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मिट्टी में मिला देंगे’, पहलगाम हमले में शामिल आसिफ का घर बम से उड़ाया, आदिल के घर चला बुलडोजर

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पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 निहत्‍थे पर्यटकों की हत्‍या के बाद भारत का सख्‍त रुख सामने आ चुका है। देश बेकसूरों की “बलि” बदला लेकर रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथिला की धरती से साफ शब्‍दों में कहा कि जिन्‍होंने इस हमले को अंजाम दिया है, उन्‍हें मिट्टी में मिला दिया जाएगा। इस बीच पहलगाम हमले के संदिग्‍ध आतंकवादियों के खिलाफ एक्‍शन शुरू हो गया है। अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के त्राल के गोरी इलाके में एक आतंकी के घर को बम से उड़ाया गया है, जबकि दूसरे संदिग्ध के घर को बुलडोर से गिराया गया है।

त्राल में जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकी आसिफ के घर पहुंची। बताया जा रहा है कि उसके घर में विस्फोटकों का जखीरा था, जिसमें धमाका हुआ। इसके अलावा एक आतंकी आदिल के घर पर भी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुलडोजर से कार्रवाई की और उसे ध्वस्त कर दिया।

हमले के बाद आसिफ-आदिल का वीडियो हुआ था वायरल

सुरक्षाबलों ने त्राल में जिन आतंकियों पर एक्शन लिया है। वे दोनों आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़े हैं। बीते 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले से जुड़े वीडियो में दोनों नजर आए थे। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद आतंकियों का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे सुरक्षा बलों को चुनौती देते नजर आ रहे हैं।

आसिफ और आदिल सहित हमले में शामिल अन्य आतंकियों को मार गिराने के लिए सुरक्षाबलों का अभियान जारी है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने आतंकियों तक पहुंचने के लिए अब तक 2000 लोगों से पूछताछ की है। इसके साथ ही काफी लोगों को हिरासत में भी लिया है।

26 लोगों की नृशंस हत्या

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 26 लोगों की जान ले ली थी। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखा और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं।

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करणी सेना नहीं वो योगी सेना, सरकार ने की फंडिंग”, अखिलेश यादव का यीपी सरकार पर हमला

#akhileshyadavreachedmpsumanshouse

राणा सांगा पर राज्यसभा में दिए बयान के बाद छिड़े सियासी घमासान के बीच शनिवार को सपा मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन से मिलने आगरा उनके आवास पहुंचे।जहां उन्होंने सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने करणी सेना पर हमले का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार द्वारा प्रायोजित हिंसा है, जिसका उद्देश्य दलितों और अल्पसंख्यकों को डराना है। अखिलेश यादव ने कहा कि करणी सेना नहीं ये योगी सेना है, जिसके लिए सरकार से फंडिंग हो रही है।

यह संदेश दिया गया कि राजपूत योगी के साथ-अखिलेश

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने सांसद रामजीलाल सुमन के आवास पर मीडिया से वार्ता करते हुए करणी सेना के प्रदर्शन पर कहा कि यह लखनऊ और दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों के वर्चस्व की लड़ाई थी। भोले-भाले लोगों को तलवारें पकड़ाकर आगे कर दिया गया। प्रदर्शन से यह संदेश दिया गया कि राजपूत योगी के साथ हैं।

लोगों की आवाज दबाने के लिए योगी सेना-अखिलेश

अखिलेश यादव ने करणी सेना को योगी सेना बताया। उन्होंने कहा, जिस तरह हिटलर सेना रखता था, लोगों की आवाज दबाने के लिए उसी तरह ये योगी सेना लोगों को डरा रही है सवाल उठाए कि इन्हें फंडिंग किसने की। योगी को कुछ नहीं आता है।

पीडीए को डराने की कोशिश-अखिलेश

अखिलेश ने मीडिया से बातचीत के दौरान सरकार पर आरोप लगाया कि ये पीडीए को तोड़ने की कोशिश है। अखिलेश यादव ने सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर करणी सेना की तरफ से किए गए हमले को लेकर कहा कि ये पीडीए को डराने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि सांसद के आवास पर अचानक हमला नहीं हुआ। ये हमला एक साजिश के तहत हुआ है। हमलावरों का इरादा जान लेने का था।

अखिलेश ने कहा कि हाल में हुए उप चुनाव भी ये लोग डराकर ही जीते हैं। प्रयागराज में एक दलित को मारकर जला दिया गया। ये एक तरह से दलितों-अल्पसंख्यकों को डराने कोशिश पूरी कोशिश की गई है।

PM मोदी से CG की गोलगप्पा गर्ल का संवाद : जॉब छोड़कर 23 साल की उम्र में शुरू किया गोलगप्पे का कैफे, कई लोगों को दे रही रोजगार

रायपुर- छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करने वाले युवाओं में राजधानी रायपुर की निवासी ईशा पटेल का नाम अब शामिल हो चुका है. महज़ 23 वर्षीय ईशा पटेल के यूनिक स्टार्टअप आईडिया हाउस ऑफ़ पुचका ने उन्हें पीएम मोदी से मुलाक़ात करने का मौक़ा दिया है. मंगलवार को केंद्र सरकार की मुद्रा लोन योजना को 10 वर्ष पूरे हुए. इस अवसर पर योजना के तहत लोन की मदद से सफल उद्योग खड़ा करने वाले पूरे देश के 50 व्यक्तियों से पीएम मोदी ने अपने निज निवास में मुलाक़ात की, जिसमें छत्तीसगढ़ से दो लोग शामिल हुए. ये छत्तीसगढ़ के लिये गौरव का विषय है कि 50 में से पाँच लोगों को सीधे पीएम मोदी से संवाद का मौक़ा मिला, जिसमें ईशा पटेल शामिल रही.

प्रधानमंत्री मोदी ने काम को सराहा

पीएम मोदी से संवाद को लेकर ईशा पटेल ने बताया कि पीएम मोदी को इतनी कम उम्र में कॉर्पोरेट छोड़कर रिस्क लेने का कारण जानने काफ़ी जिज्ञासा थी. उन्होंने स्ट्रगल और फ़ैमिली रिएक्शन को लेकर सवाल किए. साथ ही यूथ को संदेश देने को कहा. वहीं ईशा ने अपने संवाद में पीएम मोदी सहित वहाँ मौजूद सभी को बताया कि वो 23 साल की है. उनके पास समय और रिस्क लेने की क्षमता है. उन्होंने यूथ को कहा, ये सही समय है, यदि फंड नहीं है तो सरकार की योजना के बारे में जानकारी ले. इससे सभी को मदद मिलेगी. Sky has no limits, पोटेंशियल है तो शुरू करो.

ईशा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हम सोचते नहीं है कि हम पीएम से मिलेंगे, लेकिन जो हमारी मेहनत रही, जो सैक्रिफाइस हमने किया, उसकी वजह से मुलाक़ात हो सकी. पीएम ने उनके काम को अप्रीशीएट किया कि इतने कम उम्र में स्टेबल जॉब को छोड़ कर स्टार्टअप किया .

