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जयंती:भारत के मशहूर अंतरिक्ष वैज्ञानिक सतीश धवन की आज 103 वीं जयंती आज

दिल्ली:- भारत के मशहूर अंतरिक्ष वैज्ञानिक सतीश धवन का जन्म, आज ही के दिन 25 सितंबर 1920 को श्रीनगर में हुआ था। उनके पिता ब्रिटिश भारत में एक उच्च स्तर के IAS ऑफिस है।

यह बात 100% सत्य है कि ,भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ विक्रम साराभाई थे। जिन्होंने भारत में अंतरिक्ष कार्यक्रम की नींव रखी, भारत को अंतरिक्ष की ऊंचाइयों पर ले जाने का सपना देखा। परंतु उस सपने को सींचने का असली काम वैज्ञानिक सतीश धवन ने किया।

1972 में उन्हें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो का अध्यक्ष बनाया गया। भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु के वे लोकप्रिय प्रोफेसर रहे।

उनके योगदान से ही आर्यभट्ट से शुरू हुआ सफर आज मंगलयान और चंद्रयान-2 तक जा पहुंचा है। उनके योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने 1971 में पद्म भूषण 1981 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया।

साथ ही आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र का नाम बदलकर "सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र" रखा गया है।

3 जनवरी 2002 को वे इस दुनिया से सदा के लिए चले गए। परंतु उनकी प्रेरणा से हमारे वैज्ञानिक आज नित-नये मुकाम हासिल कर रहे हैं।

दिल्ली:राजधानी दिल्ली में DTC बसों में सफर करने वालों के लिए जरूरी अपडेट,होने जा रहे है ये बदलाव

दिल्ली:- राजधानी में बसों से सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। दिल्ली मेट्रो की तर्ज पर दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों में भी जल्द नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) की सुविधा लागू होगी। ऐसे में बसों से यात्रा करने वाले लोगों को टिकट लेने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

यात्री एनसीएमसी कार्ड के जरिये टिकट का आसानी से भुगतान कर सकेंगे। अलग से स्मार्ट कार्ड रखने और पेपर टिकट लेने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। अभी तक यह सुविधा केवल मेट्रो में ही उपलब्ध है।

दिल्ली सरकार इस सेवा को मौजूदा वर्ष के अंत में लागू कर सकती है। इसे लेकर परिवहन विभाग भी तेजी से कार्य कर रहा है। परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस पर लंबी योजना बनाई गई है, जिसके तहत इसे लागू किया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि फिलहाल सरकार इस योजना को बसों में लागू करेगी। इसके बाद ऑटो व टैक्सी में लागू किया जाएगा। इससे यात्रियों को अलग-अलग सार्वजनिक वाहन से यात्रा करने में आसानी होगी।

टिकट के लिए बार-बार नकद भुगतान नहीं करना होगा एनसीएमसी के लागू होने से यात्रियों को टिकट के लिए खुले पैसे रखने की जरूरत नहीं होगी। टिकट के लिए बार-बार नकद भुगतान भी नहीं करना होगा। 

नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड के जरिये ऑनलाइन भुगतान कर बसों में सफर की सुविधा मिलने से यात्रियों की परेशानी कम हो जाएगी। इसको बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग पर कुछ छूट भी मिलेगी। एनसीएमसी लागू होने से यात्रियों को डिजिटल टिकटिंग के लिए कई तरह के टिकट और दैनिक पास खरीदने की भी सुविधा होगी।

यह है एनसीएमसी सुविधा

एनसीएमसी से यात्री मेट्रो सहित एयरपोर्ट या बसों के किराये का भुगतान कर सकते हैं। यह कार्ड पूरे देश में मान्य है। इस कार्ड से टोल पार्किंग का शुल्क भी जमा किया जा सकता है। इस कार्ड से शॉपिंग के अलावा एटीएम से नकदी भी निकाल सकेंगे। इस कार्ड की मदद से कार्ड होल्डर को देश के किसी भी स्थान से शॉपिंग, बैंकिंग की सुविधाएं मिलती हैं।

