रेपो रेट में बदलाव नहीं, 6.5 फीसदी पर स्थिर, एमपीसी की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का एलान
#reservebankannouncednochangeinrepo_rate
भारतीय रिजर्व बैंक ने आज अपनी मौद्रिक नीति का एलान कर दिया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा की है कि रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा गया है।एमपीसी की बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसका एलान किया।इससे महंगाई से जूझ रही जनता को बड़ी राहत मिलेगी। यह लगातार दूसरी बार है जब रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को स्थिर बनाए रखा है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि बैंक मजबूत हैं। एनपीए घटा है। कॉरपोरेट बैलेंश शीट मजबूत हुए हैं। भारत के मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक फंडामेंटल बने हुए हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी हुई है। शक्तिकांत दास ने कहा कि रिजर्व बैंक की एमपीसी बैठक मंगलवार को शुरू हुई थी और 3 दिन तक बैठक में मंथन के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि अभी आम आदमी पर महंगे कर्ज का बोझ डालने का सही समय नहीं है। लिहाजा रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया और इसे 6.5 फीसदी पर बनाए रखा गया है। इसका मतलब है कि आम आदमी का होम लोन, ऑटो लोन या अन्य किसी भी तरह का खुदरा कर्ज महंगा नहीं होगा और उन पर ईएमआई का बोझ भी नहीं आएगा।
अभी महंगाई को थामने पर फोकस-आरबीआई गवर्नर
आरबीआई गवर्नर दास ने साफ कहा है कि अभी उनका फोकस महंगाई को थामने पर है। गवर्नर ने बताया कि हमारा लक्ष्य खुदरा महंगाई की दर को 4 फीसदी तक लाने का है। अभी महंगाई दर हमारे लक्ष्य से ऊपर है, लिहाजा हम कर्ज की ब्याज दरों को स्थिर बनाए रखेंगे। खुदरा महंगाई की वजह से ही आम आदमी पर खर्च का बोझ बढ़ गया है। ऐसे में ईएमआई का बोझ बढ़ाना ठीक नहीं होगा।
खाद्य महंगाई चिंता का विषय-आरबीआई गवर्नर
गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि सब्जियों के दाम बढ़ने से महंगाई बढ़ी है। दास ने कहा कि जुलाई और अगस्त महीने में सब्जियों के दाम बढ़ने से महंगाई बढ़ी रहेगी। भारतीय अर्थव्यवस्था ने महंगाई के नियंत्रण की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की, हालांकि खाद्य मुद्रास्फीति चिंता का विषय है। दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर मजबूत बनी हुई है। दास ने बताया कि वित्त वर्ष 2024 में महंगाई दर 5.1% से बढ़कर 5.4% पर पहुंचने की आशंका है।
भारतीय दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना-आरबीआई गवर्नर
एमपीसी की बैठक के बाद RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि हमारी अर्थव्यवस्था उचित गति से बढ़ती रही है और दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है और वैश्विक विकास में लगभग 15% का योगदान दे रही है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि FY 24 में सीपीआई 5.1% से बढ़कर 5.4% रहने का अनुमान है। आरबीआई के मुखिया ने कहा कि FY24 में जीडीपी 6.5% रह सकती है। वहीं FY25 में जीडीपी 6.6% रह सकती है। FY25 में सीपीआई 5.2% रहने का अनुमान है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मौद्रिक नीति का संचरण अब भी जारी है, क्योंकि हेडलाइन मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत के लक्ष्य से अधिक बनी हुई है। आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि एमपीसी मुद्रास्फीति को लेकर सतर्क रहेगी और मुद्रास्फीति को लक्षित स्तर पर लाने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ रहेगी।
Aug 10 2023, 11:27