बेसिक शिक्षा विभाग की नवाचारी पहलों का शुभारंभ-शिक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम
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सीके सिंह(रूपम)सीतापुर। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित एक गरिमामयी कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शिक्षा क्षेत्र की महत्वाकांक्षी योजनाओं का वर्चुअल शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उत्तर प्रदेश सरकार के प्रभारी मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने जनपद में योजनाओं के क्रियान्वयन की शुरुआत की।
मुख्यमंत्री द्वारा ‘मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय’, ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय मॉडल विद्यालय’ समेत विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन डिजिटल माध्यम से किया गया, जिसे कलेक्ट्रेट सभागार में उपस्थित अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं शिक्षक समुदाय ने सजीव रूप में देखा। मुख्यमंत्री ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा को सर्वांगीण रूप से सशक्त बनाने की दिशा में ऐतिहासिक पहल की है। अब प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में न केवल आधारभूत संरचनाएं सुदृढ़ हुई हैं, बल्कि वहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षण व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “आज प्रदेश के विद्यालयों में छात्र हैं, शिक्षक हैं, समुचित भवन हैं, स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था है, और शिक्षण के लिए समर्पित वातावरण है। यह सब राज्य सरकार की दूरदर्शी नीतियों और संकल्प का परिणाम है। शिक्षा के क्षेत्र में यह एक ‘साइलेंट रिवोल्यूशन’ है।”
मुख्यमंत्री ने बालकों की शिक्षा सुनिश्चित करने हेतु अभिभावकों, ग्राम पंचायतों तथा स्थानीय प्रशासन से नैतिक भागीदारी की अपेक्षा जताई। उन्होंने कहा कि 14 वर्ष तक के बच्चों को विद्यालय भेजना प्रत्येक नागरिक की सामाजिक जिम्मेदारी है। उन्होंने ग्राम पंचायत शिक्षा समितियों से अपील की कि वे ढोल-नगाड़ों के साथ ‘स्कूल चलो अभियान’ को जन-आंदोलन का रूप दें।
कार्यक्रम में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) योजना के अंतर्गत बच्चों के लिए यूनिफॉर्म, जूते-मोजे, स्वेटर, स्कूल बैग और पाठ्यपुस्तकों के बजट को विद्यार्थियों के बैंक खातों में भेजा गया। साथ ही, जिन बच्चों का नामांकन आगामी दिनों में होगा, उन्हें भी डीबीटी लाभ सुलभ कराया जाएगा। इस अवसर पर जिले के प्रभारी मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में आज मुख्यमंत्री द्वारा कई महत्वकांक्षी योजनाओं की शुरूआत की गयी है, जिनका उद्देश्य छात्रों की बेहतर सुविधाएं, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समावेशी देना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा 1200 रूपये की धनराशि उनके माता-पिता के बैंक के खाते में डीबीटी के माध्यम से हस्तान्तरण की गयी है, जिससे बच्चे ड्रेस, स्वेटर स्कूल बैंग, जूता मोजा एवं स्टेशनरी का क्रय कर सकेंगे।
उत्कृष्ट शिक्षकों का हुआ सम्मान
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पाँच उत्कृष्ट शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। वहीं जनपद में प्रभारी मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह द्वारा नवाचार, स्मार्ट क्लास, आईसीटी लैब संचालन, निपुण भारत मिशन एवं अन्य क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले आठ शिक्षकों, दो शिक्षामित्रों एवं पाँच अनुदेशकों को अंगवस्त्र, सम्मान पत्र एवं प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
शिक्षण सामग्री किट से बच्चों की हौसलाफजाई
कार्यक्रम में चयनित चौदह छात्र-छात्राओं को शिक्षण सामग्री किट प्रदान की गई। इस पहल का उद्देश्य बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि व आत्मविश्वास को बढ़ाना है।
नवाचारों की प्रस्तुति
कार्यक्रम के दौरान विशेष शिक्षण विधियों और प्रतीकात्मक शिक्षण सिद्धांतों की प्रस्तुति भी की गई। अंकगणितीय संकल्पनाओं को सरल और आकर्षक बनाने के लिए विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए नवीन मॉडल्स को प्रभारी मंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
उपस्थित गणमान्य अतिथि
इस भव्य कार्यक्रम में विधायक मिश्रिख रामकृष्ण भार्गव, विधायक सेवता ज्ञान तिवारी, विधायक बिसवां निर्मल वर्मा, भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला, जिलाधिकारी अभिषेक आनंद, मुख्य विकास अधिकारी निधि बंसल सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण, शिक्षक एवं अभिभावकगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
May 28 2025, 19:19