बसों में 40 लाख से अधिक यात्री करते हैं रोज सफर

डीटीसी और क्लस्टर बसों की संख्या करीब 8 हजार है। इसमें 800 इलेक्ट्रिक बसें भी शामिल हैं। बसों में प्रतिदिन 40 लाख से अधिक लोग सफर करते हैं। कुल में करीब 35 प्रतिशत महिलाएं यात्रा करती हैं। बता दें महिलाओं के लिए बस सेवा निशुल्क है। ऐसे में रोज 25 लाख से अधिक लोग रुपये देकर टिकट खरीदते हैं।

दिल्लीवासियों को अगले महीने 200 ई-बसों की मिलेगी सौगात

दिल्लीवासियों को अगले माह 200 ई-बसों की सौगात मिलेगी। ऐसे में बसों की कमी से जूझ रहे दिल्ली के लोगों को अगले महीने से थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। परिवहन विभाग की 200 नई इलेक्ट्रिक बसों को सड़कों पर उतारने की तैयारी है। कुछ बसें महीने भर पहले ही दिल्ली पहुंच चुकी हैं। इनके पंजीकरण की प्रक्रिया चल रही है। यह बसें सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन व जीपीएस समेत कई सुरक्षा सुविधाओं से लैस होंगी। डीटीसी के सूत्रों ने उम्मीद जताई है कि अक्तूबर के पहले या दूसरे हफ्ते तक ये बसें सड़कों पर चलनी शुरू हो जाएंगी।

इनमें से 150 बसें मायापुरी डिपो से चलेंगी, जबकि 50 बसों को नेहरू प्लेस में बनाए गए नए इलेक्ट्रिक डिपो से संचालित करने की तैयारी है। यहां से चलने वाली जिन बसों की मियाद पूरी हो चुकी है, उन्हें बेड़े से बाहर किया जाएगा। जो बसें चलने लायक हैं, उन्हें दूसरे डिपो में शिफ्ट किया गया है। डीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बसों के लाने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। 

अभी चल रहीं 800 इलेक्ट्रिक बसें : 

मौजूदा समय में 800 ई-बसें चल रही हैं। इनमें 400 बसें जी-20 से पहले ही सड़कों पर उतरी हैं। सड़कों पर आठ हजार के लगभग बसें चल रही हैं, जिसमें डीटीसी की 4060 बसें और क्लस्टर की 3319 बसें चलती हैं। बाकि 800 ई-बसें हैं। डीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नई बसों के लिए डिपो का काम भी लगभग पूरा हो गया है।

अत्याधुनिक डिपो में चार्ज भी हो सकेंगी

अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक डिपो में बसें चार्ज भी हो सकेंगी। ऐसे सात डिपाे तैयार हो गए हैं, जहां 745 बसें खड़ी हो सकती हैं, वहीं 755 बसें खड़ी करने के लिए छह डिपो बनाने का काम अंतिम चरण में है, जिसमें हसनपुर डिपो, सुखदेव विहार, कालकाजी, नारायणा व सावदा घेवरा डिपो शामिल हैं। 

दिल्ली सरकार का लक्ष्य 2025 के आखिर तक सड़कों पर कुल 8 हजार इलेक्ट्रिक बसें उतारने का है। इस योजना पर काम होने के बाद दिल्ली में 10 हजार से ज्यादा बसें होंगी। इनमें 80 प्रतिशत बसें इलेक्ट्रिक होंगी।

दमोह में बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र जागेश्वरनाथ धाम मंदिर में एक अद्भुत गणेश प्रतिमा विराजमान है जिसे दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं लोग

दिल्ली : प्रथम पूज्य भगवान गणेश के देश भर में कई मंदिर और अद्भुत प्रतिमाएं हैं जिनके दर्शन करने दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं। 

दमोह में बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र जागेश्वरनाथ धाम मंदिर में एक अद्भुत गणेश प्रतिमा विराजमान है, जिसे महाभारत काल का बताया जाता है।

अगर आप खाने के है शौकीन तो दिल्ली के इन जगहों पे जाइए जहां मिलेगा आपको सबसे सस्ता और चटपटा जायका, बड़े-बड़े सेलिब्रिटी भी हैं इनके खाने के मुरीद


दिल्ली:दिल्ली घूमने फिरने और खाने पीने के शौकीन लोगो के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। यहां स्ट्रीट फूड का स्वाद चखने लोग दूर - दूर से आते है, यहां के स्ट्रीट फूड अपने जायके के लिए काफी फेमस है।ये स्ट्रीट फूड इतने फेमस हैं कि इन जगहों से बड़े बड़े सेलिब्रीटिज भी खुद को दूर नहीं रख पाए और इनका लुत्फ उठाने पहुंचे। अगर आप अभी तक इन जगहों पर नहीं गये हैं तो पक्का इस हफ्ते आप इन जगहों के खाने के मुरीद हो जाएंगे। आइए जानते हैं दिल्ली के कुछ स्ट्रीट फूड के बारे में...

