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ई-रिक्शा चालक की हत्या कर गोमतीनदी में फेंका शव

लखनऊ । इटौंजा पुलिस ने बसहरी गांव के निकट गोमती नदी के पुल के नीचे नवयुवक बबलू की लाश बरामद की है। बबलू के दोनों हाथ बेल्ट से बंधे हुए थे। दोनों पैर जींस से बंधे हुए थे और मुंह टीशर्ट से बंधा हुआ था। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

इटौंजा थाने के थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक बबलू (28 वर्ष) ई-रिक्शा चलाता था। वह अपने हरदा गांव से शुक्रवार की शाम पांच बजे निकला था। शनिवार को सुबह नौ बजे मृतक के घर वालों को सूचना मिली कि बबलू गोमती नदी के पुल के पास मरा हुआ पड़ा है। राहगीरों ने इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंचकर लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मृतक बबलू रावत के पिता मोतीलाल रावत ने बेटे की हत्या की आशंका जताई है। पुलिस के अनुसार मृतक ई रिक्शा चलाता था। जिसकी चाबी मृतक के पास पाई गई है। पुलिस ने ई-रिक्शा हन्नीखेड़ा गांव के पास बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि मृतक आए दिन ई रिक्शा चालकों से लड़ाई झगड़ा किया करता था। पुलिस ने बताया कि हत्यारों को शीघ्र ही पकड़ लिया जाएगा। वहीं प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी मौत कैसे हुई है। इसके बारे में कुछ कहा जा सकता है।

अवैध खनन करते नौ ट्रैक्टर सीज, छह गिरफ्तार ,तीन चालक पुलिस को गुमराह करते हुए फरार


लखनऊ । थाना रहीमाबाद पुलिस टीम द्वारा अवैध खनन करने वाले छह ट्रैक्टर चालकों के विरूद्ध धारा 151 सीआरपीसीकी कार्रवाई करते हुए नौ ट्रैक्टरों को किया गया सीज । इस दौरान तीन चालक मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए।

डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि थाना रहीमाबाद पुलिस टीम को 26 मई को मुखबिर खास ने बताया कि ग्राम तिरगंवा में मो. आसिफ निवासी हजरतगंज के खेत में 9 ट्रैक्टरों द्वारा रात्रि में अवैध खनन हो रहा है। जिसे ग्राम तिरगंवा के लोग विरोध कर रहे हैं । जिनसे ट्रैक्टरों के चालक लड़ाई झगड़े पर उतारू है । उक्त सूचना पर मै प्रभारी निरीक्षक अख्त्यार अहमद अन्सारी टीम के साथ समय करीब 11.45 बजे रात्रि ग्राम तिरगंवा थाना रहीमाबाद आये तो मो. आसिफ निवासी हजरतगंज लखनऊ अपने खेत में मिट्टी का अबैध खनन कर तलाबों को बना रहा था। रात्रि में ट्रैक्टरों को चलाने की अनुमति मांगी गयी तो नहीं दिखा सके।

ट्रैक्टरों के चालक संदीप पुत्र रम्भा निवासी ग्राम केईमा थाना देवा जनपद बाराबंकी, मुकीम पुत्र मुबीन निवासी ग्राम अब्बास नगर थाना कुर्सी जनपद बाराबंकी, सुनील पुत्र रामफेर निवासी गटरू थाना बदोसरा जनपद बाराबंकी, बब्बन पुत्र अवधराम निवासी ग्राम मुर्दही थाना दारियाबाद जनपद बाराबंकी, चालक छोटू पुत्र सौदास निवासी देवा थाना देवा जनपद बाराबंकी, अमर सिंह पुत्र रामफेर निवासी गुरू थाना बदोसरा जनपद बाराबंकी को धारा 151 सीआरपीसी में चालान किया गया। तीन चालक मौके का फायदा उठाकर भाग गये हाथ नहीं आये।

