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एम्स गोरखपुर में पहली बार सूजनयुक्त आंत्र रोग या आंतों का सूजन संबंधी रोग (IBD) के इलाज में बड़ी उपलब्धि

गोरखपुर। 23 जुलाई 2025 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), गोरखपुर में चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई कामयाबी हासिल हुई है। यहां पहली बार छोटी आंत से पाउच बनाकर मलद्वार से जोड़ने की सर्जरी, Ileal Pouch Anal Anastomosis (IPAA) नाम की जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है। यह सर्जरी उन मरीजों के लिए की जाती है जो Inflammatory Bowel Disease (IBD) से पीड़ित होते हैं और जिनका इलाज दवाओं से संभव नहीं होता।

एम्स गोरखपुर में इससे पहले भी चार Subtotal Colectomy सर्जरी सफलतापूर्वक की जा चुकी हैं। इस उपलब्धि के साथ अब पूर्वांचल के मरीजों को जटिल आंत की बीमारियों का इलाज अपने ही क्षेत्र में मिल सकेगा।

यह सर्जरी मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम (MDT) के प्रयासों का परिणाम है, जिसमें सर्जरी विभाग, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग और एनेस्थीसिया विभाग ने मिलकर काम किया।

सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. गौरव गुप्ता ने कहा, “यह हमारे विभाग और संस्थान के लिए गर्व की बात है। अब हम IBD के जटिल मरीजों का बेहतर इलाज दे सकते हैं।”

गैस्ट्रो विभाग के प्रो. डॉ. सौरभ केडिया ने बताया, “IBD का इलाज सिर्फ दवाओं से नहीं होता। जब दवाएं असर नहीं करतीं, तब सर्जरी की जरूरत पड़ती है। हम हर मरीज की स्थिति के अनुसार इलाज की योजना बनाते हैं।”जीवनशैली में क्या बदलाव करें?

IBD से पीड़ित मरीजों को अपने खानपान और जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने चाहिए:

✔️ सादा, सुपाच्य भोजन लें

✔️ तेल, मसाले, तले हुए और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें

✔️ ज्यादा पानी पिएं, हाइड्रेटेड रहें

✔️ धीरे-धीरे खाएं और खाना अच्छी तरह चबाएं

✔️ तनाव कम करें – योग, ध्यान या हल्की कसरत मददगार हो सकती है

✔️ धूम्रपान और शराब से बचें

✔️ नियमित फॉलो-अप और दवा का पालन करें

एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. भूपेंद्र ने कहा कि इस तरह की लंबी और जटिल सर्जरी के दौरान मरीज की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करना बेहद जरूरी होता है। ऑपरेशन के दौरान नाड़ी, रक्तचाप और सांस की लगातार निगरानी की जाती है।

सर्जरी करने वाली टीम में डॉ. रवि गुप्ता, डॉ. आशीष मिश्रा, डॉ. स्वाति और डॉ. हर्षा जागनानी शामिल रहे। एनेस्थीसिया टीम में डॉ. शांतोष, डॉ. भूपेंद्र, डॉ. आशीषुतोष और डॉ. नीरज ने अहम भूमिका निभाई।

डॉ. रवि गुप्ता ने बताया कि

इस सर्जरी में तीन चरण होते हैं:

1. पहले चरण में बड़ी आंत को निकाल दिया जाता है।

2. दूसरे में छोटी आंत से एक पाउच बनाया जाता है और उसे गुदा से जोड़ा जाता है।

3. तीसरे चरण में बाहर निकाले गए रास्ते (स्टोमा) को बंद किया जाता है, ताकि मरीज बिना बाहरी स्टोमा बैग के सामान्य रूप से मल त्याग कर सके।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (डॉ.) विभा दत्ता (सेवानिवृत्त) ने इस सफलता पर खुशी जताते हुए कहा, “यह सर्जरी पूर्वांचल के लिए एक नया अध्याय है। मरीजों को अब जटिल इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। हम पूरी टीम को इस बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं।”

मरीज की कहानी:

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का 16 वर्षीय युवक, जिसे गंभीर अल्सरेटिव कोलाइटिस था, को अक्टूबर 2024 में एम्स लाया गया। पहले चरण में उसकी आपातकालीन सर्जरी की गई। फिर 9 महीने तक पोषण, दवाएं और स्वास्थ्य में सुधार लाने पर ध्यान दिया गया। अंततः 17 जुलाई 2025 को दूसरी सर्जरी कर IPAA प्रक्रिया पूरी की गई। अब मरीज स्वस्थ है और तेजी से ठीक हो रहा है।

IBD क्या है?

