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कांग्रेस ने पीएम मोदी को बताया “मौनी बाबा”, पर साधा निशाना, ट्रंप के रूस से तेल खरीद के दावे पर साधा निशाना

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत और रूस के बीच कच्चा तेल खरीदने संबंधी दावे को लेकर देश का सियासी पारा हाई है। कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साध रही है। इस बीच कांग्रेस ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए उन्हें 'मौनी बाबा' बताया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया है

क्या बोले जयराम रमेश?

जयराम रमेश ने शनिवार को 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'राष्ट्रपति ट्रंप ने एक बार फिर कहा है कि उनके 'अच्छे दोस्त' ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल के आयात में कटौती करेगा। लेकिन वह 'अच्छे दोस्त' उस वक्त अचानक 'मौनी बाबा' बन जाते हैं जब राष्ट्रपति ट्रंप कहते हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर रुकवा दिया है और अब जब वह कहते हैं कि भारत रूस से तेल का आयात कम कर देगा।'

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने दावा के बाद तंज

रमेश ने एक्स पर किए अपने पोस्ट में आगे लिखा कि अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा 54.4 अरब डॉलर तक बढ़ गया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 49.6 अरब डॉलर था। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने फिर दावा किया कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगा और वह तनाव घटा रहा है और पीछे हट रहा है। यह दूसरी बार है जब ट्रंप ने ऐसा बयान दिया है।

ट्रंप ने क्या दावा किया?

इससे पहले गुरूवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि नई दिल्ली रूसी कच्चे तेल की खरीद बंद कर देगा। रूस से कच्चे तेल के आयात को लेकर ट्रंप के पिछले दावे के बाद भारत सरकार ने कहा था कि वह बाजार की परिस्थितियों के अनुरूप ऊर्जा स्रोत के आधार को व्यापक और विविध बना रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्रंप के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अस्थिर ऊर्जा परिदृश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना सरकार की निरंतर प्राथमिकता रही है।

पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक में अफगानिस्तान के तीन क्रिकेटरों समेत 8 की मौत, एसीबी ने उठाया बड़ा कदम

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पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से सैन्य झड़प हो रही है। यह संघर्ष पिछले हफ्ते शुरू हुआ जब इस्लामाबाद ने काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के ठिकानों पर हमला किया। हालांकि, 8 अक्टूबर से जारी संघर्ष के बाद बुधवार शाम को सीजफायर पर सहमति बनी थी। लेकिन शुक्रवार रात पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर हवाई हमले कर दिए। पाकिस्तानी सेना ने पक्तिका प्रांत में एयर स्ट्राइक की और रिहायशी घरों को निशाना बनाया गया, जिसमें कई युवा क्रिकेटर्स ने भी अपनी जान गंवा दी। 

अफगानिस्तान ने ट्राई सीरीज से नाम वापस लिया

इस बात की पुष्टि खुद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने की है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बताया कि कबीर आगा, सिबघातुल्लाह और हारून नाम के 3 अफगानी क्रिकेटर्स की इस हमले में जान गई। पाकिस्तान की इस घटिया हरकत के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ होने वाली ट्राई सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया है। यह सीरीज 5 से 29 नवंबर के बीच लाहौर और रावलपिंडी में खेली जानी थी। लेकिन, पाकिस्तान के एयरस्ट्राइक के बाद यह फैसला लिया गया। 

8 डोमेस्टिक और क्लब स्तर के खिलाड़ियों की मौत

अफगानिस्तान की मीडिया के मुताबिक, पाकिस्तानी हमले में कुल 8 अफगानिस्तान के डोमेस्टिक और क्लब स्तर के खिलाड़ियों की मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक ये आठों खिलाड़ी शराना इलाके में मैच खेल कर जीत का जश्न मनाने अर्गुन इलाके में आए थे, जब पाकिस्तानी सेना ने रिहाइशी इलाके में हवाई हमला कर दिया। इसके बाद पूरी इमारत मलबे में बदल गई।

हमले के खिलाफ राशिद खान का पोस्ट

अफगानिस्तान टीम के कप्तान राशिद खान ने भी घटना पर दुख जताया और सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि 'अफगानिस्तान पर पाकिस्तान के हालिया हवाई हमले में मारे गए नागरिकों की मौत से मैं बेहद दुखी हूं। राशिद खान ने कहा कि 'नागरिक ठिकानों पर हमला पूरी तरह से अनैतिक और निर्मम है। यह मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है और इसके खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए।

