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एसटी-एससी और पिछड़े वर्ग के बच्चों को आवासीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले घंटी आधारित शिक्षकों की सेवा आज हो जायेगी समाप्त


रांची; कल्याण विभाग द्वारा एसटी-एससी और पिछड़ा वर्ग के बच्चों को आवासीय विद्यालयों में पढ़ाने वाले घंटी आधारित शिक्षकों की सेवा अवधि 14 जुलाई को खत्म हो रही है. राज्यभर में इन वर्गों के लिए विशेष तौर पर संचालित उच्च विद्यालय, प्लस टू विद्यालय, एकलव्य और आश्रम विद्यालय में करीब 358 घंटी आधारित शिक्षक कार्यरत हैं. 

पिछले वर्ष 15 जुलाई को इन शिक्षकों को एक वर्ष का अवधि विस्तार दिया गया था. इन शिक्षकों के वेतन मद में राज्य सरकार को करीब नौ करोड़ का वार्षिक व्यय आता है. 

इधर, पिछले 27 जुलाई को विभागीय अधिकारियों के साथ सचिव की हुई बैठक में इन शिक्षकों को सेवा विस्तार दिये जाने का मामला सामने आया था.

 विभागीय सचिव ने कहा था कि उपायुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा अवधि विस्तार का निर्णय लिया जायेगा. विभिन्न जिलों में अवस्थित विद्यालयों में घंटी आधारित शिक्षकों का चयन भी उपायुक्त द्वारा गठित समिति ने ही किया है.

 फिलहाल शिक्षकों को अवधि विस्तार देने का आदेश नहीं मिला है. इससे शिक्षकों में संशय की स्थिति बनी हुई है.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज 14 जुलाई से विभागों की समीक्षा बैठक करेंगे

रांची. .मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 14 जुलाई से विभागों की समीक्षा बैठक करेंगे यह बैठक 26 जुलाई तक चलेगी. सीएम 14 जुलाई को स्कूली शिवक्षा एवं साक्षरता विभाग, 20 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग, 21 जुलाई को ग्रामीण विकास विभाग, 24 जुलाई को कृषि विभाग एवं 26 जुलाई को वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की समीक्षा करेंगे. सभी बैठक प्रोजेक्ट भवन में दिन के एक बजे से निर्धारित तिथि को होगी.

इसरो के श्रीहरिकोटा से आज उड़ान भरने वाला चंद्रयान-3 का लांचिंग पैड का डिजाइन रांची के मेकन ने बनाया था

रांची. चंद्रयान-3 शुक्रवार को जब इसरो के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लांच होगा, तो राजधानी रांची की दो कंपनियों के लिए भी यह गर्व का क्षण होगा. जिस एसएलपी सेकेंड लांचिंग पैड से चंद्रयान-3 की लांचिंग होगी,

 उसका कार्यादेश टर्न-की प्रोजेक्ट के तहत मेकन को मिला था. मेकन के अभियंताओं ने इसका डिजाइन बनाया था. इसके आधार पर सेकेंड लांचिंग पैड का निर्माण एचइसी में हुआ. 

एचइसी के अधिकारी ने बताया कि एसएलपी के लिए जरूरी उपकरणों का निर्माण एचइसी के वर्कशॉप में किया गया है. सेकेंड लांचिंग पैड 84 मीटर ऊंचा है. इसके अलावा एचइसी ने ही विभिन्न क्षमता के टावर क्रेन, प्लेटफॉर्म, स्लाइडिंग डोर, 400 टन इओटी क्रेन और मोबाइल लांचिंग पेडस्टल भी तैयार किये हैं.

अपडेट: चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग आज , बदहाली की दौर से गुजर रहे झारखंड के एचईसी के लिए भी है गौरव का क्षण,एचईसी ने ही तैयार किया है इसका लांचिंग पै


रांची: भारत के लिए गौरवान्वित का क्षण है कि आज 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग होने जा रही है। देश के इस तीसरे चंद्र मिशन को लेकर दुनिया भर की निगाहें भारत पर टिकी हैं।

 गर्व और गौरव के इस क्षण में देश की मदर इंडस्ट्री एचईसी भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही है। भारत के चंद्रयान 3 मिशन में पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से निर्मित लॉन्चिंग पैड एक महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

 जिस सेकेंड लांचिंग पैड से चंद्रयान 3 लॉन्चिंग होगी, उसका निर्माण रांची स्थित एचईसी के इंजीनियरों एवं कर्मचारियों द्वारा बनाया गया है। 

जबकि, इसकी डिजायनिंग रांची में ही स्थित भारत सरकार की इंजीनियरिंग कंसल्टेंट कंपनी मेकॉन ने की है। 

