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ग्रामीणों के चेहरे पर मुख्कान बिखेर रही पीएम आवास योजना, पढिए खास रिपोर्ट

औरंगाबाद : जिले में केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) गांवों में खुशियां बिखेर रही है। लाभुकों के चेहरे पर मुस्कान देखते ही बन रही है। 

ये तस्वीरे बिहार के औरंगाबाद जिले के बारूण प्रखंड के कंचनपुर पंचायत के कंचनपुर गांव की है। पहली तस्वीर नवनिर्मित सजे धजे उन आवासों की है, जो प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत बनी है। दूसरी तस्वीर पुरानी है। पुरानी तस्वीर उस वक्त की है, जब ये गरीब गुरबे एक तरह से बेघर थे। घर के नाम पर उनके पास कच्ची मिट्टी के खपरैल थे। गरीबी के कारण इनकी मरम्मत कराने तक की ये हैसियत में नही थे। नतीजतन गर्मी के दिनों में लू के थपेड़ो को सहना और बरसात के दिनों में पानी चुती खपरैल में गुजारा करना पड़ता था। बाल-बच्चों और पूरे परिवार के साथ ऐसे घर में महिलाएं कैसे गुजारा करती होंगी, इसकी सहज ही कल्पना की जा सकती है। 

दोनो तस्वीरों को देखकर पहले और आज के बीच के अंतर को देखा और समझा जा सकता है। इस अंतर का सबब बनी पीएम आवास योजना जो न केवल इनके सिर पर ढंग की छत का सहारा बनी और इनका जीवन स्तर भी उपर उठा। इस योजना के लाभुको की जुबान सरकार की तारीफ करते नही अघाते। 

लाभुक बताते है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हे आवास ही नही दिया बल्कि शौचालय और उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस का कनेक्शन भी दिया। इससे धुएं से भी मुक्ति मिली शौचालय बनने से महिलाओं को इज्जत भी मिली। इस मामले में एक मुस्लिम महिला तो एक हाथ आगे बढ़कर यह भी बोल गयी कि मोदी जी ने घर और शौचालय तो दिया ही। साथ ही तीन तलाक से भी मुक्ति दिला दी।                  

दरअसल कंचनपुर गांव की ये तस्वीरे प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) के फलाफल की बानगी और प्रतिनिधित्व करती तस्वीरें है। ऐसी तस्वीरे औरंगाबाद के हर गांव में मौजूद है, जो प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोंच को बयान करती है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

होली के त्योहार पर अपने घर नहीं लौट पाने वाले बिहारियों के दर्द को बयां करती "बनारस वाला इश्क" फेम लेखक प्रभात बांधुल्य की कविता।

यह लेखक उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को वैलेंटाइन वीक पर पटना की पिंकी द्वारा लिखी गई चिट्ठी से चर्चा में आया था। पिंकी ने अपने इस वन साइडेड लवर को प्रपोज करने के लिए पत्र के माध्यम से तेजस्वी से नौकरी मांगी थी।

जवाब में लेखक ने पिंकी के प्रेम को ठुकरा दिया था। कहा था कि उसका पहले से ही किसी से अफेयर चल रहा है, वह उससे शादी करने वाला है लेकिन वह पिंकी को नौकरी दिलाने की लड़ाई लड़ेगा।

समय लेकर तेजस्वी यादव से मिलेगा। फिर बिहार दिवस पर पटना में पिंकी से मिलने का वादा भी किया था। बिहार दिवस आने में अब कुछ दिनों की देरी है।

औरंगाबाद में होली पर इतनी मात्रा में मिली इंसानी दिमाग को ‘आउट ऑफ कंट्रोल’ कर देनेवाली यह चीज

