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उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने 20.22 करोड़ के कार्यों का किया लोकार्पण-शिलान्यास

रायपुर-  उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज मुंगेली जिले के विकासखण्ड लोरमी के राम्हेपुर (एन) में आयोजित समाधान शिविर में 20 करोड़ 22 लाख रुपए के कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने क्षेत्र के विभिन्न गांवों में नौ करोड़ 84 लाख रुपए से अधिक के निर्माण कार्यों का शिलान्यास और दस करोड़ 38 लाख रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण किया।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजनांतर्गत 164.37 लाख रुपए की लागत से राम्हेपुर (एन.), तेलीखम्ही, मनोहरपुर, चेचानडीह और खैरवारखुर्द में 2.40 किलोमीटर लम्बे मुख्यमंत्री ग्राम गौरव पथ निर्माण कार्य, जल संसाधन विभाग अंतर्गत 298.27 लाख रुपए की लागत से मनियारी जलाशय अंतर्गत डी-3 शाखा नहर की सूरजपुरा माइनर नहर में पुराने पक्के कार्यों का नवीनीकरण व नए पक्के कार्य तथा नहर में सी.सी. लाइनिंग कार्य, 294.83 लाख रुपए की लागत से डी-2 शाखा नहर की बघमार माइनर नहर में पुराने पक्के कार्यों का नवीनीकरण व नए पक्के कार्य एवं नहर में सी.सी. लाइनिंग कार्य और 227.12 लाख रूपए की लागत से मनकी माइनर नहर में पुराने पक्के कार्यों का जीर्णाद्धार, नए पक्के कार्यों एवं नहर में सी.सी. लाइनिंग कार्य का शिलान्यास किया।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने 232.78 लाख रुपए की लागत से गबदा जलाशय योजना के शीर्ष कार्य का जीर्णोद्धार, मुख्य नहर एवं शाखा नहर में सी.सी लाइनिंग कार्य, 232.67 लाख रुपए की लागत से कन्हैया नाला जलाशय योजना के शीर्ष कार्य का जीर्णोद्धार, मुख्य नहर एवं शाखा नहर में सी.सी लाइनिंग कार्य, 541.86 लाख रुपए की लागत से मनियारी जलाशय योजना के डी-03 शाखा नहर की रतियापारा माइनर नहर के 6.50 किलोमीटर अंतिम छोर तक सी.सी लाइनिंग एवं पुराने पक्के कार्यों का पुनरूद्धार तथा नवीन पक्के कार्यों का निर्माण कार्य, जनपद पंचायत अंतर्गत पांच लाख रुपए की लागत से उप स्वास्थ्य केन्द्र, राम्हेपुर में बाउण्ड्रीवाल निर्माण कार्य, पांच लाख रुपए की लागत से सी.सी. रोड निर्माण कार्य, 6.50 लाख रुपए की लागत से ग्राम भस्करा में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य, पांच लाख रुपए की लागत से ग्राम सेनगुड़ा में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य और दस लाख रुपए की लागत से ग्राम खपरीखुर्द में आर.सी.सी. नाली निर्माण कार्य का लोकार्पण शामिल है। कलेक्टर कुन्दन कुमार, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, वनमंडलाधिकारी अभिनव कुमार, जिला पंचायत के सीईओ प्रभाकर पाण्डेय, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीकांत पाण्डेय और जनपद पंचायत लोरमी की अध्यक्ष वर्षा विक्रम सिंह भी लोकार्पण-शिलान्यास कार्यक्रम में मौजूद थीं।

सायरन बजते ही दुर्ग में ब्लैकआउट : भिलाई इस्पात संयंत्र भी अंधेरे में डूबा, आपातकालीन स्थिति से निपटने लोगों को किया गया जागरूक

दुर्ग- भारत-पाक युद्ध के दौरान आपातकालीन स्थिति से निपटने छत्तीसगढ़ के दुर्ग में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल किया गया. शाम को 7.30 बजते सायरन बजी और पूरा शहर अंधेरे में डूब गया. शहर के कई इलाकों को ब्लैक आउट किया गया. घरों, दुकानों, आफिसों की लाइटों और सड़क पर चलने वाले वाहनों को रोककर हेडलाइट बंद कर मॉक ड्रिल किया गया.