इसके लांच होने पर यहां के वर्करों और इंजीनियर में खासा उत्साह देखने को मिल रही है। आज इंजीनियरों ने मुख्यालय के समीप केक काटकर अपने खुशी का इजहार किया। 

गौरतलब है कि एचईसी के पास कार्यशील की कमी 2 वर्षों से है। पिछले 17 माह से अधिकारियों एवं कर्मचारियों का वेतन बकाया है। लेकिन इस दौरान भी इसरो के चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट पर कर्मचारियों ने काम करने से मना नहीं किया। 

आप को बता दे कि एचईसी भारत में मदर ऑफ ऑल इंडस्ट्रीज के रूप में विख्यात रहा है। 1958 में स्थापित इस संस्थान ने भारत के रक्षा मंत्रालय, सेना, रेलवे सहित कई सार्वजनिक और निजी उपक्रमों के लिए अनगिनत मशीनें बनाई हैं।

इसरो के श्रीहरिकोटा से आज उड़ान भरने वाला चंद्रयान-3 का लांचिंग पैड का डिजाइन रांची के मेकन ने बनाया था

रांची. चंद्रयान-3 शुक्रवार को जब इसरो के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लांच होगा, तो राजधानी रांची की दो कंपनियों के लिए भी यह गर्व का क्षण होगा. जिस एसएलपी सेकेंड लांचिंग पैड से चंद्रयान-3 की लांचिंग होगी,

 उसका कार्यादेश टर्न-की प्रोजेक्ट के तहत मेकन को मिला था. मेकन के अभियंताओं ने इसका डिजाइन बनाया था. इसके आधार पर सेकेंड लांचिंग पैड का निर्माण एचइसी में हुआ. 

एचइसी के अधिकारी ने बताया कि एसएलपी के लिए जरूरी उपकरणों का निर्माण एचइसी के वर्कशॉप में किया गया है. सेकेंड लांचिंग पैड 84 मीटर ऊंचा है. इसके अलावा एचइसी ने ही विभिन्न क्षमता के टावर क्रेन, प्लेटफॉर्म, स्लाइडिंग डोर, 400 टन इओटी क्रेन और मोबाइल लांचिंग पेडस्टल भी तैयार किये हैं.

रांची के धुर्वा में अज्ञात व्यकित का शव मिलने से क्षेत्र में।सनसनी


रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र से रिंग रोड बलसिरिंग के पास एक अज्ञात शव मिला है. कहीं और हत्या कर शव को कंबल में बांधकर यहां फेंका गया है.

पूर्व विधायक संजीव सिंह के स्वास्थ्य में कोई खास सुधार नहीं, फिर बिगड़ी तबीयत

धनबाद : पूर्व विधायक संजीव सिंह के स्वास्थ्य में कोई ज्यादा सुधार नहीं हो रहा है. पूर्व विधायक की पत्नी भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने गुरुवार 13 जुलाई को कहा कि यह एसएनएमएमसीएच के सुपरिटेंडेंट की लापरवाही के कारण हो रहा है.

उन्होंने कहा कि अस्पताल का सुपरिटेंडेंट राजनीति दबाव के कारण विधायक का इलाज बेहतर तरीके से नहीं कर रहा है. अगर उनके पति को कुछ होता है तो सारी जवाबदेही सुपरिटेंडेंट की होगी. पार्टी का सहयोग लगातार मिल रहा है और आगे भी मिलता रहेगा.

भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 11 जुलाई से ही संजीव सिंह के बेहतर इलाज की मांग सुपरिटेंडेंट से की जा रही है. लेकिन सुपरिटेंडेंट हमारी बातों को नजरअंदाज कर रहा है. उनकी तबीयत दिनों दिन बिगड़ती जा रही है. गुरुवार की सुबह भी तबीयत अचानक बिगड़ गई. सूचना मिलते ही आनन फानन में अस्पताल पहुंची और डॉक्टर से स्वास्थ्य की जानकारी ली. डॉक्टर ने बताया है कि संजीव सिंह की छाती में कुछ दिक्कत है. 

मेडिकल टीम की बैठक में निर्णय लिया जाएगा.

विधायक का इलाज कर रहे डॉक्टर एम के दुबे ने कहा कि पूर्व विधायक को बेहतर इलाज की जरूरत है. मेडिकल टीम की बैठक की जा रही है, जिसमें आगे के लिए निर्णय लिया जाएगा .

इधर भाजपा के जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि पार्टी पूर्व विधायक और उनके परिवार के साथ हमेशा खड़ी थी और आगे भी खड़ी रहेगी. पार्टी उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करती है. बता दें कि पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के मामले में झरिया विधायक संजीव वर्ष 2017 से धनबाद जेल में बंद हैं. 

मंगलवार 11 जुलाई को दोपहर वह अपने सेल में कुर्सी पर बैठे थे और अचानक गिर पड़े. जिससे उनके सिर और हाथ में गंभीर चोट आई है. उनका इलाज शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हो रहा है.