IBD यानी Inflammatory Bowel Disease एक पुरानी बीमारी है जिसमें आंतों में बार-बार सूजन होती है। इसके लक्षणों में बार-बार दस्त, खून आना, पेट दर्द, वजन घटना, और थकान शामिल हैं। दवाओं से इलाज न होने पर सर्जरी की जरूरत पड़ती है।

इस सर्जरी का महत्व:

IPAA सर्जरी से मरीज को स्टोमा बैग से छुटकारा मिल सकता है और उसकी जीवन गुणवत्ता बेहतर होती है। यह एम्स गोरखपुर की एक बड़ी उपलब्धि है जो पूर्वांचल के हजारों मरीजों को उम्मीद और राहत देगी।

सपा की पूर्व सांसद स्व फूलन देवी को पार्टी कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया नमन

गोरखपुर। अत्याचार व शोषण के खिलाफ़ अपनी आवाज़ बुलंद करने वाली सामाजिक न्याय की योद्धा, समाजवादी पार्टी की पूर्व सांसद स्व. फूलन देवी जी की पुण्यतिथि नौसड स्थित कृष्णा मैरिज लान में सपा जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में मनाई गई संचालन जिला महासचिव रामनाथ यादव व महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी ने किया कार्यक्रम का आयोजन पूर्व जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी द्वारा किया गया।

उपस्थित नेताओं व कार्यकर्ताओं ने पूर्व सांसद स्व. फुलन देवी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि क्रांतिकारी ग्रामीण महिला फूलन देवी गरीबों की मसीहा थी।उनको शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी गई थी। फूलन देवी ने अपराधियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, सार्वजनिक जीवन में ऊंचाइयों को छुआ और संसद तक पहुंची।

सपा ने हमेशा सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ों का समर्थन किया है। पार्टी ने अनुसूचित जाति, अनुसचित जनजाति और अन्य पिछड़ी जातियों की मदद की है, जिन्होंने सामाजिक अत्याचारों का सामना किया है ! अति पिछड़ी जाति में पैदा हुई थी उनकों बिना किसी अपराध के मानसिक और शारीरिक पीड़ा झेलनी पड़ी।

जिलाध्यक्ष ने कहा, फूलन देवी को शोषण और अन्याय का सामना करना पड़ा। हमारी पार्टी सामाजिक न्याय में विश्वास करती है और इसीलिए हम हमेशा उन लोगों का समर्थन और मदद करते हैं जो समाज में पीड़ा के शिकार रहे हैं अन्याय और अत्याचार के खिलाफ संघर्षो की प्रतीक व महिलाओं के लिए मिशाल कायम करने वाली स्वर्गीय फूलन देवी के शहादत दिवस पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि शत शत नमन इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी जिला महासचिव रामनाथ यादव पूर्व जिलाध्यक्ष अवधेश यादव नगीना प्रसाद साहनी, पूर्व विधायक राजमती निषाद विजय बहादुर यादव यशपाल रावत, डाक्टर संजय कुमार मनुरोजन यादव बृजनाथ मौर्य मिर्जा कदीर बेग मुन्नीलाल यादव दुधनाथ गिरीश यादव देवेंद्र भुषण निषाद राजेश कुमार भारती रामजतन यादव सुरेंद्र निषाद रामदरश विद्यार्थी धन्नजय सिंह सैथवार प्रदीप यादव कपिल मुनि यादव गवीश दुबे मैना भाई एहतेशाम खान अशोक चौहान बिन्दा देवी अनारकली मौर्य ज्योति यादव सच्चिदानंद यादव राहुल यादव सुरेंद्र मौर्य जितेंद्र श्रीवास्तव महेंद्र तिवारी मंतोष यादव खरभान यादव भृगुनाथ निषाद राजाराम बेलदार गीता निषाद चर्चिल अधिकारी शिवशंकर गौड़ आनन्द राय अंगद निषाद सिद्धु निषाद मुन्ना निषाद पप्पू यादव जी ए लाल पासवान संजय पासवान श्रषिकेश निषाद सुरेश साहनी विरेन्द्र यादव मनोज निषाद चन्द्रभान यादव ओमप्रकाश यादव अनिल कुमार इमरान खान भागीरथी निषाद अनिल यादव राजाराम निषाद बालेन्द्र यादव मुन्ना हाशमी मोहम्मद अजीज श्याम सुंदर शिवदास निषाद वी एल साहनी मुन्ना मझवार अर्जून यादव रणजीत पासवान महेंद्र यादव रामायण यादव बल्लभ सहाय प्रमोद यादव रामप्रसाद शर्मा रमेश यादव सुनील यादव संतराम निषाद अमरजीत यादव विजय यादव शिवबचन निषाद रविन्द्र यादव रा आशीष यादव सुभाष चन्द्र निषाद सुधीर निषाद मुरारी मौर्य आदि मौजूद रहे।

