औरंगाबाद: माओवादियों ने फिर की थी सुरक्षा बलों पर हमले की प्लानिंग, पुलिस ने किया नाकाम, भारी मात्रा में कारतूस व आपत्तिजनक सामान बरामद
बिहार में औरंगाबाद की पुलिस माओवादियों के सफाये को लेकर लगातार अभियान चला रही है। वही नक्सली भी पुलिस से दो-दो हाथ करने की लगातार तैयार कर रहे है लेकिन पुलिस उनके नापाक मंसूबों पर हर बार पानी फेर दे रही है। इसी कड़ी में पुलिस ने मंगलवार को मदनपुर के सुदूरवर्ती अति दुरूह जंगली पहाड़ी क्षेत्र में पचरुखिया और आसपास के इलाकों में स्पेशल सर्च ऑपरेशन चलाकर नक्सलियों की सुरक्षा बलों पर हमला करने की एक बड़ी योजना को फिर से विफल कर दिया है।
पुलिस अधीक्षक स्वपना गौतम मेश्राम ने मंगलवार की शाम प्रेसवार्ता में बताया कि खुफिया इनपुट मिला कि मदनपुर के विभिन्न पहाड़ी क्षेत्रों में पुलिस के लगातार चल रहे छापेमारी अभियान से खार खाए नक्सली एक बार फिर सुरक्षा बलों पर बड़ा हमला करने की योजना बना रहे है।
यह इनपुट मिलते ही उनके निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक(अभियान) मुकेश कुमार के नेतृत्व में एसटीएफ, मदनपुर पुलिस एवं गया जिला स्थित सीआरपीएफ की 159वीं वाहिनी ने संयुक्त रूप से मदनपुर के पचरुखिया पहाड़, शिकारी कुआं एवं आसपास के इलाकों में नक्सलियों के विरुद्ध स्पेशल सर्च ऑपरेशन चलाया।
इसी अभियान के दौरान ऑपरेशन में लगी टीम ने नक्सलियों द्वारा छिपा कर रखी भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री एवं प्लास्टिक के डिब्बे में रखे जिंदा कारतूसों की बरामदगी की। बरामद सामानों में एसएलआर 7.2 के 1011 जिंदा कारतूस , 5.56 इंसास राइफल के 1168 जिंदा कारतूस एवं 12 किलो का एक आईईडी बम बरामद किया गया।
बरामद विस्फोटकों की खेप को पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से जंगलों में ही विनष्ट कर दिया गया।
एसपी ने बताया कि बरामद सामानों को जब्ती सूची तैयार कर मदनपुर थाना लाया गया।
इस मामले में मदनपुर थाना में दर्ज प्राथमिकी में सात नक्सलियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। एसपी ने कहा पुलिस के छापेमारी अभियान से नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा हुआ है।
माओवादियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस का ऑपरेशन लगातार जारी है। यह छापेमारी अभियान तब तक जारी रहेगी, जब तक जंगली-पहाड़ी इलाकों से नक्सलियों का समूल सफाया नही हो जाता है।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र पाण्डेय
Feb 08 2023, 11:00