गुमला: पांच लाख के इनामी नक्सली खुदी मुंडा ने गुमला पुलिस के समक्ष किया सरेंडर….


राँची।झारखण्ड के गुमला पुलिस के समक्ष पांच लाख इनामी भाकपा माओवादी संगठन का सब जोनल कमांडर खुदी मुंडा ने सरेंडर कर दिया है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खुदी मुंडा ने अपने कई साथियों के मारे जाने के बाद परेशान होकर गुमला पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है।खुदी मुंडा मूल रूप से गुमला जिले के भरनो थाना क्षेत्र के कुरकुरी गांव का रहने वाला है। हालांकि इसके सरेंडर करने की कोई अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है।

बता दें पिछले महीने गुमला पुलिस ने दो इनामी नक्सली राजेश उरांव और लाज़िम अंसारी को मुठभेड़ में मार गिराया था। जिसके बाद से पुलिस खुदी मुंडा और रंथु उरांव की तलाश में गुमला पुलिस स्वच्छ अभियान चला रही है। इसी से परेशान होकर खुदी मुंडा ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। इससे पहले कई बार पुलिस खुदी मुंडा के घर पर जाकर उनके परिजनों से खुदी मुंडा को सरेंडर करने के लिए कहा था।

विगत कई सालों से गुमला पुलिस खुदी मुंडा को गिरफ्तार करने या सरेंडर कराने का प्रयास कर रही थी। इससे पहले तत्कालीन पुलिस अधीक्षक गुमला एच.जनार्दनन और वर्तमान पुलिस अधीक्षक एहतेशाम वकारीब ने कई बार बीहड़ो में घुसकर खुदी मुंडा के परिवारवालों को समझाने की कोशिश की थी।

पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि खुदी मुंडा का पुत्र सुखराम मुंडा भी अपने पिता की सलामती चाहता था और सरेंडर कराने की कोशिश कर रहा था। गुमला पुलिस,परिवार वालों और स्थानीय करीबियों के प्रयास से आखिरकार खुदी मुंडा ने आत्मसमर्पण का रास्ता चुना।

बताया जाता है कि खुदी के सरेंडर कराने में DIG स्तर के एक वरीय पदाधिकारी और दो थाना प्रभारियों की अहम भूमिका रही है। वहीं हाल ही में गुमला में लाजिम अंसारी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद से खुदी मुंडा अकेला पड़ गया था।

झारखंड की राजधानी रांची समेत कुछ जिलों में गुरुवार को बारिश की संभावना

राँची: झारखंड की राजधानी रांची समेत कुछ जिलों में गुरुवार को बारिश की संभावना है. मौसम विभाग की मानें तो रांची के आसपास के जिलों में मेघगर्जन के साथ मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है.

रांची में देर शाम आज बुधवार को बारिश हुई. इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली. सुबह से तेज धूप थी और गर्मी से लोग परेशान थे. इसके बाद हुई बारिश से लोगों को राहत मिली.

झारखंड डीजीपी की अध्यक्षता में 22वी ओएससीसी की बैठक संपन्न, तेल चोरी एवं भूमि अधिग्रहण पर हुई चर्चा


रांची: आज 12 जुलाई को झारखंड पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में 22वी ओएससीसी की बैठक संपन्न हुई। बता दें कि यह ओएससीसी की बैठक वर्ष में दो बार होती है परंतु कोविड की वजह से 2019 में आयोजित 21वी बैठक के बाद आज यह बैठक हो रही है। 

इस बैठक में ओएनजीसी, आइओसीएल एवं गेल के झारखंड में स्थित विभिन्न प्रतिष्ठानों में समस्या, समाधान एवं आपसी समन्वय से संबंधित बातो पर चर्चा होती है। इस बैठक में ओएनजीसी , आइओसीएल एवं गेल के स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा प्रतिष्ठान एवं कार्य करने में आ रही समस्याओं पर चर्चा की गई। समस्याओं को पुलिस एवं स्थानीय ग्रामीणों से समन्वय स्थापित कर हल करने पर जोर दिया गया। 

वही पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह ने कहा कि आने वाले नए प्रोजेक्ट में भूमि अधिग्रहण, विधि व्यवस्था एवं पाइप लाइन से अंतराजीय तेल चोर गिरोह से संबंधित सूचनाओं का आदान प्रदान संबंधित जिला के पुलिस अधीक्षक के साथ साथ मुख्यालय के नोडल अधिकारी से भी किया जाए। 

ज्ञात हो कि पूर्व से ही इस कार्य स्थानीय पुलिस का भरपूर सहायता मिलता रहा है। वर्तमान में इस वर्ष आइओसीएल के पाइप द्वारा तेल चोरी की एक भी घटना नहीं हुई।