बड़हरवा टोल प्लाजा टेंडर विवाद मामले मे डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा ने रखा ईडी के सामने अपना पक्ष
कहा-आज तक तो एक घर नही बना पाया तो सम्पति कहाँ बना पाएंगे
(झारखंड डेस्क)
रांची:ईडी ने बड़हरवा टोल प्लाजा टेंडर विवाद मामले में
तत्कालीन डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा से लंबी पूछताछ की थी।उसके सम्पति का व्योरा भी मांगा है।साथ हीं पंकज मिश्र को न्यायिक हिरासत में रहते हुए उससे मुलाकात भी की थी।इस संबंध में सम्बंध में डीएसपी ने ईडी को जवाब दिया कि पंकज मिश्रा के न्यायिक हिरासत में रहते हुए उन्होंने रिम्स में उनसे मुलाकात की थी।यह मुलाकात
मानवता के नाते की थी ।उनका दावा है कि पंकज मिश्रा से मिलने के पीछे उनका कोई निजी स्वार्थ नहीं था। मानवता के नाते मुलाकात की थी।
डीएसपी का कहना है कि पंकज मिश्रा से संबंध होने का यह मतलब नहीं कि उन्होंने अवैध खनन से संपत्ति अर्जित की है। दावा किया कि आज तक तो अपना घर नहीं बनवा पाए, संपत्ति क्या बनाएंगे।
जल्द देंगे ईडी को अपने सम्पति का ब्यौरा
उन्होंने बताया कि ईडी ने उनसे लंबी पूछताछ की, लेकिन उनके साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया। इन्होंने भी पूरी शालीनता के साथ प्रश्नों के उत्तर दिए। ईडी ने इनसे संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए कहा है। होली की छुट्टी व व्यस्तता के चलते उन्होंने अब तक उन्होंने संपत्ति का ब्यौरा नहीं दिया है। एक-दो दिनों के भीतर वे ईडी को ब्यौरा दे देंगे।
टोल प्लाज़ा मामले में उनका कोई स्वार्थ नही, घटना के एक दिन पहले किया था पदभार ग्रहण
डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा ने ईडी को बताया कि बड़हरवा टोल प्लाजा टेंडर विवाद का मामला 22 जून 2020 का है। घटना से दो दिन पहले ही यानी 20 जून की रात उन्होंने डीएसपी बड़हरवा का पदभार ग्रहण किया था। 21 जून को केवल एक दिन ही ड्यूटी की थी कि अगले ही दिन यानी 22 जून को टेंडर विवाद का मामला सामने आ गया।
घटनास्थल उनके कार्यालय के बगल में था, जहां वे तुरंत पहुंच गए थे। जो भी घटा उसे उन्होंने करीब से देखा। उन्होंने अपने सुपरविजन में भी वही लिखा, जो उन्होंने वहां अध्ययन किया। अब इसके बावजूद उनपर पक्षपात करने व 24 घंटे के भीतर मंत्री आलमगीर आलम व पंकज मिश्रा को क्लीन चिट देने का आरोप लग रहा है, तो वे क्या कह सकते हैं।
Mar 10 2023, 15:29