जन अधिकार छात्र परिषद की मांग, केविवि जमीन अधिग्रहण की समस्या को समाधान करे मुख्यमंत्री
मोतिहारी : महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थायी कैंपस निर्माण हेतु अधिशेष भूमि के अधिग्रहण की मांग अब जोड़ पकड़ने लगी है। जन अधिकार छात्र परिषद द्वारा शहर के एक निजी होटल में प्रेस वार्ता कर मुख्यमंत्री के चम्पारण में होने वाली समाधान यात्रा से पूर्व जमीन अधिग्रहण समेत अन्य मांग किया।
प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए जन अधिकार छात्र परिषद के तिरहुत प्रमंडल अध्यक्ष आकाश कुमार सिंह ने कहा कि बापू के कर्मभूमि चम्पारण में बापू के नाम से स्थापित महात्मा गाँधी केंद्रीय विश्वविद्यालय अपनी स्थायी कैंपस हेतु बाट जोह रही हैं।
छात्र नेता श्री सिंह ने कहा कि वर्तमान समय मे विश्वविद्यालय चार अलग अलग जगहों पर विश्वविद्यालय की अस्थायी कैम्पस किराये के मकान में संचालित हो रहे हैं, लाइब्रेरी कही हैं ,क्लास कही हैं अगर कोई प्रशासनिक कार्य हो गया तो दिनभर घूमते हुए बीत जाता हैं और अलग-अलग कैंपस होने से बेहतर शैक्षणिक माहौल नही बन पा रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के तहत चम्पारण आ रहे हैं तो उनसे आग्रह हैं कि चम्पारण के छात्रों की सबसे बड़ी समस्या केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थायी कैंपस हेतु जमीन अधिग्रहण के साथ -साथ बिहार विश्वविद्यालय के सेशन लेट की समस्या का समाधान करेंगे।
जाप के छात्र नेता श्री सिंह ने कहा कि केविवि के जमीन अधिग्रहण को लेकर बीते दिनों मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था जिसको उन्होंने संज्ञान में लेते हुए पूर्वी चंपारण जिलाधिकारी और शिक्षा विभाग के सचिव को अग्रेतर करवाई हेतु भेजा है साथ ही जाप सुप्रिमो पप्पू यादव लागातर राज्य सरकार और सम्बंधित विभाग के अधिकारियों से अविलम्ब भूमि अधिग्रहण को लेकर बातचीत कर रहे हैं।
हमें बहुत खुशी हुई कि हमारे द्वारा जिस समस्या को लेकर आवाज उठाया गया उसमें चम्पारण के प्रबुद्ध लोगो का समर्थन मिल रहा है , वे लोग भी इस लड़ाई में मेरे साथ मजबूती से खड़े हैं और निश्चित तौर पर हमलोग मिलकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थायी कैंपस हेतु जमीन अधिग्रहण करवाने ने सफल होंगे।
प्रेस वार्ता में छात्र नेता पुन्नू सिंह, जन अधिकार छात्र परिषद के केविवि अध्यक्ष आकाश अस्थाना , छात्र नेता हम्माद जफर खान, केविवि उपाध्यक्ष रविशंकर कुमार मिश्रा, सचिव सह मीडिया प्रभारी राहुल कुमार ,आकाश कुमार आदि मौजूद थे।
Feb 07 2023, 17:24