ठप हुई IRCTC की वेबसाइट-एप, तत्काल टिकट नहीं हो सका बुक, त्योहार से लोग परेशान


इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) की वेबसाइट शुक्रवार को फिर तकनीकी खामियों की वजह से ठप हो गई। इस कारण त्योहारी सीजन में ऑनलाइन टिकट बुक करने की कोशिश कर रहे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। त्योहार में जब लाखों लोग यात्रा की योजना बना रहे होते हैं, तब IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप का सर्वर शुक्रवार को अचानक डाउन हो गया। कुछ घंटों के लिए न वेबसाइट और न ही ऐप से टिकट बुक हो पा रहा था। इस तकनीकी खराबी के कारण तत्काल टिकट की भी बुकिंग ठप हो गई, जिससे हजारों यात्री मुश्किल में फंस गए।

हर रोज सुबह 10 बजे आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर एसी श्रेणी की तत्काल टिकट बुकिंग शुरू होती है, जबकि नॉन-एसी टिकटों की बुकिंग 11 बजे से खुलती है। शुक्रवार को धनतेरस (शनिवार) के सफर के लिए तत्काल टिकट बुकिंग का समय था, लेकिन वेबसाइट के डाउन होने से यात्रियों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। जिन लोगों ने त्योहार पर घर जाने के लिए टिकट बुक करने की योजना बनाई थी, उन्हें बड़ी निराशा हाथ लगी।

सोशल मीडिया पर फूट रहा गुस्‍सा

IRCTC वेबसाइट डाउन होने से लोगों का गुस्‍सा सोशल मीडिया में फूट रहा है। एक यूजर श्रीराम श्रीनिवासन ने एक्‍स पर लिखा कि त्योहारों के लिए तत्काल बुकिंग के दौरान IRCTC की वेबसाइट बहुत आसानी से डाउनटाइम में चली जाती है। क्या इसके लिए कोई जवाबदेह नहीं है और किसी से कोई पूछताछ नहीं की जाएगी? लाखों यूजर्स त्योहारों के लिए IRCTC से बुकिंग करते हैं। रिपोर्टों के अनुसार, IRCTC वेबसाइट में तकनीकी दिक्‍कत आ गई। तत्‍काल टिकट बुकिंग के टाइम पर ठप पड़ गई। एक यूजर नवाव आलम ने एक्‍स पर लिखा कि तत्‍काल टिकट बुकिंग का समय है और डिस्‍प्‍ले पर ‘डाउनटाइम’ मैसेज लिखा हुआ आ रहा है। यूजर मांग कर रहे हैं कि इस समस्‍या से तत्‍काल निपटा जाए और पीक आवर्स में होने वाली बुकिंग को स्‍मूद बनाया जाए।

पहले भी कई बार हो चुकी है ऐसी परेशानी

यह पहली बार नहीं है जब आईआरसीटीसी की वेबसाइट डाउन हुई है। इससे पहले दिसंबर 2024 में भी ऐसे ही हालात बने थे, जब साइट एक ही महीने में तीन बार ठप हुई थी। इस बार भी यह समस्या ऐसे समय पर आई है जब त्योहारों का मौसम चल रहा है और लोग अधिक संख्या में टिकट बुक कर रहे हैं। खासतौर पर धनतेरस से एक दिन पहले यह दिक्कत सामने आई, जब तत्काल टिकट की बुकिंग शुरू होती है।

हर दिन लाखों टिकट होते हैं बुक

IRCTC की वेबसाइट और ऐप के जरिए हर दिन लगभग 12.5 लाख टिकट बुक किए जाते हैं। भारतीय रेलवे में जितने भी टिकट बुक होते हैं, उनमें से करीब 84% टिकट केवल इसी प्लेटफॉर्म से खरीदे जाते हैं। ऐसे में जब भी वेबसाइट या ऐप काम नहीं करता, लाखों लोगों को इसका नुकसान होता है।

अमेरिकी सिंगर मैरी मिलबेन ने राहुल गांधी को लगाई फटकार, पीएम मोदी की बुराई पर हुईं नाराज

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस के तेल खरीद पर बड़ा बयान दिया। ट्रंप के इस बयान को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत सरकार पर निशाना साधा, जिसे लेकर मशहूर अमेरिकी सिंगर मैरी मिलबेन उनके ऊपर भड़क उठीं। अमेरिकी सिंगर मैरी मिलबेन ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को फटकारते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से नहीं डरते हैं।