 औरंगाबाद()। बिहार में शराबबंदी है तो होली भी है। यह रंगों का त्योहार है। खास यह कि इस त्योहार में अलग तरह की रंगीनी है। यही अलग वाली रंगीनी मिजाज को भी रंगीन बनाने को कहता है। अब मिजाज में रंगीनी कैसे आएंगी।इसके लिए तो कुछ रंगीन चीज चाहिए ही, तभी तो खाएंगे-पीएंगे ऐश करेंगे और क्या? रंगों का यह पर्व भी तो रंग में आने के लिए खाने पीने की इजाजत देता ही है। पीना तो सब समझते ही है लेकिन जब से बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू हुई है, तबसे पीना लोगो के लिए आफत वाला हो ग्या है। खैर पीने वाले मानते थोड़े ही है, वें तो आफत को मोल लेते है।

पहले भी लेते रहे है होली के बहाने कुछ ज्यादा ही मोल ले रहे है लेकिन थोड़ी दिक्कत जरूर है भाई। चूंकि दारूबंदी है। लिहाजा आफत लानेवाली चीज लेने में परेशानी है, पर होली है तो लेना ही है। जब लेना ही है तो सस्ता महंगा भी नही देखना है, बस जैसे भी हो लेना है। अब लेना है तो देनेवाले भी होने चाहिए। देनेवाले है भी पर खुल्लमखुल्ला दे नही सकते है। इसी वजह से देनेवाले यह काम कुछ ओट लेकर करते है। ऐसे ही ओट लेकर होली के त्योहार में तबीयत को रंगीन करने वाली चीज औरंगाबाद शहर में बिक रही थी, जिसका पुलिस ने न केवल भंडाफोड़ किया है बल्कि एक बेंचवईया को धर दबोचने के साथ माल भी बरामद किया है। पुलिस ने 680 ग्राम गांजा बरामद किया है। साथ ही एक धंधेबाज को भी धर दबोंचा है। गांजा की बिक्री का यह गोरखधंधा कीटनाशक दवा की दुकान का ओट लेकर किया जा रहा था। औरंगाबाद की पुलिस कप्तान स्वपना गौतम मेश्राम ने बताया कि मंगलवार की दोपहर औरंगाबाद नगर थाना की पुलिस ने शहर में सिंहा कॉलेज के पास एक दुकान में गांजा बेचने का धंधा किये जाने का भंडाफोड़ किया है।

उन्होने बताया कि उन्हे खुफिया इनपुट मिली कि होली के त्योहार पर औरंगाबाद शहर में सिंहा कॉलेज के पास रामविलास यादव के मकान में स्थित कीटनाशनक दवा की दुकान में गांजा की बिक्री की जा रही है। इस सूचना का सत्यापन करने का उन्होने औरंगाबाद नगर थानाध्यक्ष को निर्देश दिया। निर्देश पर नगर थानाध्यक्ष ने अविलंब कार्रवाई करते हुए पुअनि शिशुपाल कुमार एवं सअनि जगन्नाथ ठाकुर को सशस्त्र बल के साथ सिंहा कॉलेज के पास रामविलास यादव के मकान में कीटनाशक की दुकान पर छापा मारने भेजा। छापेमारी में दुकान से एक अभियुक्त को गिरफ्तार करते हुए 680 ग्राम गांजा, एक मोबाईल एवं 2290 रूपये की नगदी बरामद की गयी। इस मामले में औरंगाबाद नगर थाना में भादंवि की धारा 20/22 एवं एनडीपीएस एक्ट के तहत कांड संख्या-163/23 दर्ज किया गया है। गिरफ्तार गांजा विक्रेता राजेंद्र महतो औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना के खान गांव का निवासी है। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। गौरतलब है कि गांजा की तस्करी और बिक्री के गोरखधंधे में गाढ़ी कमाई है। यही वजह है कि नशे का अवैध धंधा करने वाले लोग खूब फल-फूल रहे हैं।