लाल बाबू चाट भंडार

ज्यादातर लोगों को चाट खाना पसंद होता है। अगर लाजवाब चाट के चटकारे लेने हैं तो चांदनी चौक के लाल बाबू चाट भंडार एक बार जरूर जाएं। यहां आप बहुत तरह की चाट के मजे ले सकते हैं। चाट के अलावा यहां का गोभी मटर समोसा के भी बहुत चर्चे हैं। दूर दूर से लोग इस चाट को खाने आते है। अगर आप एक बार यहां चाट खाने जाते हैं तो आपका वहां पक्का दोबारा जाने का मन करेगा।

कुमार समोसे वाला

समोसा हर भारतीय के फेवरेट व्यंजन में एक हैं, लेकिन आज जिस समोसे की हम बात कर रहे हैं वो शायद ही आपने खाया होगा और अगर कभी खाया भी होगा तो ये स्वाद तो नहीं मिला होगा। दिल्ली के करमपुरा में मिलन सिनेमा के पास कुमार समोसे वाला काफी फेमस शॉप है, जहां आप तमाम तरह के समोसे का लुत्फ उठा सकते हैं जैसे पास्ता समोसा, पिज्जा समोसा, तंदूर पनीर समोसा, चाप समोसा, पनीर कीमा समोसा आदि। एक बार आप यहां के समोसे को टेस्ट कर लेंगे तो पक्का आलू के समोसे खाना भूल जाएंगे।

खान चाचा

अगर आप नॉनवेज खाने के शौकीन हैं तो एक बार खान मार्केट में खान चाचा के यहां जरूर होकर आएं। यहां नॉनवेज खाने के बाद आप सब जगह का नॉनवेज खाना भूल जाएंगे। यहां के रोल्स, कबाब और रोटी बहुत फेमस हैं। ऐसा नहीं कि यहां आपको सिर्फ नॉनवेज खाना ही मिलेगा, वेज लोगों के लिए भी यहां बहुत टेस्टी ऑप्शन हैं। पर आपको एक बात बता दें, यहां के दाम और जगह के मुकाबले थोड़ा ज्यादा हैं, लेकिन स्वाद के साथ आपको किसी तरह का कोई कॉम्प्रोमाइज नहीं करना पड़ेगा।

सीताराम दीवान चंद

समोसे के बाद लोगों को नाश्ते में दूसरी सबसे ज्यादा अगर कोई चीज पसंद है तो वह है छोले-भटूरे। अगर आपको यम्मी छोले-भटूरे खाने हैं तो इसके लिए बेस्ट है सीताराम दीवान चंद, जो कि दिल्ली के पहाड़गंज में स्थित है। यहां के छोले-भटूरे का स्वाद चखने के बाद आप सब कुछ भूल जाएंगा।

चाचे दी हट्टी

दिल्ली के नॉर्थ कैंपस के पास स्थित कमला नगर में चाचे दी हट्टी अगर नहीं गये तो कुछ नहीं किया आपने। एक बार आप यहां का खाना चख लेंगे तो आप फाइव स्टार को भूल जाएंगे। वैसे तो यह जगह छोले भठूरे के लिए मशहूर है। यहां के भठूरे इतने सॉफ्ट होते हैं कि ये आपके मुंह में जाते ही घुल जाएंगे और बात करें अगर यहां के छोले की तो वो तो आप उंगलिया चाटने पर मजबूर हो जाएंगे।

दिल्ली:फोन न देने पर युवक के सिर काटने वाले को कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा


दिल्ली:- घटनाएं दिल्ली में आय दिन होते रहते हैं छोटी - छोटी बातो पर जान लेने ले उतारू हो जाते है।ऐसे ही एक घटना 2020 में हुई थी फोन नहीं देने पर युवक की गर्दन काट कर उसी की कमीज में लपेटकर झाड़ी में फेका गया था हत्या करने वाले मोहम्मद राजी अहमद को जिला अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही अदालत ने दोषी पर 70 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। यह आदेश अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश मोना सिंह की अदालत ने दिया है।