हैदराबाद से मंगाई है मशीन

ईशा ने लाखों के पैकेज का जॉब छोड़कर मुद्रा लोन की मदद से दो महीने पहले रायपुर के समता कॉलोनी में HOUSE OF PUCHKA की शुरुआत की. वे कई लोगों को रोजगार भी दे रही. यहाँ हाइजीन को ध्यान में रखते हुए पानीपूड़ी का आता और पानीपूड़ी मशीन से तैयार किया जाता है. साथ ही हैदराबाद से ऑटोमैटिक सेंसर मशीन मंगाया गया है, जिसके नीचे पुचका (गोलगप्पे) लाते ही पानी निकलने लगता है. लोग पाँच अलग-अलग फ़्लेवर्स पानी के ट्राई कर सकते हैं.

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने दी शुभकामनाएँ

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने हाउस ऑफ पुचका की संचालिका ईशा पटेल को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की बेटी को पीएम मोदी से बात करने का मौक़ा मिला. मुद्रा योजना से न केवल वो आत्मनिर्भर बनी बल्कि कई लोगों को रोज़गार दिला रही है. ये पीएम मोदी की दूरदर्शी सोच है, जिसका लाभ देश के युवाओं को मिल रहा है.

देवघर-जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत कार्यों को लेकर उपायुक्त ने अधिकारियों व कार्यपालक अभियंता को दिए आवश्यक दिशा निर्देश।
देवघर: उपायुक्त विशाल सागर की अध्यक्षता में आज दिनांक 27 मार्च को जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत किए जा रहें विभिन्न कार्यों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने अभियान के तहत किए गए कार्यो के अलावा आने वाले दिनों में किए जाने वाले कार्यों को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन एक महत्वपूर्ण योजना है। इस मिशन के तहत चालू नल के माध्यम से सभी घरों को आवश्यकता अनुरूप शुद्ध पीने का पानी पहुंचाना सरकार का उद्देश्य हैं। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए हर घर को नल और पेयजल उपलब्ध कराने के लिये सभी को और बेहतर एवं उचित ढंग से कार्य करने की आवश्यकता है। इसके अलावे बैठक के दौरान उपायुक्त विशाल सागर ने जिलांतर्गत जल जीवन मिशन के तहत वर्तमान में किये जा रहे कार्यों के साथ-साथ वर्ष 2025 तक हर घर को नल जल से आच्छादित करने एव ससमय योजना को पूर्ण करने के उद्देश्य से संबंधित कार्यपालक अभियंता को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया। साथ ही उपायुक्त ने कहा कि जिन घरों में नल की आपूर्ति पूर्व में सुनिश्चित की गई है उन सभी घरों को छोड़कर शेष योग्य घरों में जल्द से जल्द नल के माध्यम से पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करें, ताकि ससमय योजन को पूर्ण किया जा सके। आगे उपायुक्त ने FHTC ( functional household tap connection) अद्यतन स्थिति की जानकारी के अलावा फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन, एमवीएस आदि स्कीम की कार्य प्रगति की जानकारी लेते हुए अद्यतन प्रगति से अवगत हुए एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बैठक के दौरान उपायुक्त श्री विशाल सागर द्वारा जिला में एमपी-एमएलए फंड, सीएसआर, डीएमएफटी, सीएसए, अनटाइड फंड आदि के तहत लिए गए वाटर सप्लाई स्कीम की समीक्षा के अलावा उपरोक्त योजनाओं के तहत कितने घरों में फंक्शनल हाउस होल्ड कनेक्शन लिए गए हैं कि जानकारी लेते हुए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। साथ उपायुक्त ने जल जीवन मिशन के तहत सभी संबंधित अधिकारियों को निदेश दिया कि सभी बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करे ताकि कार्यों मे तेजी लाते हूऐ शतप्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति की जा सके। *अबुआ आवास योजना (ग्रामीण) /PMAY अंतर्गत निर्मित घरों में स्वीकृत शौचालयों/निर्मित शौचायलयों के वस्तुस्थिति से हूए अवगत.........* उपायुक्त  विशाल सागर द्वारा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत वर्तमान वित्तिय वर्ष 2024-25 के तहत किये जा रहे कार्यो के अद्यतन स्थिति से अवगत हुए। साथ ही संबंधित अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि स्वक्ष भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत AIP 2024-25 के लक्ष्य के विरुद्ध व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों (IHHL) एवं अबुआ आवास्(ग्रामीण)/PMAYG निर्मित घरों में स्वीकृत शौचायलयों/निर्मित शौचायलयों के वास्तु स्थिति से अवगत हुए साथ ही निदेशित करते हुए संबंधित अधिकारियों को कहा कि जल्द से जल्द लक्ष्य के अनुरूप शौचायलयों का निर्माण कराया जाय। इसके अलावे उपायुक्त द्वारा ठोस कचरा एवं तरल कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाई का निर्माण, रख-रखाव एवं संचालन की स्थिती गोबरधन योजना, माहवारी स्वक्षता प्रबंधन व मालिय कचरा प्रबंधन को लेकर किये जा रहे कार्यो के प्रगति से अवगत हुए साथ ही इसके निष्पादन को लेकर संबमधित अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए। बैठक में उपरोक्त के अलावे निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण नरेश कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल भारती, प्रभारी पदाधिकारी गोपनीय शाखा मुकेश कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी रणवीर सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी यश राज, जिला शिक्षा पदाधिकारी विनोद कुमार, जिला शिक्षा आधीक मधुकर कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कुमारी अंजना, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वक्षता प्रमंडल देवघर एवं मधुपुर, जनप्रतिनिधि एवं संबंधित विभाग के अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित।
कैशकांड का खुलेगा राजःजस्टिस वर्मा के घर पहुंची जांच टीम, घर पर मिले थे अधजले नोट


#supreme_court_committee_reaches_justice_yashwant_varma_house

जस्टिस यशंवत वर्मा के घर में मिले कैश के मामले की जांच तेज हो गई है। इसी क्रम में दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के दिल्ली के 30, तुगलक क्रिसेंट स्थित आवास पर मंगलवार दोपहर सीजेआई की गठित 3 सदस्यीय टीम (इन हाउस पैनल) जांच के लिए पहुंची। टीम उस स्टोर रूम में गई जहां 500-500 के नोटों से भरीं अधजली बोरियां मिली थीं। जांच टीम में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जस्टिस शील नागू, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जी एस संधावालिया और कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस अनु शिवरामन शामिल हैं।

जांच के दौरान समिति के सदस्य करीब 30-35 मिनट तक न्यायमूर्ति वर्मा के आधिकारिक आवास के अंदर रहे। इस दौरान उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। न्यायमूर्ति वर्मा के आधिकारिक आवास पर बीती 14 मार्च की रात करीब 11.35 बजे आग लगने के बाद कथित नकदी बरामदगी हुई थी। जिसके बाद अग्निशमन अधिकारी मौके पर पहुंचे और आग बुझाई थी। इसके बाद 22 मार्च को भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने न्यायमूर्ति वर्मा के खिलाफ आरोपों की आंतरिक जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी थी।

