*महानिदेशक अभिलेखागार ने छह दिवसीय अभिलेख प्रबंधन एवं संरक्षण विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम का किया शुभारम्भ*
लखनऊ। राजकीय अभिलेखागार लखनऊ में आयोजित 6 दिवसीय अभिलेख प्रबंधन एवं संरक्षण विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज महानिदेशक राष्ट्रीय अभिलेखागार नई दिल्ली, भारत सरकार अरूण सिंघल ने विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विभिन्न जनपदों से आने वाले अधिकारियों- कर्मचारियों को 6 दिन तक लगातार विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों द्वारा रिकार्ड्स के बेहतर रख रखाव के बारे में जानकारी दी जायेगी।
इसके साथ ही बदलते परिवेश में आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल करके किस तरह से लम्बे समय तक प्राचीन रिकार्ड एवं अन्य दुर्लभ अभिलेखों को सुरक्षित रखा जा सकता है।इसके बारे में भी प्रशिक्षकों द्वारा जानकारी दी जायेगी। उन्होंने कहा कि यहां से प्रशिक्षित होकर अधिकारी अपने जनपदों में अभिलेखों को नई तकनीकी के अनुसार संरक्षित करने का प्रयास करेंगे।
श्री सिंघल ने कहा कि 25 वर्ष से अधिक संरक्षित पुराने ऐतिहासिक महत्व के अभिलेखों को स्थानान्तरित करने के लिए उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार लखनऊ को अनिवार्य रूप से सूचित किया जाना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर भारतीय ऐतिहासिक अभिलेख समिति के 63वें सत्र से सम्बंधित पुस्तक का विमोचन भी किया। इसके उपरान्त उत्तर प्रदेश की संरचना विषयक अभिलेख प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आगरा, मैनपुरी, मथुरा, बलरामपुर, सहारनपुर, श्रावस्ती, झांसी, जालौन, ललितपुर, गोरखपुर, गाजीपुर, चंदौली, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, कौशाम्बी, बिजनौर, वाराणसी, हरदोई, देवरिया, मुरादाबाद, फतेहपुर, सीतापुर जनपद के जिलाधिकारी कार्यालयों के रिकार्ड रूम में कार्य करने वाले नायब तहसीलदार, डिप्टी कलेक्टर, प्रभारी अधिकारी, उप जिलाधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, राजस्व निरीक्षक, एआरकेपीपी, राजस्व अभिलेखपाल, प्रबंध लिपिक, नायब राजस्व, मोहर्रिर, वीडर, अरेंजर सहित लगभग 125 अधिकारियों/कर्मचारियों ने पंजीकरण कराया है।
निदेशक अभिलेखागार उमा द्विवेदी ने बताया कि इन अधिकारियों व कर्मचारियों को 6 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में अभिलेखों के रख-रखाव से सम्बंधित विभिन्न विषयों के सम्बंध में प्रशिक्षित किया जायेगा जो भविष्य में इनकी कार्य प्रणाली को और बेहतर बनाने में सहायक होगा। इसके साथ ही सभी प्राचीन रिकार्ड विधिवत संरक्षित हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि अभिलेख कक्ष का प्रबंधन एवं संरक्षण, इलेक्ट्रानिक अभिलेखों का परिरक्षण, अभिलेखों की माइक्रोफिल्मिंग, अभिलेखों के रख रखाव की आधुनिक विधियों (ताम्र पत्र, भोज पत्र, पेंटिंग आदि के सम्बंध में), अभिलेखागार एवं संदर्भ पुस्तकालय आदि विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा। इसके अलावा प्रशिक्षणार्थी संरक्षण की आधुनिक विभिन्न तकनीकों से लाभान्वित होंगे, जो उनके जनपद अभिलेखागार में अभिलेखों के रख रखाव में उपयोगी सिद्ध होगा।
इस अवसर पर महानिदेशक अरूण सिंघल का अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा स्वागत किया गया। प्रशिक्षण के शुभारम्भ के अवसर पर अभिलेखागार के अधिकारी एवं अन्य कर्मी मौजूद थे।
Jun 12 2023, 19:05