*वायदे का पक्का निकला "बनारस वाला इश्क" उपन्यास का बेहद चर्चित लेखक
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी को चिट्ठी लिखनेवाली वायरल लेटर गर्ल पिंकी दो दिया यह जवाब
औरंगाबाद : "बनारस वाला इश्क" उपन्यास से बेहद चर्चित हुए औरंगाबाद निवासी बिहार के मशहूर लेखक प्रभात बांधुल्य ने उनसे एकतरफा प्यार करने वाली पटना की पिंकी ने लेखक को पाने के इरादे से प्रपोज करने के लिए 'वैलेंटाइन वीक' के आरंभ पर खुद के लिए नौकरी मांगी थी। नौकरी के लिए उसने बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मार्मिक चिट्ठी लिखी थी। यह चिठ्ठी वायरल हो गई थी। चिट्टी लिखकर पिंकी सोशल साइट्स पर सनसनी बन गयी थी। इस चिट्ठी ने लेखक को भी सोशल मीडिया का हीरो बना दिया था। प्रियंका द्वारा लिखी गयी चिट्ठी ट्विटर समेत अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर सर्वाधिक ट्रेंड की थी। है। उस दिन प्रभात बांधुल्य ने चिट्ठी के जवाब में कहा था कि तेजस्वी जी को चिट्ठी लिखकर पिंकी तो हिट हो गई लेकिन उसने मुझे फंसवा दिया। अब उनकी असली वाली लवर नाराज हो गई है। उसे मनाना पड़ेगा। है।
प्रभात ने कहा था कि वे पिंकी को नही जानते है लेकिन उसने मेरा नाम लेकर तेजस्वी को लिखे चिट्टी में जिस बेरोजगारी के दर्द को बयान किया है, वह उसकी तारीफ करते है। वह मेरे बहाने तेजस्वी तक पहुंचना चाहती है। तेजस्वी से उसे उम्मीदे है। उसकी उम्मीदे पूरी होनी भी चाहिए क्योकि यह उम्मीद सिर्फ पिंकी की नही पूरे बिहार के बेरोजगारो की है। पिंकी को पहले प्रेम की नही बल्कि रोजगार की जरूरत है।
उन्होने कहा था कि तेजस्वी जी ने भी प्रेम विवाह ही किया है। इस नाते प्रेमियों की उम्मीद पूरा करना भी उनका नैतिक कर्तव्य बनता है। प्रियंका को वें बेरोजगारों का प्रतीक मान रहे है। इस नाते वें भी प्रियंका समेत उसके जैसे बिहार के तमाम बेरोजगारो को रोजगार देने की गुहार एक कलाकार के रूप में तेजस्वी से लगाएंगे। इस बीच 11 फरवरी को वायरल लेटर गर्ल पिंकी के फेवर में आते हुए उसके वन साइडेड बी-लवेड लेखक प्रभात बांधुल्य ने प्रॉमिस डे की पूर्व संध्या पर गीतमय अंदाज में यह कहा था कि-तू करअ पढ़ाई हम लड़ब लड़ाई, वैलेंटाइन डे के दिन देब तोहर प्रपोजल के रिप्लाई। "टेंशन में बारू ये पिंकी, हमार बतिया तू सुन लेतू हो, तू करअ पढ़ाई हम लड़ब लड़ाई, तोरा नौकरी दिलाइब हो..."। "चिट्ठी तुम्हारा ये साथी मचाया धमाल है, गजबे का खड़ा किया बवाल है"। लेखक ने यह भी कहा था कि "तुम्हारा प्रेम पत्र मुझ तक पहुंच गया है और इस प्रपोजल का जवाब मैं 14 फरवरी को दूंगा। पिंकी आप 14 फरवरी का इंतजार करो। वादे के अनुरूप 14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे के दिन इस चर्चित लेखक ने पिंकी को लेटर का जवाब दे दिया है।
यह है पिंकी को लेखक द्वारा वैलेंटाइन डे के दिन दिया गया जवाब-
प्रिय पिंकी !
