सरायकेला : विशाल बाहा सेंदरा यात्रा में उमड़े प्रकृति प्रेमियों की भीड़
सरायकेला : जिला के चांडिल अनुमंडल अन्तर्गत आदिवासी समन्वय समिति, पातकोम दिशाेम माझी पारगाना माहाल, झारखंड दिशोम बाहा (सरहुल) कमिटी व संयुक्त ग्राम सभा द्वारा पुराना हाई स्कूल मैदान ईचागढ़ से विशाल बाहा सेंदरा यात्रा का शुभारंभ कर खुदियडीह, चौका होते हुए चांडिल गोल चक्कर स्थित सिधु कान्हो के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
इसके बाद सभी एकत्रित होकर चांडिल बस स्टैंड सिनेमा हॉल से चांडिल बाजार, स्टेशन होते हुए गांगुडीह दिशोम जाहेर गाढ़ पहुंचे।
मौके पर पातकोम माझी पारगाना माहाल के महासचिव श्यामल मार्डी ने कहा सरहुल पुजा प्रकृति की पुजा है। यह झारखंड का एक प्राचीन त्योहार है। त्योहार के दौरान साल फूलों को जाहेरथान या सरना स्थल पर लाया जाते हैं और माझी बाबा (पुजारी) द्वारा साल पेड़ के नीचे पुजा अर्चना किया जाता है। दिशोम सरहुल में प्रकृति देवताओं की साल फूलों और फलों के साथ पूजा की जाती है। झारखंड में सभी जनजाति इस उत्सव को उत्साह और आनन्द के साथ मनाते हैं।
इस पर्व पर पुरुष, महिला और बच्चे रंगीन और जातीयरिधानों में पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत करते हैं।
इसके पुर्व २४ मार्च को झारखंड दिशोम सरहुल कमिटी द्वारा चांडिल गोल चक्कर, आदिवासी समन्वय समिति द्वारा खुदियाडीह, पातकोम दिशोम माझी पारगाना माहाल द्वारा गांगुडीह व संयुक्त ग्राम सभा ईचागढ़ द्वारा पुराना ईचागढ़ हाई स्कूल मैदान में सरहुल महोत्सव का आयोजन किया गया।
आज बाहा सेंदरा पर्व के दौरान चारो प्रखण्ड आदिवासी द्वारा परम्परागत हाथियार से लेस होकर चांडिल जंगल में एक सुअर का सेंदरा किया । इस अवसर पर प्रकाश मार्डी, भदरू सिंह सरदार, सुचांद उरांव, डोमन बास्के, ज्योतिलाल बेसरा, शक्तिपद हांसदा, महावीर हांसदा, बुद्धेश्वर माझी, गुरुपद हांसदा, चारु चांद किस्कू, गुरुचरण किस्कू, सुखराम हेंब्रम, ईचागढ़ के प्रमुख गुरुपद मार्डी, श्यामल मार्डी, सुधीर किस्कू आदि उपस्थित थे।
Mar 27 2023, 19:53