लिंग परीक्षण करने वाले अल्ट्रासाउंड केन्द्रों पर कसेगा शिकंजा, जिले के प्रखंडों में जांच के लिए बनाई गई अलग-अलग टीम
डेस्क : प्रदेश में अवैध रुप से चल रहे अल्ट्रा साउंड केन्द्रों पर शामत आने वाली है। खासकर वैसे केन्द्र जो अवैध रुप से लिंग परीक्षण करते है। उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रशासन की ओर से कड़े कदम उठाए गए है।
मुख्य सचिव के निर्देश के आलोक में शनिवार को भोजपुर में अल्ट्रासाउंड सेंटरों की गहन जांच का दो दिवसीय अभियान शुरू हुआ। पहले दिन की जांच में 29 अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों को सील कर दिया गया। जिले के सभी निबंधित, अनिबंधित और वैध अल्ट्रासाउंड की जांच चिकित्सा पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट की संयुक्त टीम की ओर से की गयी। जिले के सभी प्रखंडों के लिए अलग-अलग जांच टीम बनायी गयी है। सभी टीमों ने एक साथ छापेमारी की। इससे अवैध अल्ट्रासाउंड संचालकों में हड़कंप मच गया। अफरा-तफरी का माहौल रहा। कई अल्ट्रासाउंड संचालक केंद्र बंद कर फरार हो गये।
जांच टीम ने स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार कागजात, लाइसेंस और डॉक्टर की उपस्थिति की जांच की। इस दौरान पाया गया कि कई केंद्रों ने अल्ट्रासाउंड के लिए लाइसेंस नहीं लिया था और बिना लाइसेंस के ही केंद्र का संचालन कर रहे थे। कई केंद्रों पर डॉक्टर ही नहीं थे। कई जगहों पर डॉक्टर का नाम बोर्ड और पर्ची पर छपा था, लेकिन वे पटना में थे। उनके नाम पर आरा और अन्य प्रखंडों में टेक्नीशियन के भरोसे केंद्र संचालित किया जा रहा था।
राज्य के 19 जिलों में चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच होगी। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद इन जिलों में अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच करने का निर्णय लिया गया है। इन 19 जिलों में लिंगानुपात (सेक्स रेशियो) कम है। ऐसे में अल्ट्रासाउंड सेंटर जांच के घेरे में हैं।
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2019-20 के अनुसार राज्य के 19 जिलों में एक हजार लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या 900 से भी कम है। ये जिले अररिया, अरवल, औरंगाबाद, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, दरभंगा, गया, कटिहार, लखीसराय, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, नवादा, पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, समस्तीपुर, सारण, शेखपुरा और सुपौल हैं। माना जा रहा है कि इन जिलों में या तो अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड चल रहे हैं या वैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों में अवैध कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। लोगों को जन्म के पहले ही लड़का-लड़की होने की जानकारी इन केन्द्रों से मिल जा रही है। ऐसे में इन पर नकेल कसाना जरूरी है।
May 22 2023, 10:09