मुख्यतः गांजे की खेप ओडिसा से लाई जाती है। जानकार बताते है कि ओडिसा में एक किलो गांजा ढाई हजार रुपये में मिलता है और बिहार में आकर इसकी कीमत 14 हजार रुपये प्रति किलो तक हो जाती है। रिटेल में गांजा बेंचनेवाले आठ-दस किलो गांजा ही खरीदकर ले जाते हैं, जिसे वें फुटकर में पुड़िया बनाकर बेचते हैं।  इसकी खुदरा बिक्री 1/2, 1, 2, 5 एवं 10 ग्राम का पुड़िया बनाकर की जाती है। आधा ग्राम की कीमत दस रूपये की होती है। इस रेट से गांजा बेचने से होनेवाली आमदनी का अंदाज लगाया जा सकता है। हालांकि लाख टके का सवाल यह है कि उड़ीसा से लेकर बिहार के औरंगाबाद तक गांजे की खेपें आखिर कैसे आ रहीं हैं। रास्ते में कई राज्यों के बार्डर पार करने पड़ते हैं, वहां से गांजा लेकर तस्कर कैसे सुरक्षित निकल आते हैं। इसके पीछे वजह यह है कि दरअसल गांजा तस्करों का बड़ा नेटवर्क है। जहां से भी तस्कर गांजा लेकर आते हैं, वहां उसके मुखिया से उनका कभी भी आमना-सामना नहीं होता। यही वजह है कि गांजा बेंचने बाले खुदरा धंधेबाज और छोटे तस्कर तो पुलिस के पकड़ में आ जाते है।

गांजे की छोटी से लेकर बड़ी खेप तक बरामद होती है लेकिन बड़े माफिया कभी भी पकड़ में नही आते है।  गांजा का सेवन करते ही ‘आउट ऑफ कंट्रोल’ हो जाता है इंसान का दिमाग- विशेषज्ञों के अनुसार गांजा के शरीर में जाने के बाद इंसान का दिमाग ‘आउट ऑफ कंट्रोल’ हो जाता है। यह गांजे में पाए जानेवाले दो केमिकल्स टीएचसी और सीबीडी के कारण होता है। दोनो के अलग-अलग काम हैं। जहां एक तरफ टीएचसी नशा बढ़ाता है। वहीं दूसरी ओर सीबीडी, टीएचसी के प्रभाव को कम करता है।

यह भी हैरान करने वाली बात है कि सीबीडी लोगों की घबराहट को कम करने में काफी मदद करता है लेकिन, यह इंसान को उस वक्त हिलाकर रख देता है जब गांजे में टीएचसी की मात्रा सीबीडी की मात्रा से ज्यादा हो। जब कोई इंसान गांजा स्मोक करता है तो टीएचसी खून के साथ उसके दिमाग तक पहुंच जाता है और गड़बड़ करने लगता है। यह तो सबको मालूम ही होगा कि हमारा दिमाग अपना सारा काम न्यूरॉन्स की मदद से करता है और गांजा पीने के बाद न्यूरॉन्स ही कंट्रोल से बाहर हो जाता है।

गांजा पीने के बाद जब न्यूरॉन्स या दिमाग बेकाबू हो जाता है तो लोगों को बेशक आनंद की अनुभूति होती है लेकिन वे कोई बात ज्यादा देर तक याद नहीं रख पाते, वे पहले की तरह किसी बात तो याद भी नहीं कर पाते यानि यदि ऐसे लोगों को कोई बात बताई जाए तो वह उनके दिमाग में नहीं बैठती। यह सब कम अवधि वाली दिक्कतें हैं, जो गांजे का नशा उतरने के बाद ठीक हो जाती हैं। हालांकि भारत में गांजा की बिक्री पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद लोग चोरी-छिपे इसका व्यापार और सेवन करते है।

औरंगाबाद: जीविका ग्राम संगठन कार्यालय के निर्माण कार्य का हुआ शिलान्यास

आज दिनांक- 06 मार्च 2023 को ग्रामीण विकास विभाग के 2 विभागों मनरेगा एवं जीविका के अभिसरण से जीविका दीदियों के कार्यालय हेतु जीविका ग्राम संगठन कार्यालय के निर्माण कार्य का शिलान्यास नवीनगर प्रखंड के रामपुर पंचायत के प्रखंड कार्यालय परिसर में जिला पदाधिकारी औरंगाबाद, श्री सौरभ जोरवाल के कर कमलों से किया गया।