3 राज्यों के चीफ जस्टिस के इस पैनल को ही तय करना है कि कैश मिलने के मामले में जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ एक्शन होना चाहिए या नहीं। हालांकि, पैनल कार्रवाई करने का हकदार नहीं होगा। पैनल बस अपनी रिपोर्ट चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना को सौंपेगा। अगर पैनल को लगता है कि आरोपों में दम है और उजागर किए गए कदाचार के बाद जस्टिस को हटाने की कार्यवाही शुरू की जानी चाहिए तो चीफ जस्टिस ये रास्ते अपना सकते हैं।

अगर पैनल को लगता है कि आरोप में दम हैं। कदाचार के तहत जस्टिस को हटाया जाना चाहिए तो चीफ जस्टिस सबसे पहले संबंधित जज को इस्तीफा देने या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने की सलाह दे सकते हैं। अगर जस्टिस दोनों कंडीशन में बात नहीं मानते हैं तो सीजेआई संबंधित हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से कह सकते हैं कि वह जस्टिस को कोई न्यायिक काम न दें। इस स्थित में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी सूचित किया जा सकता है।

बता दें कि जस्टिस यशवंत वर्मा के लुटियंस दिल्ली स्थित घर में 14 मार्च की रात आग लगी। उनके घर के स्टोर रूम जैसे कमरे में 500-500 रुपए के जले नोटों के बंडलों से भरे बोरे मिले। सवाल खड़ा हुआ कि इतना कैश कहां से आया। मामले ने तूल पकड़ा। इसको लेकर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने हंगामा किया। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने इस मामले में एक्शन लेते हुए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठक बुलाई, जिसमें जस्टिस वर्मा का ट्रांसफर इलाहाबाद हाई कोर्ट में करने का फैसला लिया।

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जब जस्टिस वर्मा का इलाहाबाद हाई कोर्ट में ट्रांसफर करने की सिफारिश की तो इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर महाभियोग की मांग की। बार एसोसिएशन ने कहा कि जस्टिस वर्मा के खिलाफ सीबीआई और ईडी को मामला दर्ज करने की अनुमति दी जाए।

व्हाइट हाउस में ट्रंप-जेलेंस्की के बीच तेज बहस, नोकझोंक के बाद ट्रंप बोले- तीसरे विश्व युद्ध का जुआ खेल रहे हैं आप

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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने व्हाइट हाउस में शुक्रवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर की मुलाकात एक तू-तू मैं-मैं वाली बहस में बदल गई। जेलेंस्की के लिए यह बैठक बेहद शर्मिंदा करने वाली रही। जहां अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने उन्हें ओवल ऑफिस में जमकर सुनाया। जेलेंस्की ने कहा कि वह युद्ध विराम मानने के लिए तैयार नहीं हैं। इस पर ट्रंप ने कहा कि यूक्रेनी नेता तीसरे विश्व युद्ध का जुआ खेल रहे हैं। बहस के दौरान ट्रंप ने तीखे तेवर में यूक्रेन से खनिज सौदे के लिए दबाव बनाया और कहा कि या तो आप डील करिए वरना हम (शांति प्रक्रिया) से बाहर हो जाएंगे। इसके कुछ देर बाद ही जेलेंस्की वॉइट हाउस की मीटिंग से बाहर चले गए।

ट्रंप ने कैमरों के सामने जेलेंस्की को डांटा

ओवल ऑफिस में हुई मुलाकात के दौरान जब रूस-यूक्रेन युद्ध विराम का मुद्दा उठा तो दोनों नेताओं में बहस हो गई। जेलेंस्की ने कहा कि वह युद्ध विराम मानने के लिए तैयार नहीं हैं। जेलेंस्की ने ट्रंप से कहा कि व्लादिमीर पुतिन के शांति के वादों पर भरोसा नहीं किया जा सकता। उन्होंने रूसी नेता के वादे तोड़ने के इतिहास को भी याद दिलाया। इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीधे तौर पर टीवी कैमरों के सामने जेलेंस्की को डांटा और कहा कि वह युद्ध हार रहे हैं।

ट्रंप ने जेलेंस्की को फटकार लगाई

ट्रंप ने कहा, आपके हाथ में कोई कार्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि आप हमारा अनादर कर रहे हैं। हम तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं, आपको इसके साथ खेलने का कोई अधिकार नहीं है। आपको आभारी होना चाहिए. इस तरह से काम करना बहुत मुश्किल होगा। ओवल ऑफिस में बैठे हुए ट्रंप ने जेलेंस्की को फटकार लगाई और उन्हें ज्यादा “आभारी” होने के लिए कहा और कहा, “आप यह तय करने की स्थिति में नहीं हैं कि हम क्या महसूस करने जा रहे हैं?”

जेडी वेंस ने प्रोपेगैंडा यात्रा करने का आरोप लगाया

बहस में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भी कूद पड़े और जेलेंस्की पर प्रोपेगैंडा यात्रा करने का आरोप लगाया। वेंस ने कहा, मुझे लगता है कि आपके लिए ओवल ऑफिस में आना और अमेरिकी मीडिया के सामने इस मामले पर मुकदमा चलाने की कोशिश करना अपमानजनक है।

मुलाकात के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने जारी किया बयान

मुलाकात के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने बयान जारी किया जिसमें जेलेंस्की के व्यवहार को अमेरिका के लिए अपमानजनक कहा। बयान में कहा गया कि 'आज व्हाइट हाउस में हमारी बहुत सार्थक बैठक हुई। बहुत कुछ ऐसा सीखा गया जो इस तरह की तपिश और दबाव की बातचीत के बगैर कभी नहीं समझा जा सकता था।

बयान में आगे कहा गया कि 'यह आश्चर्यजनक है कि भावनाओं के माध्यम से क्या सामने आता है, और मैंने यह निर्धारित किया है कि राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की शांति के लिए तैयार नहीं हैं यदि अमेरिका इसमें शामिल है, क्योंकि उन्हें लगता है कि हमारी भागीदारी उन्हें वार्ता में बड़ा लाभ देती है। मुझे लाभ नहीं चाहिए, मुझे शांति चाहिए। उन्होंने प्रिय ओवल ऑफिस में संयुक्त राज्य अमेरिका का अपमान किया। जब वह शांति के लिए तैयार होंगे तो वह वापस आ सकते हैं।'

मस्क व्हाइट हाउस के सिर्फ एक कर्मचारी”, टेस्ला के सीईओ पर क्या है इस बयान के मायने

#white_house_clarification_on_elon_musk

टेस्ला सीईओ और अमेरिका के सरकारी दक्षता विभाग यानी डीओजीई की जिम्मेदारी संभालने वाले एलन मस्क का सरकार के फैसलों में दखल अमेरिका के लोगों और प्रशासन को रास नहीं आ रहा है। अमेरिका में फेडरल कर्मियों को नौकरियों से निकालने के ट्रंप के आदेश को मॉनिटर करने की जिम्मेदारी भी मस्क को मिली हुई है जो खुद ट्रंप ने दी है। अब अमेरिका में राष्ट्रपति ऑफिस व्हाइट हाउस ने एक कोर्ट में जवाब दिया कि अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क सिर्फ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार हैं। वे डीओजीई के एम्पलॉयी नहीं हैं, इसलिए उनके पास सरकार के अंदर फैसले लेने का अधिकार नहीं है।