गोला में मिले शिकायती प्रकरणों पर मंत्री ए.के. शर्मा ने की कार्रवाई, दिए सुधार के निर्दश

गोरखपुर। प्रदेश सरकार के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री श्री ए.के. शर्मा द्वारा अपने नगर पंचायत गोला के दौरे के दौरान जनसुनवाई में प्राप्त शिकायती प्रकरणों पर त्वरित संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में नगर पंचायत गोला बाजार स्थित वार्ड नं. 18, 08, 07 और 06 में आबादी क्षेत्र के ऊपर से गुजर रहे 11 हजार वोल्ट की विद्युत लाइन को हटाने हेतु निर्देश किया गया, जिसपर स्थानीय अधिकारियों द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया।

इस निरीक्षण में एसडीओ, गोला एवं जेई, गोला की मौजूदगी में क्षेत्रीय स्थिति का जायजा लिया गया। उक्त शिकायत वार्ड संख्या 18 के सभासद शश्रवण कुमार वर्मा द्वारा मंत्री जी के गोला दौरे के दौरान दी गई थी, जिसमें आबादी क्षेत्र में उच्च वोल्टेज तारों के कारण सुरक्षा खतरे की ओर ध्यान आकर्षित कराया गया था।

वहीं, वार्ड नं. 09 के सभासद विनय कुमार सैनी द्वारा 100 के.वी.ए. का ट्रांसफार्मर एवं 25 से 30 विद्युत पोल की आवश्यकता को लेकर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया था। मंत्री जी द्वारा उक्त प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए वाराणसी मंडल को शीघ्र कार्यवाही के निर्देश दिए गए।

प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनीकी विभाग को निर्देशित किया गया कि कार्य की स्वीकृति मिलते ही विद्युत लाइन को आबादी क्षेत्र से हटाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। इससे क्षेत्रवासियों को बिजली संबंधित जोखिमों से निजात मिलने की उम्मीद है।

मुख्य बिंदु:

जनसुनवाई में उठाए गए मुद्दों पर हुई त्वरित कार्रवाई

मंत्री के आदेश पर हुआ स्थलीय निरीक्षण

जल्द हटेंगे 11,000 वोल्ट के खतरनाक तार

स्थानीय सभासदों की सक्रिय भागीदारी

राजघाट पुलिस ने चेकिंग के दौरान हार्वर्ड बंधे से एक युवक को अवैध पिस्तौल के साथ किया गिरफ्तार

गोरखपुर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर के निर्देश पर अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के क्रम में क्षेत्राधिकारी कोतवाली ओंकार दत्त तिवारी के मार्गदर्शन में राजघाट थाना प्रभारी सदानंद सिन्हा के नेतृत्व में उपनिरीक्षक विकास कुमार कांस्टेबल गुलफाम, कांस्टेबल सुनील यादव हार्वर्ड बंधे के पास वाहन चेकिंग कर रहे थे कि एक इसी दौरान एक संदिग्ध युवक आता हुआ दिखाई दिया।

पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से एक अवैध पिस्तौल बरामद हुआ है । गिरफ्तार युवक का का आपराधिक रिकार्ड खंगाल गया तो उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं । गौरतलब है कि आजकल युवा पीढ़ी भी असलहे व मोबाइल की शौकीन है अपने शौक को पूरा करने के लिए अपराधी घटनाओं को भी करने से गुरेज नहीं करते है ।

स्टार हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड एवं सफल टेस्ट टयूब बेबी सेंटर पर वर्ल्ड आईवीएफ दिन के उपलक्ष्य में गोष्ठी का हुआ आयोजन

गोरखपुर। स्टार हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड एवं सफल टेस्ट टयूब बेबी सेंटर ,बैंक रोड, गोरखपुर द्वारा वर्ल्ड आईवीएफ दिन के उपलक्ष्य पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया I जिसमें "MEGA FERTILITY AWARENESS DRIVE - UNDERSTANDING TODAY PLANNING TOMORROW"के बारे में बताया गया I

इस गोष्ठी को संबोधित किया जानी मानी स्त्री रोग एवं इनफर्टिलिटी विशेषज्ञ डा० सुरहिता करीम ने उन्होंने बताया कि कुछ महिलाएं पतली झिल्ली के कारण माँ नहीं बन पाती है I इसे THIN ENDOMETRIUM कहते है I डा० सुरहिता करीम ने बताया कि स्टार हॉस्पिटल एवं सफल टेस्ट टयूब बेबी सेंटर में हम हिस्टोस्कोपी विधि से PRP का प्रयोग कर के ऐसे मरीजों में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एग फ्रीजिंग एवं विक्ट्रीफिकेशन आई वी एफ की एक आधुनिक तकनीक है इसकी मदद से आप अपने एग को फ्रिज करा सकते है।

