीर त्‍याग द‍िया। तभी से यह मान्‍यता चली आ रही है कि गया में क‍िया गया श्राद्ध या प्रार्थना से पितरों को मुक्ति म‍िल जाती है।

गया में स्थित प्रेतश‍िला 876 फीट ऊंचा एक पर्वत है और पितरों से इस चट्टान का खास संबंध है। प्रेतश‍िला वेदी पर भगवान व‍िष्‍णुजी के चरण च‍िह्न बने हुए हैं। ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान प्रेतश‍िला की छिद्रों और दरारों से प्रेतात्‍माएं बाहर निकलती हैं और अपने पर‍िजनों द्वारा क‍िए गए प‍िंडदान को स्‍वीकार कर स्वर्ग- प्राप्त होते हैं। विष्णु पुराण के मुताबिक, गया में पिंडदान करने से पूर्वजों को मोक्ष मिल जाता है और वे स्वर्ग चले जाते हैं।

कुछ श्रद्धालुओं के मन में प्रश्न उभरती हैं कि-- पूर्वजों को गया- तीर्थ में पिंड- श्राद्ध देने से, उनको तो मोक्ष प्राप्ति होती है, फिर घर में पूर्ववत् हर साल उनके मृत्यु तिथि में श्राद्ध करने की आवश्यकता है की नहीं ? उत्तर में सिर्फ इतना कहा जा सकता है कि-- "श्रद्धा से श्राद्ध" अर्थ में "गया- श्राद्ध" के बाद भी हमारे लिए हमारे पूर्वजों सदा श्रद्धायोग्य रहेंगे और हम श्रद्धा के साथ आगे भी श्राद्ध देंगे। क्योंकि हमारे परवर्त्ति पीढ़ी को दिखाना है कि काल नियम से पूर्वजों अब हमारे घर में नहीं रहे तो भी क्या हुआ, हम सब उत्तर पीढ़ी के लोग उनके अपना है और हम उनको स्मरण कर श्राद्ध प्रदान करने की सनातन परंपरा को सुरक्षित रखना है।

आज का पंचांग- 6 अक्टूबर 2023: जानिए पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त, और ग्रहयोग


विक्रम संवत - 2080, अनला

शक सम्वत - 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत - आश्विन

अमांत - भाद्रपद

तिथि

कृष्ण पक्ष सप्तमी [ वृद्धि तिथि ]- अक्टूबर 05 05:41 AM- अक्टूबर 06 06:35 AM

नक्षत्र

आद्रा - अक्टूबर 05 07:40 PM- अक्टूबर 06 09:31 PM

योग

परिघ - अक्टूबर 06 05:22 AM- अक्टूबर 07 05:30 AM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:16 AM

सूर्यास्त - 6:02 PM

चन्द्रोदय - 11:22 PM

चन्द्रास्त - 01:15 PM

अशुभ काल

राहू - 10:41 ए एम से 12:09 पी एम

यम गण्ड - 03:05 पी एम से 04:34 पी एम

कुलिक - 07:45 ए एम से 09:13 ए एम

दुर्मुहूर्त - 08:37 ए एम से 09:24 ए एम, 12:33 पी एम से 01:20 पी एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 11:46 AM- 12:32 PM

अमृत काल - 10:26 AM- 12:06 PM

ब्रह्म मुहूर्त - 04:43 AM- 05:32 AM

शुभ योग

सर्वार्थसिद्धि योग- 09:32 पी एम से 06:17 ए एम

आज का राशिफल, 6 अक्टूबर 23: जानिए राशियों का कैसा रहेगा आज का दिन, पढ़ें मेष से लेकर मीन राशि तक का हाल

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। हर राशि का स्वामी ग्रह होता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आकंलन किया जाता है।

 वैदिक ज्योतिष शास्त्र में कुल 12 राशियों का वर्णन किया गया है। हर राशि का स्वामी ग्रह होता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल से राशिफल का आकंलन किया जाता है। 6 अक्टूबर 2023 को शुक्रवार है। शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन विधि- विधान से माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना की जाती है। माता लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति का भाग्योदय हो जाता है। जानिए 6 अक्टूबर 2023 को किन राशि वालों को होगा लाभ और किन राशि वालों को रहना होगा सावधान। पढ़ें मेष से लेकर मीन राशि तक का हाल...