इस मौके पर उप विकास आयुक्त औरंगाबाद अभयेंद्र मोहन सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी देवानंद कुमार सिंह, कार्यक्रम पदाधिकारी नबीनगर, अंचलाधिकारी, बीपीएम जीविका नबीनगर एवं अन्य पदाधिकारी गण एंव मुखिया ग्राम पंचायत रामपुर उपस्थित रहे। इसके पश्चात जिला पदाधिकारी द्वारा प्रखंड परिसर में ही मनरेगा से सौंदर्यीकरण किए जा रहे पोखरा का निरीक्षण किया गया । यह पोखरा भी जीविका दीदियों को मछली पालन हेतु मनरेगा कार्यालय द्वारा क्रियान्वित कराया गया है।

औरंगाबाद: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला चिकित्सा कर्मियों को किया गया सम्मानित


आज दिनांक- 06 मार्च 2023 को जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद द्वारा जिला मुख्यालय स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में सदर अस्पताल स्थित सभागार में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस सम्मान समारोह में जिले के महिला चिकित्सक, स्टाफ नर्स, कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर, एएनएम, आशा फैसिलिटेटर, आशा एवं अन्यान्य महिला कर्मियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया.

उक्त आशय की सूचना देते हुए अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ किशोर कुमार द्वारा बताया गया कि प्रत्येक वर्ष 8 मार्च की तिथि को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है. उक्त तिथि को होली की छुट्टी को देखते हुए सरकारी निर्देशानुसार 8 मार्च से पूर्व आज ही जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर महिला कर्मियों को सम्मानित करने का कार्य किया गया है.

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सहित अन्य वक्ताओं ने अपने उद्बोधन में कहा कि लैंगिक विषमता को दूर करने एवं आधी आबादी के सशक्तिकरण के लिए ना सिर्फ सरकार बल्कि विभिन्न संगठनों द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं. महिलाओं को पुरुषों के समान विभिन्न कार्य क्षेत्रों में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है. एक कार्य क्षेत्र के रूप में स्वास्थ्य विभाग में महिलाओं की संख्या अधिक होती है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 को "एक स्थाई कल के लिए आज लैंगिक समानता" थीम के तहत मनाया जा रहा है. इसके लिए आवश्यक है कि पुरुष महिलाओं का सम्मान करें एवं उन्हें आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करें.

दूसरी तरफ कार्यक्रम के दौरान सम्मान प्राप्त करने वाली महिलाओं ने अपने उद्बोधन में यह व्यक्त किया कि जिस प्रकार एक नारी की सफलता के पीछे एक पुरुष का सहयोग माना जाता है उसी तरह हर नारी की सफलता के पीछे पुरुष का सहयोग काफी प्रासंगिक है. महिलाओं के उत्थान में पुरुषों के सहयोग को इनकार नहीं किया जा सकता. महिलाओं का जहां सम्मान होता है वह स्थान देवताओं के रमन योग्य माना जाता है. आने वाली पीढ़ी के लिए महिलाओं का अस्तित्व एवं सम्मान आवश्यक है क्योंकि महिलाएं सृजन का आधार मानी जाती हैं.

इस अवसर पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सुनील कुमार, अस्पताल प्रबंधक हेमंत राजन, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक कुमार आनंद प्रकाश, यूनिसेफ के अधिकारी कामरान खान, यूएनडीपी के अधिकारी आरसी खान, जपाईगो संस्था की प्रतिनिधि रूपाली रैना सहित स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी द्वारा किया गया.

