अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था रवाना, एलजी मनोज सिन्हा ने दिखाई हरी झंडी, अब तक तीन लाख लोगों ने करवाया पंजीकरण
#amarnath_yatra_first_batch_pilgrims_leave_for_pahalgam
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का इंतजार खत्म हो गया है। अमरनाथ की यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू से रवाना कर दिया गया है। जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर जम्मू बेस कैंप से पहले जत्थे को रवाना किया। इस दौरान उन्होंने बाबा अमरनाथ से सभी भक्तों के लिए सुख और समृद्धि की प्रार्थना की। एलजी ने कहा कि सभी भक्तों को सुरक्षित और आध्यात्मिक यात्रा की शुभकामनाएं। ।
सुबह करीब चार बजे अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पूजा अर्चना के बाद जम्मू एवं कश्मीर के उप-राज्यपाल व अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने हिम स्वरूप में बने हिमानी शिवलिंग यानी बाबा अमरनाथ की यात्रा करने वाले पहले जत्थे को झंडी दिखाकर रवाना किया। बम-बम भोले और भारत माता की जय के नारों के बीच यात्रियों में दर्शन को लेकर खासा उत्साह देखा गया।
अब तक 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने कराया पंजीकरण
जानकारी के मुताबिक यात्रियों का यह पहला जत्था भगवान शिव के 3,880 मीटर ऊंचे गुफा में बाबा बर्फानी का दर्शन करेगा। यह तीर्थयात्रा 62 दिन तक चलेगी और कश्मीर से दो रास्तों से शुरू हो रही है। पहली बार साल 2023 की यात्रा 62 दिनों तक चलेगी। इस साल 1 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक यात्रा चलेगी और यह अब तक की सबसे ज्यादा समय तक चलने वाली श्री अमरनाथ यात्रा है। अमरनाथ यात्रा के लिए अब तक 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पंजीकरण करवा चुके हैं, जो बीते वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत ज्यादा है।
इस बार यात्रियों के लिए अतिरिक्त व्यवस्था
इस बार जम्मू कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से कश्मीर तक अलग-अलग स्थानों पर आपात स्थिति में यात्रियों को रहने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था मुहैया करवाई जाएगी। जिला रामबन के चंदरकोट में 3600 क्षमता वाला यात्री निवास स्थापित किया गया है, क्योंकि इस साल रिकॉर्ड 62 दिन की अमरनाथ यात्रा से जुड़े होटल, टैक्सी ऑपरेटर, ड्राई फ्रूट्स आदि व्यवसाय में तेजी आने की उम्मीद है और व्यापारी वर्ग भी खुश है।
सुरक्षा के भी बंदोबस्त पूरे
जम्मू के भगवती नगर में प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए कई बंदोबस्त किए गए हैं, जिसमें लंगर से लेकर अन्य सुविधाएं शामिल हैं। वहीं सुरक्षा की बात करें तो जम्मू कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ समेत अन्य सुरक्षा दस्तों को तैनात किया गया है और बेस कैंप के आस-पास के इलाकों को खंगाला जा रहा है।
Jun 30 2023, 10:37