रात में ट्रैक्टरों द्वारा अवैध खनन करने के कागजात तलब किये, नहीं दिखा सके। चालकों के पास डीएल भी नहीं थे। 6 ट्रैक्टरों को अन्तर्गत धारा 207 एमवी एक्ट में तथा तीन ट्रैक्टरों को लावारिश में 26 मई को दाखिल किया गया। जिसकी सूचना खनन अधिकारी दिनेश सिंह को दी गयी। दिनेश सिंह की टीम थाने पर उपस्थित आयी। जिन्होंने उक्त ट्रैक्टरों को उ.प्र. उपखनिज नियमावली 2021 के नियम 72 का उल्लंघन एवं दण्डनीय अपराध पाये जाने पर नियमानुसार शास्ति, रायल्टी व खनिमुख मूल के जमा करने के उपरान्त अवमुक्त किये जाने के आदेश व उक्त वाहन को अभिरक्षा में रखने के लिये निर्देश दिये। अन्य विधिक कार्रवाई पूर्ण की जा रही है।

*जाम में फंसी एंबुलेंस देखकर गाड़ी से उतरकर पैदल दौड़े डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, यातायात कर्मियों व पुलिस को लगाई फटकार*


लखनऊ। शपथ ग्रहण समारोह से दोपहर में वापस आ रहे उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक गौरी में लगे जाम में फंस गए। वाहनों को लगा भीषण जाम लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक जाम खुलवाने के लिए पैदल सड़क पर उतर गए और पुलिस के साथ जाम को खुलवा कर राहगीरों के लिए रास्ता उपलब्ध कराया।

शनिवार के दिन दोपहर में लगभग 1:00 बजे कानपुर से वापस आते समय सरोजनीनगर के स्कूटर इंडिया चौराहे पर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम में फंसे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भीषण लगे हुए जाम में फंस गए । कानपुर में शपथ समारोह से वापस आते हुए स्कूटर इंडिया के पास लगा लंबा जाम में फंसी 4 एम्बुलेंस को रास्ता देने के लिए खुद ही अपनी गाड़ी से उतर कर स्कूटर इंडिया से हैंडल चौराहे तक पैदल चलकर रास्ता खाली कर एम्बुलेंस को जाम से मुक्त कराया । सरोजनी नगर के हाइडिल चौराहे पर आए दिन जाम लगता है। आए दिन जाम लगने से आम जनमानस को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भीषण जाम का सामना किया इंसानियत और मानवता की मिसाल दिखाते हुवे उन्होंने इस भीषण जाम से 4 एंबुलेंस को मुक्त कराया। जानकारी मिलते ही सरोजनी नगर थाना प्रभारी संतोष कुमार आर्य पुलिस बल के साथ तत्काल मौके पर पहुंच कर रास्ते को खाली कराया। ज्ञात हो कि सड़क पर चल रहे एलिवेटेड एक्सप्रेस सड़क निर्माण को लेकर जाम की समस्या राजधानी के सीमावर्ती ग्राम सभा बनी से लेकर सरोजनीनगर तक लोगों के लिए लगभग प्रतिदिन नासूर बनती जा रही है। घंटों लगने वाले जाम के कारण लोगों के आवश्यक कार्य छूट जाते हैं। यहां तक बीच रास्ते में ही समुचित समय से इलाज न मिल पाने के कारण लोग दम तोड़ देते हैं।

*अयोध्या में छात्रा का सामूहिक दुष्कर्म के बाद छत से फेंका, पोस्टमार्टम में दरिंदगी की पुष्टि*


लखनऊ । अयोध्या के नामी स्कूल सनबीम की हाईस्कूल की छात्रा को सामूहिक दुष्कर्म के बाद छत से फेंका गया। पोस्टमार्टम में उसके साथ दरिंदगी की पुष्टि होने पर शनिवार को हड़कंप मच गया। पुलिस ने स्कूल के प्रबंधक, प्रधानाचार्य और खेल अध्यापक के खिलाफ गैंगरेप, हत्या व पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।बाद में स्कूल की छत से नीचे फेंककर उसकी हत्या कर दी। इस पूरी वारदात को शुक्रवार सुबह 08:30 से 09:50 बजे के बीच अंजाम दिया गया। कैंट पुलिस ने तहरीर के आधार पर तीनों आरोपी बनाया है।

