/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png StreetBuzz GST विभाग की छापेमार कार्रवाई के खिलाफ सड़क पर उतरा व्यापारी संघ, अधिकारियों पर अवैध वसूली का लगाया आरोप Raipur
GST विभाग की छापेमार कार्रवाई के खिलाफ सड़क पर उतरा व्यापारी संघ, अधिकारियों पर अवैध वसूली का लगाया आरोप

अंबिकापुर-  शहर में रविवार को जीएसटी विभाग की लगातार छापामार कार्रवाई के खिलाफ व्यापारी संघ सड़क पर उतर गया. व्यापारी संघ के आह्वान पर अंबिकापुर में नगर बंद का व्यापक असर देखा गया. कई दुकानों के शटर बंद रहे और व्यापारिक गतिविधियां ठप रही. 

व्यापारियों का आरोप है कि जीएसटी विभाग के अधिकारी लगातार अवैध वसूली कर रहे हैं और बेवजह छोटे व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है. इसी के विरोध में व्यापारियों ने शहर में रैली निकालकर विरोध जताया. रैली के दौरान व्यापारी “जीएसटी अधिकारी होश में आओ, होश में आओ” जैसे नारों के साथ सड़कों पर उतरे.

व्यापारी संघ का कहना है कि पिछले एक वर्ष में अंबिकापुर में जीएसटी चोरी की शिकायतों पर विभाग ने दर्जनों छापामार कार्रवाइयां की हैं, जिनमें से कई पूरी तरह जायज नहीं कही जा सकती. हमें विभाग की कार्रवाई से आपत्ति नहीं है, लेकिन यह जरूरी है कि हर कार्रवाई निष्पक्ष और उचित हो. जिन व्यापारियों की सालाना आर्थिक क्षमता 50 लाख रुपये भी नहीं है, उन्हें 1 करोड़ रुपये तक का टैक्स थमा दिया जा रहा है. यह न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि ऐसे में व्यापारी मानसिक रूप से टूट जाते हैं. कोई भी व्यक्ति इस दबाव में आत्महत्या जैसा कदम उठाने पर मजबूर हो सकता है और उसके परिवार को भूखे मरने की नौबत आ सकती है.


कहा कि हम व्यापारी चोर नहीं हैं. हम टैक्स देने में सक्षम हैं और भुगतान भी कर रहे हैं. हमारा सरकार से बस इतना ही अनुरोध है कि वह सख्ती की बजाय संवेदनशीलता से स्थिति को समझे. ऐसी जबरदस्ती वाली कार्रवाइयां न की जाएं, जो हमें अपने ही किसी व्यापारी साथी को खोने के कगार पर ला दें.

तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन 

अंबिकापुर के व्यापारी संघ ने मुख्यमंत्री के नाम से तहसीलदार उमेश सिंह बाज को ज्ञापन सौंपा है. मांग की गई है कि जीएसटी विभाग के छापामार कार्रवाई पर रोक लगाएं और व्यापारियों को बेवजह परेशान नहीं किया जाए.

तेज रफ्तार हाइवा ने बाइक को मारी टक्कर, दादा और पोते की मौके पर मौत, महिला गंभीर रूप से घायल

खैरागढ़- गंडई-कवर्धा मुख्य मार्ग पर रविवार सुबह भीषण सड़क हादसे में दादा और पोते की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे में महिला (दादी) गंभीर रूप से घायल हुई है. यह हादसा गंडई थाना क्षेत्र अंतर्गत सुरही नदी पुल के पास हुआ, जहां तेज रफ्तार हाइवा ने पीछे से बाइक को टक्कर मार दी. यह दर्दनाक हादसा पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है.

जानकारी के अनुसार, साजा ब्लॉक के ग्राम पदमी निवासी परमेश्वर निर्मलकर, उनकी पत्नी इंद्राणी निर्मलकर और पोता डिकेश निर्मलकर लमरा गांव में अपनी बेटी के घर आए हुए थे. रविवार सुबह तीनों बाइक से अपने गांव पदमी लौट रहे थे. जैसे ही वे सुरही नदी पुल के पास पहुंचे, तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार हाइवा ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी.

टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि परमेश्वर निर्मलकर और उनके पोते डिकेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि इंद्राणी निर्मलकर गंभीर रूप से घायल हो गई. हादसे के तुरंत बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, जिसके बाद एंबुलेंस और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों का पंचनामा किया और उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. घायल महिला का इलाज गंडई के सरकारी अस्पताल में चल रहा है.

2100 रुपए के बिजली बिल पर विवाद, बड़े भाई ने छोटे भाई पर हथौड़े से किया जानलेवा हमला

रायपुर- 2100 रुपए का बिजली बिल को लेकर विवाद इस कदर बढ़ा कि बड़े भाई ने छोटे भाई पर रात में सोते समय हथौड़े से जानलेवा हमला कर दिया. शोर सुनकर बाहर आई बहन को भी बड़े भाई मारने के लिए दौड़ा, जिस पर उसने भागकर अपनी जान बचाई. घटना में गंभीर रूप से घायल छोटा भाई का अंबेडकर अस्पताल में इलाज चल रहा है, वहीं बड़े भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

गुढियारी थाना प्रभारी केके कुशवाहा ने बताया कि दुर्गा चौक अशोक नगर निवासी दुर्गा तिवारी पिता गौरीशंकर तिवारी (32 वर्ष) रात में सोया हुआ था, करीबन 1.30 से 2 बजे उसका बड़ा भाई पुरषोत्तम तिवारी (35 वर्ष) ने हथौड़ी से उस पर हमला किया. कुछ पटकने की आवाज सुनकर बगल रूम में सोई उसकी बहन रुक्मणि तिवारी (40 वर्ष) जब लाइट जलाकर देखी तो पुरुषोत्तम तिवारी हथौड़े से अपने भाई दुर्गा दास को मार रहा था. चिल्लाने पर आरोपी अपनी बहन को भी मारने के लिए दौड़ा, जिस पर उसने दौड़कर अपना जान बचाई.

आरोपी की बहन भारत माता चौक में जाकर पुलिस गश्ती दल को घटना की जानकारी दी. मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने देखा कि आरोपी ने घर का मुख्य चेनल गेट पर ताला लगा दिया है, जिसे तोड़कर पुलिस अंदर पहुंची. हथौड़े के मार से गंभीर रूप से घायल दुर्गा तिवारी को उपचार के लिए 112 के जरिए मेकाहारा भेजा, जहां उनकी स्थिति को देखते हुए डीकेएस रेफर किया गया है, जहां उन्हें वेटिलेटर पर रखा गया है. वहीं आरोपी को पकड़कर पुलिस पूछताछ में जुटी है. आरोपी और पीड़ित की बहन की शिकायत पर थाना गुढ़ियारी में धारा 109 बीएनएस मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई किया जा रहा है.

अवैध अतिक्रमण के खिलाफ नगर पालिका का एक्शन, दर्जनों दुकानों और घरों पर चला बुलडोजर

सूरजपुर- छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में रविवार सुबह प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण पर सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है. शहर के सुभाष चौक से महगवां चौक तक के मार्ग पर दर्जनों अवैध दुकानों और मकानों को हटाया जा रहा है. मौके पर प्रशासनिक अमला भारी संख्या में जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर पहुंचा हुआ है.

नगरपालिका और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके. सड़कों के दोनों ओर बने अवैध निर्माणों को हटाने का काम कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू किया गया. प्रभावित व्यापारियों के विरोध की आशंका को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है.