एग फ्रीजिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से गर्भ धारण करने वाले अंडे को सुरक्षित रखा जा सकता है । आज के समय में पारिवारिक जिम्मेदारी ,उच्च अध्ययन अथवा कैंसर के लिए कीमोथेरेपी से पहले एग फ्रीजिंग की सलाह दी जाती है 35 से 40 उम्र की महिलाओं के लिए ये लाभप्रद प्रक्रिया है। महिलाओं के अंडों की संख्या बढ़ती उम्र के साथ कम हो जाती है। यही कारण है कि बाद में महिलाओं को गर्भ धारण करने में परेशानी होती है। यह 15 दिनों की एक प्रक्रिया है जिसमें 10 दिनों तक अंडे बनाने के लिए इंजेक्शन लगाए जाते है एवं 12 वे दिन अंडे को निकाल के oocyte retrieval किया जाता है इन अंडों के लंबे समय तक फ्रिज किया जा सकता है।ये अंडे भविष्य के लिए महिलाएं स्टोर करके रख सकती है एवं बाद में इन्हीं अंडों के सहारे IVF के सहारे बढ़ती उम्र में मां बन सकती है। इस अवसर पर केक काटते हुए डॉ विजाहत करीम ने सभी को शुभकामनाये दी I

इस अवसर पर मरीजों को पौधे दे कर वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया गया । इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित रहे डॉ विजाहत करीम, अंजला करीम, सुप्रिया सिंह, स्वप्निल श्रीवास्तव, मनोज, मंझारी, अर्शी, आयेशा, शीतल, सूफियान, सरोज, संदीप एवं समस्त स्टार परिवार का सहयोग रहा I

पंजाब नेशनल बैंक ने गोरखपुर में एमएसएमई उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए किया कार्यक्रम

गोरखपुर। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को प्रोत्साहित करने और सरकारी योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लाभार्थियों तक पहुंचाने के उद्देश्य से पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) द्वारा पूरे देश में एक साथ आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इसी क्रम में गोरखपुर के एक स्थानीय होटल में विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

इस अवसर पर पीएनबी के मंडल प्रमुख अपूर्व मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे और कर्मचारियों का उत्साहवर्धन किया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सूक्ष्म एवं लघु उद्योग देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। इन उद्योगों को सशक्त बनाने के लिए बैंक द्वारा आसान और तेज़ प्रक्रियाओं के माध्यम से लोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि सरकार की योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने की दिशा में पीएनबी लगातार ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता आ रहा है। आज आयोजित आउटरीच प्रोग्राम के तहत गोरखपुर में एक दर्जन से अधिक लाभार्थियों को एमएसएमई श्रेणी में लोन वितरित किया गया।

अपूर्व मिश्रा ने कहा कि छोटे और मध्यम उद्योग देश की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, इसलिए बैंक की प्राथमिकता है कि लाभार्थियों को हर संभव सहायता मिले।

 कार्यक्रम में उप मंडल प्रमुख बृजेश वर्मा अनुभव जैन मुख्य प्रबंधक पुनीत सिंह , गौरव मिश्रा विशाल गौड व पीएनबी के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

*दर्द से कराहती रही महिला सीएचसी में नहीं हुआ इलाज*

खजनी गोरखपुर।खजनी तहसील के निकट स्थित हरनहीं सीएचसी में आज अपराह्न 3 बजे पेट और सीने में हो रहे असहनीय दर्द के इलाज के लिए पहुंची, महिला दर्द से छटपटाती और कराहती हुई अस्पताल के फर्श पर ही लेट कर करवटें बदलती रही, लेकिन अस्पताल में कोई भी उसके इलाज के लिए नहीं पहुंचा।