पीड़ता की तहरीर पर कैंट थाने में तहरीर दर्ज

परिजनों ने शनिवार दोपहर बाद बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया। इससे पहले, पीड़ित पिता ने कैंट थाने में तहरीर दी। आरोप लगाया कि शुक्रवार को स्कूल की प्रधानाचार्य रश्मि भाटिया ने साजिश के तहत उनकी बेटी को विद्यालय बुलाया। वहां पहले से मौजूद स्कूल प्रबंधक बृजेश यादव और खेल अध्यापक अभिषेक कनौजिया ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। मालूम हो कि शुक्रवार को छात्रा की मौत के बाद स्कूल प्रशासन की ओर से यह कहा गया था कि संस्थान की पत्रिका में उसकी कविता छपनी थी इसलिए उसे बुलाया गया था। कुछ अन्य छात्र भी स्कूल आए थे। छात्रा स्कूल में प्रधानाचार्य से मिली। करीब आधा घंटे की मुलाकात के बाद वह छत पर चली गई।

जांच में कुछ स्पष्ठ नहीं, डीएनए जांच को भेजे नमूने

वहां से वह नीचे कैसे गिरी इस बारे में वे कुछ नहीं बता रहे। हालांकि इसके पहले के बयान में झूले से गिरकर चोट के दावे किए गए थे। उधर, शनिवार दोपहर को पोस्टमार्टम होने के बाद जो प्राथमिक रिपोर्ट सामने आई, उससे पुलिस सकते में आ गई। इसमें छात्रा के साथ दरिंदगी के बाद उसे छत से फेंके जाने के संकेत हैं, जिससे उसकी मौत हो गई। कैंट थाना प्रभारी केके मिश्र का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ ऐसा है, जिसे बताया नहीं जा सकता। जबकि सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि रिपोर्ट मिली है मगर अभी कुछ स्पष्ट नहीं है। डीएनए जांच के लिए नमूने भेजे गए हैं। पुलिस ने देर शाम दो लोगों को हिरासत में भी लिया।

अयोध्या ग्रीष्मावकाश में छात्रा को विद्यालय में क्यों बुलाया

अयोध्या ग्रीष्मावकाश में छात्रा को विद्यालय में क्यों बुलाया। हादसे की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी। छात्रा उनके साथ कमरे से रोते हुए क्यों निकली। पहले छात्रा के झूले से गिरकर घायल होने की बात क्यों कही।छात्रा जब प्रधानाचार्य के कमरे से निकली तो अकेले छत पर क्यों जाने दिया गया। यदि स्कूल के कुछ सीसीटीवी कैमरे खराब थे तो उन्हें ठीक क्यों नहीं कराया गया। घायल छात्रा को अस्पताल न ले जाकर निजी अस्पताल क्यों ले जाया गया। सुबह नौ बजे की घटना की जानकारी पुलिस को दोपहर तीन बजे मिली। शनिवार सुबह गंभीर धाराओं में केस दर्ज होने के बाद भी आरोपी या अन्य किसी स्कूल स्टाफ को हिरासत में क्यों नहीं लिया गया। स्कूल की छत व नीचे जहां छात्रा गिरी, वहां फोरेंसिक जांच न कराना भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।

*कैम्पस ड्राइव में 120 अभ्यर्थियों का चयन*


लखनऊ। राजकीय आईटीआई, अलीगंज, लखनऊ में हीरो मोटोकार्प लि, हरिद्वार, उत्तराखण्ड द्वारा कैम्पस ड्राइव का आयोजन किया गया।