दरअसल, न्यू मेक्सिको की अगुआई में 14 अमेरिका राज्यों ने वॉशिंगटन डीसी के एक फेडरल कोर्ट में ट्रंप और मस्क के खिलाफ केस किया है। ये राज्य मस्क को डीओजीई प्रमुख बनाए जाने से नाराज हैं। राज्यों के मुताबिक, एलन के हाथ में बड़ी ताकत आ गई है, जो अमेरिकी संविधान के उल्लंघन में है।

इसी केस को लेकर व्हाइट हाउस में ऑफिस ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन के डायरेक्टर जॉशुआ फिशर ने कोर्ट में जानकारी दी कि मस्क की भूमिका सिर्फ सलाहकार की है। उनका काम सिर्फ राष्ट्रपति को सलाह देना और प्रशासन की तरफ से निर्देशों को कर्मचारियों तक पहुंचाने का है।

व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन में मस्क की भूमिका व्हाइट हाउस के कर्मचारी और राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में थी, और वह डीओजीई के कर्मचारी नहीं थे। व्हाइट हाउस ने यह भी कहा कि मस्क के पास निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं है।

पिछले महीने डीओजीई द्वारा राष्ट्रपति के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद से डीओजीई ने संघीय एजेंसियों में अपनी पैठ बना ली है और मस्क को सरकार में नाटकीय बदलाव के तहत फिजूलखर्ची को रोकने का जिम्मा सौंपा है, जिसमें हजारों नौकरियों में कटौती भी शामिल है।

व्हाइट हाउस ने हथकड़ी-जंजीरों में जकड़े अप्रवासियों का VIDEO किया पोस्ट, मस्क का रिएक्शन कर देगा हैरान

#white_house_share_chained_immigrant_video

अमेरिका में मौजूद अवैध प्रवासियों को लगातार वापस भेजा जा रहा है। डिपोर्टेशन के दौरान लोगों के हाथों में हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां डाली जाती है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। दरअसल, व्हाइट हाउस ने मंगलवार को एक वीडियो जारी किया, जिसमें अमेरिका में अवैध आप्रवासियों को जंजीरों में बांधकर डिपोर्ट करने के लिए फ्लाइट पर चढ़ाते हुए देखा जा सकता है।

व्हाइट हाउस के आधिकारिक पेज पर पोस्ट किए गए 41 सेकंड के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट किया जाता है। डिपोर्ट किए जाने से पहले किस तरह की तैयारी की जाती है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक पुलिस अधिकारी प्रवासी शख्स को हथकड़ियां लगा रहा है। वीडियो में डिपोर्ट किए जाने वाले शख्स का चेहरा नहीं दिखाया गया है लेकिन उसके हाथों हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां नजर आ रही हैं। एयरपोर्ट पर हथकड़ियां और चेन रखी देखी जा सकती हैं। वीडियो में शख्स प्लेन में चढ़ता दिखाई दे रहा है जिसके पैरों में बेड़ियां बंधी हुई हैं

इस वीडियो पर कई तरह के रिएक्शन भी सामने आए हैं। इन सबमें सबसे हैरान कर देने वाली प्रतिक्रिया टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की है। डोनाल्ड ट्रंप के खास सहयोगी एलन मस्क ने व्हाइट हाउस इस वीडियो को रीट्वीट करते हुए 'हाहा, वाह' लिखा है। इस दौरान उन्होंने एक इमोजी भी बना रखा था, जो एलियन का इमोजी था। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप शुरू से ही अवैध आप्रवासियों को एलियन कहते रहे है।

बता दें कि अमेरिका ने भारतीय अवैध प्रवासियों को भी डिपोर्ट किया है। इस महीने अमेरिका से 332 अवैध भारतीय आप्रवासियों को तीन विमान के जरिए अमेरिका ने वापस भेजा है। वापस लौटे सभी लोगों की शिकायत है कि उन्हें जंजीरों में बांधा गया और फ्लाइट के दौरान टॉयलेट का इस्तेमाल करने नहीं दिया गया।

व्हाइट हाउस में ट्रंप ने मोदी के लिए खींची कुर्सी, दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति का दिखा अलग अंदाज


#donald_trump_pulls_chair_for_pm_modi_during_meeting_in_white_house 

व्हाइट हाउस में दो पुराने दोस्त लंबे अरसे के बाद मिले। गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों नेताओं की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं। जिन्हें देखकर लोग मोदी-ट्रंप की गहरी दोस्ती की बात कर रहे हैं। यही नहीं, दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति का ये अंदाज देख हर भारतीय गर्व महसूस करेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति को दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स समझा जाता है। इसी शख्स ने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के लिए सम्मानपूर्वक कुर्सी पीछे खींची। इसके अलावा ट्रंप तब तक पीएम मोदी की कुसी के पीछे खड़े रहे, जब पीएम मोदी ने एक किताब पर अपने अनुभव साझा नहीं कर दिए। 

जब पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उनके पास पहुंचे तो ट्रंप ने गले मिलकर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। इसके अलावा एक वीडियो में डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी के लिए कुर्सी खींचते नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी, डोनाल्ड ट्रंप के पास पहुंचते हैं तो अमेरिकी राष्ट्रपति बाहें फैलाकर उनका स्वागत कर रहे हैं। इसके बाद वो दोनों गले मिलते हैं। इसी दौरान डोनाल्ड ट्रंप कहते हैं,'वी मिस यू, वी मिस यू अलॉट' यानी हमने आपको बहुत याद किया। इसके ट्रंप पीएम मोदी को कुछ अन्य लोगों से भी मिलवाते हैं।

वीडियो के आखिर में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी एक कुर्सी बैठे हुए नोटबुक में अपना नोट लिख रहे हैं और ट्रंप उनके पीछे खड़े हुए हैं। इसी दौरान जब पीएम मोदी अपना नोट पूरा कर लेते हैं और उठने की कोशिश करते हैं तो पीछे खड़े ट्रंप आगे आते हैं और पीएम मोदी की कुर्सी पीछे खींचते हैं। ताकि प्रधानमंत्री मोदी को उठने में किसी भी तरह की दिक्कत ना हो। इसके बाद जब पीएम मोदी कुर्सी से उठ जाते हैं तो ट्रंप वापस उस कुर्सी वहीं पर रख देते हैं।

बाद में एक समाचार सम्मेलन में, ट्रंप ने अपनी पुरानी दोस्ती का जिक्र किया और अपनी पिछली मुलाकातों को याद किया। ट्रंप ने कहा, मैं अपने मित्र नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री का व्हाइट हाउस में फिर से स्वागत करते हुए रोमांचित हूं। उन्होंने कहा, 'वह एक खास व्यक्ति हैं।' उन्होंने 2020 में भारत में उनके और उनकी पत्नी मेलानिया के प्रति पीएम मोदी के आतिथ्य को याद किया और कहा कि उन्हें भी वैसा ही करने में खुशी होगी।

मिट्टी में मिला देंगे’, पहलगाम हमले में शामिल आसिफ का घर बम से उड़ाया, आदिल के घर चला बुलडोजर

