रांची भी जापानी बुखार के चपेट में, बदलते मौसम के साथ वायरल, डेंगू, चिकनगुनिया का भी असर
राज्य में मॉनसून की सक्रियता होने के साथ रांची की स्थिति चिंताजनक हो गई है। रांची में चिकनगुनिया व डेंगू के साथ साथ जापानिज इनसेफलाइटिस के मरीज मिलने लगे है। जिसे लोग जापानी बुखार भी कहते हैं।
अब तक राज्य के 15 जिलों में डेंगू का प्रसार हो चुका है, तो 10 जुलाई चिकनगुनिया का भी कहर है। वही रांची में जापानिज इनसेफलाइटिस के 2 मरीज मिले है। जिसमे एक की मौत भी हो चुकी है। हालाकि जापानी बुखार 71 वर्षीय से जिस महिला की मौत हुई है उसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के वेक्टर बोर्न डिजीज इकाई को नही दी गई। उस महिला का सैंपल कलेक्शन के दूसरे दिन ही मौत हो गयी। जबकि दूसरी मरीज 7साल की एक बच्ची है। इसे रिम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
रिपोर्ट और जानकारी को लेकर रिम्स और विभाग के बीच उचित कॉर्डिनेशन नहीं है। इस वजह से भी सटिक जानकारी नहीं मिल पाती है। विभाग के अनुसार राज्य में कई जिले मच्छर जनित बुखार चिकगुनियां और डेंगू की चपेट में हैं। इनमें राजधानी रांची ऐसा जिला है, जहां चिकगुनियां और डेंगू दोनों का असर है।
जापानी इंसेफेलाइटिस एक ऐसी बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से फैलता है। ये मच्छर फ्लेविवायरस संक्रमित होते हैं। यह संक्रामक बुखार नहीं है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। विशेषज्ञों की मानें तो जापान इंसेफेलाइटिस पूर्वांचल भारत में अधिक होता है। इस बुखार का पता मच्छर के काटने के 5 से 15 दिनों में दिखाई देता है।
रांची से जयंत कुमार
Jul 17 2023, 13:16