सांसद आवास सिंह कोठी पर बीजेपी की ओर से होली मिलन समारोह का किया गया आयोजन

औरंगाबाद - सांसद आवास सिंह कोठी पर भारतीय जनता पार्टी के तरफ से होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद सुशील कुमार सिंह एवं विशिष्ठ अतिथि के रूप में सुनील सिंह शामिल हुए।

इस कार्यक्रम में भोजपुरी के लोकप्रिय गायक छोटू बिहारी एवं टिंकू टाइगर टीम के द्वारा संगीतमय प्रस्तुति दी और पारम्परिक,देशभक्ति होली सुनाकर उपस्थित लोगों को झूमा दिया।

इस मौके पर सांसद ने कहा कि यह त्योहार आपसी भाईचारे और प्रेम का संदेश देता है।हम सभी लोगो को होली के त्योहार पर सभी को परस्पर प्रेम एवं सद्भावना का परिचय देना चाहिए।

इस होली मिलन समारोह में सभी लोगो ने एकजुटता के साथ अपनत्व,प्रेम सौहार्द के साथ एक-दूसरे को अबीर,गुलाल एवं मिठाई खिलाकर हर्षोल्लास के साथ मनाया और सभी लोगो ने मिलन समारोह कार्यक्रम में भाग लिया और एक दूसरे को रंग,अबीर लगाकर खुशी मनाया।

भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने जिलेवासियों को पवित्र त्योहार होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी।सभी लोगो से शांति से इस पर्व को मनाने का अपील किया।

इस कार्यक्रम में मुख्य पार्षद उदय गुप्ता,उप मुख्य पार्षद मो.एहसान,सांसद प्रतिनिधि अश्विनी सिंह,कर्नल सुधीर कुमार सिंह,पूर्व जिलाध्यक्ष इन्द्रदेव यादव,पूर्व उप प्रमुख मनीष राज पाठक,जिला महामंत्री मुकेश सिंह,जिला उपाध्यक्ष दीनानाथ विश्वकर्मा,प्रोफेसर अजीत सिंह,अभय सिंह,कौशल सिंह,गंगेश सिंह,सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता आदित्य शेखर सिंह,शशांक शेखर सिंह,शुभेन्दु शेखर सिंह,प्रवीर सिंह उर्फ शिवम सिंह,प्रदेश कार्य समिति सदस्य पुरषोत्तम सिंह,अनिल सिंह,अशोक सिंह,राकेश कुमार देवता,जिला परिषद सदस्य प्रदीप चौरसिया,जिला मंत्री आलोक सिंह,बिजेन्द्र सिंह उर्फ भोला सिंह,वार्ड सदस्य रंजय अग्रहरि,छोटू चौधरी,अमित अखोरी,सुनील गुप्ता,गुड्डू कुमार गुप्ता,प्रखंड सांसद प्रतिनिधि भरत सिंह,किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष विनय सिंह,प्रदेश कार्य समिति सदस्य सह जिला प्रभारी त्रिविक्रम नारायण सिंह महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अनिता सिंह,गुड़िया सिंह,सुमन अग्रवाल,उषा सिंह,सारिका शेखर,सरस्वती सिंह,पूर्व मुखिया सुरेन्द्र गुप्ता,जुलेखा खातुन,पूर्व पंचायत समिति सदस्य संगेश सिंह,अजय सिंह,समाजसेवी रवि सिंह,अजिताभ सिंह,नीलमणि कुमार,मनोज प्रमार,ब्रजेश सिंह,अरबिन्द सिंह,असनारायन सिंह,लाला सिंह,मुन्ना सिंह,प्रदीप सिंह,नगर अध्यक्ष कौशल सिंह,मंडल अध्यक्ष सुबोध सिंह,विकेक कुमार,पैक्स अध्यक्ष अनुज सिंह,मुखिया सुजीत सिंह,पंकज सिंह,समाजवादी नेता रामलखन सिंह,भाजपा नेता नलिनी रंजन,पूर्व सरपंच रविन्द्र सिंह,युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष चंदन सिंह,अभिषेक सिंह वसु,दिपक सिंह,आशुतोष मोनू,बैराव मुखिया सिकन्दर यादव,जिला मीडिया प्रभारी मितेन्द्र कुमार सिंह,मंडल अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह,मुखिया प्रतिनिधि सत्येन्द्र सिंह,प्रफुल्ल सिंह,अंकित सिंह,रामानुज पांडेय,अमरेन्द्र पांडेय,प्रभात सिंह,आकाश कुमार,मिर्तुंजय सिंह,रवि रंजन कुमार,उपस्थित रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*भैस बांधने के दौरान रस्सी खिंचने से गिरा युवक, टूटा पैर*

