जाति आधारित गणना पर हाईकोर्ट के फैसले का जदयू ने किया स्वागत, जिलाध्यक्ष गुलरेज अंसारी कही यह बात
नालंदा : जाति आधारित गणना पर हाईकोर्ट के फैसले का जदयू ने स्वागत करते हुए कहा है कि जाति आधारित गणना से समाज व राज्य के विकास की रफ्तार बढ़ेगी। इससे योजनाओं को धरातल पर उतारने में मदद मिलेगी। पूरे देश में जाति आधारित गणना होनी चाहिए। इस गणना की समीक्षा में आर्थिक व सामाजिक स्थिति की सटीक जानकारी मिल सकेगी। इससे गरीब तबके के लोगों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
बिहारशरीफ जदयू जिला कार्यालय में आज बुधवार को प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष गुलरेज अंसारी ने कहा कि कुछ लोग इसके विरोध में गलत प्रचार कर रहे थे। हाई कोर्ट ने भी गणना को सही करार दिया है। जिला प्रवक्ता धनंजय कुमार देव व चिकित्सा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष डॉ. अभिषेक कुमार ने कहा कि होई कोर्ट के इस फैसले का जदयू स्वागत करता है। यह लोकतंत्र की जीत है।
कहा कि जातीय गणना कराने का निर्णय विकास पुरुष नीतीश कुमार ने लिया था। यह बिहार के हक व जनहित में लिया गया फैसला था। केंद्र सरकार द्वारा जाति आधारित जनगणना कराने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री से मिलकर अपील की थी। लेकिन, केंद्र सरकार के इंकार किए जाने के बाद बिहार सरकार ने अपने संसाधनों से जातीय गणना करायी। इससे समाज के हर वर्ग की स्थिति और आर्थिक हालात की सटीक जानकारी मिलेगी।
उन्होंने कहा इस संबंध में जो याचिकाकर्ता थे, उनका सीधा संबंध बीजेपी व आरएसएस से रहा है।
प्रेस वार्ता में प्रदेश सचिव महमूद बक्खो, अजय चंद्रवंशी, रंजीत कुमार, जनार्दन पंडित, अरविंद कुमार, सोनू रविदास, विनोद कुमार सिंह, देवेंद्र प्रसाद व अन्य शामिल थे।
नालंदा से राज
Aug 02 2023, 20:36