जिसका उद्घाटन आरएन त्रिपाठी, नोडल प्रधानाचार्य द्वारा किया गया।

आरएन त्रिपाठी, नोडल प्रधानाचार्य ने बताया कि कैम्पस ड्राइव में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से कुल 174 अभ्यर्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया तथा लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार के जरिए से 120 अभ्यर्थियों का चयन किया। जिन्हे सीटीसी 19662 रुपये प्रति माह भुगतान किया जायेगा तथा कम्पनी द्वारा अन्य सुविधाएं भी दी जायेंगी।

*निर्धारित शिड्यूल के अनुरूप उपभोक्ताओं को निर्वाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो: अपर मुख्य सचिव ऊर्जा*


लखनऊ। अपर मुख्य सचिव, ऊर्जा, महेश कुमार गुप्ता ने प्रदेश के सभी जनपदों में समस्त उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित हो, इसके लिये उन्होने सभी मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि शासन की मंशानुरूप निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिये समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराने संबंधी निर्देशों का अपने-अपने क्षेत्रों में कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराये।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि गर्मी बढ़ने के साथ-साथ बिजली की मांग बड़ी है। अभी 23 मई को प्रदेश में बिजली की सर्वाधिक (Peak) मांग 26,166 मेगावाट पहुंची थी। जनसामान्य को तथा अन्य वाणिज्यिक एवं औद्योगिक उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति उपलब्ध होती रहे, यह शासन की प्राथमिकता में है।

कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा भी समय-समय पर निर्देशित किया गया है कि निर्बाध विद्युत आपूर्ति की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित रहे। अभी 24 मई को माननीय मुख्यमंत्री ने शासन तथा समस्त पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कांफेन्सिंग के दौरान भी ऐसे निर्देश दिये थे।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जनपद एवं मण्डल स्तर प्रतिदिन विद्युत आपूर्ति की समीक्षा की जाये। अगर कहीं कोई लोकल फाल्ट हुई है तो उसे समय से ठीक कराया जाये। बिजली की शिकायतों के लिए पावर कारपोरेशन के टोल फ्री नम्बर 1912 पर जनता द्वारा दर्ज शिकायतों का समय से निस्तारण कराया जाये। स्टोर में पर्याप्त मात्रा में आवश्यक केबल, ट्रान्सफार्मर या अन्य सामग्री उपलब्ध हैं या नहीं, इसकी निगरानी की जाये।

यह भी सुनिश्चित किया जाये कि जनपद स्तर पर रोस्टर का कड़ाई से अनुपालन हो रहा है कि नहीं। जनपद एवं मण्डल स्तर पर इस बिन्दु की भी समीक्षा कर ली जाये कि कोई ऐसा क्षेत्र तो नहीं है जहां पर ट्रान्सफार्मर या केबल बार-बार क्षतिग्रस्त हो रहा हो। यदि ऐसी कोई स्थिति है तो उसकी क्षमतावृद्धि कराने के सम्बन्ध में डिस्काम से अविलम्ब कार्यवाही करा ली जाये। विद्युत आपूर्ति के बारे में नियमित रूप से जनप्रतिनिधियों तथा अन्य स्रोतों से फीडबैक भी लिया जाये और उस फीडबैक के आधार पर समुचित कदम उठाये जायें।

उन्होने कहा कि यदि कहीं कोई रिपेयर वर्क है या अन्य किसी कारणों से नियोजित शटडाउन लेने की आवश्यकता हो, तो उसका समय से व्यापक प्रचार-प्रसार करा दिया जाये। समाचार-पत्रों में बिजली आपूर्ति के सम्बन्ध में जब भी कोई समाचार प्रकाशित होता है तो उसे तत्काल दिखवा लिया जाये और उसके बारे में मीडिया की सही ब्रीफिंग कर दी जाये।