औरंगाबाद : जिले में भैस बांधने के दौरान रस्सी खिंचने से एक युवक गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसके कारण उसका एक पैर टूट गया। घायल युवक की पहचान सदर प्रखंड के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के विशम्भर बिगहा गांव निवासी जगदीश यादव के 32 वर्षीय पुत्र पिंटू कुमार यादव के रूप में हुई है। 

बताया जाता है कि युवक अपने भैस को खूंटे पर बांधने के लिए लेकर जा रहे थे। तभी अचानक भैस रस्सी को खिंचा। उसी में युवक अचानक अनियंत्रित हो गया एयर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं इस हादसे में युवक का एक पैर टूट गया। 

वहीं इस घटना के बाद आनन फानन में इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार किया गया लेकिन स्थिति नाजुक देखते हुए बेहतर इलाज जेठू चिकित्सकों ने औरंगाबाद सदर अस्पताल से ट्रामा सेंटर बनारस रेफर कर दिया।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में जमीनी विवाद में दो पक्षों में हिंसक मारपीट,एक ही परिवार के छह लोग घायल

औरंगाबाद में जमीनी विवाद में दो पक्षों में हिंसक मारपीट हो गयी।

 जिसमे एक ही परिवार से छह लोग घायल हो गए। दरअसल यह घटना जम्होर थाना क्षेत्र के धनगाई पंचायत अंतर्गत पतेया गांव के रविवार को घटित हुई है। घायलों की पहचान उसी गांव निवासी युगेश्वर साव, मोहन साव, मोहन साव की पत्नी सुनीता देवी, पुत्र दीपक साव, छोटू कुमार, शिला देवी के रूप में की गई है। जिसके बाद सभी को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया जहां सभी का उपचार किया जा रहा है।

सदर अस्पताल औरंगाबाद में इलाज कराने आए शीला देवी ने बताया कि गांव में पुरखों में जमीन खरीदकर मिट्टी का मकान बनाया था। वर्षो से उस जमीन पर मेरा पूरा परिवार रह रहा है। इस बार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत राशि आया। मिट्टी का मकान तोड़कर नया मकान का निर्माण करवाने हेतु नीव डाली जा रही थी। तभी गांव के ही अविनाश कुमार के द्वारा कार्य मे बाधा उतपन्न किया गया। जिसके बाद अमीन को बुलाया गया। लेकिन इनलोगों ने अमीन को घर मे बैठाकर करीब दो घण्टे तक बैठक किया। इसके बाद जमीन की नापी शुरू हुई।

जब जमीन की नापी होने लगी तो अमीन पैसा लेकर उल्टा हमारे दो डिसमिल जमीन को ही उनलोगों का बता दिया। जब हमारे पुरखें उस जमीन पर रह रहे है तो आज अचानक जमीन दूसरे का कैसे हो गया। परिजनों में अमीन पर पैसा लेकर गलत तरीके से नापी करने का आरोप लगाया है। 

इसके बाद अमीन चली गयी। फिर मकान के निर्माण हेतु कार्य शुभारंभ किया गया। तभी अविनाश कुमार पूरे परिवार के साथ लाठी डंडे, पिस्टल व हरवे हथियार से लैश होकर आया और धमकी देने लगा।

जिसके बाद दोनों के बीच बहसबाजी होने लगी। धीरे धीरे मामला तूल पकड़ लिया। तभी अविनाश कुमार, मुकेश यादव, सत्येन्द्र शर्मा, गुंजन शर्मा, गोलू कुमार पिस्टल का भय दिखाकर लाठी डंडे से जमकर पिटाई कर दी। जिसमे सभी लोग घायल हो गए। वहीं इस घटना के बाद ग्रामीणों के द्वारा दोनो को अलग किया गया और इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार किया जा रहा है।