मेष राशि- अपने व्यवसाय की मांगों और अपने निजी जीवन की खुशियों के बीच संतुलन बनाए रखें। यह आपको एक अच्छी तरह से ट्यून और संतुलित कार्यक्रम तैयार करने के लिए मदद करती है।

वृष राशि- आज ऊर्जा की कमी महसूस करना सामान्य हो सकता है। इसलिए जरूरत पड़ने पर ब्रेक लेना ठीक है। अपने दिन की योजना बनाना आपको ट्रैक पर रहने और प्रेरित रहने में मदद कर सकता है।

मिथुन राशि- लंबित कार्यों में आज संतुलन और आशावाद की भावना बनाए रखें। अपनी पिछली सफलताओं और एक दृढ़ भावना के साथ आप बचे हुए कामों को उत्साह के साथ पूरा करने में सक्षम होंगे।

कर्क राशि- स्पष्ट उद्देश्यों की योजना बनाकर और उन्हें प्राप्त करने के लिए आवश्यक कदमों की रूपरेखा बनाकर आप आज अधिक आसानी से चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।

सिंह राशि- आपकी क्षमताओं और ट्रैक रिकॉर्ड के कारण आज आपको नई जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। इन अवसरों को आत्मविश्वास के साथ अपनाएं और अपने करियर में आगे बढ़ने के अवसर का लाभ उठाएं।

कन्या राशि- आज वैकल्पिक करियर विकल्पों की खोज करें जो आपकी पसंद से मेल खाती हों। संभावित चुनौतियों और अवसरों का आकलन करें। जोखिमों से मत घबराएं।

तुला राशि- आज का दिन किसी बैठक या किसी आधिकारिक सभा की व्यवस्था करने के लिए एक उपयुक्त समय हो सकता है। आपके नेतृत्व में बैठक का सफल होना निश्चित है। इसलिए आज ही अवसर का लाभ उठाएं।

वृश्चिक राशि- काम में आलस और उत्साहहीन महसूस कर सकते हैं। यह कार्यस्थल पर आपके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है। आज किसी सहकर्मी की मदद लें ताकि किसी भी समस्या को हल किया जा सके।

धनु राशि- आज के दिन आपका पेशेवर प्रयास सफल होगा। आपके असाधारण प्रदर्शन के लिए आपको प्रशंसा और मान्यता प्राप्त होगी।

मकर राशि- आत्मविश्वास से भरे रहेंगे। आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा काम करेगा। काम पर आपका असाधारण प्रदर्शन आपके सहकर्मियों के बीच ईर्ष्या का कारण बन सकता है।

कुंभ राशि- आज आप समय पर निर्णय लेने में सक्षम होंगे। आने वाली किसी भी चुनौती का तेजी से समाधान करने में सक्षम होंगे और अपने कार्यों को सक्रिय रूप से करेंगे।

मीन राशि- कार्यक्षेत्र में लोगों के साथ संबंध स्थापित करने के लिए अपने आकर्षक व्यक्तित्व का उपयोग करें। सार्थक बातचीत में शामिल हों। एक्टिव होकर दूसरों की बात सुनें और उनके दृष्टिकोण को समझने की कोशिश करें। ये कनेक्शन भविष्य के विकास में सहायक होंगे।

आज का राशिफल 5 अक्टूबर 23: सिंह समेत इन राशि वालों को आज मिल सकती है खुशखबरी, जानने के लिए पढिये आज का राशिफल...?