कहा कि डिस्काम के अधिकारियों को यदि बिजली चोरी के अभियान या अन्य किसी कार्य के लिए पुलिस बल की स्थानीय स्तर पर आवश्यकता पड़ती है तो उसे अविलम्ब उपलब्ध कराया जाये। जनपद एवं मण्डल स्तर पर मुख्य अभियन्ता, अधीक्षण अभियन्ता या अधिशासी अभियन्ता के स्तर पर यदि किसी समस्या का निदान नहीं हो पाता है तो सम्बन्धित डिस्काम के प्रबन्ध निदेशक या पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष या प्रबन्ध निदेशक को अविलम्ब सूचित किया जाय।

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए उप्र पावर कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा विभिन्न डिस्काम के माध्यम से विद्युत सुधार के लिये ठोस कदम उठाये जा रहे है। ऐसे समस्त स्थल जहां पर अधिभारिता के कारण अत्यधिक ट्रिपिंग होती है, उनका चिन्हांकन कर कार्य योजना बनाकर क्षमतावृद्धि का कार्य बिजनेस प्लान के अधीन कराया गया है। इसके लिये 850.00 करोड़ की धनराशि विद्युत वितरण निगमों को फरवरी 2023 में दी गयी है। समस्त जनपदों में स्थित भण्डार केन्द्रों में स्थानीय स्तर पर पर्याप्त सामग्री उपलब्ध रहे, यह सुनिश्चित कर लिया गया है तथा उक्त का अनुश्रवण डिस्काम के प्रबन्ध निदेशक स्तर पर भी किया जा रहा है।

कहा कि प्रत्येक 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र पर अनुरक्षण कार्य के लिए पर्याप्त मानव संसाधन उपलब्ध कराया गया है तथा नियमित रूप से Preventive Maintenance भी कराया जा रहा है। इस वर्ष मई, 2023 में बिजली की पीक डिमाण्ड 23 मई 2023 को 26,166 मेगावाट तक पहुंची, जो कि इसी माह में गत वर्ष की पीक डिमाण्ड 25,436 मेगावाट से भी अधिक है। वर्तमान में सम्पूर्ण प्रदेश में विद्युत आपूर्ति हेतु पर्याप्त ऊर्जा Tied up है तथा आपूर्ति में व्यवधान यदि कहीं हो रहा है तो वह मुख्यतया स्थानीय स्तर पर हो रहे ब्रेकडाउन के कारण हो रहा है।

*प्रदेश के समस्त थानों को सीसीटीवी कैमरो से किया जायेगा लैसः मुख्यमंत्री*


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आम जनता के कार्यो में और अधिक पारदर्शिता एवं निगरानी लाने के लिए प्रदेश के समस्त थानों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है।

सीसीटीवी कैमरा प्रदेश के समस्त थानों में लगाने के लिए 144.90 करोड़ रूपये की धनराशि की स्वीकृति करने के आदेश निर्गत कर दिये गये है।

प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येेक थाने पर लगाये जाने वाले कैमरो की स्थानीय स्तर पर निम्नतम 12 माह तथा डीएलओसी पर 1 माह की रिकार्डिग रखे जाने के निर्देश निर्गत किये गये है।

उन्होने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय/पुलिस महानिदेशक, उप्र द्वारा सर्किल मुख्यालयों के थानों पर 6 कैमरा प्रति थाना तथा जनपदीय शेष थानों पर 5 कैमरा प्रति थाना उपकरणों को अधिष्ठापित कराने के निर्देश दिये गये है।

निर्गत आदेशों में प्रमुख सचिव गृह ने निर्देश दिये है कि प्रत्येक थानों पर सीसीटीवी कैमरों के अधिष्ठापन की प्रगति आख्या प्रत्येक माह उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा। उपकरणों के क्रय के संबंध में दोहरी स्वीकृति/अनियमितता/आडिट आपत्ति हेतु उप्र पुलिस मुख्यालय एवं पुलिस महानिदेशक, उप्र को जिम्मेदारी सौपी गयी है।

आगामी 31 मार्च 2024 तक स्वीकृत धनराशि का नियमानुसार पारदर्शिता के साथ उपयोग कर सीसीटीवी कैमरो के अधिष्ठापन/व्यवस्थापन की कार्यवाही सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिये गये है।

