बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर शोषित, पीड़ित और वंचित वर्ग के मसीहा ही नही बल्कि नवीन भारत के द्रष्टा एवं निर्माण में मार्गदर्शक थे : रंजन कुमार
मुजफ्फरपुर : बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर शोषित, पीड़ित और वंचित वर्ग के मसीहा ही नही बल्कि नवीन भारत के द्रष्टा एवं निर्माण में मार्गदर्शक थे। ये बातें भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने पार्टी के चल रहे देशव्यापी कार्यक्रम 'सामाजिक न्याय सप्ताह' के समापन पर शुक्रवार को जिला भाजपा द्वारा स्थानीय जूरन छपरा स्थित जिला कार्यालय में आयोजित भारत रत्न बाबासाहेब की 132 वीं जयंती पर उनके "व्यक्तित्व व कृतित्व" पर आधारित संगोष्ठी में कही।
उन्होंने कहा कि आज हम सभी ऐसे महामानव की जयंती पर उनके जनकल्याण के लिए किए गए अभूतपूर्व योगदान को याद कर रहे हैं जिन्होंने जीवन भर समाज के कमजोर लोगों के अधिकारों के लिए लंबा संघर्ष कर भारत के संविधान में, सामाजिक न्याय, आर्थिक न्याय और प्रजातंत्र किस तरह से मजबूत हो सकता है, इसकी नींव रखा।
कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा जितने भी कार्यक्रम किए जा रहे हैं, वो सामाजिक न्याय की ओर जाते हैं, आर्थिक सुदृढ़ीकरण की ओर जाते हैं और वो समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के सशक्तिकरण की ओर जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इस प्रेरित आज जिले के हजारों कार्यकर्ता हर बूथ पर बाबासाहेब की जयंती मना रहे हैं और उनके आदर्शों पर चलते हुए समाज का हर वर्ग कैसे सशक्त बने इस पर काम कर रहे हैं। कहा कि आज हमें बाबासाहेब की जयंती पर उनके आदर्श एवं विचारों को सामाजिक जीवन में और आगे बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए।
कार्यक्रम में बाबा साहेब के व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा करते हुए प्रदेश महामंत्री पूर्व विधायक बेबी कुमारी ने कहा कि बाबासाहेब ने अपना समस्त जीवन भारत की कल्याण की कामना में उत्सर्ग कर दिया. खासकर भारत में जो सामाजिक व आर्थिक तौर से अभिशप्त थे, उन्हें अभिशाप से मुक्ति दिलाना ही उनके जीवन का संकल्प था।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब का मुल मंत्र था शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो बाबासाहेब का स्पष्ट मानना था कि समता मुलक समाज की स्थापना किये बिना राष्ट्र के विकास की कल्पना के बारें में सोच ही नहीं सकते है। ऐसे में बाबा साहब के दिखाए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
वहीं पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि डाo भीमराव अंबेडकर महामानव थे. वे न सिर्फ वंचित, शोषित और पिछड़ों की आवाज थे बल्कि भारत की संपूर्णता और समरसता के प्रतिक थे। आज देश ही नही दुनियाभर में डाo अंबेडकर के विचार प्रासंगिक हैं।
पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रविंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि बाबासाहेब सही मायने में संघर्ष के साथ राष्ट्र के निर्माण में पथ प्रदर्शक व मिसाल थे।
मौके पर अपना विचार प्रकट करते हुए राष्ट्रीय महिला मोर्चा की सदस्य डाo ममता रानी ने कहा कि बाबासाहेब एक मनीषी, योद्धा, नायक, विद्वान, दार्शनिक, समाजसेवी एवं धैर्यवान व्यक्तित्व के धनी अनन्य कोटि के नेता थे।
इस दौरान पूर्व विधान पार्षद गीता देवी, मोर्चा अध्यक्ष फेंकूराम, जिला उपाध्यक्ष उपेंद्र पासवान, पूर्व महापौर सुरेश कुमार, पार्टी नेता अशोक सहनी एवं रामकुमार झा ने भी अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री सचिन कुमार ने व धन्यवाद ज्ञापन महामंत्री प्रभु कुशवाहा ने किया ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला महामंत्री धर्मेंद्र साहु, जिला उपाध्यक्ष अंकज कुमार, विशेश्वर शंभु, रामनरेश मालाकार, रानी सिंह, डाo रागीनी रानी, जिला मंत्री नचिकेता पाण्डेय, नंदकिशोर पासवान, सुरभी शिखा, गीता कुमारी, कनक मणी, मोर्चा अध्यक्ष भारत रत्न यादव, विजय पाण्डेय, मंडल अध्यक्ष परिमल कुमार एवं धीरज सिंह सहित आनंद कृष्ण, रविरंजन शुक्ला, अमरेश विपुल, अमित राठौर, प्रभात कुमार, आनंद सिंह, मनोज कुमार नेता जी, दिलीप कुमार, अखिलेश्वर शर्मा की उपस्थिति रही।
मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी
Apr 14 2023, 17:59