बिहार में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने की बनी योजना बेहतर, तीर्थयात्रियों को हर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रयासरत : नीतीश कुमार
डेस्क : मुख्यमंत्री गुरुवार को 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक नंदकिशोर मौजूद रहे।
समीक्षा बैठक में पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह ने विभाग के कार्यों की प्रगति रिपोर्ट दी। उन्होंने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पर्यटन विभाग द्वारा किये जा रहे अद्यतन कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इस क्रम में उन्होंने गयाजी धाम धर्मशाला, विष्णुपद मंदिर गया, सीतामढ़ी के पुनौरा धाम मंदिर, केसरिया स्तूप के विकास को लेकर बनाये गये विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट के संबंध में जानकारी दी।
सचिव ने बताया कि गयाजी धर्मशाला को 6 फ्लोर की बिल्डिंग बनाने की योजना प्रस्तावित है। यहां 1100 लोगों को सभी सुविधाओं के साथ रहने की व्यवस्था होगी। विष्णुपद मंदिर तक के पहुंचने के रास्ते को और सुगम बनाया जाएगा। सीतामढ़ी के पुनौरा धाम मंदिर क्षेत्र को बेहतरीन तरीके से विकसित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने की बनी योजना बेहतर है। ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए हमलोग शुरू से काम कर रहे हैं। बिहार में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। पर्यटन विभाग ने जो योजना बनायी है, वह आकर्षक और काफी अच्छी है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे बिहार में पर्यटन को और बढ़ावा देने के लिये योजनाबद्ध ढंग से काम करते रहें। बिहार ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल है। पर्यटकों को सभी चीजों की जानकारी मिलेगी तो यहां की विरासत को ठीक ढंग से समझेंगे और जानेंगे। उन्होंने पर्यटकों को हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पर्यटन से जुड़ी सारी जानकारी ठीक ढंग से देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
नीतीश कुमार ने कहा कि हमने सभी धर्मों के स्थलों को विकसित किया है। हमारा उद्देश्य है कि वहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। तीर्थयात्रियों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो, इसके लिये राज्य सरकार हर स्तर पर प्रयासरत है। गयाजी में विदेशों के साथ-साथ देश के कई हिस्सों से लाखों तीर्थ यात्री आते हैं। गया का अपना विशेष महत्व है। हमने गयाजी डैम का निर्माण कराया है ताकि श्रद्धालुओं को सहूलियत हो। हर वर्ष पितृपक्ष मेले का आयोजन बेहतर ढंग से किया जाता है। इसके लिए सारी सुविधाओं का ख्याल रखा जाता है।
Jun 05 2023, 12:05