*राज्य की दुर्लभ एवं विलुप्ति के कगार पर पहुंच चुकी कला, संस्कृति और व्यंजनों के संरक्षण में लगे व्यक्तियों को 5 लाख रूपये का मिलेगा अनुदान: जयव


लखनऊ। अन्तर्राष्ट्रीय राष्ट्रीय महत्व के जाने माने पर्यटन स्थलों के आसपास 50 किमी के रेंज में उप्र की स्थानीय पारम्परिक और दुर्लभ होती जा रही लुप्तप्राय कला, संगीत, शिल्प, लोकनृत्य और व्यंजनों के संरक्षण, संवर्धन व पुनर्जीवित करने में लगे हुए व्यक्तियों/समूह को 5 लाख रूपये तक का एकमुश्त अनुदान दिया जायेगा।

यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कल गुरूवार को दी। उन्होंने बताया कि नई पर्यटन नीति-2022 में इस आशय की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि उप्र अपने सांस्कृतिक विविधता के लिए पूरे देश में जाना जाता है। यहां पर विभिन्न प्रकार की लोक कलायें, व्यंजन, भेष भूषा, कला संगीत उपलब्ध हैं। कुछ लोक कलायें विलुप्त की कगार पर पहुंच चुकी हैं। इनका संरक्षण करके भावी पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि संस्कृति विभाग उप्र इन कलाओं के संरक्षण में लगे हुए व्यक्तियों एवं समूहों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 5 लाख रूपये की धनराशि अनुदान के रूप में देने का निर्णय लिया है। वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किये जाने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा संस्कृति विभाग के समन्वय से लुप्तप्राय कला, नृत्य, संगीत, शिल्प, लोकनृत्य और व्यंजनों की सूची प्रकाशित कराई जायेगी।

प्रोत्साहन राशि का लाभ उठाने के लिए संबंधित जिले के जिलाधिकारी की अध्यक्षता मंे गठित जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा संस्तुति प्रदान की जायेगी। यह प्रोत्साहन राशि प्रत्येक वित्तीय वर्ष में प्रत्येक मण्डल के अधिकतम 10 आवेदकों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जायेगा।

देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगा ये खेल उत्सव : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी


लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बीबीडी स्टेडियम में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुरुवार को उद्धाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में अलग-अलग राज्यों से भाग लेने आए खिलाड़ियों को हमारी तरफ से शुभकामनाएं। साथ ही यूपी का सांसद होने के कारण गेम्स में भाग लेने आए सभी खिलाड़ियों का स्वागत करता हूँ। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन से यूनिवर्सिटी में खेल के माहौल में बदलाव होगा और ये खेल उत्सव देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगा। आज यूपी में देश की खेल प्रतिभाओ का संगम बना है। पहले खेलों में घोटाले होते थे और अब पूरे देश में खेलों को लेकर नया माहौल है। पहले की सरकारों ने केवल कार्यक्रमों के नाम बदले थे, अब खेल को नेक्सट लेवल पर ले जाया जा रहा है। पहले हमने खेलो इंडिया गेम्स की शुरुआत की। अब खेलो इंडिया विंटर्स गेम की भी शुरुआत हो गई है।