दुर्ग के सिविक सेंटर चौक, सेक्टर 9 चौक, ग्लोब चौक, 25 मिलियन चौक, इक्यूपमेंट चौक पर मॉक ड्रिल किया गया. वहीं भिलाई इस्पात सयंत्र की सुरक्षा के लिए टाउनशिप में भी ब्लैक आउट किया गया है. शहर में 7.45 बजे तक यानि 15 मिनट तक ब्लैक आउट रहा, इस दौरान आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया गया. लोगों को भी जागरूक किया गया. लोगों, कर्मचारियों, स्टूडेंट्स को आपात स्थिति में बचाव और लोगों को निकालने के तरीके समझाए गए।

सेल के भिलाई इस्पात संयंत्र में आज जिला प्रशासन के निर्देश पर नेशनल डिज़ास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ), एसडीआरएफ, सीआईएसएफ एवं बीएसपी ने संयुक्त रूप से आपदा प्रबंधन को मजबूती प्रदान करने संयंत्र के तीन स्थानों मानव संसाधन विकास विभाग, रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल व ब्लास्ट फर्नेस-7 के सामने वेलफेयर बिल्डिंग में मॉक ड्रिल का आयोजन किया. युद्ध/हवाई हमले व दुर्घटना के दौरान बचाव कार्य से लेकर दुर्घटना पर काबू पाने जैसे कार्यों को मॉक ड्रिल के माध्यम से बखूबी अंजाम देते हुए योजनाबद्ध अभ्यास किया गया.

इस डिजास्टर मैनेजमेंट के अभ्यास के दौरान मॉक ड्रिल प्रारंभ होते ही आपात स्थिति निर्मित हुई और इंसीडेंट कंट्रोलर के रूप में विभाग के महाप्रबंधक ने कार्यस्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और घटना की जानकारी तत्काल संबंधित एजेंसियों को दी. आपात स्थिति और लोगों के घायल होने की जानकारी मिलते ही खतरे की घंटी बजी और एनडीआरएफ के साथ शामिल बीएसपी की विभिन्न एजेंसियां सक्रिय हो गई. इस अभ्यास के दौरान बीएसपी के फायर ब्रिगेड, सेफ्टी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, ऊर्जा प्रबंधन विभाग, सीआईएसएफ, आक्यूपेशनल हेल्थ सर्विसेस विभाग, सिविल डिफेन्स तथा विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी दिखाई. इस मॉक ड्रिल में संयंत्र के कार्मिक विभाग के मार्गदर्शन में आईआर विभाग, मानव संसाधन विकास विभाग, संपर्क, प्रशासन एवं जनसंपर्क विभाग सहित अन्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सक्रिय रूप से संलग्न रहे. इस मॉक ड्रिल कार्यक्रम पर संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारी निरंतर नजर रखे रहे.

एनडीआरएफ टीम व फायर ब्रिगेड टीम ने मिलकर अंदर फंसे घायलों को बाहर निकाला और समुचित प्राथमिक उपचार कर उन्हें एम्बुलेंस के माध्यम से तत्काल अस्पताल भेजा. इस दौरान विभिन्न कार्यवाही को प्रोटोकॉल के अनुरूप अंजाम दिया गया. इस आपदा अभ्यास में उन सभी गतिविधियों की क्लोज मॉनिटरिंग की गई और इस दौरान विभिन्न खामियों को भी नोट किया गया. इस मॉक ड्रिल अभ्यास को संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी देखरेख में संपादित करवाया.

पुलिस प्रशासन ने जिला प्रशासन के सहयोग से सेक्टर-10 स्थित रेल चौक व सूर्या मॉल में भी मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट की रिहर्सल की. इस आयोजन के माध्यम से जनता को जागरूक किया गया. आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए नागरिकों को तैयार करने और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के उद्देश्य से आज शाम 4 बजे आपातकालीन स्थितियां निर्मित की गई, जो ऑल क्लियर सिग्नल बजने तक जारी रही. ‘रेड अलर्ट’ सायरन बजने के साथ ही मॉक ड्रिल अभ्यास प्रारंभ हुई और ‘ऑल क्लियर’ सायरन बजने के साथ समाप्त की गई. मॉकड्रिल के दौरान नागरिकों को अपने घरों में कोनों में खड़े होने या जमीन पर लेटने व लेटते समय अपने दांतों के बीच कपड़े या रुमाल दबाकर रखने एवं दोनों कानों को हाथ से ढककर रखने की अपील की गई थी.