यह कार्रवाई सड़क चौड़ीकरण और शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने के उद्देश्य से की जा रही है. फिलहाल कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से जारी है. आने वाले दिनों में शहर के अन्य अतिक्रमण स्थलों पर भी ऐसी ही सख्त कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी विजय भाटिया दिल्ली से गिरफ्तार, इधर दुर्ग में कई ठिकानों पर एसीबी-ईओडब्ल्यू की दबिश…

दुर्ग- आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने शराब कारोबारी विजय भाटिया के दुर्ग स्थित पांच ठिकानों पर आज सुबह दबिश दी है. इस बीच खबर है कि एसीबी के अधिकारी शराब घोटाले में फरार विजय भाटिया को दिल्ली स्थिति उनके ठिकाने से गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए छत्तीसगढ़ लेकर आ रही है.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले विजय भाटिया के ठिकानों पर शराब घोटाले से जुड़े मामले में ईडी, एसीबी-ईओडब्ल्यू के अधिकारी तीन बार छापा मार चुके हैं. अबकी बार ईओडब्ल्यू के छह अधिकारियों के विजय भाटिया के निवास पर दबिश देने की खबर है. पिछली बार जब विजय भाटिया के ठिकानों पर छापा मारा था, तब वह नहीं मिले थे।

बता दें कि छत्तीसगढ़ का बहुचर्चित शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच राज्य की सरकारी शराब दुकानों से अवैध तरीके से शराब बेचने से जुड़ा है. इस घोटाले में दो हजार करोड़ रुपए से अधिक के नुकसान की बात कही गई है.

ED के चालान में इस घोटाले में अब तक 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें कवासी लखमा (पूर्व आबकारी मंत्री), अनवर ढेबर, अनिल टूटेजा, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, छत्तीसगढ़ डिस्टलर, वेलकम डिस्टलर, टॉप सिक्योरिटी, ओम साईं ब्रेवरेज, दिशिता वेंचर, नेस्ट जेन पावर, भाटिया वाइन मर्चेंट, और सिद्धार्थ सिंघानिया जैसे प्रमुख नाम शामिल है.

प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में यह बात सामने आई कि तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शासनकाल में IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी एपी त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के गठजोड़ ने यह घोटाला किया.

ED ने इस मामले में 28 दिसंबर 2024 को कवासी लखमा और उनके परिवार के सदस्यों के घरों पर छापे मारे थे, और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज व डिजिटल डिवाइस जब्त किए थे, जिनमें अपराध से अर्जित आय के सबूत मिले थे. इसके बाद 15 जनवरी को लखमा को गिरफ्तार किया गया और तब से वे रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं.

छात्राओं से अश्लील हरकत, हाईकोर्ट ने खारिज की आरोपी शिक्षक की अग्रिम जमानत याचिका

बिलासपुर- हाईकोर्ट ने छात्राओं से अश्लील हरकत करने वाले आरोपी शिक्षक की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। आरोपी के खिलाफ बिलासपुर के सकरी थाने में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 75(1) और पॉक्सो एक्ट की धारा 8 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

आरोपी राममूरत कौशिक स्कूल में शिक्षक है। उस पर आरोप है कि उसने नाबालिग छात्राओं के साथ अश्लील हरकत की है। पीड़ित छात्राओं ने बीएनएसएस की धारा 183 के तहत दर्ज बयान में आरोपी के खिलाफ गवाही दी है। मामला दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी से बचने शिक्षक ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी लगाई थी।

आरोपी शिक्षक ने कहा कि वह 55 साल का है। उसके दो बच्चे हैं। वह छात्राओं से अपने बच्चों जैसा व्यवहार करता था। उसका तबादला हो चुका है। अब वह अतिशेष शिक्षक के रूप में कार्यरत है। अन्य शिक्षक उसे हटाना चाहते थे, इसलिए उन्होंने साजिश रची और छात्राओं से झूठी शिकायत करवाई। वह निर्दोष है, उसे फंसाया गया है। राज्य सरकार ने इसका विरोध करते हुए कहा कि आरोपी शिक्षक होते हुए भी 13 साल की छात्राओं से दुर्व्यवहार करता है। पीड़ित छात्राओं ने अपने बयान में यह स्पष्ट किया है। इस आधार पर कोर्ट ने अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी।

छत्तीसगढ़ में होगी शिक्षकों की भर्ती, पहले चरण में 5,000 पदों पर होगी नियुक्ति

रायपुर- छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ एवं प्रभावशील बनाने के लिए शिक्षकों के रिक्त पदों पर चरणबद्ध भर्ती की जाएगी। प्रथम चरण में 5,000 शिक्षकों की भर्ती होगी। इस निर्णय से प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययन अध्यापन व्यवस्था को गति मिलेगी और विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त होगी। शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती को लेकर विभागीय स्तर पर तैयारियां प्रारंभ कर दी गई हैं।