मोदी दूरदर्शी, ट्रंप से नहीं डरते-मैरी

अमेरिकी सिंगर मिलबेन ने 'एक्स' पर राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि आप गलत हैं। पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप से नहीं डरते। पीएम मोदी दूरगामी सोच को समझते हैं। अमेरिका के साथ उनकी कूटनीति रणनीतिक है। जिस तरह राष्ट्रपति हमेशा अमेरिका के हितों को सर्वोपरि रखेंगे, उसी तरह प्रधानमंत्री मोदी भी वही करेंगे जो भारत के लिए सबसे अच्छा होगा। और मैं इसकी सराहना करती हूं। राष्ट्राध्यक्ष यही करते हैं। वे वही करते और कहते हैं जो उनके देश के लिए सबसे अच्छा होता है।

राहुल गांधी को जमकर सुनाई खरी-खोटी

मैरी यहीं नहीं रूकी, उन्होंने आगे कहा कि मैं आपसे इस तरह के नेतृत्व को समझने की उम्मीद नहीं करती, न हीं आपको भारत का प्रधानमंत्री बनने के योग्य मानती हूं। बेहतर होगा कि आप अपने "मुझे भारत से नफरत है" वाले दौरे पर वापस लौट जाएं, जिसके दर्शक सिर्फ आप ही हैं।

क्या बोले थे राहुल?

दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल में ही पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से डरते हैं, इसी कारण वह बार-बार उन्हें बधाई देते हैं। अब राहुल के इस बयान पर अमेरिकी पॉप सिंगर मैरी मिलबेन ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई है।

भारत में काफी लोकप्रिय अमेरिकी सिंगर

बता दें कि अमेरिकी पॉप सिंगर मैरी मिलबेन भारत में भी काफी लोकप्रिय हैं। वो पहली बार चर्चा में तब आईं जब उन्होंने 2020 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय राष्ट्रगान गाया था। इसके साथ ही उन्होंने दिवाली के उत्सव के लिए 'ओम जय जगदीश हरे' गाकर भारतीय लोगों के दिलों में अपनी छाप छोड़ दी थी। वहीं साल 2022 में मिलबेन को स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रस्तुति के लिए भारत आमंत्रित किया गया था। इसके अलावा जून 2023 में मैरी मिलबेन ने अमेरिका और भारत में तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने अमेरिका के दौरे पर गए पीएम मोदी के सामने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया था।

बीजेपी सांसद का पूर्व पीएम राजीव गांधी पर बड़ा आरोप, बोले-राहुल गांधी के पिताजी स्वीडन की कंपनी के एजेंट थे

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भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर कांग्रेस और राहुल गांधी पर बड़ा गंभीर आरोप लगाया है। निशिंकात दुबे ने राहुल गांधी को उनके पिता और पूर्व पीएम राजीव गांधी के नाम पर घेरा। बीजेपी सांसद ने दावा किया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी एक स्वीडिश सैन्य कंपनी के एजेंट थे।

निशिकांत दुबे ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर राहुल गांधी पर उनके पिता का नाम लेकर जोरदार हमला बोला। दुबे ने सोशल मीडिया पर एक दस्तावेज शेयर किया। इसमें दावा किया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी एक स्वीडिश सैन्य कंपनी के एजेंट थे। उन्होंने आगे कहा कि इसका मतलब है कि वह 1970 के दशक में दलाली में शामिल थे।

फाइटर जेट सौदे में राजीव गांधी की भूमिका पर उठाया था सवाल

यह पहला मौका नहीं है, जब निशिकांत ने राजीव गांधी को लेकर कोई बयान दिया है। इससे पहले जुलाई में भी दुबे ने विकीलीक्स की एक पुरानी रिपोर्ट के हवाले से राजीव और इंदिरा गांधी पर आरोप लगाए थे। उन्होंने दावा किया था कि 1970 के दशक में एक फाइटर जेट सौदे में राजीव गांधी ने ‘बिचौलिये’ की भूमिका निभाई थी।

इंदिरा गांधी पर रक्षा सौदों में ज़्यादा हस्तक्षेप का आरोप

भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने डिफेंस डील में 'हद से ज़्यादा दखलंदाज़ी' की थी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा कि 2013 में विकीलीक्स ने चौंकाने वाले खुलासे किए थे। दुबे ने अपने पोस्ट में लिखा, "21 अक्टूबर 1975 को एक स्वीडिश डिप्लोमैट ने अमेरिकी सरकार को बताया कि साब-स्कैनिया कंपनी भारत को विगेन फाइटर जेट बेचना चाहती थी, और उस वक्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पायलट बेटे राजीव गांधी बिचौलिये की तरह काम कर रहे थे।" उन्होंने यह भी कहा कि इंदिरा गांधी रक्षा सौदों में ज़्यादा हस्तक्षेप करती थीं।