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पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 निहत्‍थे पर्यटकों की हत्‍या के बाद भारत का सख्‍त रुख सामने आ चुका है। देश बेकसूरों की “बलि” बदला लेकर रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिथिला की धरती से साफ शब्‍दों में कहा कि जिन्‍होंने इस हमले को अंजाम दिया है, उन्‍हें मिट्टी में मिला दिया जाएगा। इस बीच पहलगाम हमले के संदिग्‍ध आतंकवादियों के खिलाफ एक्‍शन शुरू हो गया है। अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के त्राल के गोरी इलाके में एक आतंकी के घर को बम से उड़ाया गया है, जबकि दूसरे संदिग्ध के घर को बुलडोर से गिराया गया है।

त्राल में जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकी आसिफ के घर पहुंची। बताया जा रहा है कि उसके घर में विस्फोटकों का जखीरा था, जिसमें धमाका हुआ। इसके अलावा एक आतंकी आदिल के घर पर भी जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुलडोजर से कार्रवाई की और उसे ध्वस्त कर दिया।

हमले के बाद आसिफ-आदिल का वीडियो हुआ था वायरल

सुरक्षाबलों ने त्राल में जिन आतंकियों पर एक्शन लिया है। वे दोनों आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़े हैं। बीते 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले से जुड़े वीडियो में दोनों नजर आए थे। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद आतंकियों का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे सुरक्षा बलों को चुनौती देते नजर आ रहे हैं।

आसिफ और आदिल सहित हमले में शामिल अन्य आतंकियों को मार गिराने के लिए सुरक्षाबलों का अभियान जारी है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने आतंकियों तक पहुंचने के लिए अब तक 2000 लोगों से पूछताछ की है। इसके साथ ही काफी लोगों को हिरासत में भी लिया है।

26 लोगों की नृशंस हत्या

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 26 लोगों की जान ले ली थी। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखा और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं।

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करणी सेना नहीं वो योगी सेना, सरकार ने की फंडिंग”, अखिलेश यादव का यीपी सरकार पर हमला

#akhileshyadavreachedmpsumanshouse

राणा सांगा पर राज्यसभा में दिए बयान के बाद छिड़े सियासी घमासान के बीच शनिवार को सपा मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन से मिलने आगरा उनके आवास पहुंचे।जहां उन्होंने सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने करणी सेना पर हमले का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सरकार द्वारा प्रायोजित हिंसा है, जिसका उद्देश्य दलितों और अल्पसंख्यकों को डराना है। अखिलेश यादव ने कहा कि करणी सेना नहीं ये योगी सेना है, जिसके लिए सरकार से फंडिंग हो रही है।

यह संदेश दिया गया कि राजपूत योगी के साथ-अखिलेश

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने सांसद रामजीलाल सुमन के आवास पर मीडिया से वार्ता करते हुए करणी सेना के प्रदर्शन पर कहा कि यह लखनऊ और दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों के वर्चस्व की लड़ाई थी। भोले-भाले लोगों को तलवारें पकड़ाकर आगे कर दिया गया। प्रदर्शन से यह संदेश दिया गया कि राजपूत योगी के साथ हैं।

लोगों की आवाज दबाने के लिए योगी सेना-अखिलेश

अखिलेश यादव ने करणी सेना को योगी सेना बताया। उन्होंने कहा, जिस तरह हिटलर सेना रखता था, लोगों की आवाज दबाने के लिए उसी तरह ये योगी सेना लोगों को डरा रही है सवाल उठाए कि इन्हें फंडिंग किसने की। योगी को कुछ नहीं आता है।

पीडीए को डराने की कोशिश-अखिलेश

अखिलेश ने मीडिया से बातचीत के दौरान सरकार पर आरोप लगाया कि ये पीडीए को तोड़ने की कोशिश है। अखिलेश यादव ने सपा के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर करणी सेना की तरफ से किए गए हमले को लेकर कहा कि ये पीडीए को डराने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि सांसद के आवास पर अचानक हमला नहीं हुआ। ये हमला एक साजिश के तहत हुआ है। हमलावरों का इरादा जान लेने का था।

अखिलेश ने कहा कि हाल में हुए उप चुनाव भी ये लोग डराकर ही जीते हैं। प्रयागराज में एक दलित को मारकर जला दिया गया। ये एक तरह से दलितों-अल्पसंख्यकों को डराने कोशिश पूरी कोशिश की गई है।

PM मोदी से CG की गोलगप्पा गर्ल का संवाद : जॉब छोड़कर 23 साल की उम्र में शुरू किया गोलगप्पे का कैफे, कई लोगों को दे रही रोजगार

रायपुर- छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करने वाले युवाओं में राजधानी रायपुर की निवासी ईशा पटेल का नाम अब शामिल हो चुका है. महज़ 23 वर्षीय ईशा पटेल के यूनिक स्टार्टअप आईडिया हाउस ऑफ़ पुचका ने उन्हें पीएम मोदी से मुलाक़ात करने का मौक़ा दिया है. मंगलवार को केंद्र सरकार की मुद्रा लोन योजना को 10 वर्ष पूरे हुए. इस अवसर पर योजना के तहत लोन की मदद से सफल उद्योग खड़ा करने वाले पूरे देश के 50 व्यक्तियों से पीएम मोदी ने अपने निज निवास में मुलाक़ात की, जिसमें छत्तीसगढ़ से दो लोग शामिल हुए. ये छत्तीसगढ़ के लिये गौरव का विषय है कि 50 में से पाँच लोगों को सीधे पीएम मोदी से संवाद का मौक़ा मिला, जिसमें ईशा पटेल शामिल रही.

प्रधानमंत्री मोदी ने काम को सराहा

पीएम मोदी से संवाद को लेकर ईशा पटेल ने बताया कि पीएम मोदी को इतनी कम उम्र में कॉर्पोरेट छोड़कर रिस्क लेने का कारण जानने काफ़ी जिज्ञासा थी. उन्होंने स्ट्रगल और फ़ैमिली रिएक्शन को लेकर सवाल किए. साथ ही यूथ को संदेश देने को कहा. वहीं ईशा ने अपने संवाद में पीएम मोदी सहित वहाँ मौजूद सभी को बताया कि वो 23 साल की है. उनके पास समय और रिस्क लेने की क्षमता है. उन्होंने यूथ को कहा, ये सही समय है, यदि फंड नहीं है तो सरकार की योजना के बारे में जानकारी ले. इससे सभी को मदद मिलेगी. Sky has no limits, पोटेंशियल है तो शुरू करो.

ईशा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हम सोचते नहीं है कि हम पीएम से मिलेंगे, लेकिन जो हमारी मेहनत रही, जो सैक्रिफाइस हमने किया, उसकी वजह से मुलाक़ात हो सकी. पीएम ने उनके काम को अप्रीशीएट किया कि इतने कम उम्र में स्टेबल जॉब को छोड़ कर स्टार्टअप किया .

