सरकार द्वारा लागू शिक्षा और नौजवान विरोधी नीतियों को खारिज करने के लिए छात्र नौजवानों को संघर्ष करना होगा – शत्रुघ्न प्रसाद सिंह
एआईएसएफ के 30वें राष्ट्रीय सम्मेलन के अंतिम सत्र को संबोधित करते हुए माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि एआईएसएफ के सदस्य भगत सिंह के बताए रास्ते पर चलने वाले हैं।
जब भगत सिंह को फांसी की सजा हुई और जेलर उन्हें अपने सेल से लाने गया तो वे एक किताब पढ़ रहे थे जिस किताब का एक पन्ना वह मोड़कर जेलर के साथ फांसी के फंदे को चूमने के लिए निकल पड़े। यह देखकर जेलर ने हंसते हुए कहा कि तुम्हें आज फांसी होगी तुम सदा के लिए अलविदा हो जाओगे।
इसके बाद भी तुम इस पुस्तक के पेज को मोड़कर ऐसे जा रहे हो कि इसे पुनः पढ़ने आओगे। भगत सिंह ने पलट कर जवाब दिया कि हम नहीं हमारे विचारों को मानने वाले भारत के नौजवान इस किताब को कभी ना कभी खोलेंगे और पढ़ेंगे
उपर्युक्त बातें ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के राष्ट्रीय सम्मेलन के तीसरे दिन शिक्षा पर आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा।
उन्होंने कहा कि आज हम सभी छात्र-नौजवानों को उस पुस्तक को पलट कर खोलने की जरूरत है भगत सिंह ने जिस पुस्तक को अधूरा छोड़ा उसे पढ़ने की जरूरत है और एआईएसएफ के साथी उस पुस्तक को खोलेंगे और पढ़ेंगे,हमें यह पूरी उम्मीद है। भगत सिंह के बताए रास्ते पर चलकर ही क्रांति आएगी। भगत सिंह ने सपना देखा था कि देश आजादी के बाद सभी को मुफ्त शिक्षा व योग्यता के अनुसार रोजगार मिलेगी, इस देश में कोई भी भूखे लंगे नहीं रहेंगे, सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य, कपड़ा- मकान का प्रबंध होगा। हमारा भारत खुशहाल होगा। खुशहाल भारत के लिए एआईएसएफ के लोगों को संघर्ष करना होगा।
भगत सिंह ने कहा था कि विचार कभी मरती नहीं है और क्रांति विचारों की शान पर तेज होती है। इसके लिए सबसे पहले हमें शिक्षा नीति 2020 को वापस करवाना होगा। यह नीति देश के अंदर छात्रों को शिक्षा से दूर करने और छात्रों को अशिक्षित बनाने का है। भगत सिंह का मानना था कि शिक्षित नौजवान ही बेहतर राष्ट्र का निर्माण कर सकता है। हमें आशा उम्मीद है कि यह राष्ट्रीय सम्मेलन बेहतर भारत बनाने में एक मील का पत्थर साबित होगा। हम यहां से नए नेतृत्व का गठन कर व संगठन को सशक्त बनाकर केंद्र सरकार के तमाम छात्र नौजवान विरोधी एजेंडा हेतु को खारिज करने हेतू संघर्ष को तेज करेगें।
शिक्षा शास्त्री प्रिंस गजेंद्र बाबू ने कहा कि सरकार लगातार शिक्षा के मौलिक अधिकार को छीन रही है,
सिलेबस में बदलाव करके शिक्षा को अज्ञानता की और भेजने की साजिश की जा रही है इसके खिलाफ राष्ट्रीय सम्मेलन को विचार करने की जरूरत है।
ज्ञात हो कि ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के तीसरे दिन 4:00 बजे से दूसरा सत्र शिक्षा पर सेमिनार से शुरू हुआ।
सेमिनार की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष शुभम बेनर्जी, एआईएसएफ के बिहार राज्य सचिव अमीन हमजा, राष्ट्रीय छात्रा संयोजिका संघमित्रा जेना की संयुक्त अध्यक्षमंडली ने किया।
इस दौरान राष्ट्रीय सचिवमंडल सहित राज्य संयुक्त सचिव शरद कुमार सिंह,सुधीर कुमार,उपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र शुक्ला,अमरेश कुमार,सत्यम भारद्वाज,सुशील उमाराज,मोहित पासवान,बब्लू कुमार,मुकेश कुमार,अप्सरा कुमारी इत्यादि थे।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Oct 02 2023, 19:30