सीजेई पर जूता फेंकने वाले वकील पर होगी कार्रवाई, चलेगा अवमानना का केस, अटॉर्नी जनरल ने दी मंजूरी

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सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले एडवोकेट की मुश्किल बढ़ सकती है। देश के अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणि ने आरोपी एडवोकेट राकेश किशोर के खिलाफ आपराधिक अवमानना कार्यवाही शुरू करने की सहमति दे दी। एडवोकेट राकेश किशोर ने पिछले हफ्ते कोर्ट रूम में सीजेआई बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की थी।

दिवाली की छुट्टियों के बाद सुनवाई

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के प्रमुख एवं वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कोर्ट से अनुरोध किया कि मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ अवमानना मामले की सुनवाई की जाए। सुप्रीम कोर्ट ने दीवाली की छुट्टियों के बाद मामला सुनवाई के लिए लगाने का निर्देश दिया है।

वकील राकेश किशोर के खिलाफ चलेगा अवमानना का केस

गुरुवार को मामला न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ से अनुरोध किया कि मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने वाले वकील राकेश किशोर के खिलाफ अवमानना मामले की सुनवाई की जाए। वरिष्ठ वकील विकास सिंह और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को जानकारी दी कि अटॉर्नी जनरल ने कार्यवाही की अनुमति दे दी है। सिंह ने इस दौरान कहा कि 6 अक्टूबर को हुई घटना को लेकर सोशल मीडिया पर काफी हंगामा मचा हुआ है और इससे संस्थागत अखंडता और गरिमा को ठेस पहुंच रही है। जिस पर पीठ ने कहा कि अभिव्यक्ति का मौलिक अधिकार पूर्ण नहीं है और इसे दूसरों की अखंडता और गरिमा की कीमत पर नहीं छीना जा सकता।

क्या है मामला?

यह घटना 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट के कोर्टरूम नंबर 1 में हुई, जब 71 वर्षीय वकील राकेश किशोर ने सुनवाई के दौरान सीजेआ गवई की ओर जूता फेंकने की कोशिश की। सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत एक्शन में आकर इसे विफल कर दिया। जूता फेंकने के बाद किशोर ने नारे लगाए- सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। घटना के तुरंत बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने किशोर का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।

रूस से तेल खरीदना जारी रखेगा भारत? डोनाल्ड ट्रंप के दावे पर विदेश मंत्रालय ने दिया जवाब

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भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उन दावों को लेकर जवाब दिया, जिनमें कहा गया था कि भारत जल्द ही रूस से तेल की खरीद को रोक सकता है। भारत ने साफ कर दिया है कि उसकी प्राथमिकता भारत के लोग हैं और कुछ नहीं। ट्रंप के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत का तेल आयात भारत के हितों की रक्षा के आधार पर तय होता है। भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना भारत की प्राथमिकता है।

देश के हितों को सुरक्षित रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने गुरुवार को ट्रंप के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत एक बड़ा तेल और गैस आयातक देश है और अस्थिर वैश्विक ऊर्जा बाजार में देश के हितों को सुरक्षित रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जायसवाल ने कहा कि हमारी ऊर्जा नीति के दो प्रमुख लक्ष्य हैं, जिसमें स्थिर ऊर्जा कीमतें बनाए रखा और आपूर्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल हैं। इसी उद्देश्य से भारत अपने ऊर्जा स्रोतों को अलग-अलग बना रहा है और बाजार की परिस्थितियों के अनुसार आयात नीतियां तय कर रहा है।

अमेरिका के साथ तेल खरीद पर बातचीत जारी

विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया, जहां तक अमेरिका का सवाल है, हम कई वर्षों से अपनी ऊर्जा खरीद का विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले दशक में इसमें लगातार प्रगति हुई है। मौजूद अमेरिकी प्रशासन ने भारत के साथ ऊर्जा सहयोग को गहरा करने में रुचि दिखाई है। इस पर चर्चाएं जारी हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा था?

इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में दिया। एएनआई ने एक सवाल किया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत को एक विश्वसनीय साझेदार मानते हैं? इस पर ट्रंप ने कहा, हां, बिल्कुल। वह (पीएम मोदी) मेरे मित्र हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। भारत रूस से तेल खरीद रहा है, इससे मैं खुश नहीं था। हालांकि, उन्होंने अब मुझे आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा। यह एक बड़ा कदम है।

भारत को मिल सकती है कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी, इस शहर में होगा आयोजन

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भारतीय के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। भारत को अब कॉमनवेल्थ 2030 की मेजबानी मिलने वाली है। जिसका आयोजन गुजरात के अहमदाबाद में किया जाएगा। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर यह बड़ा ऐलान किया। एस जयशंकर ने इसे भारत के लिए गौरव का पल करार दिया।

एस जयशंकर ने अपनी पोस्ट में लिखा- भारत कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी अहमदाबाद में करेगा, जो भारत और गुजरात के लिए गौरव का क्षण है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचे और खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के दृष्टिकोण का प्रमाण है। कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन से भारत को ओलंपिक की मेजबानी हासिल करने में काफी मदद मिलेगी। भारत का अगला बड़ा लक्ष्य ओलंपिक गेम्स का पहली बार अपने यहां आयोजित करना है।

26 नवंबर को आखिरी फैसला

कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के एग्जीक्यूटिव बोर्ड ने 15 अक्टूबर को ये बताया कि भारत को बिडिंग प्रोसेस में शामिल किया जाता है। भारत की तरफ से राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन के लिए अहमदाबाद का नाम दिया गया था।कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स की कार्यकारी समिति ने इस पर अपनी सहमति दे दी है और इसका औपचारिक अनुमोदन 26 नवंबर को किया जाएगा। 26 नवंबर को ही आखिरी फैसला आएगा कि कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 कौन सा देश होस्ट करेगा।

भारत के साथ नाइजीरिया भी मेजबानी की दौड़ में

2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए दुनिया भर के शहरों को 31 मार्च 2025 तक अपनी रुचि दर्ज करनी थी। इसके बाद, उन्हें अगले पांच महीनों में, यानी 31 अगस्त 2025 तक अपना विस्तृत 'बिड डॉक्युमेंट' या 'बिड डोजियर' जमा करना था। इस दस्तावेज में हर शहर को यह विस्तार से बताना था कि वह गेम्स के आयोजन के लिए क्या रणनीति अपनाएगा। साथ ही खेल सुविधाएं, खेल गांव, सुरक्षा व्यवस्था और आयोजन के बाद के प्लान जानकारी भी देनी थी। इसके बाद, कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स फेडरेशन (CGF) को इन सभी प्रस्तावों का मूल्यांकन कर नवंबर के अंत तक अंतिम निर्णय लेना था। समय सीमा से पहले केवल दो देशों, भारत (अहमदाबाद) और नाइजीरिया (अबुजा) ने 2030 सेंचुरी कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी के लिए अपनी बोली प्रस्तुत की।

क्या भारत अब रूस से तेल नहीं खरीदेगे, ट्रंप बोले- पीएम मोदी ने मुझे आश्वासन दिया, जानें दावों में कितनी सच्चाई?

#trumpsaidpmmodiassuredhimindiawillstopbuyingoilfromrussia

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर देश का सियासी तापमान बढ़ाने वाला बयान दा है। ट्रंप ने बुधवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। उन्होंने कहा कि भारत तुरंत ऐसा नहीं कर सकता लेकिन वह जल्द ही यह कदम उठाएगा। उन्होंने बुधवार को व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों को ये जानकारी दी।

ट्रंप ने कहा, मैं इस बात से खुश नहीं था कि भारत तेल खरीद रहा है और उन्होंने आज मुझे आश्वासन दिया कि वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसे रूस को आर्थिक रूप से अलग-थलग करने के प्रयास में 'बड़ा कदम' बताया।उन्होंने आगे कहा कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देता है तो उनके लिए रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष विराम कराने में आसानी होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि संघर्ष खत्म होने के बाद भारत फिर से रूस से तेल खरीद सकेगा।

ट्रंप ने क्या कहा?

डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में दिया। एएनआई ने एक सवाल किया कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति भारत को एक विश्वसनीय साझेदार मानते हैं? इस पर ट्रंप ने कहा, हां, बिल्कुल। वह (पीएम मोदी) मेरे मित्र हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। भारत रूस से तेल खरीद रहा है, इससे मैं खुश नहीं था। हालांकि, उन्होंने अब मुझे आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा। यह एक बड़ा कदम है। अब हमें चीन से भी यही करवाना होगा।

भारत सरकार ने ट्रंप के दावे की पुष्टि नहीं की

ट्रंप ने आगे कहा कि राष्ट्रपति पुतिन से बस यही चाहते हैं कि वे इस युद्ध को रोकें और यूक्रेनियों और रूसियों को मारना बंद करें क्योंकि वे बहुत सारे रूसियों को मार रहे हैं। जेलेंस्की और व्लादिमीर पुतिन के बीच एक-दूसरे के लिए नफरत बहुत ज्यादा है, जो एक बड़ी रुकावट है। ट्रंप ने कहा कि लेकिन उन्हें लगता है कि हम उन्हें सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा कि अगर भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा तो यह काम और आसान हो जाएगा और युद्ध खत्म होने के बाद व्यापार फिर से शुरू हो जाएगा। नई दिल्ली ने अभी तक ट्रंप के दावे को लेकर पुष्टि नहीं की है।

रूस पर दबाव बढ़ा रहे डोनाल्ड ट्रंप

ट्रंप का बयान ऐसे समय में आया है, जब अमेरिकी यूक्रेन में युद्ध रोकने के लिए रूस की आर्थिक नाकेबंदी कर रहा है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि मॉस्को के खिलाफ प्रतिबंध कारगर हों। रूसी तेल खरीदना बंद करने का वादा वैश्विक ऊर्जा कूटनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।

महाभारत' फेम एक्टर पंकज धीर का निधन, 68 साल की उम्र में कैंसर से हारे जिंदगी

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बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ में कर्ण का यादगार किरदार निभाकर घर-घर में मशहूर हुए दिग्गज अभिनेता पंकज धीर का निधन हो गया है। उन्होंने 68 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। वह काफी समय से कैंसर से जूझ रहे थे। पिछले कई दिनों से पंकज धीर अस्पताल में एडमिट थे। बीती रात उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके निधन की खबर से फैंस और इंडस्ट्री शोक में है।

कैंसर लौट आया था दोबारा

पंकज धीर पिछले काफी समय से कैंसर से पीड़ित थे। वो इससे जंग जीत गए थे। लेकिन बीते कुछ महीनों में उनका कैंसर दोबारा लौटा। एक्टर की हालत काफी नाजुक थी। बीमारी की वजह से वो एक बड़ी सर्जरी से भी गुजरे थे। लेकिन पंकज को बचाया नहीं जा सका।

फिरोज खान ने दी दोस्त के निधन की खबर

पंकज धीर के निधन की जानकारी उनके दोस्त फिरोज खान ने इंस्टाग्राम पर शेयर की है। फिरोज ने इंस्टा स्टोरी पर पंकज धीर के साथ अपनी एक फोटो शेयर कर उन्हें अलविदा कहा। बॉलीवुड अभिनेता राजा मुराद ने भी पंकज धीर के निधन की पुष्टि की और कहा कि कुछ दिनों से वो अपना इलाज करवा रहे थे कैंसर शरीर में कई जगह फैल गया था।

महाभारत में ‘कर्ण’ बनकर हो गए अमर

पंकज धीर ने अपने करियर की शुरुआत फ़िल्मों से की थी. उनकी पहली फ़िल्म पूनम (1981) थी, लेकिन यह बुरी तरह फ्लॉप रही। अगले कुछ सालों में, उन्होंने सूखा, मेरा सुहाग, रंदम वरवु और जीवन एक संघर्ष जैसी कई और यादगार फ़िल्मों में अभिनय किया। हालांकि, पंकज धीर को 1988 के ऐतिहासिक धारावाहिक ‘महाभारत’ में निभाए गए कर्ण के चरित्र ने उन्हें अमर बना दिया। उनके इस किरदार को इतनी लोकप्रियता मिली कि देश के कई हिस्सों में उनकी मूर्तियों की पूजा भी की जाती थी।

कई फिल्मों और टीवी सीरियलों में काम किया

पंकज धीर के करियर की बात करें, तो उन्होंने कई फिल्मों और टीवी सीरियलों में काम किया था। जहां 'महाभारत' में उन्हें कर्ण के किरदार ने लोकप्रियता दी, वहीं 'चंद्रकांता' में उन्हें शिवदत्त के रोल में भी खूब पसंद किया गया था। वह 'बढ़ो बहू', 'युग', 'द ग्रेट मराठा' और 'अजूनी' जैसे टीवी शोज का हिस्सा रहे। इसके अलावा वह 'सोल्जर', 'तुमको ना भूल पाएंगे', 'रिश्ते', 'अंदाज', 'सड़क' और 'बादशाह' जैसी फिल्मों में नजर आए।