हैदराबाद से मंगाई है मशीन

ईशा ने लाखों के पैकेज का जॉब छोड़कर मुद्रा लोन की मदद से दो महीने पहले रायपुर के समता कॉलोनी में HOUSE OF PUCHKA की शुरुआत की. वे कई लोगों को रोजगार भी दे रही. यहाँ हाइजीन को ध्यान में रखते हुए पानीपूड़ी का आता और पानीपूड़ी मशीन से तैयार किया जाता है. साथ ही हैदराबाद से ऑटोमैटिक सेंसर मशीन मंगाया गया है, जिसके नीचे पुचका (गोलगप्पे) लाते ही पानी निकलने लगता है. लोग पाँच अलग-अलग फ़्लेवर्स पानी के ट्राई कर सकते हैं.

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने दी शुभकामनाएँ

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने हाउस ऑफ पुचका की संचालिका ईशा पटेल को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की बेटी को पीएम मोदी से बात करने का मौक़ा मिला. मुद्रा योजना से न केवल वो आत्मनिर्भर बनी बल्कि कई लोगों को रोज़गार दिला रही है. ये पीएम मोदी की दूरदर्शी सोच है, जिसका लाभ देश के युवाओं को मिल रहा है.

देवघर-जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत कार्यों को लेकर उपायुक्त ने अधिकारियों व कार्यपालक अभियंता को दिए आवश्यक दिशा निर्देश।
देवघर: उपायुक्त विशाल सागर की अध्यक्षता में आज दिनांक 27 मार्च को जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत किए जा रहें विभिन्न कार्यों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने अभियान के तहत किए गए कार्यो के अलावा आने वाले दिनों में किए जाने वाले कार्यों को लेकर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन एक महत्वपूर्ण योजना है। इस मिशन के तहत चालू नल के माध्यम से सभी घरों को आवश्यकता अनुरूप शुद्ध पीने का पानी पहुंचाना सरकार का उद्देश्य हैं। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए हर घर को नल और पेयजल उपलब्ध कराने के लिये सभी को और बेहतर एवं उचित ढंग से कार्य करने की आवश्यकता है। इसके अलावे बैठक के दौरान उपायुक्त विशाल सागर ने जिलांतर्गत जल जीवन मिशन के तहत वर्तमान में किये जा रहे कार्यों के साथ-साथ वर्ष 2025 तक हर घर को नल जल से आच्छादित करने एव ससमय योजना को पूर्ण करने के उद्देश्य से संबंधित कार्यपालक अभियंता को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया। साथ ही उपायुक्त ने कहा कि जिन घरों में नल की आपूर्ति पूर्व में सुनिश्चित की गई है उन सभी घरों को छोड़कर शेष योग्य घरों में जल्द से जल्द नल के माध्यम से पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करें, ताकि ससमय योजन को पूर्ण किया जा सके। आगे उपायुक्त ने FHTC ( functional household tap connection) अद्यतन स्थिति की जानकारी के अलावा फंक्शनल हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन, एमवीएस आदि स्कीम की कार्य प्रगति की जानकारी लेते हुए अद्यतन प्रगति से अवगत हुए एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बैठक के दौरान उपायुक्त श्री विशाल सागर द्वारा जिला में एमपी-एमएलए फंड, सीएसआर, डीएमएफटी, सीएसए, अनटाइड फंड आदि के तहत लिए गए वाटर सप्लाई स्कीम की समीक्षा के अलावा उपरोक्त योजनाओं के तहत कितने घरों में फंक्शनल हाउस होल्ड कनेक्शन लिए गए हैं कि जानकारी लेते हुए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। साथ उपायुक्त ने जल जीवन मिशन के तहत सभी संबंधित अधिकारियों को निदेश दिया कि सभी बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करे ताकि कार्यों मे तेजी लाते हूऐ शतप्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति की जा सके। *अबुआ आवास योजना (ग्रामीण) /PMAY अंतर्गत निर्मित घरों में स्वीकृत शौचालयों/निर्मित शौचायलयों के वस्तुस्थिति से हूए अवगत.........* उपायुक्त  विशाल सागर द्वारा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत वर्तमान वित्तिय वर्ष 2024-25 के तहत किये जा रहे कार्यो के अद्यतन स्थिति से अवगत हुए। साथ ही संबंधित अधिकारियों को निदेशित करते हुए कहा कि स्वक्ष भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत AIP 2024-25 के लक्ष्य के विरुद्ध व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों (IHHL) एवं अबुआ आवास्(ग्रामीण)/PMAYG निर्मित घरों में स्वीकृत शौचायलयों/निर्मित शौचायलयों के वास्तु स्थिति से अवगत हुए साथ ही निदेशित करते हुए संबंधित अधिकारियों को कहा कि जल्द से जल्द लक्ष्य के अनुरूप शौचायलयों का निर्माण कराया जाय। इसके अलावे उपायुक्त द्वारा ठोस कचरा एवं तरल कचरा प्रबंधन, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाई का निर्माण, रख-रखाव एवं संचालन की स्थिती गोबरधन योजना, माहवारी स्वक्षता प्रबंधन व मालिय कचरा प्रबंधन को लेकर किये जा रहे कार्यो के प्रगति से अवगत हुए साथ ही इसके निष्पादन को लेकर संबमधित अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए। बैठक में उपरोक्त के अलावे निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण नरेश कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल भारती, प्रभारी पदाधिकारी गोपनीय शाखा मुकेश कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी रणवीर सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी यश राज, जिला शिक्षा पदाधिकारी विनोद कुमार, जिला शिक्षा आधीक मधुकर कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कुमारी अंजना, कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वक्षता प्रमंडल देवघर एवं मधुपुर, जनप्रतिनिधि एवं संबंधित विभाग के अधिकारी एवं कर्मी उपस्थित।
कैशकांड का खुलेगा राजःजस्टिस वर्मा के घर पहुंची जांच टीम, घर पर मिले थे अधजले नोट


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जस्टिस यशंवत वर्मा के घर में मिले कैश के मामले की जांच तेज हो गई है। इसी क्रम में दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के दिल्ली के 30, तुगलक क्रिसेंट स्थित आवास पर मंगलवार दोपहर सीजेआई की गठित 3 सदस्यीय टीम (इन हाउस पैनल) जांच के लिए पहुंची। टीम उस स्टोर रूम में गई जहां 500-500 के नोटों से भरीं अधजली बोरियां मिली थीं। जांच टीम में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जस्टिस शील नागू, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जी एस संधावालिया और कर्नाटक हाईकोर्ट के जस्टिस अनु शिवरामन शामिल हैं।

जांच के दौरान समिति के सदस्य करीब 30-35 मिनट तक न्यायमूर्ति वर्मा के आधिकारिक आवास के अंदर रहे। इस दौरान उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया। न्यायमूर्ति वर्मा के आधिकारिक आवास पर बीती 14 मार्च की रात करीब 11.35 बजे आग लगने के बाद कथित नकदी बरामदगी हुई थी। जिसके बाद अग्निशमन अधिकारी मौके पर पहुंचे और आग बुझाई थी। इसके बाद 22 मार्च को भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने न्यायमूर्ति वर्मा के खिलाफ आरोपों की आंतरिक जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित कर दी थी।

