अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय समिति की हुई बैठक
गिरिडीह:आज समाहरणालय सभाकक्ष में अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में जिला जिला स्तरीय अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित किया गया। बैठक में गिरिडीह जिला में जन्म-मृत्यु निबंधन का शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने व इसमें प्रगति के नियमित अनुश्रवण को लेकर विचार विमर्श किया गया।
बैठक की समीक्षा के उपरांत अपर समाहर्ता ने कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।जिसमें सीआरएस सॉफ्टवेयर से शत-प्रतिशत जन्म एवं मृत्यु की घटना का ससमय अर्थात 21 दिनों के अन्दर निबंधन कर प्रमाण-पत्र निर्गत करना, विलम्बित होने की स्थिति में नियमानुसार प्रक्रिया के तहत जन्म एवं मृत्यु की घटना का निबंधन करना,डब्लिकेट सॉफ्टवेयर के माध्यम से निर्गत होने वाली प्रमाण पत्र की जाँच एवं जारी करने वाले व्यक्ति/ संस्था की पहचान कर कार्रवाई करना,निजी अस्पताल एवं नर्सिंग होम को संबंधित निबंधन इकाई (जन्म-मृत्यु) को सीआरएस सॉफ्टवेयर से जोड़ना तथा उनके यहाँ प्रतिदिन होने वाले सभी जन्म एवं मृत्यु की घटना को सीआरएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से संबंधित निबंधक (जन्म-मृत्यु) को प्रतिवेदित करना शामिल थे।
वहीं छुटे हुए जन्म एवं मृत्यु की घटना को निबंधित करने हेतु जन्म एवं मृत्यु निबंधन कार्य हेतु घोषित सूचक यथा चौकीदार, आँगनबाड़ी सेविका, सहिया, सरकारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक को जवाबदेही सुनिश्चित करना,सभी पंचायत सचिव सह निबंधक (जन्म-मृत्यु) प्रत्येक सप्ताह के सोमवार को पंचायत सचिवालय -सह- जन्म-मृत्यु निबंधन कार्यालय में उपस्थित रहकर जन्म-मृत्यु निबंधन का कार्य सम्पादित करना,प्रखण्ड स्तर पर प्रखण्ड सांख्यिकी पर्यवेक्षक एवं प्रखण्ड पंचायती राज पदाधिकारी द्वारा प्रतिमाह दो-दो निबंधन इकाई का निरीक्षक करना एवं निरीक्षण प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया।
जबकि जिला स्तर पर सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी द्वारा दो निबंधन इकाई का करना एवं निरीक्षण प्रतिवेदन उपलब्ध कराना,प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं में से जिनका जन्म प्रमाण-पत्र निर्गत नहीं किया गया है कि सूची तैयार कर प्रपत्र 1 ( जन्म रिपोर्ट) में स्थानीय निबंधक (जन्म-मृत्यु) को सूची उपलब्ध कराया जाना,सरकारी एवं निजी अस्पताल में होने वाले सभी मृत्यु की घटना का निबंधन करना एवं प्रपत्र 4 एवं 4(क) में मृत्यु की कारणों का प्रतिवेदन (एमसीसीडी) तैयार कर जिला सांख्यिकी कार्यालय, गिरिडीह को उपलब्ध कराना,निजी अस्पतालों को स्थानीय निबंधन (जन्म-मृत्यु) इकाईयों से सीआरएस पोर्टल से ऑनलाईन जोड़ते हुए सूचक नामित करना, प्रखण्ड स्तर पर नियमित रूप से प्रखण्ड स्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक का आयोजन करना, प्रखण्ड स्तर पर होने वाले साप्ताहिक बैठक तथा जिला स्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय समिति से संबंधित विभागों द्वारा मासिक बैठक में जन्म-मृत्यु निबंधन से संबंधित कार्यों की समीक्षा करना।जन्म एवं मृत्यु की घटना का ससमय निबंधन कराने के लिए जन-जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार करना आदि बातें भी बताई गई।
बैठक में मुख्य रूप से निदेशक डीआरडीए, अनुमंडल पदाधिकारी, गिरिडीह सदर, खोरी-महुआ,डुमरी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी,जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मी उपस्थित थे।
May 22 2023, 17:28