संयंत्र परिसर में भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा आयोजित मॉक ड्रिल का उद्देश्य संयंत्र की आपातकालीन प्रतिक्रिया तैयारियों का आकलन करने, त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने और कर्मचारियों को विभिन्न आपातकालीन परिदृश्यों से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना था. भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और यह मॉक ड्रिल संयंत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से किए जाने वाले उपायों का एक हिस्सा है. इस राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल के तहत भिलाई इस्पात संयंत्र में आयोजित अभ्यास में संबंधित विभागों के सभी कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया. यह हमें किसी भी आपात स्थिति के लिए बेहतर ढंग से निपटने तैयार रहने में मदद करेगा.

मॉक ड्रिल के अंतर्गत जिला कलेक्टर, दुर्ग के निर्देशानुसार आज संध्या 7ः30 से 7ः45 बजे तक पूरे शहर (सेक्टर-1 व सेक्टर-9 हॉस्पिटल को छोड़कर) में ब्लैक आउट के दौरान विद्युत आपूर्ति पूरी तरह बंद रही. इस दौरान जनसामान्य को जनरेटर, इन्वर्टर, इमरजेंसी लाइट या मोबाइल टॉर्च इत्यादि अन्य उपकरणों का प्रयोग नहीं करने, सड़कों पर चलने वाले वाहनों को यथास्थान रोककर वाहन की लाइटें भी बंद करने, अलर्ट सायरन को समझने संयंत्र द्वारा सोशल मीडिया, वाट्सएप ग्रुप तथा माइक के माध्यम से प्रचार कर जागरूक किया गया था. साथ ही इन सावधानियों का सख्ती से पालन का अनुरोध किया गया था.

सुरक्षा को सर्वश्रेष्ठ प्राथमिकता देते हुए सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रत्येक विभाग में आकस्मिक आपदा से निपटने प्रोटोकॉल बनाए गए. इस प्रोटोकॉल की जांच के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है. साथ ही इस मॉक ड्रिल की गोपनीयता रखी जाती है, जिससे कि घटना की गंभीरता व प्रोटोकॉल के अनुरूप की जाने वाली कार्यवाही को सही रूप में परखा जा सके..

जनता के बीच जाकर जनता की समस्याओं का समाधान करना ही रामराज्य - उपमुख्यमंत्री अरुण साव

रायपुर-  उप मुख्यमंत्री अरुण साव आज मुंगेली जिले के लोरमी विकासखण्ड के राम्हेपुर (एन) में सुशासन तिहार के तहत आयोजित समाधान शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने समाधान शिविर में स्टॉलों का अवलोकन कर योजनाओं की जमीनी पहुंच एवं लाभान्वित हितग्राहियों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों को अन्नप्राशन कराकर सुपोषण टोकरी वितरित किया। उन्होंने 21 हितग्राहियों को नोनी सुरक्षा योजना का बॉन्ड पेपर भी प्रदान किया।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने समाधान शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि जनता के बीच जाकर जनता की समस्याओं का समाधान करना ही रामराज्य है, यही विष्णु का सुशासन है। हमारी सरकार जनता के प्रति जवाबदेह है। समाधान शिविर में सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित हैं, लोगों को अलग-अलग भटकने की जरूरत नहीं है। क्षेत्र के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अकेले लोरमी जनपद पंचायत में 400 कार्य स्वीकृत किए गए हैं। अभी आवास के लिए सर्वे चल रहा है। सभी पात्र हितग्राहियों को आवास मिलेगा।

श्री साव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभी गांरटियों को विष्णु देव साय सरकार पूरा कर रही है। प्रदेश में महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत 15 किश्तों की राशि दी जा चुकी है। पीएम आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हो रहा है। क्षेत्र में विकास का कार्य सांय-सांय हो रहा है।

मुंगेली के कलेक्टर कुन्दन कुमार ने बताया कि सुशासन तिहार में जिले में एक लाख 29 हजार 587 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से एक लाख 23 हजार आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशानुरूप आवेदनों के निराकरण में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, जिला पंचायत के सीईओ प्रभाकर पाण्डेय, वनमंडलाधिकारी अभिनव कुमार, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्रीकांत पाण्डेय और लोरमी जनपद पंचायत की अध्यक्ष वर्षा विक्रम सिंह सहित जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी और जनप्रतिनिधि भी बड़ी संख्या में समाधान शिविर में मौजूद थे।

वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट हेतु वर्चुअल समीक्षा बैठक : परिवहन अधिकारियों एवं अनुबंधित कंपनियों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश

रायपुर-  आज सचिव परिवहन सह परिवहन आयुक्त एस. प्रकाश एवं अपर परिवहन आयुक्त डी. रविशंकर द्वारा राज्य में 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत समस्त श्रेणी के वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने हेतु समस्त क्षेत्रीय / जिला परिवहन अधिकारियों एवं अनुबंधित कम्पनियों मेसर्स रोजमार्टा एवं रियल मेजॉन के प्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल बैठक ली गयी। बैठक में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के संबंध में पूर्व समीक्षा बैठक दिनांक 02/05/2025 में दिये गये निर्देशों के अनुपालन की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई।

वर्चुअल बैठक में अनुबंधित कंपनियों के प्रतिनिधियों को कार्य में तेजी लाने हेतु मैनपॉवर बढ़ाने, फिटमेंट सेंटरों की संख्या में वृद्धि करने के साथ प्रत्येक जिले के आरटीओ/डीटीओ को कंपनियों के साथ कैम्प टीम / शिविर लगाने और हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट निर्माण सेंटर बढ़ाने के निर्देश दिये गये। अनुबंधित कंपनियों के अधिकृत टीम लीडर / स्टॉफ आवेदकों से उनके मोबाईल नंबर पर संपर्क कर अथवा एसएमएस के माध्यम से नंबर प्लेट फिटिंग की जानकारी दे, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये गये। नंबर प्लेट फिटिंग सेंटर में आवेदकों के बैठने, पानी की पर्याप्त व्यवस्था भी किये जाने के निर्देश दिए गए।

बैठक में निर्देशित किया गया कि अनुबंधित कम्पनियां इस बात का विशेष ध्यान रखें की आवेदकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। आवेदकों को बहुत ही सरल, सुलभ तरीके से उनके पंजीकृत वाहन में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने की व्यवस्था की जाए। किसी प्रकार के अनावश्यक विलंब होने की स्थिति में आवेदकों को पहले ही सूचित कर दिया जाए।

बैठक में जानकारी दी गयी कि आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा होने पर अनुबंधित कम्पनी रियल मेजोन के सम्पर्क नम्बर +911206457502, +911206457503 एवं रोजमाटा कम्पनी के सम्पर्क नम्बर 9818188721 या ई-मेल आई डी में सम्पर्क किया जा सकता है।

वर्चुअल समीक्षा बैठक में जिला परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने क्षेत्राधिकार अंतर्गत नंबर प्लेट फिटिंग सेंटर का अवलोकन करें तथा साथ ही इस कार्य में परिवहन सुविधा केन्द्रों को भी जोड़कर कार्य में तेजी लाएं। परिवहन कार्यालयों में नंबर प्लेट हेतु स्थाई कैम्प लगायें तथा मोबाईल टीम जिला परिवहन अधिकारियों के निर्देशानुसार महत्वपूर्ण स्थानों/लोकेशन में नंबर प्लेट लगाने के कार्य संपादित करें।

उपरोक्त मीटिंग में परिवहन विभाग की ओर से यू.बी.एस. चौहान संयुक्त परिवहन आयुक्त, मनोज ध्रुव उप परिवहन आयुक्त, युगेश्वरी वर्मा सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी तथा राज्य के सभी वरिष्ठ क्षेत्रीय / जिला परिवहन अधिकारी भी शामिल हुए। इसके अतिरिक्त हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट हेतु अनुबंधित कम्पनी रियल मेजोन की ओर से आशीष मिश्रा तथा रोजमाटा की ओर से अशोक शर्मा शामिल हुए।

समाधान के संकल्प संग आगे बढ़ रहा सुशासन तिहार: आवेदनों के निराकरण में धमतरी जिला प्रदेश में नंबर वन, CM साय खुद कर रहे फील्ड विजिट

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य में आम जनता की शिकायतों एवं मांगों के त्वरित समाधान के लिए ‘सुशासन तिहार’ का आयोजन पूरे उत्साह के साथ जारी है. तीसरे चरण में प्रदेशभर के गांवों और कस्बों में शासन-प्रशासन पूरी तत्परता और तन्मयता के साथ आमजन की बाते सुन रहा है और उनका का समाधान कर रहा है. मुख्यमंत्री स्वयं इस अभियान की निगरानी कर रहे हैं. वे हेलीकाप्टर से गांवों के आकस्मिक दौरे कर रहे हैं. शासकीय योजनाओं की जमीनी हकीकत का मूल्यांकन कर रहे हैं. जनता से सीधा संवाद कर रहे हैं और समाधान शिविरों में पहुंचकर लोगों की समस्याओं को सुनकर उसका मौके पर निराकरण करवा रहे हैं. यह जनता-जनार्दन के प्रति छत्तीसगढ़ सरकार की संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता का प्रतीक है.