3 राज्यों के चीफ जस्टिस के इस पैनल को ही तय करना है कि कैश मिलने के मामले में जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ एक्शन होना चाहिए या नहीं। हालांकि, पैनल कार्रवाई करने का हकदार नहीं होगा। पैनल बस अपनी रिपोर्ट चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना को सौंपेगा। अगर पैनल को लगता है कि आरोपों में दम है और उजागर किए गए कदाचार के बाद जस्टिस को हटाने की कार्यवाही शुरू की जानी चाहिए तो चीफ जस्टिस ये रास्ते अपना सकते हैं।

अगर पैनल को लगता है कि आरोप में दम हैं। कदाचार के तहत जस्टिस को हटाया जाना चाहिए तो चीफ जस्टिस सबसे पहले संबंधित जज को इस्तीफा देने या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने की सलाह दे सकते हैं। अगर जस्टिस दोनों कंडीशन में बात नहीं मानते हैं तो सीजेआई संबंधित हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से कह सकते हैं कि वह जस्टिस को कोई न्यायिक काम न दें। इस स्थित में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी सूचित किया जा सकता है।

बता दें कि जस्टिस यशवंत वर्मा के लुटियंस दिल्ली स्थित घर में 14 मार्च की रात आग लगी। उनके घर के स्टोर रूम जैसे कमरे में 500-500 रुपए के जले नोटों के बंडलों से भरे बोरे मिले। सवाल खड़ा हुआ कि इतना कैश कहां से आया। मामले ने तूल पकड़ा। इसको लेकर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने हंगामा किया। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने इस मामले में एक्शन लेते हुए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठक बुलाई, जिसमें जस्टिस वर्मा का ट्रांसफर इलाहाबाद हाई कोर्ट में करने का फैसला लिया।

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जब जस्टिस वर्मा का इलाहाबाद हाई कोर्ट में ट्रांसफर करने की सिफारिश की तो इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर महाभियोग की मांग की। बार एसोसिएशन ने कहा कि जस्टिस वर्मा के खिलाफ सीबीआई और ईडी को मामला दर्ज करने की अनुमति दी जाए।

व्हाइट हाउस में ट्रंप-जेलेंस्की के बीच तेज बहस, नोकझोंक के बाद ट्रंप बोले- तीसरे विश्व युद्ध का जुआ खेल रहे हैं आप

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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने व्हाइट हाउस में शुक्रवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर की मुलाकात एक तू-तू मैं-मैं वाली बहस में बदल गई। जेलेंस्की के लिए यह बैठक बेहद शर्मिंदा करने वाली रही। जहां अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने उन्हें ओवल ऑफिस में जमकर सुनाया। जेलेंस्की ने कहा कि वह युद्ध विराम मानने के लिए तैयार नहीं हैं। इस पर ट्रंप ने कहा कि यूक्रेनी नेता तीसरे विश्व युद्ध का जुआ खेल रहे हैं। बहस के दौरान ट्रंप ने तीखे तेवर में यूक्रेन से खनिज सौदे के लिए दबाव बनाया और कहा कि या तो आप डील करिए वरना हम (शांति प्रक्रिया) से बाहर हो जाएंगे। इसके कुछ देर बाद ही जेलेंस्की वॉइट हाउस की मीटिंग से बाहर चले गए।

ट्रंप ने कैमरों के सामने जेलेंस्की को डांटा

ओवल ऑफिस में हुई मुलाकात के दौरान जब रूस-यूक्रेन युद्ध विराम का मुद्दा उठा तो दोनों नेताओं में बहस हो गई। जेलेंस्की ने कहा कि वह युद्ध विराम मानने के लिए तैयार नहीं हैं। जेलेंस्की ने ट्रंप से कहा कि व्लादिमीर पुतिन के शांति के वादों पर भरोसा नहीं किया जा सकता। उन्होंने रूसी नेता के वादे तोड़ने के इतिहास को भी याद दिलाया। इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीधे तौर पर टीवी कैमरों के सामने जेलेंस्की को डांटा और कहा कि वह युद्ध हार रहे हैं।

ट्रंप ने जेलेंस्की को फटकार लगाई

ट्रंप ने कहा, आपके हाथ में कोई कार्ड नहीं है। उन्होंने कहा कि आप हमारा अनादर कर रहे हैं। हम तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं, आपको इसके साथ खेलने का कोई अधिकार नहीं है। आपको आभारी होना चाहिए. इस तरह से काम करना बहुत मुश्किल होगा। ओवल ऑफिस में बैठे हुए ट्रंप ने जेलेंस्की को फटकार लगाई और उन्हें ज्यादा “आभारी” होने के लिए कहा और कहा, “आप यह तय करने की स्थिति में नहीं हैं कि हम क्या महसूस करने जा रहे हैं?”

जेडी वेंस ने प्रोपेगैंडा यात्रा करने का आरोप लगाया

बहस में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भी कूद पड़े और जेलेंस्की पर प्रोपेगैंडा यात्रा करने का आरोप लगाया। वेंस ने कहा, मुझे लगता है कि आपके लिए ओवल ऑफिस में आना और अमेरिकी मीडिया के सामने इस मामले पर मुकदमा चलाने की कोशिश करना अपमानजनक है।

मुलाकात के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने जारी किया बयान

मुलाकात के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने बयान जारी किया जिसमें जेलेंस्की के व्यवहार को अमेरिका के लिए अपमानजनक कहा। बयान में कहा गया कि 'आज व्हाइट हाउस में हमारी बहुत सार्थक बैठक हुई। बहुत कुछ ऐसा सीखा गया जो इस तरह की तपिश और दबाव की बातचीत के बगैर कभी नहीं समझा जा सकता था।

बयान में आगे कहा गया कि 'यह आश्चर्यजनक है कि भावनाओं के माध्यम से क्या सामने आता है, और मैंने यह निर्धारित किया है कि राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की शांति के लिए तैयार नहीं हैं यदि अमेरिका इसमें शामिल है, क्योंकि उन्हें लगता है कि हमारी भागीदारी उन्हें वार्ता में बड़ा लाभ देती है। मुझे लाभ नहीं चाहिए, मुझे शांति चाहिए। उन्होंने प्रिय ओवल ऑफिस में संयुक्त राज्य अमेरिका का अपमान किया। जब वह शांति के लिए तैयार होंगे तो वह वापस आ सकते हैं।'

मस्क व्हाइट हाउस के सिर्फ एक कर्मचारी”, टेस्ला के सीईओ पर क्या है इस बयान के मायने

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टेस्ला सीईओ और अमेरिका के सरकारी दक्षता विभाग यानी डीओजीई की जिम्मेदारी संभालने वाले एलन मस्क का सरकार के फैसलों में दखल अमेरिका के लोगों और प्रशासन को रास नहीं आ रहा है। अमेरिका में फेडरल कर्मियों को नौकरियों से निकालने के ट्रंप के आदेश को मॉनिटर करने की जिम्मेदारी भी मस्क को मिली हुई है जो खुद ट्रंप ने दी है। अब अमेरिका में राष्ट्रपति ऑफिस व्हाइट हाउस ने एक कोर्ट में जवाब दिया कि अमेरिकी बिजनेसमैन एलन मस्क सिर्फ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार हैं। वे डीओजीई के एम्पलॉयी नहीं हैं, इसलिए उनके पास सरकार के अंदर फैसले लेने का अधिकार नहीं है।