खजनी इलाके के मुरदेवां बाजार के निवासी बृजलाल की पत्नी संगीता 29 वर्ष को आज दिन में 12 बजे के बाद अचानक पेट में दर्द होने लगा। परिवार के लोगों ने पहले घरेलू इलाज और मेडिकल स्टोर में उपलब्ध सामान्य दर्द निवारक दवाएं दे कर आराम मिलने का प्रयास किया, किंतु कोई राहत नहीं मिली। असहनीय दर्द से रोती तड़पती महिला के इलाज के लिए परिवार के लोग उसे एंबुलेंस हरनहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने पहुंचे, महिला अस्पताल के फर्श पर लेट कर तड़पने लगी, दर्द से कराहती महिला का इलाज कराने के लिए उसके पति बृजलाल अस्पताल में घूम कर डाॅक्टर को तलाश करने लगे, लेकिन अस्पताल में महिला के इलाज के लिए कोई डॉक्टर और स्टाफ मौजूद नहीं मिला। देर तक इंतजार करने के बाद जब सरकारी अस्पताल कोई सुविधा नहीं मिली तो महिला को बाइक पर

बैठा कर उसे खजनी कस्बे में निजी अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे, लेकिन स्थिति गंभीर देख कर उसे भर्ती नहीं किया गया, आखिर गंभीर हालत में बृजलाल अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए प्राइवेट वाहन से गोरखपुर के लिए रवाना हुए।

सीएचसी के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर विवेक प्रताप सिंह ने बताया कि अस्पताल में इमरजेंसी में मेरी ही ड्यूटी है, मैं वहीं जा रहा हूं लेकिन शहर में जाम में फंस गया हूं।

बता दें कि बीते 17 अप्रैल को उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने इस अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया था और यहां पर मरीजों को सभी प्रकार के इलाज की सुविधाएं उपलब्ध कराने का सख्त निर्देश दिया था, लेकिन अस्पताल की व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हुआ है।

इस संदर्भ में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.राकेश झा ने बताया कि ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जांच के बाद जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

*नवजात शिशु और बाल स्वास्थ्य की गुणवत्तापूर्ण निगरानी से घट जाएगी बाल मृत्यु दर*

गोरखपुर। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने कहा है कि अगर समुदाय स्तर पर नवजात शिशु और बाल स्वास्थ्य की गुणवत्तापूर्ण निगरानी का जाए तो बाल मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। वह मंगलवार को आयोजित ई-आरोग्य पाठशाला के दौरान वर्चुअली जुड़े जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) को सम्बोधित कर रहे थे। इस मंगलवार आयोजित ई-आरोग्य पाठशाला में यूनिसेफ संस्था से जुड़े विषय विशेषज्ञ बृजेंद्र चौबे ने सभी सीएचओ को नवजात शिशु और बाल स्वास्थ्य देखभाल के बारे में टिप्स दिए। पाठशाला के जरिए इस बात पर भी जोर दिया गया कि समुदाय में होने वाली प्रत्येक नवजात और बाल मृत्यु की शत प्रतिशत रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जाए ताकि डेथ एनॉलिसिस कर भविष्य में होने वाली मृत्यु को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति पर काम किया जा सके।

विषय विशेषज्ञ बृजेंद्र चौबे ने सीएचओ को बताया कि जन्म के समय ही कम वजन वाले बच्चों की अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद समुदाय स्तर पर आशा कार्यकर्ता द्वारा नियमित निगरानी आवश्यक है। यह निगरानी सही तरीके से हो रही है या नहीं, इसे सभी सीएचओ को सुनिश्चित करना होगा। ऐसे बच्चों के मामलों में सीएचओ की जवाबदेही अधिक हो जाती है। इन बच्चों के अभिभावकों को संदेश दें कि किसी भी प्रकार से बच्चे को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत हो तो तुरंत 102 नंबर एम्बुलेंस की मदद से नजदीकी अस्पताल पहुंचें। संस्थागत प्रसव की स्थिति में डिस्चार्ज होने के अगले दिन चौबीस घंटे के भीतर नवजात शिशु का फॉलो अप अवश्य होना चाहिए।

श्री चौबे ने बताया कि अभिभावकों को यह संदेश देना भी बेहद जरूरी है कि जन्म के बाद यथाशीघ्र मां का दूध ही बच्चे को पिलाना है। छह माह तक बच्चे को सिर्फ मां का दूध पिलाना चाहिए। छह माह के बाद बच्चे को मां के दूध के साथ-साथ समुचित मात्रा में पूरक आहार भी देना है। इससे बच्चे का तेजी से विकास संभव हो सकेगा।

पाठशाला में कुपोषित बच्चों के प्रबंधन के बारे में विशेष तौर पर चर्चा की गई। सीएचओ को बताया गया कि बिना जटिलता वाले कुपोषित बच्चों का प्रबंधन आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर ही किया जाए, जबकि जटिलता वाले कुपोषित बच्चों को चिकित्सक के पास संदर्भित किया जाए। आवश्यकतानुसार चिकित्सक की सलाह पर जटिलता वाले कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में भर्ती कराया जाना चाहिए। ई-आरोग्य पाठशाला में कंगारू मदर केयर, एचबीएनसी, एचबीवाईसी, प्रथम एक हजार दिन और ई कवच पर रिपोर्टिंग आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।

सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि इको इंडिया संस्था के सहयोग से प्रत्येक मंगलवार को स्वास्थ्य से जुड़े किसी न किसी अहम मुद्दे पर अपराह्न दो से तीन बजे के बीच ई-आरोग्य पाठशाला का आयोजन किया रहा है। इसका उद्देश्य सीएचओ का क्षमता संवर्धन करना है ताकि समुदाय को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। इस अवसर पर डीसीपीएम ‌रिपुंजय पांडेय भी मौजूद रहे।

*विकास में लगा पैसा जनता का, सुनिश्चित हो सही इस्तेमाल : मुख्यमंत्री*

गोरखपुर, 23 जुलाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विकास कार्यों में नागरिकों के सकारात्मक रुख और सहयोग की सराहना करने के साथ कहा है कि विकास में लगने वाला पैसा जनता जनार्दन के टैक्स का है। इस पैसे का सही इस्तेमाल सुनिश्चित होना चाहिए। विकास कार्यों में क्वालिटी (गुणवत्ता) से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। विकास के लिए जनता के पैसे का सही उपयोग हो, यह हम सबका लक्ष्य होना चाहिए।

सीएम योगी बुधवार को गोरखपुर नगर निगम परिसर में स्वच्छ सर्वेक्षण में गोरखपुर को राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय उपलब्धि दिलाने में उत्कृष्ट योगदान देने वाले सफाई मित्रों के सम्मान और 253 करोड़ रुपये की 177 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सभी नागरिकों को सावन माह की शिवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में सफाई मित्र सुरक्षित शहर श्रेणी में देशभर में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इसके साथ ही गोरखपुर को 3 से 10 लाख की आबादी की श्रेणी में चौथी नेशनल रैंक मिली है। जबकि गत वर्ष गोरखपुर 24वें और उसके पहले 74वें स्थान पर था। तीन साल में गोरखपुर की स्वच्छता रैंकिंग 74 से चौथे स्थान पर आने को बड़ी उपलब्धि बताते हुए मुख्यमंत्री कहा है कि अब अगली प्रतिस्पर्धा टॉप-थ्री में आने की होनी चाहिए और इसमें हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा।

स्वच्छता में नम्बर एक ओर भी आ सकता है गोरखपुर

मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि गत वर्ष उन्होंने गोरखपुर को स्वच्छता के लिए टॉप-टेन शहरों में आने का टारगेट दिया था। यह टारगेट पूरा कर लिया गया है। गोरखपुर अपनी श्रेणी में नम्बर एक पर भी आ सकता है, इसलिए हम सबको अगले साल के लिए टॉप-थ्री का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ना होगा और इसमें सबको अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।

पहले मच्छर, माफिया, अराजकता से थी गोरखपुर की पहचान

सीएम योगी ने लोगों को याद दिलाया कि पहले गोरखपुर को लेकर क्या चर्चा होती थी। कहा कि पहले गोरखपुर की चर्चा, मच्छर, माफिया, गंदगी, अव्यवस्था और अराजकता को लेकर होती थी। बुनियादी सुविधाओं के अभाव से त्रस्त पूरा शहर जाम में फंसा रहता था। एक बारिश में शहर जलमग्न हो जाता था। आज इन सबसे निजात मिल चुकी है। अब एक नए भारत के लिए नए उत्तर प्रदेश में गोरखपुर भी एक नया गोरखपुर बनकर दिखा है। उन्होंने कहा कि जब एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा खड़ी होती है, तब विकास में आगे बढ़ने के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

विकास में नागरिकों का सकारात्मक योगदान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुरवासियों ने विकास के कार्यों में हमेशा सकारात्मक योगदान दिया है। सड़क चैड़ीकरण में अपने घर-दुकान की चिंता न कर, गोरखपुरवासियों ने गोरखपुर के पहचान के लिए हर संभव सहयोग किया है। इसी का परिणाम है कि आज गोरखपुर की सड़कें चौड़ी हो गई हैं। गोरखपुर के ड्रेनेज सिस्टम विकसित हो गए हैं।

विकसित भारत के लिए हर क्षेत्र का विकास जरूरी

सीएम योगी ने कहा कि तकनीक की सहायता, टीमवर्क की भावना के साथ नगर निगम गोरखपुर स्वच्छता के लक्ष्य को प्राप्त करते हुए स्वस्थ भारत के माध्यम से विकसित भारत की कल्पना को साकार करने में सहयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत विकसित तभी होगा जब वह स्वच्छता, स्वास्थ्य, विकास, तकनीकी सहित हर क्षेत्र में विकसित हो। समग्र विकास के लक्ष्य को प्राप्त करना ही विकसित होने की दिशा में बढ़ाये गये कदम हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वर्ष 2047 तक ‘विकसित भारत’ के विजन के अनुरूप ही प्रदेश सरकार कार्य कर रही है।