राज्य में अब तक 40 लाख 95 हजार आवेदन

सुशासन तिहार के तहत अब तक 40 लाख 95 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से अधिकांश का निराकरण कर लिया गया है. इसमें धमतरी जिला ने लगभग 2 लाख 28 हजार आवेदनों में से 99.38 प्रतिशत का निराकरण कर राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. प्रदेश के 14 जिले धमतरी, महासमुंद, सक्ति, बालोद, रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़, मुंगेली, रायपुर, सरगुजा, दक्षिण बस्तर दंतेवाडा, दुर्ग, जांजगीर-चाम्पा, नारायणपुर, बीजापुर ने 90 प्रतिशत से अधिक आवेदनों का निराकरण कर लिया है, जबकि गरियाबंद, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बिलासपुर, राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, बलौदा बाज़ार-भाटापारा, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कबीरधाम, बेमेतरा, जशपुर, कोरिया, उत्तर बस्तर कांकेर, सूरजपुर जिले ने 80 से 90 प्रतिशत आवेदनों का समाधान किया है. बस्तर जिले में 78.48 प्रतिशत, कोण्डागांव में 70.97 प्रतिशत, बलरामपुर-रामानुजगंज जिलें में 60.59 प्रतिशत, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर ने 59.09. प्रतिशत, कोरबा जिले ने 41.61 प्रतिशत तथा सुकमा जिले ने 30 प्रतिशत से अधिक आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है, जो इस बात का प्रमाण है कि राज्यभर में त्वरित एवं प्रभावी समाधान की दिशा में निरंतर प्रयास जारी हैं.

रायपुर को मिले सर्वाधिक आवेदन

रायपुर जिले को 3 लाख 764 आवेदन प्राप्त हुए, जो राज्य में सर्वाधिक है. इसके बाद दूसरे क्रम पर बलौदाबाजार-भाटापारा जिला है. धमतरी, बिलासपुर और बस्तर क्रमशः तीसरे, चौथे और पांचवे स्थान पर हैं. निराकरण के मामले में धमतरी पहले, महासमुंद दूसरे और सक्ति जिला तीसरे स्थान पर हैं. बालोद और रायगढ़ चौथे और पांचवें क्रम पर हैं.

सुशासन तिहार के दौरान सर्वाधिक 10 लाख से अधिक आवेदन प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित प्राप्त हुए, जिनमें से 94.70 प्रतिशत का निराकरण हो चुका है. उज्ज्वला योजना से जुड़े 1.47 लाख और राशन कार्ड हेतु 1.12 लाख आवेदनों में से अधिकांश का समाधान कर दिया गया है. शहरी क्षेत्रों में सड़क निर्माण, पेयजल व्यवस्था और स्वच्छता से संबंधित मांगें भी प्रमुख रहीं.

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को 25 लाख 77 हजार 747 आवेदन प्राप्त हुए. राजस्व विभाग को 3 लाख 74 हजार 429, खाद्य विभाग को 2 लाख 18 हजार 113, महिला एवं बाल विकास विभाग को 1 लाख 57 हजार और नगरीय प्रशासन विभाग को 1 लाख 42 हजार 475 आवेदन प्राप्त हुए. निराकरण में महिला एवं बाल विकास विभाग प्रथम, श्रम विभाग दूसरे, तथा उद्योग, पशुपालन और खाद्य विभाग क्रमशः तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की यह पहल छत्तीसगढ़ राज्य को, जनभागीदारी पर आधारित सुशासन की दिशा में आगे बढ़ा रही है. गांवों में शिविरों में पहुंचकर आम लोगों से संवाद करना, शिकायतों की तत्काल सुनवाई करना और शासकीय तंत्र को अधिक उत्तरदायी बनाना, यही सुशासन तिहार की मूल भावना है.