दरअसल, न्यू मेक्सिको की अगुआई में 14 अमेरिका राज्यों ने वॉशिंगटन डीसी के एक फेडरल कोर्ट में ट्रंप और मस्क के खिलाफ केस किया है। ये राज्य मस्क को डीओजीई प्रमुख बनाए जाने से नाराज हैं। राज्यों के मुताबिक, एलन के हाथ में बड़ी ताकत आ गई है, जो अमेरिकी संविधान के उल्लंघन में है।

इसी केस को लेकर व्हाइट हाउस में ऑफिस ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन के डायरेक्टर जॉशुआ फिशर ने कोर्ट में जानकारी दी कि मस्क की भूमिका सिर्फ सलाहकार की है। उनका काम सिर्फ राष्ट्रपति को सलाह देना और प्रशासन की तरफ से निर्देशों को कर्मचारियों तक पहुंचाने का है।

व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन में मस्क की भूमिका व्हाइट हाउस के कर्मचारी और राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में थी, और वह डीओजीई के कर्मचारी नहीं थे। व्हाइट हाउस ने यह भी कहा कि मस्क के पास निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं है।

पिछले महीने डीओजीई द्वारा राष्ट्रपति के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद से डीओजीई ने संघीय एजेंसियों में अपनी पैठ बना ली है और मस्क को सरकार में नाटकीय बदलाव के तहत फिजूलखर्ची को रोकने का जिम्मा सौंपा है, जिसमें हजारों नौकरियों में कटौती भी शामिल है।

व्हाइट हाउस ने हथकड़ी-जंजीरों में जकड़े अप्रवासियों का VIDEO किया पोस्ट, मस्क का रिएक्शन कर देगा हैरान

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अमेरिका में मौजूद अवैध प्रवासियों को लगातार वापस भेजा जा रहा है। डिपोर्टेशन के दौरान लोगों के हाथों में हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां डाली जाती है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। दरअसल, व्हाइट हाउस ने मंगलवार को एक वीडियो जारी किया, जिसमें अमेरिका में अवैध आप्रवासियों को जंजीरों में बांधकर डिपोर्ट करने के लिए फ्लाइट पर चढ़ाते हुए देखा जा सकता है।

व्हाइट हाउस के आधिकारिक पेज पर पोस्ट किए गए 41 सेकंड के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट किया जाता है। डिपोर्ट किए जाने से पहले किस तरह की तैयारी की जाती है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक पुलिस अधिकारी प्रवासी शख्स को हथकड़ियां लगा रहा है। वीडियो में डिपोर्ट किए जाने वाले शख्स का चेहरा नहीं दिखाया गया है लेकिन उसके हाथों हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां नजर आ रही हैं। एयरपोर्ट पर हथकड़ियां और चेन रखी देखी जा सकती हैं। वीडियो में शख्स प्लेन में चढ़ता दिखाई दे रहा है जिसके पैरों में बेड़ियां बंधी हुई हैं

इस वीडियो पर कई तरह के रिएक्शन भी सामने आए हैं। इन सबमें सबसे हैरान कर देने वाली प्रतिक्रिया टेस्ला के सीईओ एलन मस्क की है। डोनाल्ड ट्रंप के खास सहयोगी एलन मस्क ने व्हाइट हाउस इस वीडियो को रीट्वीट करते हुए 'हाहा, वाह' लिखा है। इस दौरान उन्होंने एक इमोजी भी बना रखा था, जो एलियन का इमोजी था। दरअसल डोनाल्ड ट्रंप शुरू से ही अवैध आप्रवासियों को एलियन कहते रहे है।

बता दें कि अमेरिका ने भारतीय अवैध प्रवासियों को भी डिपोर्ट किया है। इस महीने अमेरिका से 332 अवैध भारतीय आप्रवासियों को तीन विमान के जरिए अमेरिका ने वापस भेजा है। वापस लौटे सभी लोगों की शिकायत है कि उन्हें जंजीरों में बांधा गया और फ्लाइट के दौरान टॉयलेट का इस्तेमाल करने नहीं दिया गया।

व्हाइट हाउस में ट्रंप ने मोदी के लिए खींची कुर्सी, दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति का दिखा अलग अंदाज


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व्हाइट हाउस में दो पुराने दोस्त लंबे अरसे के बाद मिले। गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों नेताओं की कई तस्वीरें सामने आ रही हैं। जिन्हें देखकर लोग मोदी-ट्रंप की गहरी दोस्ती की बात कर रहे हैं। यही नहीं, दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति का ये अंदाज देख हर भारतीय गर्व महसूस करेगा। अमेरिका के राष्ट्रपति को दुनिया का सबसे ताकतवर शख्स समझा जाता है। इसी शख्स ने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के लिए सम्मानपूर्वक कुर्सी पीछे खींची। इसके अलावा ट्रंप तब तक पीएम मोदी की कुसी के पीछे खड़े रहे, जब पीएम मोदी ने एक किताब पर अपने अनुभव साझा नहीं कर दिए। 

जब पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उनके पास पहुंचे तो ट्रंप ने गले मिलकर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। इसके अलावा एक वीडियो में डोनाल्ड ट्रंप पीएम मोदी के लिए कुर्सी खींचते नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी, डोनाल्ड ट्रंप के पास पहुंचते हैं तो अमेरिकी राष्ट्रपति बाहें फैलाकर उनका स्वागत कर रहे हैं। इसके बाद वो दोनों गले मिलते हैं। इसी दौरान डोनाल्ड ट्रंप कहते हैं,'वी मिस यू, वी मिस यू अलॉट' यानी हमने आपको बहुत याद किया। इसके ट्रंप पीएम मोदी को कुछ अन्य लोगों से भी मिलवाते हैं।

वीडियो के आखिर में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी एक कुर्सी बैठे हुए नोटबुक में अपना नोट लिख रहे हैं और ट्रंप उनके पीछे खड़े हुए हैं। इसी दौरान जब पीएम मोदी अपना नोट पूरा कर लेते हैं और उठने की कोशिश करते हैं तो पीछे खड़े ट्रंप आगे आते हैं और पीएम मोदी की कुर्सी पीछे खींचते हैं। ताकि प्रधानमंत्री मोदी को उठने में किसी भी तरह की दिक्कत ना हो। इसके बाद जब पीएम मोदी कुर्सी से उठ जाते हैं तो ट्रंप वापस उस कुर्सी वहीं पर रख देते हैं।

बाद में एक समाचार सम्मेलन में, ट्रंप ने अपनी पुरानी दोस्ती का जिक्र किया और अपनी पिछली मुलाकातों को याद किया। ट्रंप ने कहा, मैं अपने मित्र नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री का व्हाइट हाउस में फिर से स्वागत करते हुए रोमांचित हूं। उन्होंने कहा, 'वह एक खास व्यक्ति हैं।' उन्होंने 2020 में भारत में उनके और उनकी पत्नी मेलानिया के प्रति पीएम मोदी के आतिथ्य को याद किया और कहा कि उन्हें भी वैसा ही करने में खुशी होगी।