1932 खतियान आधारित नियोजन नीति लागू करने की मांग पर बंद का मिलाजुला असर
रामगढ़: 1932 खतियान के आधार पर नियोजन नीति लागू करने की मांग और 60/40 के आधार का विरोध कर रहें आंदोलनकारियों ने बुधवार को पटेल चौक और कोठार के निकट घंटों सड़क जाम किया।पुलिस पहुंची लोगों को समझाने का प्रयास किया। भीड़ नहीं मानी पुलिस को हल्की लाठी चार्ज करनी पड़ी।
सुबह लगभग आठ बजे से ही शहर व आसपास झारखंड बंद का असर दिखा मुख्य सड़क जाम रहा आंदोलन कार्यों ने जमकर हंगामा किया राज सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। स मुख्य सड़क पर टायर जलाकर और ड्रम वगैरा लगाकर सड़क जाम किया गया।
जिससे दोनों ओर से आनेवाली गाड़ियों की लंबी लंबी कतारें लग गई। आंदोलन से बाजार प्रभावित रहा अधिकांश दुकानें बंद दिखे र्जनों बड़े वाहन फंसे रहे।आक्रोशित छात्र नेता, और कुछ ग्रामीण युवकों ने सड़क पर उतर कर बंद का समर्थन किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बंद समर्थक नारे में कहा कि 60 /40 नाय चलतऊ, नाय चलतऊ आदि नारे लगा रहे थे।
कई छात्र नेताओं ने कहा कि पिछले दिनों सचिवालय घेराव के दिन सीएम के इशारे पर छात्रों पर लाठी बरसाई गई थी। कई छात्र घायल हुए। लाठीचार्ज के खिलाफ झारखंड बंद की घोषणा की गई है वे 60/40 का विरोध कर 1932 के आधार पर नियोजन नीति लागू करने की मांग कर रहे थे।
दर्जनभर बंद समर्थक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया इस दौरान 60-70 की संख्या में बंद समर्थक खुद ही थाने पर पहुंचकर जेल भेजो नारा लगा रहे ।
थाना प्रभारी और अन्य पुलिस पदाधिकारी कई बार छात्रों को समझाते देखे गए। उ उन्होंने कहा कि बंद समर्थकों को गिरफ्तार नहीं किया गया है शांति बहाल के लिए थाना लाया गया ।
जयराम महतो थाना पहुंचकर हिरासत में लिए गए साथियों से बात किया। उन्होंने कहा बंद समर्थक महिलाओं पर लाठीचार्ज किया गया है। जेंट्स पुलिस ने दुर्व्यवहार किया। हमारी मांग है लाठी चार्ज करने वाले जेंट्स पुलिस पर कार्रवाई किया जाए।
Apr 19 2023, 21:28