सीएम योगी की कार्यशैली सबके लिए प्रेरक : रविकिशन

समारोह को संबोधित करते हुए सांसद रविकिशन शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली और विकास के प्रति संवेदनशील सोच से सभी जनप्रतिनिधियों को सीख लेनी चाहिए। उनकी कार्यशैली सबके लिए प्रेरक है। कहा कि प्रदेश में विकास की बहार लाने के लिए यूपी और गोरखपुर सहित सभी जिले हमेशा सीएम योगी के प्रति कृतज्ञ रहेंगे। सांसद ने मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में गोरखपुर के विकास का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि आज गोरखपुर एक नजीर पेश कर रहा है।

सीएम योगी के मार्गदर्शन में और उत्कृष्ट करेंगे स्वच्छता रैंकिंग : महापौर

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत करते हुए महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने लोकार्पण और शिलान्यास की विकास परियोजनाओं और स्वच्छ सर्वेक्षण में हासिल उपलब्धि की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में गोरखपुर नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण में अगले वर्ष की रैंकिंग को और उत्कृष्ट करने को संकल्पित हैं। इस अवसर पर गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह ने कहा कि सीएम योगी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश का अभूतपूर्व विकास हो रहा है।

समारोह में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, विधायक महेंद्रपाल सिंह, डॉ विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, पूर्व महापौर डॉ सत्या पांडेय, नगर निगम कार्यकारिणी के उप सभापति धर्मदेव चौहान, भाजपा के जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, पूर्व जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, पूर्व महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, माया बाजार वार्ड के पार्षद समद गुरफान आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

सफाई मित्रों और पार्षदों को मुख्यमंत्री के हाथों मिला सम्मान

नगर निगम परिसर में आयोजित समारोह के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले सफाई मित्रों और पार्षदों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों सम्मान मिला। सीएम योगी ने नगर निगम के जलकल विभाग के सफाई मित्र बेलास, सोबराती, जग्गू और स्वास्थ्य विभाग की उर्मिला और अन्नू को प्रशस्ति पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता के तहत राप्ती नगर की पार्षद पूनम सिंह, विकासनगर के अजय ओझा, गोपालपुर की गुंजा, गिरधरगंज के रणंजय सिंह, नेताजी सुभाषचंद्र बोस नगर की आरती सिंह, चंद्रशेखर आजाद नगर के धर्मेंद्र सिंह, सिविल लाइंस प्रथम के अजय राय, शक्तिनगर की आशा, बसंतपुर के विजयेंद्र अग्रहरि, आत्माराम नगर के अभिषेक शर्मा को सम्मानित किया। इस प्रतियोगिता में सांत्वना पुरस्कार स्वरूप चरगांवा की पार्षद सरोज पासवान, सालिकराम की सरिता यादव और विजय चौक के मनु जायसवाल को भी मुख्यमंत्री ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। मंच से ही मुख्यमंत्री ने सफाई मित्र कल्याण कोष से समीर पुत्र सुनील को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा।

सफाई वाहनों को दिखाई हरी झंडी

समारोह की समाप्ति पर मुख्यमंत्री ने नगर निगम के सफाई दस्ते में शामिल 12 नए सफाई वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

प्रदेश के पहले अर्बन फ्लड मैनेजमेंट सेल का लोकार्पण किया सीएम ने

मंचीय समारोह को संबोधित करने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम में बनाए गए प्रदेश के पहले अर्बन फ्लड मैनेजमेंट सेल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने इस सेल का निरीक्षण कर इसके कार्य करने के तरीके के बारे में जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि यह एक तरह से अर्बन फ्लड अर्ली वार्निंग सिस्टम है। इसके तहत शहर के सभी पम्पिंग स्टेशनों के पूर्ण ऑटोमेशन किया गया है। प्राइमरी और सेकेंडरी नालों पर कुल 110 ऑटोमेटिक वाटर लेवल रिकॉर्डर लगाए गए हैं। जब नालों का जल स्तर 80 प्रतिशत से अधिक हो जाता है तो संबंधित अधिकारियों को ऑटोमेटेड अलर्ट भेजी जाती है। ईंधन की कमी और पम्प रख रखाव चेतावनियां भी अधिकारियों को समय रहते भेजी जाती है। मुख्यमंत्री ने इस सिस्टम पर काफी प्रसन्नता व्यक्त की। नगर निगम भवन में सीएम योगी ने महापौर और के साथ अनौपचारिक संवाद करने के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाई।

