कालाजार से आक्रांत गांवों में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड का छिड़काव शुरू, 60 कार्य दिवस तक चलेगा छिड़काव कार्य
पूर्णिया : ज़िले को कालाजार से मुक्त करने के लिए कालाजार छिड़काव अभियान शुरू हो गया है। इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन रानीपतरा स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, जिला वेक्टर बॉर्न पदाधिकारी डॉ राजेन्द्र प्रसाद मंडल, पूर्णिया पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरद कुमार, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी रवि नंदन सिंह, जिला वेक्टर जनित सलाहकार सोनिया मंडल, बीएचएम विभव कुमार, केयर इंडिया के डीटीएल आलोक पटनायक एवं डीपीओ चंदन कुमार सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम से जुड़े राम कृष्ण परमहंस सहित कई अन्य कर्मी भी उपस्थित थे।
आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा विभागीय स्तर पर किया जा चुका है जागरूक: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले से कालाजार जैसी बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए 13 प्रखंडों का चयन किया गया है। क्योंकि बायसी प्रखंड में विगत तीन वर्षों से एक भी कालाजार के रोगियों की पहचान नही हुई है। जिस कारण बायसी को कालाजार मुक्त घोषित कर दिया गया है।
कहा कि कालाजार से आक्रांत गांवों में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड (एसपी) कीटनाशक दवा का छिड़काव कार्य का शुभारंभ कर दिया गया है। हालांकि इसके साथ ही बचाव को लेकर भी जिलेवासियों को जागरूक करने के उदेश्य से विशेष रूप से प्रचार प्रसार भी चलाया जाएगा। छिड़काव से पहले आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा विभागीय स्तर पर जागरूक किया जा चुका है।
जिले से कालाजार बीमारी को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागीय अधिकारियों के अलावा केयर इंडिया व पीसीआई के अधिकारी अपने-अपने स्तर से लगे हुए हैं।
60 कार्य दिवस तक चलेगा छिड़काव कार्य
जिला वेक्टर जनित सलाहकार सोनिया मंडल ने बताया कि सिंथेटिक पाइरोथाइराइड छिड़काव के लिए 79 टीम को छिड़काव कार्य में लगाया गया है। जिसमें एक टीम में 6 सदस्यों को शामिल किया गया है। छिड़काव अभियान 16 मार्च से शुरू होकर आगामी 05 जून तक चलेगा। जिसके लिए 134 स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 104 पंचायतों के 215 आक्रांत राजस्व गांवों का चयन किया गया हैं।
वहीं 14, 38, 589 जनसंख्या वाले 2, 87, 018 घरों के 7, 14, 638 कमरे में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जाना है। जहां पर कालाजार के मरीज़ पाए गए हैं। जिले में वर्ष 2020 में 88, वर्ष 2021 में 79, वर्ष 2022 में 31 जबकि 15 मार्च 2023 तक 02 विसरल लिशमैनियासिस (वीएल) एवं 01 पोस्ट कालाजार डरमल लिशमैनियासिस (पीकेडीएल) के मरीज की पहचान हुई है।
पूर्णिया से जेपी मिश्रा
Mar 16 2023, 20:15