*सार्वजनिक स्थानों पर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं संबंधित अधिकारी: जिलाधिकारी*
अमेठी। जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने अवगत कराया है कि ग्रीष्मकाल के आगमन के साथ ही जनपद में पेयजल संकट उत्पन्न हो सकती है एवं शहरी/नगरीय क्षेत्रों में पीने के पानी की समस्या आम शहरी व नगरवासियों के समक्ष या आवागमन के भीड़-भाड़ वाले स्थानों जैसे बस स्टाॅप व रेलवे स्टेशन आदि पर पेयजल की समुचित व्यवस्था न होने से आम जनमानस को कष्ट का सामना करना पड़ सकता है।
उक्त के दृष्टिगत शहरी/नगरीय क्षेत्रों में टैंकरों व प्याऊ के माध्यम से पेयजल की समुचित व्यवस्था किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि बढ़ती गर्मी एवं बढ़ते हुए तापमान के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्तर गिर जाता है जिससे पेयजल के संसाधन असफल हो जाते है तथा तालाब/पोखर आदि सूख जाने के फलस्वरूप ग्रामवासियों व मवेशियों के समक्ष पेयजल की समस्या विकराल रूप ले लेती है।
इस हेतु सभी सम्बन्धित विभागों को पूरी तरह सतर्क व सजग रहकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें जिससे मानव व पशुओं के समक्ष पेयजल संकट न होने पाये तथा शहरी क्षेत्रों में नगर परिषद/पालिका के माध्यम से शुद्ध पेयजल की व्यवस्था टैंकरों व अन्य माध्यमों से करायी जाय तथा शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के सार्वजनिक नल व हैंडपम्प खराब या मरम्मत योग्य हो, उन्हें तत्काल ठीक कराया जाय एवं तालाबों, पोखरों में ब्लाॅक स्तर से पानी भराने की कार्यवाही प्राथमिकता के आधार पर की जाय।
उन्होंने बताया कि जनपद की सर्वाधिक संवेदनशील स्थिति गौशालाओं की है, जहाॅ पर बड़ी संख्या में पशु रखे गये है। ऐसे स्थानों पर मवेशियों के लिए पीने के पानी की समुचित व्यवस्था न होने पर मूक पशु प्यासे ही रह जाते है, जिसके लिए गौशालाओं में पानी की समुचित व्यवस्था बनायी जाए एवं नियमित रूप से उसकी निगरानी भी किया जाय।
इस सम्बन्ध में उन्होंने जनपद में पेयजल समस्या की निगरानी व पर्यवेक्षण हेतु अपर जिलाधिकारी(वि0/रा0) अजित कुमार सिंह को जलापूर्ति व्यवस्था का नोडल अधिकारी नामित किया है एवं नोडल अधिकारी के रूप में जनपद की जलापूर्ति व्यवस्था की देखरेख, समीक्षा करते हुए सभी सम्बन्धित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने के निर्देश दिए हैं।
Apr 24 2023, 21:51