देवदूत बनी आरपीएफ: रांची स्टेशन पर कड़ाके की ठंड में लावारिस मिला 3 माह का मासूम, महिला कांस्टेबल ने ममता की छांव में बचाया।
आरपीएफ की तत्परता और रेल पुलिस की मानवीय संवेदनशीलता का एक प्रेरणादायक उदाहरण रांची रेलवे स्टेशन पर सामने आया है. कड़ाके की ठंड में किसी ने एक तीन माह के नवजात को रांची रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया था, लेकिन आरपीएफ ने उस मासूम को बचा लिया.
क्या है पूरा मामला
रांची रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी के दौरान सतर्कता बरतते हुए आरपीएफ कर्मियों ने एक लावारिस पड़े नवजात शिशु को सुरक्षित बचाकर उसकी जिंदगी बचा ली. आरपीएफ कमांडेंट पवन कुमार ने बताया कि आरपीएफ रांची द्वारा रेलवे परिसर में लगातार सुरक्षा और निगरानी की मुहिम चलाई जा रही है. शनिवार देर रात ड्यूटी पर तैनात एएसआई अरुण कुमार और महिला कांस्टेबल राखी कुमारी प्लेटफॉर्म संख्या 01 पर रूटीन जांच और गश्त में थे.
इसी दौरान ओवरब्रिज के नीचे एक लगभग तीन माह के नवजात बालक को लावारिस हालत में देखकर चौंक गए. ठंड और असुरक्षित माहौल को देखते हुए आरपीएफ कर्मियों ने तत्काल पहल करते हुए शिशु को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया. घटना की सूचना तुरंत जीआरपी रांची को दी गई और महिला कांस्टेबल राखी कुमारी ने शिशु को जीआरपी पोस्ट लाया. जहां प्रारंभिक जांच के बाद उसे सुरक्षित रखा गया.
आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने यात्रियों और स्थानीय लोगों से शिशु के परिजनों के बारे में काफी पूछताछ की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी. बाद में सीसीटीवी फुटेज की जांच में एक अज्ञात व्यक्ति शिशु को ले जाते हुए देखा गया, लेकिन उसकी पहचान स्पष्ट नहीं हो पाई. सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद शिशु को जीआरपी और आरपीएफ की मौजूदगी में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) रांची को सौंप दिया गया, ताकि उसकी देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.







Dec 21 2025, 15:46
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