वहीं इस सम्बंध में दूसरे पक्ष वालों का कहना है कि जिस जमीन पर मकान बनाया जा रहा है वह जमीन हमारा है। जिसपर इनलोगों के द्वारा कब्जा किया हुआ है।

 हालांकि इस मामले को लेकर जम्होर थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि जमीनी विवाद में दो पक्षों के बीच मारपीट में मामले में सूचना मिली है। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।

सड़क हादसे में साइकिल सवार किशोर की दर्दनाक मौत, सड़क पार करने के दौरान तेज रफ्तार बस ने रौंदा, घंटों रहा सड़क जाम

औरंगाबाद में सड़क हादसे में एक साईकल सवार किशोर की दर्दनाक मौत हो गयी। दरअसल यह घटना औरंगाबाद-हरिहरगंज मुख्य पथ स्थित अम्बा थाना क्षेत्र के परसावां मोड़ पर रविवार की है।

जहां साईकल से सड़क पार करने के दौरान यात्रियों से भरी एक तेज रफ्तार बस ने किशोर को रौंद दिया। जिसके कारण घटनास्थल पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई। मृतक किशोर की पहचान गया जिले के छकरबन्धा थाना क्षेत्र के तार चूमा गांव निवासी कामेश्वर सिंह भोगता के 17 वर्षीय पुत्र रंजन कुमार के रूप में कि गयी है। इस घटना के बाद परिजन दहाड़ मार रो रहे हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार किशोर अम्बा थाना क्षेत्र के एक होटल में रहकर मजदूरी किया करता था। किशोर के गांव के ही कुछ दोस्त अगल-बगल को होटल में काम करते थे। होली में किशोर के दोस्तों को घर जाना था। परिवार का खर्च चलाने के लिए पैसा देने हेतु अपने दोस्तों से बात करने के लिए किशोर साइकिल से गया हुआ था। जहां से अपने दोस्तों को वह पैसा देकर साइकिल से होटल लौट रहा था। लेकिन जैसे ही परसावां के समीप सड़क पार कर रहा था तभी एक यात्रियों से भरी तेज रफ्तार बस ने उसे रौंद दिया। जिसके कारण घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई

वहीं इस घटना के बाद इसकी सूचना परिजनों को दी गई। जिसके बाद आनन-फानन में परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और आवेश में आकर ग्रामीण एवं परिजनों ने मुआवजे के लिए सड़क जाम किया। करीब पांच घंटे तक सड़क भीषण जाम रहा। इस दौरान यात्रियों एवं वाहनों का आवागमन भी बाधित रहा। जिसके बाद इसकी सूचना अम्बा थाना को दी गई।

सूचना मिलते ही अंबा थानाध्यक्ष रमेश प्रसाद अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मुआवजे के लिए सड़क जाम कर रखें लोगों को किसी तरह समझा-बुझाकर वहां से हटाया और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कागजी प्रक्रिया पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया।

जहां से पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया गया। इस घटना के बाद से परिवार वालों को रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि परिवार चलाने वाला चिराग बुझ गया।

