विश्व आदिवासी दिवस पर झारखंड में आयोजित आदिवासी महोत्सव आदिवासियों की संस्कृति और उनके परम्परा का होगा अनूठा संगम
सीएम सोरेन का आदिवासियत की पहचान के लिए एक बड़ा पहल,इस कर्यक्रम से राष्ट्रीय स्तर पर झारखंड की समृद्ध परंपरा से लोग होंगे रूबरू
(झारखंड डेस्क)
विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर 9 व 10 अगस्त को झारखंड आदिवासी महोत्सव 2023 का भव्य आयोजन किया जा रहा है।झारखंड में इस आयोजन के साथ हीं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड की संस्कृति,आदिवासियों की परंपरा, लोकजीवन और उनके संस्कार को दुनिया के सामने लाने के लिये पूरी योजनाबद्ध तरीके से इसकी तैयारी की है।
आज झारखंड को अलग राज्य बने 23 साल हो गये इन 23 सालों में इस राज्य के अगर रघुबर दास को छोड़ दिया जाए तो सभी मुख्य मंत्री आदिवासी रहे लेकिन दिसोम गुरु शिबू सोरेन ने यहां जिस जंगल जमीन और आदिवासियत की रक्षा करने और उनके हक , उनकी पहचान और अस्मिता की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी थी वह हेमंत सोरेन वर्तमान में पूरा कर रहे हैं। चाहे सरकार आप के द्वार,कार्यक्रम हो या आदिवासी समाज के लिए शहीद हुए और संघर्ष करने वाले लोगों के नाम पर योजना हो उसे लागू कर हेमंत सोरेन ने आदिवासियों की पहचान और उनकी अस्मिता को जिंदा रखा।
आज हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्रित्व काल में ही धरती आवा बिरसा मुंडा को राष्ट्रीय फलक पर प्रधानमंत्री को भी महापुरुष के रूप में स्वीकार करना पड़ा।
आज बिरसा मुंडा हो या सिधु कानु हो या अन्य झारखंड के महापुरुष उनकी स्मृति और आदिवासियत की पहचान के साथ उनके लिए कल्याणकारी कार्यों के लिए भी मौजूदा सरकार देश भर के एक बड़ा चेहरा और राष्ट्रीय राजनीति के सफल व्यक्तित्व के रूप में जाने जाते हैं।
इस बार विश्व आदिवासी दिवस पर हेमंत सरकार ने आदिवासी महोत्सव का आयोजन करने जा रही है।यह आयोजन
झारखंड की राजधानी रांची के भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय के एक ऐतिहासिक स्थल पर होगा।
इस अवसर पर कला, संस्कृति के अनुपम संगम, आदिवासी के आन, बान और शान व गौरवशाली इतिहास का झलक इस आयोजन में देखने को मिलेगा।
आइये इस महोत्सव में क्या- क्या कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे और क्यों यह आयोजन कुछ खास है जानते हैं इसे...
विश्व आदिवासी दिवस पर झारखंड में 9 व 10 अगस्त को आयोजित यह महोत्सव राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम होगा। हेमंत सोरेन की सरकार द्वारा इसके भव्य आयोजन की तैयारी की जा रही है। इस अवसर पर झारखंड की जनजातीय कला-संस्कृति का अद्भुत, अनूठा समागम देखने को मिलेगा। रांची के जेल चौक स्थित भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह संग्रहालय में आयोजित किये जा रहे दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम में लगभग 72 स्टॉल की प्रदर्शनी लगाये जायेगें। इनमें जनजातीय समूहों का भी स्टॉल होंगा
अलग अलग जन जातीय समूह के लिए होंगे अलग स्टॉल
इस महोत्सव-2023 में राज्य के 32 जनजातीय समूहों के 32 स्टॉलों की प्रदर्शनी लगायी जायेगी। झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) की ओर से ये स्टॉल लगाये जायेंगे।इसमें राज्य की सभी 32 जनजातियों की कला-संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। इसके साथ ही राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत जनजातीय स्वयं सहायता समूह के 05 स्टॉल भी लगाये जायेंगे। 06 स्टॉल कल्याण विभाग एवं 1-1 स्टॉल खादी और झारक्राफ्ट के भी होंगे।
राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की भी मिलेगी जानकारी
झारखंड आदिवासी महोत्सव-2023 में लोगों को राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारी मिलेगी. इसमें कृषि, कल्याण, ग्रामीण विकास, श्रम, शिक्षा, समाज कल्याण आदि से संबंधित योजनाओं के स्टॉल होंगे. प्रदर्शनी में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना, फूलो-झानो आशीर्वाद अभियान एवं बिरसा हरित ग्राम अभियान, सारथी योजना, गुरुजी क्रेडिट कार्ड, सर्वंजन पेंशन योजना, सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, मरांग गोमके जयपाल सिंह मुण्डा ओवरसीज स्कॉलरशिप स्कीम (एमजीओएस) आदि से संबंधित स्टॉल लगाये जायेंगे ताकि लोग योजना की जानकारी के साथ-साथ लाभान्वित होने की प्रक्रिया भी जान पायें.
