मृतक के स्वजनों को अब तक नहीं मिला कोई सरकारी सहायता
गया/टनकुप्पा। टनकुप्पा प्रखंड के मखदुमपुर निवासी जयेंद्र हत्या की घटना के 72 घंटा बाद स्वजनों को सरकारी सहायता नहीं मिल पाई है। शव का दाह संस्कार गांव के श्मशान घाट पर कर दिया गया। बड़ा पुत्र पंकज ने पिता को अंतिम संस्कार किया। टनकुप्पा थाना क्षेत्र के मखदुमपुर गांव निवासी जयेंद्र ठाकुर हत्या की घटना के बाद पत्नी सहित स्वजनों का रोकर बुरा हाल है।
घरवा के चलावे वाला मालिक चल गेलो बाबू, अब केकर सहारे घरवा चलतो बाबू ये रट जयेंद्र की पत्नी रेणु देवी, पुत्री निर्मला रोते हुए कहकर बेहोश हो जा रही है। जयेंद्र की 85 वर्षीय बृद्ध मां फुलमन्ती देवी की रोकर पुत्र की हत्या के शोक में बुरा हाल हो गया है। जयेंद्र के बड़ा पुत्र 19 वर्षीय पंकज ने बताया पिता बोधगया में एकता शक्ति फाउंडेशन में सरकारी विद्यालयों में खाना पहुंचाने का काम करता था।
उस संस्था से जो पेमेंट मिलता था। घर का खर्च उसी से चलता था। घटना वाले दिन सुबह नौ बजे घर से स्वजन को छोड़ने गया था। पिता का मोबाइल दिन के 11 बजे से बंद हो गया था। जयेंद्र को चार बेटा एवं एक बेटी है। उक्त कार्य के अलावे जीविका का कोई साधन नहीं है। प्रशासन की ओर से अब तक किसी प्रकार की कोई पहल नही की गई है। पारिवारिक लाभ, कबीर अंत्येष्टि सहित हत्या की घटना की सरकारी सहायता कब मिलेगी।
रिपोर्ट; राहुल कुमार।
Sep 06 2023, 09:50