झारखंड: फिर जंगली हाथियों का आतंक, गोला में महिला को कुचला
(झारखंड डेस्क)
झारखंड के वन क्षेत्र में उत्पात और लोगों का जान लेने का सिलसिला रुक नही रहा है। रामगढ के गोला वन क्षेत्र में एक बार फिर ऐसी घटना घटी।
पिछले कई दिनों से खोका के जंगलों में डैरा जमाए तीन हाथियों ने जंगल से निकल कर खोखा व आस पास के क्षेत्रों में सोमवार को जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान महुआ चुन रही खोखा गांव की पूनम देवी पति चंद्रनाथ महतो (56)को पैरों से कुचल कर मार डाला ।
इससे पूर्व हथियों के झुंड ने पुराना सिरका निवासी रोशन लाल महतो 28 वर्ष पिता जयनंदन महतो को गंभीर रूप से घायल कर दिया है। बताया जाता कि सोमवार की सुबह चार बजे कई महिलाएं एक साथ महुआ चुनने के लिए पास के जंगल में गई थी। इसी बीच अचानक जंगली हाथी आ धमके। अंधेरा होने के कारण महिलाएं हाथियों को नहीं देख सकी। जब हाथी बिल्कुल सामने आ गए तो हाथियों को देख दो अन्य महिलाएं भाग निकली। वहीं पूनम देवी भाग नहीं पायी और हाथियों ने उसे कुचल कर मार डाला। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर महिला के शव को कब्जे में लिया।
मृतक के परिजन को वन विभाग ने दिया 15000
इस घटना की सूचना मिलते हीं तत्काल मृतक महिला के परिजनों को वन विभाग ने 15 हजार रुपये का मुआवजा दिया। साथ ही शेष राशि 3 लाख 85 हजार रुपये पोस्टर्माटम सहित अन्य कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद देने का आश्वासन दिया है।उल्लेखनीय है कि जंगल में हाथी द्वारा कुचले जाने के बाद वन विभाग द्वारा 4 लाख मुआबजा का प्रावधान है।
इधर इस घटना के बाद मुखिया प्यारेलाल महतो, उप मुखिया किशोर महतो, पूर्व पंचायत समिति सदस्य सिकदंर शर्मा सहित अन्य लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों से ग्रामीणों को हाथियों से सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
इधर गोला के बीसा गांव में भी हाथियों के झुंड ने दर्शन महतो सहित अन्य किसानों के खेतों में लगी गेहूं और आलू की फसल को खाते हुए रौंदकर बर्बाद कर दिया।
यहां पहुंचे हाथियों के चपेट में आने से तीन महिलाएं बाल-बाल बच गई। ग्रामीणों ने बताया कि तीन महिलाएं महुआ चुनने जंगल जा रही थी। इसी बीच हाथियों से उनका सामना हो गया। महिलाओं ने भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल हो गई। किसानों ने वन विभाग के अधिकारियों से फसल की क्षतिपूर्ति मुआवजा भुगतान की मांग की है।
अभी भी सिरका जंगल में मौजूद हैं तीन जंगली हाथी,मचा जकते हैं फिर उत्पात
सिरका जंगल में तीन हाथी मौजूद हैं, जो कभी भी गांव की ओर आकर उत्पात मचा सकते हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम से जंगल में डेरा जमाए हाथियों को भगाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। गांव के लोग हाथियों के उत्पात से डरे सहमे नजर आ रहे हैं। गोला के जंगली क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष हाथियों का उत्पात होते रहता है। कुछ दिन पूर्व हाथियों ने भीड़ भाड़ व आबादी वाले गोला डीवीसी चौक के निकट भी जमकर उत्पात मचाया था। इससे लोग काफी परेशान हो गए थे। लोगों को कहना है कि वन विभाग को हाथियों के उत्पात पर अंकुश लगाने के लिए कोई ठोस पहल करनी चाहिए।
Mar 28 2023, 11:52