झारखंड आदिवासी महोत्सव में होंगे ये भी स्टॉल
इसके अलावा जोहारग्राम, जोबरा, ट्राइबल इंडियन चेंबर एंड इंडस्ट्री, चाला अखड़ा खोरहा, लाइव आर्टिसन और डॉक्टर मनीषा उरांव ओपन फील्ड के भी स्टॉल लगाये जायेंगे.
अलग अलग प्रदेश के होंगे मेहमान
महोत्सव में अरुणाचल प्रदेश, असम, आंध्रप्रदेश, ओडिसा, राजस्थान के जनजातीय समुदाय के मेहमान अपनी परम्परा और संस्कृति से राज्यवासियों को रूबरू कराएंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत नागपुरी, सराइकेला छऊ, डोमकच, पायका समेत अन्य नृत्य की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा की जाएग।
विमर्श और सेमिनार का भी होगा आयोजन
एक ओर जहां लोग सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे, वहीं दूसरी ओर आदिवासी भाषा के समक्ष चुनौती और अवसर, आदिवासी युवाओं के लिए उद्यमिता, जनजातीय व्यंजनों का विपणन, कृषि पारिस्थितिकी की प्रासंगिकता और महत्व समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा और परिचर्चा का आयोजना होगा।सेमिनार के जरिए आदिवासी इतिहास, मानवशास्त्र, आदिवासी अर्थव्यवस्था- एक वैकल्पिक अर्थव्यवस्था की परिकल्पना, जनजातीय साहित्य-काल्पनिक और गैर-काल्पनिक जैसे विषयों पर लोग अपनी बातों को रखेंगे।
फिल्मों का प्रदर्शन और रैली
महोत्सव में 32 ट्राइब्स की रीझ रंग रसिका रैली निकाली जाएगी। ट्राइबल फिल्म फेस्टिवल का भी आयोजन होगा। इसमें पहाड़ा, एड्पा काना, डीबी दुर्गा, बरदु, रवाह, सोंधैयानी, अबुआ पायका, द वॉटरफॉल, बैकस्टेज, सम स्टोरीज अराउंड विचेज, लाको बोदरा, छैला, द अगली साइड ऑफ ऑफ ब्यूटी, बंधा खेत, बठुन्दी, अजतान्त्रिक जैसी फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। इसके अतिरिक्त ड्रोन शो, लेज़र शो, आतिशबाजी और ट्राइबल फैशन शो का भी आयोजन होगा। दो दिनों तक आयोजित इस महोत्सव में 32 स्टॉल जनजातियों के होंगे, जो अलग-अलग आदिवासी समुदाय को रिप्रेजेंट करेंगे। इसके साथ ही विभिन्न विभागों और सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के भी स्टॉल लगाए जायेंगे।
कल्याण विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने लिया कार्यक्रम स्थल का जायज़ा
कल्याण विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने झारखंड आदिवासी महोत्सव की तैयारी को लेकर पूरे कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। मुख्य कार्यक्रम स्थल, प्रदर्शनी, फूड कोर्ट, सेमिनार, पार्किंग, वीआईपी लाउंज, लाइट एंड साउंड शो तथा फिल्म फेस्टिवल के लिए चयनित स्थल, प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था आदि के लिए की जारी रही तैयारियों का जायजा लेते हुए उन्होंने संबंधित अधिकारी एवं इवेंट मैनेजमेंट टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस कार्यक्रम के प्रचार के लिए निकाला गया रथ यात्रा
आदिवासी महोत्सव और भी भव्य तरीके से मनाने की तैयारी है। कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए बिरसा मुण्डा स्मृति उद्यान से प्रचार रथ भी रवाना किया गया। इसके माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कार्यक्रम की जानकारी देने के साथ-साथ महोत्सव में उपस्थित होने का आग्रह किया जा रहा है। मौके पर रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, अपर सचिव (आदिवासी कल्याण) अजय नाथ झा, टीआरआई निदेशक रणेन्द्र कुमार, निदेशक आईटीडीए सुधीर बाड़ा, जिला कल्याण पदाधिकारी संगीता शरण, खूंटी डीपीआरओ सैयद राशिद अख्तर, डीपीआरओ रांची डॉक्टर प्रभात शंकर, इवेंट मैनेजमेंट टीम के सदस्य एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
Sep 28 2023, 15:38