दोषी ने चाकू से युवक की गर्दन काटकर सिर उसी की कमीज में लपेटकर झाड़ियों में फेंक दिया था। मृतक राकेश के भाई की शिकायत पर सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर मोहम्मद राजी को गिरफ्तार किया था।

26 नवंबर 2020 को सदर थाना पुलिस को सेक्टर-47 में विजिलेंस के कार्यालय के पास सीवर के पाइप में एक शव मिला था। शव का सिर कटा हुआ था। पुलिस की शिनाख्त उसकी पेंट की जेब में रखे आधार कार्ड से की।

मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी राकेश कुमार के रूप में हुई थी। पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद मृतक के छोटे भाई ने आकर शव की पहचान की। पुलिस ने मृतक के फोन की लोकेशन की मदद से तीन दिसंबर 2020 को इफ्को चौक के पास से बिहार के अररिया निवासी मोहम्मद राजी अहमद को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि घटना वाले दिन उसने सेक्टर-47 से शराब खरीदी थी। उसे वहीं पर राकेश शराब के नशे में मिला था। बातचीत के दौरान उसको राकेश का फोन पसंद आ गया। उसने फोन मांगा तो राकेश ने मना कर दिया। इसी से खफा होकर उसने उसकी गर्दन पर चाकू से हमला कर दिया। जब उसकी मौत हो गई तो उसने उसके सिर को काट कर एक पॉलिथीन में रख लिया और उसके शव को सीवर के पाइप में डाल दिया। 

पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल किए गए चाकू और मृतक के सिर को बरामद किया। इसके साथ राकेश के फोन में जो सिम वह चला रहा था वह सिम भी चोरी की थी।

खाली पेट दवा खाने से हो सकती हैं कई तरह की परेशानी, आईए जानते है खाली पेट दवा खाने से होने वाले नुकसान के बारे में

दिल्ली:- आज के भागदौड़ वाले टाइम में कोई भी अपने स्वास्थ का ठीक से ध्यान नहीं रख पाता है हर कोई किसी ना किसी बीमारी से जूझ रहा है अधिकतर लोग दवा तो लेते ही हैं।

दवाई को खाने के साथ लें, या खाली पेट लें और या खाने के बाद लें। हम सभी ने कभी ना कभी अपनी लाइफ में सुना ही होगा? जबकि एक्सपर्ट किन्हीं कारणों से ऐसी सलाह देते हैं। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो खाली पेट दवाई लेते हैं जिससे शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं आइए जानते हैं कैसे

पाचन समस्याएं

खाली पेट दवाई लेने से डाइजेस्टिव सिस्टम पर बुरा असर पड़ सकता है, जिससे आपको गैस, पेट दर्द, या अन्य पाचन संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.

दवाई के असर में कमी

कुछ दवाओं का Effectiveness बढ़ सकता है जब वो खाने के साथ लिए जाते हैं, जिसका मतलब है कि खाली पेट में दवाई खाने से उनका असर कम हो सकता है.

पेट में Irritation

कुछ दवाओं का अधिक मात्रा में खाने से पेट में Irritation हो सकता है, जिससे आपको पेट दर्द या बदहजमी की समस्या हो सकती है.

किडनी और लिवर समस्याएँ

कुछ दवाओं के खाली पेट में लेने से किडनी और लिवर को अधिक बोझ पड़ सकता है, जिससे ये आपके विशेष रूप से नुकसान पहुंचा सकता है.

एसिडिटी

खाली पेट में दवाओं के सेवन से एसिडिटी बढ़ सकती है, इसलिए खाली पेट दवाईयों का सेवन ना, खासकर जबतक एक्सपर्ट से आप सलाह ना लें।

लोनी में गिरा दो मंजिला मकान,कई लोगो की दबे होने की आंशका,पांच को किया गया रेस्क्यू

गाजियाबाद :- गाजियाबाद के लोनी इलाके में शनिवार को एक दो मंजिला मकान अचानक भरभरा कर गिर गया। उसके नीचे कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। अब तक पांच लोगों को जीवित निकाला जा चुका है। इनमें एक की स्थिति नाजुक बताई जा रही है।