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। इन्हीं पहल में शामिल है शालाओं एवं शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया राज्य में शुरू कर दी गई है। इसके पूरा होेने के बाद शिक्षकों के रिक्त पदों का आकलन कर नई भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

गौरतलब है कि शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच को बेहतर बनाने की पहल के तहत छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य में शालाओं और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। इसका उद्देश्य यह है कि जहां जरूरत है वहां शिक्षक उपलब्ध हों और बच्चों को अच्छी शिक्षा, बेहतर शैक्षणिक वातावरण और बेहतर सुविधाएं मिल सकें। युक्तियुक्तकरण का मतलब है स्कूलों और शिक्षकों की व्यवस्था को इस तरह से सुधारना कि सभी स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात संतुलित हो और कोई भी स्कूल बिना शिक्षक के न रहे।

राज्य की 30,700 प्राथमिक शालाओं में औसतन 21.84 बच्चे प्रति शिक्षक हैं और 13,149 पूर्व माध्यमिक शालाओं में 26.2 बच्चे प्रति शिक्षक हैं, जो कि राष्ट्रीय औसत से कहीं बेहतर है। हालांकि 212 प्राथमिक स्कूल अभी भी शिक्षक विहीन हैं और 6,872 प्राथमिक स्कूलों में केवल एक ही शिक्षक कार्यरत है। पूर्व माध्यमिक स्तर पर 48 स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं और 255 स्कूलों में केवल एक शिक्षक है। 362 स्कूल ऐसे भी हैं जहां शिक्षक तो हैं, लेकिन एक भी छात्र नहीं है। इसी तरह शहरी क्षेत्र में 527 स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात 10 या उससे कम है। 1,106 स्कूलों में यह अनुपात 11 से 20 के बीच है। 837 स्कूलों में यह अनुपात 21 से 30 के बीच है। लेकिन 245 स्कूलों में यह अनुपात 40 या उससे भी ज्यादा है, यानी छात्रों की दर्ज संख्या के अनुपात में शिक्षक कम हैं।

युक्तियुक्तकरण के अंतर्गत जिन स्कूलों में ज्यादा शिक्षक हैं लेकिन छात्र नहीं, वहां से शिक्षकों को निकालकर उन स्कूलों में भेजा जा रहा है, जहां शिक्षक नहीं हैं। इससे शिक्षक विहीन और एकल शिक्षक वाले स्कूलों की समस्या दूर होगी। स्कूल संचालन का खर्च भी कम होगा और संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा। एक ही परिसर में ज्यादा कक्षाएं और सुविधाएं मिलने से बच्चों को बार-बार एडमिशन लेने की जरूरत नहीं होगी। यानी एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक, माध्यमिक, हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल संचालित होंगे तो प्राथमिक कक्षाएं पास करने के बाद विद्यार्थियों को आगे की कक्षाओं में एडमिशन कराने की प्रक्रिया से छुटकारा मिल जाएगा। इससे बच्चों को पढ़ाई में निरंतरता बनी रहेगी। बच्चों के स्कूल छोड़ने की दर (ड्रॉपआउट रेट) भी घटेगी। अच्छी बिल्डिंग, लैब, लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं एक ही जगह देना आसान होगा।

शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शालाओं के युक्तियुक्तकरण के तहत राज्य के कुल 10,463 स्कूलों में से सिर्फ 166 स्कूलों का समायोजन होगा। इन 166 स्कूलों में से ग्रामीण इलाके के 133 स्कूल ऐसे हैं, जिसमें छात्रों की संख्या 10 से कम है और एक किलोमीटर के अंदर में दूसरा स्कूल संचालित है। इसी तरह शहरी क्षेत्र में 33 स्कूल ऐसे हैं, जिसमें दर्ज संख्या 30 से कम हैं और 500 मीटर के दायरे में दूसरा स्कूल संचालित है। इस कारण 166 स्कूलों को बेहतर शिक्षा के उद्देश्य से समायोजित किया जा रहा है, इससे किसी भी स्थिति में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। शेष 10,297 स्कूल पूरी तरह से चालू रहेंगे।

दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के शहरी और ग्रामीण इलाकों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए स्कूलों और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण यानि तर्कसंगत समायोजन कर रही है। इसका उद्देश्य यह है कि जहां जरूरत ज्यादा है, वहां संसाधनों और शिक्षकों का बेहतर ढंग से उपयोग सुनिश्चित हो। उन स्कूलों को जो कम छात्रों के कारण समुचित शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं, उन्हें नजदीकी अच्छे स्कूलों के साथ समायोजित किया जाए, ताकि बच्चों को बेहतर माहौल, संसाधन और पढ़ाई का समान अवसर उपलब्ध हो सके।

शालाओं और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण से बच्चों को ज्यादा योग्य और विषय के हिसाब से विशेषज्ञ शिक्षक मिलेंगे। स्कूलों में लाइब्रेरी, लैब, कंप्यूटर आदि की सुविधाएं सुलभ होंगी। शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में अब पर्याप्त शिक्षक मिलेंगे। जिन स्कूलों में पहले गिनती के ही छात्र होते थे, वे अब पास के अच्छे स्कूलों में जाकर बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में इस बदलाव से शिक्षा का स्तर सुधरेगा। छत्तीसगढ़ सरकार की मंशा है कि हर बच्चे को अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले।यह पहल राज्य की शिक्षा व्यवस्था को ज्यादा सशक्त और संतुलित बनाएगी। युक्तियुक्तकरण से न सिर्फ शिक्षकों का समुचित उपयोग होगा, बल्कि बच्चों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी मिल सकेगी।

भाजपा ने मनाई रानी अहिल्या बाई की 300वीं जयंती, महिलाओं का किया सम्मान, BJP अध्यक्ष किरण देव ने कहा – अहिल्या बाई का जीवन प्रेरणादायक

रायपुर- भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में रायपुर भाजपा जिला इकाई ने आज रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव शामिल हुए. इस अवसर पर माताओं को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किरण देव ने कहा, आज सभी जिलाें में कार्यक्रम हुए. अहिल्या बाई होलकर का जीवन प्रेरणादायक है. उन्होंने धर्म के क्षेत्र में कई कार्यक्रम किए. ज्योतिर्लिंगों का जीर्णोद्धार किया.

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 वर्ष पूरे होने पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन होगा. पीएम मोदी ने गांव, गरीब व किसान सभी वर्ग के लिए कल्याणकारी योजना चलाई. हितग्राही लाभार्थी में परिवर्तित हो रहे हैं. हमारा आर्थिक उन्नति का विकास का दर चौथे नम्बर पर पहुंच गया है. यह उनकी योजना से सफल हुआ है. ऑपरेशन सिंदूर के राजनीतिकरण को लेकर प्रदेश अध्यक्ष किरण देव सिंह ने कांग्रेस पर भी हमला बोला. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता कांग्रेस नहीं पचा पा रही है.

प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा, हमें कांग्रेस से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है. आजादी के पांच दशक से भी ज़्यादा समय तक कांग्रेस ने राज किया. पांच साल छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने राज किया. छत्तीसगढ़ की दुर्दशा की, इन्हें कुछ भी बोलने का हक नहीं है. कांग्रेस संवैधानिक संस्थाओं पर प्रश्न चिन्ह लगाती है. सुरक्षा के लिए तीनों सेनाओ ने अपने पराक्रम का परिचय दिया. कांग्रेस इसमें भी प्रश्नचिह्न लगाती है.