‘सुशासन तिहार’ छत्तीसगढ़ शासन की एक अभिनव पहल है, जिसने प्रशासन को जनता के और निकट लाकर विश्वास, समाधान और सेवा की एक मजबूत परंपरा को जन्म दिया है. यह अभियान मुख्यमंत्री की सोच को साकार करता है, जहां सरकार सिर्फ कार्यालयों में नहीं, बल्कि गांव-गांव जाकर आमजन की आवाज सुनती है और हर समस्या का समाधान करती है.

ऑपरेशन सिंदूर : भारतीय सेना के पराक्रम को लेकर पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर का बयान, कहा- देशवासी रहेंगे सदैव आभारी

रायपुर- भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में संचालित आतंकी ठिकानों पर की गई जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूद किया गया है. इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने सेना के साहस और पराक्रम की प्रशंसा की है. मोहम्मद अकबर ने कहा कि भारतीय सेना ने जो पराक्रम दिखाया है, उसके लिए देशवासी सदैव आभारी रहेंगे.

मोहम्मद अकबर ने कहा है कि आतंकी ठिकानों पर हमला पहलगाम में जान गंवाने वाले 26 बेकसूर नागरिकों को न्याय दिलाने किया गया हैं. इससे उन लोगों को भी न्याय मिलेगा जो पाकिस्तान प्रेरित आतंकवाद के कारण पीड़ित रहे हैं. भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान को सबक मिलेगा. उन्होंने पहलगाम हमले में प्राण गंवाने वाले 26 नागरिकों को शहीद का दर्जा देने की अपनी मांग दोहराई है.

10वीं एवं 12वीं परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने दी बधाई कहा- परीक्षा जिंदगी का एक पड़ाव है, अंतिम लक्ष्य नहीं

रायपुर- आज घोषित हुए छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा परिणाम पर रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने सभी सफल विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।

श्री अग्रवाल ने कहा, "यह सफलता न केवल विद्यार्थियों की मेहनत और लगन का परिणाम है, बल्कि उनके माता-पिता, शिक्षकों और मार्गदर्शकों के सहयोग का भी प्रतिफल है। मैं सभी सफल विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं और आशा करता हूं कि वे आगे भी इसी तरह मेहनत करते हुए प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे।"

उन्होंने असफल विद्यार्थियों को हौसला बढ़ाते हुए कहा कि, जो विद्यार्थी किसी कारणवश परीक्षा में सफलता प्राप्त नहीं कर सके, उन्हें निराश होने की आवश्यकता नहीं है। असफलता जीवन का अंत नहीं बल्कि एक अनुभव है। परीक्षा जिंदगी का एक पड़ाव है, अंतिम लक्ष्य नहीं। हार मानने के बजाय अगली बार के लिए अभी से मेहनत शुरू करें। आपके अभिभावक, संबंधी और मित्र भी आपका साथ दें और हौसला बढ़ाएं। यह समय आत्ममंथन और आत्मविश्वास बढ़ाने का है। अभी से फिर से जुट जाइए पूरे समर्पण के साथ, अगली बार सफलता निश्चित रूप से आपकी होगी।

सभी अभिभावकों, शिक्षकों और मित्रों से भी आग्रह करता हूँ कि वे इन विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाएं और उन्हें फिर से मेहनत के लिए प्रेरित करें।

फोरेंसिक जांच से मिलते हैं सही साक्ष्य, साई कॉलेज के विद्यार्थियों ने सीखा फोरेंसिक जांच

अम्बिकापुर- अपराध और अपराधी के भौतिक, रासायनिक, जैविक तत्त्व तथा तथ्यों का अन्वेषण करना ही फोरेंसिक विज्ञान का काम है। फोरेंसिक जांच से अपराध के सही साक्ष्य सामने आते हैं। यह बातें क्षेत्रीय न्यायायिक विज्ञान प्रयोगशाला के संयुक्त संचालक आर.के. पैंकरा ने बी.एससी एंथ्रोपोलॉजी द्वितीय सेमेस्टर और बी.एससी एंथ्रोपोलाजी द्वितीय वर्ष और एम.एससी द्वितीय तथा चतुर्थ सेमेस्टर जंतु विज्ञान एडऑन कोर्स फोरेंसिक एंथ्रोपोलॉजी के विद्यार्थियों के शैक्षिक भ्रमण के दौरान कही।