जब सरकारी स्कूल की जांच करने पहुंच गया बीइओ साहब का ड्राइवर, फिर हुआ क्या? देखे-वायरल वीडियो
औरंगाबाद()। सरकारी विभागों में यह ट्रेंड आम है कि अधिकारियों के आजू-बाजू रहनेवाले मातहत चाहे वह ड्राइवर ही क्यो न हो, खुद को साहब ही समझा करते है। यही वजह है कि ये मातहत भी उस अधिकारी के स्टाइल में ही छोटे कर्मियों को धमकाया करते है। ऐसा ही एक वाकया औरंगाबाद के देव प्रखंड के दधपा में हुआ है। दधपा गांव के सरकारी मिडिल स्कूल की जांच करने वहां के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी(बीइओ) के बदले उनका ड्राइवर ही पहुंच गया। फिर जो हुआ वह आपकी कल्पना से इस कारण विपरीत रहा क्योकि शायद शिक्षकों को यह पता था कि बीइओ का ड्राइवर साहब के बदले स्कूलो की जांच करने पहुंच जाया करता है और शिक्षकों को धमकाता है। ऐसे में जब देव के बीइओ साहब का ड्राइवर जब दधपा मिडिल स्कूल पहुंचा तो एक शिक्षक ने उसका वीडियो बनाते हुए उसे जमकर खरी खोटी सुनाई। नतीजा यह हुआ कि ड्राइवर ने उल्टे पांव स्कूल से निकल लेने में ही अपनी भलाई समझी। हालांकि जाते-जाते ड्राइवर ने शिक्षक पर यह कहते हुए धौंस जमाने का कोशिश किया कि जांच करने नही बल्कि साहब के ही आदेश पर वह स्कूल की फोटो खींचने आया है। वीडियो में शिक्षक की आवाज आ रही है कि यही ड्राइवर स्कूलो में जाकर जांच के नाम पर धमकाता है। ड्राइवर की करतूत का शिक्षक द्वारा बनाया गया यही वीडियो अब वायरल हो गया है। वीडियो को जमकर देखा और शेयर किया जा रहा है। वीडियो लगातार तेजी से और ज्यादा वायरल हो रहा है। वीडियो को देखकर लोग यह भी कह रहे है कि बीइओ ने ड्राइवर नही दलाल बहाल कर रखा है और यही दलाल ड्राइवर शिक्षकों को धमका कर वसूली किया करता है। हालांकि हम इस वायरल वीडियो की पुष्टि नही करते है। दावें के साथ हम यह भी नही कह सकते है कि वीडियो कब का है लेकिन कहा जा रहा है कि यह वीडियो शनिवार यानी 4 मार्च का है और उसी दिन यह ड्राइवर दधपा के मिडिल स्कूल की जांच करने पहुंचा था। इसी दौरान शिक्षक ने न केवल वीडियो बनाने की दिलेरी दिखाई और उसे भागने पर मजबूर कर दिया। फिलहाल न वीडियो बनानेवाले शिक्षक और न ही वीडियो में दिख रहे चालक के नाम का पता भी नही चल पाया है। ऐसे में इतना तो कहा ही जा सकता है कि भला हो देव के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और उनके विभाग का, जिन्होने इस तरह की करतूतो को अंजाम देने वाले ड्राइवर बहाल कर रखे है। वैसे इस तरह का कारनामा बेहद निंदनीय है और हम भी इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते है। इस तरह की कारगुजारियां शिक्षा विभाग की पोल ही नही खोलती बल्कि पूरे शिक्षा महकमे को भी शर्मसार करती है। इसी वजह से हमने देव के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी(बीइओ) विनय शंकर दूबे से बात करने की कोशिश की। प्रयास करने पर हमे दो नंबर मिले। इनमे पहले नंबर +919162787871 पर जब संपर्क किया तो आवाज आने लगी कि इस नंबर पर इनकमिंग कॉल की सुविधा उपलब्ध नही है। वही दूसरे नंबर +918544411040 पर जब संपर्क किया तो पहले तो यह नंबर लगातार लंबे समय तक इंगेज बताता रहा। बाद में जब रिंग होने लगा तो कई बार कॉल करने के बावजूद साहब ने कॉल रिसीव करना मुनासिब नही समझा। इस कारण बीइओ का पक्ष नही लिया जा सका। हमे अभी भी उनके पक्ष की प्रतीक्षा है और उनसे संपर्क करने की कोशिश जारी है ताकि वायरल वीडियो की सच्चाई सामने आ सके। हालांकि लगातार कॉल रिसीव नही करने का यह संदेश भी जा रहा है कि दाल में कही कुछ काला जरूर है या पूरी दाल ही काली है, जिसका उजागर होना जरूरी है और यह देर सबेर उजागर होकर ही रहेगी।