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत का विवादित बयान, कहा – पीएम मोदी बायोलॉजिकल पैदा नहीं हुए हैं, उनके शरीर में हवा, पानी और गोबर भी हो सकता है…

सक्ती- कांग्रेस ने आज सक्ती जिले के बाराद्वार में विधानसभा स्तरीय संविधान बचाओ रैली निकाली, जिसमें नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर विवादित बयान दिया. डॉ. महंत ने सिंदूर को लेकर पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, अगर नरेंद्र मोदी को सिंदूर से इतना लगाव है तो अपने सभी मंत्रियों से कहे सिंदूर लगाया करें. प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि वो बायोलॉजिकल पैदा नहीं हुए हैं, याने उनके शरीर में खून नहीं हवा भी हो सकती है, पानी और गोबर भी हो सकता है.

विधानसभा स्तरीय संविधान बचाओ रैली में विधायक राम कुमार यादव, बालेश्वर साहू समेत कांग्रेस पार्टी के कई जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता शामिल हुए. कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार को संविधान विरोधी बताया.

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के मंत्रियों को सिंदूर लगाने वाले बयान को मंत्री राम विचार नेताम ने अमर्यादित बताया है. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को शब्दों की मर्यादा बनाए रखनी चाहिए. चरणदास महंत को माफी मांगना चाहिए.

GST की कार्रवाई से भड़के व्यापारी : लक्ष्मी ट्रेडर्स के यहां 6 माह में तीसरी बार मारा छापा

सरगुजा- अंबिकापुर में जीएसटी की छापेमार कार्रवाई से व्यापारियों में हड़कंप मच गया है. टैक्स चोरी की शिकायत पर जीएसटी की टीम ने रिंग रोड स्थित लक्ष्मी ट्रेडर्स की दुकान में छापा मारा है. 6 महीने के अंदर जीएसटी ने तीसरी बार लक्ष्मी ट्रेडर्स के यहां छापेमार कार्रवाई की है. इस छापेमारी से आक्रोशित शहर के व्यापारियों ने कार्रवाई का विरोध किया है.

व्यापारियों ने जीएसटी की टीम पर अवैध वसूली और जबरन परेशान करने का आरोप लगाया है. कार्रवाई पर विराम नहीं लगने पर दुकानें बंद कर चाबी जीएसटी अधिकारी को देने की बात भी कही है. चैंबर ऑफ कॉमर्स के जिला अध्यक्ष अजीत अग्रवाल ने कहा, जीएसटी की छापेमार कार्रवाई से व्यापारी आर्थिक, मानसिक, शारीरिक हर रूप से परेशान हैं. निष्कर्ष अभी तक कुछ नहीं निकल पाया है. प्रथम दृष्टया व्यापारी से कोई गलती होती है तो उसे सुधार करने की समझाइश देनी चाहिए. इसके बाद भी कुछ गलती करते हैं तो कार्रवाई करें, इसमें कोई भी व्यापारी नहीं बोलेगा.


छापेमारी से परेशान व्यापारी आत्महत्या करने मजबूर : चैंबर जिलाध्यक्ष


चैंबर ऑफ कॉमर्स के जिला अध्यक्ष अजीत ने कहा, जीएसटी नियम में इतने संशोधन हुए हैं कि सीए को भी ठीक से जानकारी नहीं है तो व्यापारी को कहां से नियम मालूम रहेंगे. इसके लिए जीएसटी न कोई कार्यशाला लगाती है न व्यापारियों के साथ बैठक करते हैं. सीधे व्यापारियों के यहां धावा बोला जाता है और अवैध वसूली की जाती है. लक्ष्मी ट्रेडर्स में 6 माह में तीसरी बार छापा पड़ने से व्यापारी परेशान होकर आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गया है.


कैट के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा – गलत तरीके से कार्रवाई न हो

कैट के प्रदेश उपाध्यक्ष रविंद्र तिवारी ने कहा, कोविड के बाद से व्यापारी वर्ग आर्थिक रूप से टूट चुके हैं. वहीं जीएसटी के अधिकारी अवैध वसूली करने में लगे हैं. अनाप-शनाप पैनाल्टी थोपा जा रहा है. इससे व्यापारी वर्ग परेशान हैं. जीएसटी अधिकारी से मुलाकात कर हमने अपनी बात रखी है कि गलत तरीके से कार्रवाई न हो. छापेमारी के नाम पर परेशान न करें.