ट्रेन हादसे में प्रशासन द्वारा मृत घोषित गिरिडीह का युवक जीवित निकला,परिजन ले चुके थे दस लाख मुआवजे की रकम
गिरिडीह:ओडिशा के बालासोर में हुए कोरोमंडल एक्सप्रेस हादसे में गिरिडीह के युवक की जीवित रहने की सूचना मिलते ही परिजनों सहित उसके पैतृक गांव में लोग हर्षित हुए।
गौरतलब हो कि जिला प्रशासन द्वारा उक्त भीषण ट्रेन दुर्घटना में गिरिडीह के गावां थाना क्षेत्र के पत्थलडीहा ग्राम निवासी
गंगा भुइयां के 19 वर्षीय पुत्र पवन कुमार की मौत हो जाने की सूचना दी गई थी।लेकिन बीती रात उक्त युवक के कटक के अस्पताल में इलाजरत रहने की खुशखबरी मिली है।
बताया जाता है कि पवन एक जून गुरुवार की अहले सुबह चेन्नई जाने के लिए अपने घर से निकला। चेन्नई में वह एक रेस्टोरेंट में मजदूरी का कार्य करता था। शाम चार बजे कोलकाता में वह कोरोमंडल ट्रेन पर सवार हुआ था। ट्रेन पर बैठने के बाद उसने अपने मां पिताजी से बात भी की थी। बाद में परिजनों को ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर मिली।
खबर मिलने के बाद कुछ समाजसेवियों ने आपसी सहयोग करके एक वाहन से परिजनों को घटनास्थल भेजा। युवक के पिता गंगा भुइयां, पूर्व वार्ड सदस्य लालो भुइयां,पड़ोसी मन्नु शर्मा व वाहन चालक शनि दास घटना स्थल पर पहुंचे।
वहां दर्जनों शवों को उलट पलट कर देखने पर कुछ भी पता नहीं चला। बाद में अस्पताल में एक शव का चेहरा मिलता जुलता मिला। हालांकि उक्त परिजनों के पास शव को गांव तक लाने हेतु प्रयाप्त रूपये नहीं थे। अतः सभी वहां से घर के लिए रवाना हो गये।उन्हें मुआवजे की रकम की चेक भी मिल गई थी।
बाद में देर रात आसनसोल पहुंचने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार झालसा के सचिव सौरभ कुमार गौतम के द्वारा परिजनों को सूचना दी गई कि उनका पुत्र जिवित है तथा उसका इलाज कटक के एक अस्पताल में चल रहा है। सूचना पर युवक के पिता गंगा भुइयां समेत अन्य परिजन अस्पताल के लिए रवाना हो गये। झालसा के कार्यकर्ता अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि वहां राहत कार्य में लगी संस्था झालसा के द्वारा उन्हें सूचना मिली है कि पवन का इलाज कटक के एक अस्पताल में चल रहा है।जिसकी एक फोटो भी उन्हें प्राप्त हुई है।
Jun 06 2023, 20:49