उन्होंने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि फोरेंसिंक जांच में जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान तीनों शामिल है। अम्बिकापुर के प्रयोगशाला में टॉक्सिकोलॉजी के तहत जहर, विषाक्त पदार्थों के सेवन की जांच होती है। इस जांच में मृत व्यक्ति की परिस्थितियों के बारे में खुलासा होता है। उन्होंने बताया कि डायटम जांच में शरीर की सबसे बड़ी अस्थि को लेते हैं। इससे ज्ञात होता है कि डुबने से व्यक्ति की मौत हुई है अथवा मरने के बाद डुबाया गया है। नारकोटिक्स जांच में मादक पदार्थों की जांच होती है, जिसमें ब्राउन सुगर, भांग और ड्रग्स आदि शामिल हैं। ऐस टेस्ट से बर्न डेथ केस की जांच होती है। बैलेस्टिक टेस्ट में गोली लगने से हुई मौत की जांच की जाती है। इसमें मृतक की चोट, क्षति, गोली लगने के कोण और प्रयुक्त हथियार की जांच होती है।

संयुक्त संचालक ने बताया कि अम्बिकापुर प्रयोगशाला में डीएनए टेस्टिंग की सुविधा शुरू होने वाली है और मशीनों का इंस्टालेशन प्रारम्भ हो गया है। प्रयोगशाला के वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. बृजेश नागवंशी ने विद्यार्थियों के समक्ष नारकोटिक्स, डायटम, ऐस टेस्ट, बैलेस्टिक टेस्ट जांच को करके दिखाया।

प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने फोरेंसिंक लैब और उनकी गतिविधियों के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। इस भ्रमण के दौरान एंथ्रोपोलॉली के सहायक प्राध्यापक डॉ. श्रीराम बघेल के साथ ज्योति सिंह, डॉ. अजय कुमार तिवारी ने सहयोग किया।

मुख्यमंत्री ने कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर जारी एंटी नक्सल ऑपेरशन का अपडेट लिया: ऑपेरशन की भविष्य की रणनीति के बारे में अधिकारियों से की चर्चा

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज मंत्रालय महानदी भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में गृह विभाग की समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री श्री साय ने बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर सुरक्षाबलों की नक्सलियों के विरुद्ध जारी मुठभेड़ के विषय में अधिकारियों से अपडेट लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने ऑपेरशन के संदर्भ में भविष्य की रणनीति के बारे में अधिकारियों से चर्चा की।

बैठक में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अरूण देव गौतम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नक्सल ऑपेरशन विवेकानंद सिन्हा उपस्थित थे।

ऑपरेशन सिंदूर भारत की सामरिक शक्ति और राजनीतिक दृढ़ता का प्रतीक है: सांसद बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर-  सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने भारत द्वारा पाकिस्तान पर की गई जवाबी कार्रवाई "ऑपरेशन सिंदूर" को मोदी सरकार की एक ऐतिहासिक और साहसिक उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आंतरिक सुरक्षा पर पकड़ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की सटीक सैन्य रणनीति का प्रतिफल है।

सांसद श्री अग्रवाल ने कहा कि भारत अब आतंकवाद को सिर्फ सहन नहीं कर रहा, बल्कि उसका मुंहतोड़ जवाब दे रहा है। हमारी सेना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत की सुरक्षा के साथ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। यह ऑपरेशन केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता, शौर्य और स्वाभिमान का प्रतीक है।

उन्होंने कहा, आज का भारत अब चुप नहीं बैठता, बल्कि आतंकवाद के हर स्वरूप का जवाब उसी की भाषा में देता है। 'ऑपरेशन सिंदूर' इस बात का जीता-जागता प्रमाण है कि भारत अपने नागरिकों, अपनी सीमाओं और अपने सम्मान की रक्षा करने में पूर्ण रूप से सक्षम है।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने इस मौके पर भारतीय सेना के जवानों को सलाम करते हुए कहा कि उनके अदम्य साहस और बलिदान के कारण ही आज हम एक सुरक्षित और सशक्त भारत की कल्पना कर पा रहे हैं। उन्होंने समस्त देशवासियों से अपील की कि वे सेना के इस पराक्रम पर गर्व करें और राष्ट्रीय एकता व अखंडता को और सुदृढ़ करने में अपना योगदान दें।