अब रांची वासियों को प्रदुषण रहित बस सेवा के लिए नगर निगम मांगा रही 244 ई बस
रांची: बेहतर व प्रदूषण रहित बस सर्विस देने की योजना रांची नगर निगम शहरवासियों के लिए बना रही है। ग्रीन रांची क्लीन रांची की परिकल्पना के साथ इस दिशा में कार्रवाई तेज कर दी गई है।
पुरानी डीजल बसों को जहां सीएनजी कीट के साथ अपग्रेड किया जाएगा वहीं दूसरी ओर 30 नई इलेक्ट्रिक बसों की खरीदारी कर शहरवासियों को नया अनुभव देने का प्रयास किया जा रहा है।
244 बसें खरीदने की हो गयी तैयारी
बता दें कि नगर निगम रांची के द्वारा तीन माह के अंदर 244 नई बसों की खरीदारी की जाएगी। ताकि शहर में बस यात्रियों की आपाधापी को कम किया जा सके। बसों की खरीदारी के लिए डीपीआर तक तैयार किए जा चुके हैं और पहले चरण में 40 बसों की खरीदारी व अपग्रेडेशन के लिए टेंडरिंग की प्रक्रिया भी की जा चुकी है।
अब सफर होगा बेहतर और राहत भरी
बताया जा रहा है कि करीब 30 बसें ऐसी हैं जो पूरी तरह से कंडम हो चुकी हैं और नागा बाबा खटाल स्थित डंपिंग यार्ड में यूं ही सड़ने के लिए छोड़ दिया गया है। ऐसी स्थिति में बसों की खरीदारी व अपग्रेडेशन का कार्य संजीवनी की तरह काम करेगा। साथ ही बस यात्रियों की बढ़ती भीड़ को भी बेहतर व राहत भरी सफर का आनंद आएगा।
पिंक बसों की बढ़ेगी संख्या
महिलाओं की सुविधा के लिए नगर निगम के द्वारा सड़कों पर चलाई जाने वाली पिंक बसों की संख्या में भी इजाफा किया जाएगा। साथ ही इन बसों का परिचालन कचहरी चौक से डोरंडा के अलावे तुपुदाना व धुर्वा तक किए जाने का भी प्रस्ताव है।
नगर निगम के इस फैसले के बाद शहर के बाहरी इलाकों से आने वाली सैकड़ों महिलाओं को राहत मिलेगी। दरअसल कचहरी चौक से डोरंडा तक पिंक बसों का परिचालन होने से तुपुदाना व धुर्वा इलाके से आने वाली महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इससे पूर्व भी शहर की महिलाओं ने बसों के रुट में बदलाव की मांग की थी। जिसका असर अब देखने को मिल रहा है। नगर निगम ने इन बसों के परिचालन में बदलाव के संकेत दिया है।
पंडरा स्थित बस स्टाप को किया जाएगा अपग्रेड
इतनी बड़ी संख्या में बसों की खरीदारी के बाद नगर निगम के सामने इन बसों को पार्क करने व रखरखाव की समस्या सामने आ सकती है। लिहाजा, पंडरा स्थित बस स्टाप को जहां अपग्रेड किया जाएगा वहीं दूसरी ओर नागा बाबा खटाल स्थित डंपिंग यार्ड को भी अपग्रेड किए जाने की योजना है। ताकि बसों का रखरखाव आसान व बेहतर किया जा सके।
बता दें कि रखरखाव के अभाव में शहर की करीब 30 बसें कंडम हो चुकी हैं। जो बसें डंपिंग यार्ड में खड़ी हैं उनके कलपुर्जे तक गायब हो चुके हैं। फिलहाल न तो इन बसों की रिपेयरिंग कराई जा रही है और न ही कंडम हो चुकी बसों के कलपुर्जे की सुरक्षा ही की जा रही है। जिससे डंपिंग यार्ड में खड़ी बसों के महंगे कलपुर्जे पूरी तरह से गायब हो चुके हैं।
दुर्दशा का आलम यह है कि इन बसों के सहारे स्थानीय लोग अपने पशुओं को बांधते हैं और गंदगी भी फैला रहे हैं। सूत्रों की माने तो अब इन बसों के कबाड़ को बेचने की तैयारी चल रही है। बताया जा रहा है कि आक्शन के लिए कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और जल्द ही इसे पूरा किया जाएगा।
तीन माह के अंदर पूरी होगी प्रक्रिया
रांची नगर निगम आयुक्त शशि रंजन ने बताया कि शहर में बस यात्रियों की बढ़ती संख्या व प्रदूषण के स्तर को कम करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। 244 नई बसों की खरीदारी की जा रही है, जिसमें 30 इलेक्ट्रिक बसों का प्रायोगिक तौर पर परिचालन किया जाएगा। साथ ही पुरानी डीजल बसों को अपग्रेड कर सीएनजी बसों में कंवर्ट किया जाएगा। ये सारी कवायदें तीन माह के अंदर पूरी कर ली जाएंगी।
Mar 13 2023, 15:46