तुम्हरे अंदाज मे तुम्हरी चिट्ठी का जवाब दे रहे हैं। तुमको पता है, बवाल मचा दी हो। अइसन लिखी हो कि पूरे भारत भर के लड़का-लड़की सब एक दूसरे को चिट्टी पढ़ा रहा है। बोरिंग रोड से लेकर पटना कॉलेज तक के लड़की सब व्हाट्सअप स्टेटस लगाई कि "पिंकी टेंशन में है, इसको प्यार चाहिए"। हमरा पता है, तुमको प्यार चाहिए काहे कि तुम हिम्मत की हो लेकिन प्यार से ज्यादा तुमको रोजगार चाहिए
तुम्हारा प्रपोज करने का तरीका हमको पसंद आया। हम इतना कमा लेते हैं कि तुमको बिना नौकरी के हाँ कह सकते हैं, और तुमको तुम्हारा प्यार भी मिल सकता है। लेकिन हम तुम्हारा स्वाभिमान नहीं तोड़ना चाहते।
तुझ जब लिखी हो न "मेरी नौकरी होती तो हम लेखक को प्रपोज करते " इ बात करेजा में धक से लगा है और मन किया है कहे कि- जिंदाबाद लड़की। तुमने गर्दा उड़ा दिया। यह दौर तुम्हारा है, नफरतों के बीच तुमने प्रेम चुना। तुमने चुना स्वाभिमान, तुमने चुनी बराबरी तुम्हरी चिट्टी हर उस लड़की के लिए हिम्मत है जिसने अपने-बाबूजी को कहा है कि "दू साल एक जान पापा, जॉब लेवे दा तब विआह करिह"।
इसमें कोई शक नहीं कि तुमने 'बनारस वाला इश्क' के इस लेखक को चर्चा में ला दिया। इस प्यार के लिए भर झोला प्रेम! मैं तुम्हारा हमसफर तो नहीं बन सकता पर साथी जरूर रहूंगा। किसी रोज हम नज़र आएंगे पटना की सड़क पर तुम्हारी आवाज बनकर और इंतजार है बिहार दिवस 22 मार्च का जिस दिन शायद तुम मुझसे मिलने आओगी।
इश्क जिंदाबाद रहे ! प्रभात बांधल्य
लेखक की के जवाब ने बिहार दिवस आने तक का बना दिया सस्पेंस-
वैलेंटाइन डे पर पिंकी को लेखक ने जवाब देकर मामले में बिहार दिवस तक सस्पेंस ला दिया है। अब देखना है कि इस दिन लेखक कौन सा नया गुल खिलाता है।
यह है उस लड़की की लिखी चिट्ठी-
डियर तेजस्वी जी,
उप मुख्यमंत्री, बिहारआपको पता है हम बड़ी टेंशन में हैं। आप तो लव मैरेज कर लिये लेकिन हमर मैरेज पर बेरोजगारी का अड़चन लगल है। हम चार साल से प्रभात बांधुल्य संग वन साइडेड अफेयर में हैं। अफेयर के उमर में करेंट अफेयर पढ़ रहे हैं। सोचे थे नौकरी लगेगा तो परपोज करेंगे, लेकिन नौकरी तो लगने से रहा। एक तो भैंकेंसी नहीं आता है और भैंकेंसी आता भी है तो पेपरे लीक हो जाता है।
लड़की ने लिखा कि ई सब देखते देखते लगता है इहो वैलेंटाइन अइसहीं पार हो जाएगा और हम परपोज भी ना कर पाएंगे। हम उधर कंपटीशन की तैयारी में लगल हैं और बाबू जी मने मन हमारे बियाह की तैयारी में। हमारी सब सहेली लोग का तो बच्चा भी हो गया है बियाह के बाद। मन बड़ी मायूस हो रहा है ई सब सोच सोच के। बड़ी उम्मीद से चिट्ठी लिख रहे हैं, नौकरी का जुगाड़ लगवाइए नहीं तो लेखक साहब किसी और जुगाड़ के साथ फरार हो जाएंगे। प्यार बिना नौकरी लेके क्या करेंगे।
आपकी वोटर और लेखक प्रभात बांधुल्य की वन साइडेड लवर पिंकी (फ्रॉम पटना)।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Feb 14 2023, 15:47