फिर इतिहास रचने को तैयार इसरो, चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग के बाद गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम का सफल परीक्षण
#gaganyaanmissionisrosuccessfullytestservicemodulepropulsionsystem
चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग के बाद इसरो अब गगनयान प्रोजेक्ट में जुट गई है। इस प्रोजेक्ट में तीन लोगों को तीन दिन के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाना है। उन्हें 400 किमी की कक्षा में लॉन्च करके वापस लाया जाएगा और समुद्र में लैंडिंग कराई जाएगी। इसरो ने बुधवार को तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम (SMPS) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।इसरो ने यह जानकारी एक ट्वीट के जरिये दी।
अगस्त में लॉन्च होगा पहला गगनयान मिशन
इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने पिछले महीने कहा था कि भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ अगस्त के अंत में लॉन्च किया जाएगा, जबकि मानव रहित मिशन अगले साल लॉन्च होगा। भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला (पीआरएल) में एक कार्यक्रम के मौके पर सोमनाथ ने कहा था कि गगनयान मिशन के लिए हमने एक नया रॉकेट बनाया है जो श्रीहरिकोटा में तैयार है। क्रू मॉड्यूल और क्रू एस्केप सिस्टम को जोड़ने का काम शुरू हो गया है। मुझे बताया गया है कि इस महीने के अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा और सभी परीक्षण कर लिए जाएंगे।
भारत का अंतरिक्ष में पहला मानव मिशन
गगनयान भारत का अंतरिक्ष में पहला मानव मिशन है। गंभीरता को देखते हुए इसे लेकर इसरो में बारीकी से परिक्षण किए जा रहे हैं। इसरो की योजना गगनयान के माध्यम से अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी से करीब 400 किलोमीटर ऊपर स्पेस में भेजने की है। इस संबंध में भारतीय वायुसेना की मदद भी ली जा रही है। वायुसेना से अंतरिक्ष यात्री चुनने के लिए कहा गया है।
गगनयान की सफलता के बाद चुनिन्दा देशों में शामिल हो जाएगा भारत
गगनयान इसरो के तीन अंतरिक्ष मिशन का एक ग्रुप है। इसमें दो अभियान मानव रहित हैं जबकि तीसरे में मानव को भी अंतरिक्ष में भेजा जाता है। बताया जा रहा है कि इस मिशन में तीन अंतरिक्ष यात्री भेजे जाएंगे, जिसमें से दो पुरुष और एक महिला होंगी। इसरो की योजना पृथ्वी की सबसे करीबी कक्षा (लोअर ऑर्बिट) में मानव यान भेजने की है। अगर गगनयान मिशन सफल रहा तो अमेरिका, रूस और चीन जैसे चुनिन्दा देशों की फेहरिस्त में भारत भी शामिल हो जाएगा।
Jul 21 2023, 09:53