इन परियोजनाओं का सीएम योगी ने किया लोकार्पण

-सीएंडडीएस यूनिट 42 राज्य वित्त से 2.55 करोड़ से अमवा में एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर

-सीएंडडीएस यूनिट 14 द्वारा राज्य स्मार्ट सिटी योजना में निगम परिसर में 2.05 करोड़ रुपये से बनाई गई डिजिटल लाइब्रेरी

-उत्तर प्रदेश जल निगम नगरीय द्वारा पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर विकास योजना में 35.42 करोड़ रुपये से रामगढ़झील सौंदर्यीकरण परियोजना फेज 2 के तहत 1700 मीटर लम्बाई में विकसित ताल फ्रंट/नया सवेरा

इन प्रमुख परियोजनाओं का हुआ शिलान्यास

-उपवन योजना के तहत 4.95 करोड़ रुपये की लागत से दो पार्को का निर्माण

-15.74 करोड़ रुपये की लागत से नव सृजित वार्डों में सड़क, नाली, नाला का निर्माण

-3 करोड़ रुपये की लागत से नव सृजित वार्डों में 7 पार्कों का निर्माण

-सुथनी के वेस्ट प्रोसेसिंग सिटी परिसर में 4.85 करोड़ रुपये से एडमिन ब्लॉक का निर्माण

-सुथनी के वेस्ट प्रोसेसिंग सिटी परिसर में 12.09 करोड़ रुपये से आंतरिक सड़कें, नाला-सीवर का कार्य

-राज्य स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 21.20 करोड़ रुपये से जोनल कार्यालय ट्रांसपोर्टनगर और रानीडीहा का निर्माण कार्य

-26.80 करोड़ रुपये से नेहरु पार्क (लालडिग्गी) का सौंदर्यीकरण कार्य

-मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना के तहत 24.40 करोड़ रुपये से वर्किंग वुमेन हॉस्टल और को वर्किंग स्पेस का निर्माण

-12.148 करोड़ रुपये की लागत से नकहा ओवरब्रिज मुख्य मार्ग से रामजानकी नगर चौराहा होते हुए हड़हवा फाटक रोड तक मार्ग चौड़ीकरण एवं सृदृढीकरण का कार्य

-मुख्यमंत्री नगरीय अल्प विकसित मलिन बस्ती विकास योजना के तहत 60.52 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न वार्डों में सड़क, नाली निर्माण।

*सिकरीगंज में पुराने विवाद में लाठी डंडे से हुई मारपीट में श्वसुर, बहू घायल, केस दर्ज*

खजनी गोरखपुर।।सिकरीगंज थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव में रात लगभग 10 बजे दो पक्षों में पुराने विवाद को लेकर मारपीट हो गई, घटना में एक महिला और उसके श्वसुर घायल हो गए, पीड़ितों के द्वारा सिकरीगंज थाने में सूचना दी गई, केस दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

सिकरीगंज थाने में दी गई नामजद तहरीर में गोविंदपुर गांव के निवासी शिव विजय प्रजापति ने बताया कि रात में करीब 10 बजे उन्हीं के गांव के निवासी अभिषेक तिवारी, आशुतोष तिवारी और उनकी पत्नी ने पुराने विवाद को लेकर उनके पिता और पत्नी को लाठी डंडे और ईंट पत्थर से मारपीट कर लहुलुहान कर दिया। शिकायतकर्ता ने बताया कि शोर सुनकर जब आसपास के लोग बीच बचाव के लिए पहुंचे तो मां बहन की गालियां देते हुए और अगली बार किसी को भी नहीं छोड़ेंगे ऐसी धमकी देते हुए भाग गए।

सिकरीगंज थाने में पहुंचने पर थानाध्यक्ष कमलेश कुमार के निर्देश पर सबसे पहले दोनों घायलों श्वसुर, बहू को अस्पताल भेज कर उनका इलाज और मेडिकल परीक्षण कराया गया, पुलिस ने मुकदमा संख्या 310/2025 में बीएनएस की धाराओं 115(2), 352 और 351(3) के तहत 21 जुलाई को रात 12.13 बजे तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

थानाध्यक्ष कमलेश कुमार ने बताया कि गोविंदपुर गांव में देर रात मारपीट की घटना की सूचना मिली थी, घायलों के प्राथमिक इलाज और मेडिकल परीक्षण कराने के बाद केस दर्ज कर लिया गया है, मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है।