ग्रहों की स्थिति: गुरु और राहु मेष राशि में, चंद्रमा का प्रवेश मिथुन राशि में हो जाएगा, शुक्र सिंह राशि में, सूर्य और बुध कन्या राशि में, केतु और मंगल तुला राशि में, शनि कुंभ राशि में, शनि और गुरु दोनों ही वक्री गति से चल रहे हैं। राशिफल देखते हैं-

मेष: पराक्रमी बने रहेंगे। व्यावसायिक सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान की स्थिति थोड़ा मध्यम और व्यापार अच्छा चल रहा है। हरी वस्तु का दान करें।

वृषभ: धन का आवक बढ़ेगा। कुटुंबों में वृद्धि होगी। निवेश मत करिएगा धन हानि के योग हैं। स्वास्थ्य, प्रेम व व्यापार अच्छा चल रहा है। गणेश जी को प्रणाम करते रहें।

मिथुन: सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा। प्रेम-संतान की स्थिति अच्छी रहेगी और व्यापार भी अच्छा रहेगा। काली जी को प्रणाम करते रहें।

कर्क: कमजोरी सा अनुभव करेंगे। मन चिंताकारी बना रहेगा। मन चिड़चिड़ा बना रहेगा। प्रेम-संतान की स्थिति ठीक ठाक है और व्यापार भी अच्छा चलता रहेगा। स्वास्थ्य पर ध्यान दें। लाल वस्तु पास रखें।

सिंह: आय में आशातीत बढ़ोतरी होगी। शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। यात्रा का योग बनेगा। प्रेम-संतान मध्यम रहेगा और व्यापार अच्छा रहेगा। पीली वस्तु पास रखें।

कन्या: व्यापारिक स्थिति अच्छी होगी। उच्चाधिकारियों का आशीर्वाद मिलेगा। स्वास्थ्य ठीक है। प्रेम-संतान अच्छा और व्यापार भी अच्छा है। लाल वस्तु का दान करें।

तुला: परिस्थितियां अनुकूल हो चुकी हैं। धीरे-धीरे कार्य बनने लगेंगे। स्वास्थ्य अच्छा, प्रेम-संतान अच्छा और व्यापार भी अच्छा। पीली वस्तु का दान करें।

वृश्चिक: चोट-चपेट लग सकती है। किसी परेशानी में पड़ सकते हैं। बचकर पार करें। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान मध्यम। व्यापार अच्छा चल रहा है। हरी वस्तु का दान करें।

धनु: नौकरी चाकरी की स्थिति अच्छी होगी। प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात संभव है। आनंददायक जीवन गुजरेगा। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान अच्छा और व्यापार भी अच्छा है। जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलेगा। गणेश जी को प्राणाम करते रहें।

मकर: विरोधियों पर भारी पड़ेंगे। रुका हुआ कार्य चल पड़ेगा। बुद्धि चतुराई काम करती रहेगी। स्वास्थ्य, प्रेम व व्यापार अच्छा है। शत्रु से थोड़ा सावधान रहें। हरी वस्तु पास रखें।

कुंभ: भावुक होकर कोई निर्णय न लें। प्रेम में तूतू-मैंमैं से बचें। बच्चों की सेहत पर ध्यान दें। स्वास्थ्य अच्छा है। लिखने पढ़ने में समय व्यतीत करें। व्यापार भी अच्छा है। हरी वस्तु पास रखें।

मीन: भूमि, भवन व वाहन की खरीदारी संभव है। भौतिक सुख-संपदा में वृद्धि संभव है। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान अच्छा और व्यापार अच्छा है। कलह से बचें। गणेश जी को प्राणाम करते रहें।