हमारी सरकार ने खिलाड़ियों की दशकों पुरानी समस्या का निदान किया

पिछले नौ वर्षों में भारत में खेलों का एक नया युग शुरू हुआ है। ये नया युग विश्व में भारत को एक खेल शक्ति बनाने का ही नहीं है, ये खेलों के माध्यम से समाज के सशक्तिकरण का भी नया दौर है। हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्पोर्ट्स को एक विषय के रूप में पढ़ाया जाना प्रस्तावित है। स्पोर्ट्स अब पाठ्यक्रम का हिस्सा होने जा रहा है। देश की पहली राष्ट्रीय खेल युनिवर्सिटी के निर्माण से इसे और मदद मिलेगी। अब खेल को अट्रैक्टिव प्रोफेशन के तौर पर देखा जाने लगा है। हमारी सरकार ने खिलाड़ियो की दशकों पुरानी समस्या का निदान किया है। आज खिलाड़ियो के कल्याण के लिए बजट बढ़ाया गया है और खिलाड़ियो की पहचान करके उन्हें आर्थिक सहायता दी जा रही है। यह बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का उद्घाटन करते हुए कहीं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में जुड़े पीएम मोदी ने युवा खिलाड़ियों से कहा इन खेलों में भाग लेने के साथ हम खेलेंगे भी और खिलेंगे भी।

धर्म ग्रंथ रामायण पर एक प्रतीकात्मक कहानी के चित्रण के साथ हुई

उद्घाटन समारोह की शुरुआत देश के जनमानस में बसे धर्म ग्रंथ रामायण पर एक प्रतीकात्मक कहानी के चित्रण के साथ हुई। इसे समृद्ध भारतीय संस्कृति और परंपरा को अष्टकोण के आकार की विशाल स्क्रीन पर प्रदर्शित किया गया जो जमीन से 50 फुट ऊपर हवा में लटकी थी। इसके साथ ही गुरु शिष्य परंपरा को दर्शाती गाथा पर विशेष ध्यान दिया गया जिसका भारतीय जन-जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। इस आकर्षक शो में कलाकारों ने समृद्ध संस्कृति और विरासत से नए भारत के उत्तर प्रदेश के आधुनिक विकास में परिवर्तन की कहानी दर्शायी।

खेलों के शुभंकर जीतूः द बारासिंघा पर भी सबकी निगाहें टिकी रही

इस दौरान खेलों के शुभंकर जीतूः द बारासिंघा पर भी सबकी निगाहें टिकी जो गौरव का प्रतीक है। जीतू ने पिछले यूनिवर्सिटी गेम्स के शुभंकरों- जय और विजय के साथ जैसे ही मैदान में कदम रखा माहौल रोमांचकारी हो गया। भारतीय ओलंपियन एथलीट पद्मश्री सुधा सिंह, हॉकी ओलंपियन दानिश मुज्तबा, राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता जूडोका विजय यादव और भारतीय हॉकी खिलाड़ी प्रीति दुबे ने इन खेलों की मशाल को रोशन किया।

*खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में देश भर से आए हुए खिलाड़ी भारत की नई ऊर्जा हैं : सीएम योगी*


लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बीबीडी स्टेडियम में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण, खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने उद्घाटन किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में देश भर से आए हुए खिलाड़ी भारत की नई ऊर्जा हैं। पीएम मोदी के मार्गदर्शन में ये सभी कार्यक्रम कुशलतापूर्वक संपन्न होकर उत्तर प्रदेश के अंदर न सिर्फ खेल की गतिविधियों को आगे बढ़ाने, बल्कि देश भर से आने वाले इन खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश को अलग-अलग स्थानों पर जाकर देखने का अवसर प्राप्त होगा। सीएम योगी ने इस अवसर पर दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भी किया। उन्होंने कहा कि आज के इस अवसर पर देश की यह युवा शक्ति उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के उद्घाटन के अवसर पर आपके मार्गदर्शन के लिए उतावली है। इस युवाशक्ति की ओर से आपका अभिनंदन है।

