स्ट्रीटबज़्ज़ हेल्थ:-क्या है फूड पॉइजनिंग,जानिए उसके लक्षण और बचाव के रास्ते...?
डेस्क :- गर्मी हो या सर्दी पाचन सही रखने के लिए ताजा भोजन करने की सलाह दी जाती है, लेकिन सुबह की भागदौड़ में ज्यादातर लोग इस रूल को फॉलो नहीं कर पाते। उनके पास रात का बना हुआ खाना ही खाने का ऑप्शन बचता है। गर्मी के दिनों में अगर आपने भोजन को फ्रिज में नहीं रखा, तो ये बहुत जल्द खराब हो जाता है और जब आप इसे खाते हैं, तो पेट दर्द, उल्टी और दस्त जैसी समस्याओं का शिकार हो जाते हैं।
फूड पॉइजनिंग क्या है?
फ़ूड पॉइज़निंग या फ़ूडबोर्न एक ऐसा संक्रमण है, जो दूषित भोजन, पानी, फल आदि की वजह से होता है। जब भोजन बैक्टीरिया, कीटाणुओं, वायरस, या परजीवियों से दूषित हो जाता है और हम उन्हें खा लेते हैं, तो इससे फूड पॉइजनिंग हो जाती है।
क्या हैं फूड पॉइजनिंग के लक्षण?
फ़ूड पॉइजनिंग की वजह से पेट में ऐंठन, दस्त, जी मिचलाना, उल्टी करना, भूख में कमी, हल्का बुखार, कमज़ोरी, सिर दर्द आदि हो सकता है। दस्त की समस्या तो कई बार 3 दिनों से ज्यादा समय तक बनी रहती है। जिसकी वजह से डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम हो सकती है, कमजोरी महसूस होती रहती है।
फूड पॉइजनिंग से राहत दिलाने वाले घरेलू उपाय
1. पुदीना
पुदीना पेट को ठंडा रखता है, साथ ही पेट से जुड़ी समस्याओं भी दूर करता है। फूड पॉइजनिंग होने पर पुदीने का पत्तों से रस निकाल लें और इसमें नींबू व शहद मिलाकर उसका सेवन करें। शहद की जगह काला नमक भी मिलाया जा सकता है।
2. अदरक
फूड पॉइजनिंग के चलते मतली या सिरदर्द की प्रॉब्लम हो रही है, तो अदरक के सेवन से पा सकते हैं इससे राहत। इसके लिए एक कप पानी में थोड़ा सा अदरक डालकर उबाल लें। इसमें थोड़ा सा नींबू डालें। स्वाद अच्छा न लगे, तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं। अदरक के इस पानी को पीने से पेट में होने वाली जलन शांत होती है।
3. ठंडा दूध
फूड पॉइजनिंग होने पर ठंडे दूध का सेवन करना फायदेमंद होता है। इससे अगर एसिडिटी हो रही है, तो उससे राहत मिलती है। दूध को ऐसे ही पिएं इसमें कुछ न ही मिलाएं तो बेहतर।
फूड पॉइजनिंग में क्या नहीं खाएं?
इन सब उपायों को आजमाने के बाद अगर आपको थोड़ी राहत महसूस हो रही है, तो भी कुछ दिनों तक हल्की सुपाच्य चीज़ों ही खाएं। कुछ दिनों तक डेयरी प्रोडक्ट्स खासतौर से दूध और पनीर, फैटी फूड्स, तली-भुनी चीज़ें, शुगरी प्रोड, चटपटा खाना खाने से बचें। कैफीन, अल्कोहल, निकोटीन लेना भी अवॉयड करें।
नोट:- यह लेख घरेलू मान्यता और पारम्परिक जानकारी पर आधारित है। किसी भी नुस्खे के उपयोग से पूर्व चिकित्सक से जरूर सम्पर्क करें
Jun 16 2023, 10:54