आज का पंचांग,5 अक्टूबर, 2023:जानिए पंचांग के अनुसार आज का तिथि और मुहूर्त

विक्रम संवत - 2079, राक्षस

शक सम्वत - 1944, शुभकृत्

पूर्णिमांत - आश्विन

अमांत - आश्विन

तिथि

शुक्ल पक्ष दशमी  - अक्टूबर 04 02:21 PM – अक्टूबर 05 12:00 PM

शुक्ल पक्ष एकादशी  - अक्टूबर 05 12:00 PM – अक्टूबर 06 09:40 AM

नक्षत्र

श्रवण - अक्टूबर 04 10:51 PM – अक्टूबर 05 09:15 PM

धनिष्ठा - अक्टूबर 05 09:15 PM – अक्टूबर 06 07:42 PM

योग

सुकर्मा - अक्टूबर 04 11:23 AM – अक्टूबर 05 08:21 AM

धृति - अक्टूबर 05 08:21 AM – अक्टूबर 06 05:18 AM

शूल - अक्टूबर 06 05:18 AM – अक्टूबर 07 02:20 AM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:23 AM

सूर्यास्त - 6:07 PM

चन्द्रोदय - अक्टूबर 05 3:22 PM

चन्द्रास्त - अक्टूबर 06 2:32 AM

अशुभ काल

राहू - 12:15 PM – 1:43 PM

यम गण्ड - 7:51 AM – 9:19 AM

कुलिक - 10:47 AM – 12:15 PM

दुर्मुहूर्त - 11:51 AM – 12:38 PM

वर्ज्यम् - 12:59 AM – 02:29 AM

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - Nil

अमृत काल - 11:33 AM – 01:02 PM

ब्रह्म मुहूर्त - 04:47 AM – 05:35 AM

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आज का राशिफल,3 अक्टूबर 2023: जानिए आज के राशि के अनुसार कैसा रहेगा आप का दिन..?

ग्रहों की स्थिति: गुरु और राहु मेष राशि में, उच्च का चंद्रमा वृषभ राशि में, शुक्र सिंह राशि में, सूर्य, बुध और मंगल कन्या राशि में केतु तुला राशि में और शनि कुंभ राशि में, वृहस्पति और शनि दोनों ही वक्री गति से चल रहे हैं। राशिफल देखते हैं-

मेष: धन का आवक बढ़ेगा। कुटुम्बों में वृद्धि होगी। अच्छे भोजन की स्थिति बनेगी। प्रेम-संतान थोड़ा मध्यम चलता रहेगा। व्यापार सही चलता रहेगा। कालीजी को प्राणाम करें।

वृषभ: ऊर्जा से ओत-प्रोत रहेंगे। जरूरत के हिसाब से वस्तुएं जीवन में उपलब्ध रहेंगी। स्वास्थ्य पहले से बेहतर, प्रेम-संतान अच्छा और व्यापार भी अच्छा है। पीली वस्तु का दान करें।

मिथुन: मन चिंतित रहेगा। खर्च की अधिकता मन को परेशान करेगी। स्वास्थ्य थोड़ा नरम-गरम, प्रेम-संतान अच्छा है और व्यापार भी अच्छा है। काली जी को प्राणाम करते रहें।

कर्क: धन का आगमन बढ़ेगा। कुटुम्बों में वृद्धि होगी। यात्रा में लाभ होगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। प्रेम-संतान की स्थिति भी अच्छी है और व्यापार भी अच्छा है। लाल वस्तु पास रखें।

सिंह: व्यावसायिक स्थिति सुदृढ़ होगी। अपनों का साथ होगा। कानूनी रूप से आप मजबूत होंगे। पिता का साथ होगा। स्वास्थ्य थोड़ा नरम-गरम, प्रेम-संतान मध्यम और व्यापार बहुत अच्छा रहेगा। पीली वस्तु पास रखें।

कन्या: भाग्य साथ देगा। यात्रा में लाभ होगा। धार्मिक बने रहेंगे। स्वास्थ्य अच्छा, प्रेम-संतान अच्छा और व्यापार भी अच्छा है। शनिदेव को प्राणाम करते रहें।

तुला: परिस्थितियां प्रतिकूल रहेंगी। चोट-चपेट लग सकता है। किसी परेशानी में पड़ सकते हैं। बचकर पार करें। स्वास्थ्य अच्छा, , प्रेम-संतान अच्छा और व्यापार भी अच्छा है। काली जी को प्राणाम करते रहें।

