*भगवान की कथा कराती है भवसागर से पार : तुषार कृष्ण*
विवेक कुमार दीक्षित
नैमिषारण्य(सीतापुर)। कलियुग में मानव सांसारिक बंधनों में फंसा है, इससे छूटने का एकमात्र उपाय भगवान श्रीकृष्ण की कथा है, इसलिए प्रत्येक क्षण भगवान के गुणों और चरित्रों का गान करना चाहिए, यह बातें नैमिष के कथाव्यास तुषार कृष्ण शास्त्री ने कही ।
नैमिष तीर्थ स्थित श्री ललिता भवन में मुख्य संकल्पी रोहित शास्त्री द्वारा आयोजित कथा के चतुर्थ दिवस भगवान के जन्म की कथा कही गई । श्रद्धालुओं ने बड़े उत्साह से कृष्ण जन्म मनाया । श्रीकृष्ण पृथ्वी का भार हरण करने के लिए देवताओं और पृथ्वी की प्रार्थना पर जन्म लेते हैं । भगवान के जन्म पर प्रकृति ने उनका स्वागत किया ।
कंस के भय से कृष्ण के पिता वासुदेव उन्हें गोकुल ले गए जहां नंद जी के घर में उन्हें छोड़ आए । इससे पूर्व कथा व्यास ने भगवान नृसिंह अवतार, समुद्र मंथन, वामन अवतार, रामावतार आदि चरित्रों की कथा कही । रामावतार की महिमा कहते हुए उन्होंने कहा कि राम भारतीय संस्कृति के प्राण हैं, राम के बिना सनातन धर्म के मूल्यों का कोई अस्तित्व नहीं है । इस अवसर पर रंजीत शुक्ल, संजीत शुक्ल आदि भक्त मौजूद रहे ।
Sep 19 2023, 18:41