उत्तर प्रदेश के गांव-गांव तक पहुंच रहीं खेलों की गतिविधियां

सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आपके नेतृत्व में खेलो इंडिया खेलो का कार्यक्रम हो या फिट इंडिया मूवमेंट का, सांसद खेलकूद प्रतियोगिता हो या खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन, खेलों की गतिविधियां गांव-गांव तक पहुंची हैं। हर युवा और हर उम्र का व्यक्ति इन गतिविधियों के साथ जुड़कर गौरव की अनुभूति करता है। स्वस्थ रहकर एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करने में वह योगदान देता ही है, साथ ही एक समृद्ध भारत के आपके संकल्प के साथ जुड़ने का कार्य भी करता है। आपकी ही प्रेरणा से देश की सबसे बड़ी आबादी के राज्य उत्तर प्रदेश के अंदर खेलकूद की गतिविधियों में तेजी के साथ वृद्धि हुई है। आज हर जनपद में एक स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही, हर ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही, हर ग्राम पंचायत में खेल के मैदान के कार्यक्रम और हर राजस्व गांव में युवक मंगल दल और महिला मंगल दल को स्पोर्ट्स किट के माध्यम से खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने का काम हो रहा है।

खिलाड़ियों को मिल रही प्रदेश की सेवाओं में नियुक्ति

खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के उद्घाटन के अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि 3 जून तक चलने वाले यह कार्यक्रम 21 खेलों, 4700 से अधिक खिलाड़ियों की प्रतिभागिता के साथ प्रदेश के अंदर 4 अलग-अलग महानगरों में आयोजित होंगे। इनमें 2 खेल वाराणसी में, 12 लखनऊ में, 5 गौतमबुद्धनगर में, एक गोरखपुर में और एक खेल दिल्ली में भी आयोजित होगा। उत्तर प्रदेश ने ओलंपिक और पैरालंपिक में हिस्सा लेने वाले और मेडल जीतने वाले भारत के खिलाड़ियों को सम्मानित करने का कार्य किया है। यह एक भारत श्रेष्ठ भारत की पीएम की संकल्पना को आगे बढ़ाने का ही माध्यम था। खिलाड़ी जो भी है वह देश के लिए समर्पण से खेलता है। आज प्रदेश ने अपने खिलाड़ियों को प्रदेश के अंदर शासन की सेवाओं में नियुक्ति के लिए 2 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था भी की है, जिसमें लगभग 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति की प्रक्रिया प्रचलित है और बहुत जल्द विभिन्न प्रतियोगिताओं, ओलंपिक, एशियाड, राष्ट्रमंडल और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जिन खिलाड़ियों ने मेडल प्राप्त किए हैं उन्हें प्रदेश सरकार की विभिन्न सेवाओं में अवसर प्राप्त होने वाला है।

15 अगस्त से पहले देश को मिलेंगे एक हजार खेलो इंडिया सेंटर

भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण, खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की ही सोच थी जिन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स, यूनिवर्सिटी गेम्स, विंटर गेम्स की कल्पना की और खेलो इंडिया अभियान की शुरुआत की। आज हम कह सकते हैं कि दुनिया में लार्जेस्ट एवर मल्टीस्पोर्ट्स इवेंट कोई है तो खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स और खेलो इंडिया अभियान है। आज दुनिया भर के लोग बहुत सारे देशों से इसको देखने आते हैं, समझने आते हैं। किसी भी खिलाड़ी को कोचिंग सेंटर चाहिए, कोच चाहिए या फिर कांप्टीशन चाहिए, हमने किसी में भी कोई कमी नहीं रखी। पीएम मोदी ने सबसे पहले खेल का बजट 874 करोड़ से बढ़ाकर कुछ वर्षों में 2462 करोड़ कर दिया। सैकड़ों कोचेस की नियुक्ति कर दी। यही नहीं, अब एक हजार खेलो इंडिया सेंटर देश भर में मिलने वाले हैं जो 15 अगस्त 2023 से पहले बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि ओलंपिक्स से आने के बाद जब पीएम ने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया था, तब उत्तर प्रदेश, देश का इकलौता ऐसा राज्य था जिसने देश के सभी खिलाड़ियों को बुलाकर सम्मानित भी किया और उनका मान बढ़ाया। इस खेल के मैस्कॉट जीतू ने भी सभी का दिल जीता है। हमने मशाल रैली से उत्तर प्रदेश के कोने-कोने में खेलों को बढ़ावा देने का एक संदेश भेजा है।