वृश्चिक: जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलेगा। उच्चाधिकारियों का आशीर्वाद मिलेगा। नौकरी-चाकरी की स्थिति अच्छी रहेगी। स्वास्थ्य, प्रेम और व्यापार बहुत अच्छा रहेगा। सफेद वस्तु पास रखें।

धनु: विरोधी नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेंगे, लेकिन स्वंय नतमस्तक होंगे। उनकी हार होगी। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान मध्यम और व्यापार सही चलता रहेगा। लाल वस्तु पास रखें।

मकर: भावुक होकर कोई निर्णय मत लीजिएगा। स्वास्थ्य थोड़ा नरम-गरम, प्रेम-संतान मध्यम और व्यापार अच्छा रहेगा। काली जी को प्राणाम करते रहें।

कुंभ: भूमि और वाहन की खरीदारी संभव है। घर में सुख-संपदा में वृद्धि होगी। थोड़ा गृह-कला के संकेत हैं। स्वास्थ्य मध्यम, प्रेम-संतान अच्छा और व्यापार भी अच्छा है। गणेश जी को प्राणाम करते रहें।

मीन: पराक्रम रंग लाएगा। रोजी-रोजगार में तरक्की करेंगे। व्यावसायिक लाभ होगा। स्वास्थ्य प्रेम और व्यापार बहुत अच्छा दिख रहा है। पीली वस्तु पास रखें।

आज का पंचांग,3 अक्टूबर 2023, मंगलवार:जानिए आज का तिथि, मुहूर्त और ग्रहयोग

राष्ट्रीय मिति आश्विन 11, शक संवत 1945, आश्विन, कृष्ण पंचमी, मंगलवार, विक्रम संवत 2080। सौर आश्विन मास प्रविष्टे 17, रबि-उल्लावल-17, हिजरी 1445 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 03 अक्टूबर सन् 2023 ई। सूर्य दक्षिणायन, दक्षिण गोल, शरद ऋतु।

राहुकाल अपराह्न 03 बजे से 04 बजकर 30 मिनट तक। पंचमी तिथि अगले दिन तड़के 05 बजकर 33 मिनट तक उपरांत षष्ठी तिथि का आरंभ। कृतिका नक्षत्र सायं 06 बजकर 04 मिनट तक उपरांत रोहिणी नक्षत्र का आरंभ। वज्र योग प्रातः 08 बजकर 17 मिनट तक उपरांत सिद्धि योग का आरंभ। कौलव करण सायं 05 बजकर 53 मिनट तक उपरांत गर करण का आरंभ। चंद्रमा दिन रात वृष राशि पर संचार करेगा।

आज के व्रत त्योहार पंचमी का श्राद्ध।

सूर्योदय का समय 3 अक्टूबर 2023 : सुबह 6 बजकर 14 मिनट पर।

सूर्यास्त का समय 3 अक्टूबर 2023 : शाम में 6 बजकर 6 मिनट पर।

आज का शुभ मुहूर्त 3 अक्टूबर 2023 :

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 37 मिनट से 5 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 9 मिनट से 2 बजकर 56 मिनट तक। निशिथ काल मध्‍यरात्रि 11 बजकर 46 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक। गोधूलि बेला सुबह 6 बजकर 6 मिनट से 6 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। अमृत काल सुबह 6 बजकर 14 मिनट से 7 बजकर 43 तक।

आज का अशुभ मुहूर्त 3 अक्टूबर 2023 :

राहुकाल सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक। गुलिक काल दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक। सुबह 10 बजकर 30 से 12 बजे। दुर्मुहूर्त काल शाम में 12 बजकर 34 मिनट से 1 बजकर 22 मिनट तक। 2 बजकर 56 मिनट से 3 बजकर 44 मिनट तक। भद्रा रात में 6 बजकर 14 मिनट से 7 बजकर 36 मिनट तक।

आज का उपाय : आज शिवजी को खीर का भोग लगाएं और माता पार्वती को लाल रंग का फूल चढ़ाएं।