जानकारी के अनुसार, विस्फोट के बाद मकान गिरा है। सिलेंडर और पटाखे से घर के अंदर धमाके की आशंका लगाई जा रही हैं। मलबे में से सात लोग निकाले गए हैं, जिसमें से एक लड़की की मौत हो गई है, जबकि एक अन्य युवक की स्थिति गंभीर बनी हुई है। सभी का दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में उपचार चल रहा है।

वहीं, कुछ दिन पहले भी एक निर्माणाधीन मकान गिर गया था। यहां पर कई अन्य मकान भी जर्जर हालत में हैं। ऐसे में उन मकानों में रह रहे लोगों काे भी नोटिस जारी किया जा सकता है। उस दौरान भी कई लोगों घायल हाे गए थे।

पुलिस का कहना है कि मलबे में फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। मकान का मलबा हटाने का काम अभी चल रहा है। मकान बिना पिलर के बना था। यह मकान मिट्टी से बना हुआ था।

दिल्ली:दिल्ली एनसीआर में बदला मौसम,तेज हवा के साथ हुई बारिश

दिल्ली:- दिल्ली-एनसीआर में शनिवार को तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई है। दिन में काले बादल छाने के चलते अंधेरा छा गया है। वाहन चालकों को लाइट जलाकर सड़कों से गुजरना पड़ रहा है। बारिश के चलते दिल्ली-एनसीआर में मौसम सुहावना हो गया है, इससे लोगों को उमस से राहत मिली है।

इसके साथ ही नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद में भी बादल छाए हुए हैं और बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, ऐसा मौसम दिनभर बने रहने की संभावना है।

तीन डिग्री ज्यादा रहा न्यूनतम तापमान

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में शनिवार को न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री अधिक था। अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।मौसम विभाग ने दोपहर को ही बादल छाए रहने और फिर हल्की बारिश या बूंदाबांदी का पूर्वानुमान लगाया था।

संतोषजनक रही दिल्ली की हवा

दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सुबह 9 बजे के आसपास 84 पर था। शून्य और 50 के बीच एक AQI को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।

दिल्ली के बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में लाइटर फैक्ट्री में ब्लास्ट, 2 की मौत, 6 घायल

नयी दिल्ली :- दिल्ली के बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में लाइटर बनाने की फैक्ट्री में अचानक ब्लास्ट हो गया. विस्फोट के बाद दो लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच से छह गंभीर घायल हैं. घायलों को अस्पताल ले जाया गया है।

अग्निशमन अधिकारियों ने कहा कि उन्हें शाम 4.44 बजे बवाना औद्योगिक क्षेत्र के सेक्टर-3 में एक फैक्ट्री में आग लगने की सूचना मिली और छह दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।

उन्होंने बताया कि आग लगने के कारण शाम 5.10 बजे विस्फोट हो गया, जिसमें पांच से छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि उनमें से दो की मौके पर ही मौत हो गई और सभी को अस्पताल ले जाया गया।

सुप्रीम कोर्ट में मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि शाही ईदगाह मस्जिद विवाद वाले मामले सुनवाई आज

मथुराः- मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि के साइंटिफिक सर्वे की मांग को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. सुप्रीम कोर्ट कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट की इस याचिका पर सुनवाई करेगा।

दरअसल, कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट ने बीती जुलाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी. इसमें मांग की गई थी कि मथुरा की शाही ईदगाह का साइंटिफिक सर्वे कराया जाए।

इस याचिका पर सुनवाई करने के बाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था. इसके बाद ट्रस्ट ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी. इसी मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।

बता दें कि 13.37 एकड़ जमीन पर मालिकाना हक को लेकर यह विवाद चल रहा है. श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर के पास 10.9 एकड़ जमीन है. बाकी जमीन शाही ईदगार के पास है।

कई संगठनों की ओर से आरोप लगाया गया है कि शाही ईदगाह को अवैध तरीक से कब्जा कर बनाया गया है. साथ ही उस जमीन पर दावा भी किया जा रहा है।

इस मामले को लेकर कई याचिकाएं दाखिल हुईं हैं. इनमें से कई याचिकाओं की मथुरा कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इन्हीं में एक याचिका शाही ईदगाह परिसर के साइंटिफिक सर्वे की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल की गई थी. याचिका खारिज होने के बाद इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है।