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HSRP को लेकर परिवहन सचिव ने ली हाईलेवल मीटिंग, लोगों को सुविधा देने रोड मैप तैयार, नंबर प्लेट लगाने जिलों में लगाए जाएंगे कैंप

रायपुर- HSRP प्लेट के संबंध में आज क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों एवं अनुबंधित कंपनियों की हाई लेवल मीटिंग हुई, जिसमें हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट जनता को कम से कम असुविधा के साथ निर्धारित समय में लगाए जा सके, इसके लिए रोड मैप तैयार की गई.

एस. प्रकाश परिवहन सचिव सह परिवहन आयुक्त एवं डी. रविशंकर अपर परिवहन आयुक्त की अध्यक्षता में इंद्रावती भवन, के सेमिनार रूम में राज्य के सभी RTO/ DTO के साथ HSRP प्लेट के लिए अनुबंधित कंपनियों के साथ हाई लेवल मीटिंग ली गई. मीटिंग में जनता को आ रही समस्याओं के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा हुई. राज्य में 01 अप्रैल 2019 से पहले की लगभग 50 लाख से अधिक पंजीकृत वाहन हैं एवं लगभग 03 लाख के करीब HSRP प्लेट के ऑर्डर प्राप्त हो चुके है, किंतु फिटमेंट की गति थोड़ी धीमी है. इसके लिए वाहनों की संख्या के आधार पर अनुबंधित कंपनियों के फिटमेंट सेंटरों की संख्या में वृद्धि करने के साथ हर जिले में RTO/DTO को कंपनियों के साथ कैम्प टीम बनाने के निर्देश दिए गए।

रायपुर में 05 टीम, धमतरी में 04 टीम, महासमुंद में 04 टीम,दुर्ग में 08 टीम ,कवर्धा- 02 टीम,बिलासपुर-06 टीम,जांजगीर चम्पा 03 टीम,कोरबा 05 टीम, रायगढ़-06 टीम,जशपुर- 03 टीम,अम्बिकापुर -04 टीम,कोरिया-03 टीम,जगदलपुर-03 टीम, दंतेवाड़ा-02 टीम,कांकेर-03 टीम,बलौदाबाजार-03 टीम,गरियाबंद, बालोद, बेमेतरा में 02-02 टीम एवं अन्य जिलों में 01-01 कैम्प/मोबाइल टीम बनाने के निर्देश दिए गए, जो जिलों के विभिन्न स्थानों पर कैम्प लगा कर HSRP के नियमानुसार ऑर्डर लेंगे, आवश्यकता अनुसार नम्बर अपडेट किए जाएंगे. उसी दिन एवं दूरस्थ जिलो में दूसरे दिन तक अनिवार्य रूप से HSRP प्लेट फिट किए जाने के निर्देश दिए गए.

इसके अतिरिक्त अनुबंधित कंपनियों को सभी जिलो में वाहनों की संख्या के अनुसार HSRP प्लेट बनाने वाली मशीनों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए, जिससे जल्द से जल्द लोगों के HSRP प्लेट बन सके. नियत समय में संबंधित स्थान पर प्लेट पहुँच सकें, फिटमेंट किया जा सके. इसके अलावा HSRP प्लेट के लिए ऑर्डर करने पर 15 दिनों से अधिक की वेटिंग न हो, प्रत्येक जिलों के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी. मोबाइल नम्बर सार्वजनिक किये जाएंगे. कार्यों में तीव्रता, समन्वय लाते हुए 03 महीनों में HSRP प्लेट फिटमेंट का लक्ष्य रखा गया है.

मीटिंग में परिवहन विभाग की ओर से यूबीएस चौहान संयुक्त परिवहन आयुक्त, मनोज ध्रुव, उप परिवहन आयुक्त, कृष्ण कुमार पटेल, उप परिवहन आयुक्त ,जीआर देवांगन, संयुक्त संचालक वित्त, योगेश्वरी वर्मा, सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के अलावा राज्य के सभी वरिष्ठ क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, जिला परिवहन अधिकारी के अलावा HSRP प्लेट के लिए अनुबंधित कंपनियों की ओर से बिश्वजीत मुखर्जी, रियल मेज़ॉन, अशोक शर्मा, रॉस मार्टा व अन्य अधिकारी शामिल हुए.

रायपुर पश्चिम को मिली उच्च शिक्षा की नई सौगात, कोटा में शासकीय नवीन महाविद्यालय का हुआ शिलान्यास…

रायपुर- छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए रायपुर पश्चिम विधानसभा के कोटा क्षेत्र में शासकीय नवीन महाविद्यालय की स्थापना हेतु शिलान्यास समारोह का आयोजन बड़े धूमधाम से किया गया. यह कार्यक्रम शीतला तालाब स्थित बड़ा सामुदायिक भवन में आयोजित हुआ, जिसमें स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और विद्यार्थियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेश मूणत उपस्थित रहे. साथ ही महापौर मीनल चौबे नगर निगम सभापति सूर्यकांत राठौड़, दीपक जायसवाल, प्रीतम ठाकुर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ व कनिष्ठ कार्यकर्ता, स्थानीय नागरिकगण भी कार्यक्रम में शामिल हुए.

अपने संबोधन में राजेश मूणत ने कहा:

“कोटा ही नहीं, पूरे रायपुर पश्चिम विधानसभा में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, जलनिकासी और युवाओं के कौशल विकास जैसे अनेक क्षेत्रों में व्यापक बदलाव लाया जा रहा है. भाजपा की डबल नहीं, अब ट्रिपल इंजन की सरकार—केंद्र, राज्य और स्थानीय निकाय—जनता की आकांक्षाओं को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है.”

उन्होंने आगे कहा:

“यह नवीन महाविद्यालय न केवल युवाओं के लिए उच्च शिक्षा के अवसर खोलेगा, बल्कि कोटा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को भी मजबूती देगा. भाजपा सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी छात्र संसाधनों के अभाव में शिक्षा से वंचित न रह जाए.”

उन्होंने कहा कि हम प्रयास करेंगे कि महाविद्यालय की बिल्डिंग एक वर्ष के अन्दर बनकर तैयार हो जाए. उन्होंने कहा कि अपने स्वयं के भवन में अध्ययन में छात्रों को एक अलग ही गर्वानुभूति होती है.

महापौर मीनल चौबे ने अपने उद्बोधन में कहा:

“रायपुर की भावी पीढ़ी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके, इसके लिए यह महाविद्यालय एक महत्वपूर्ण कदम है. शहर का हर कोना, हर बच्चा शिक्षा से जुड़ सके, यही हमारी प्राथमिकता है. नगर निगम की ओर से हम हर आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे.”

नगर निगम सभापति सूर्यकांत राठौड़ ने कहा:

“कोटा में इस महाविद्यालय का आरंभ होना न केवल शैक्षणिक विकास का संकेत है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और अवसरों की समानता का प्रतीक भी है. यह निर्णय स्थानीय युवाओं के भविष्य को नई दिशा देगा.”

यहां यह बताना समीचीन होगा कि वर्ष 2018 में राजेश मूणत ने ही इस महाविद्यालय को आरंभ कराया था, और उसके बाद पूरे 5 वर्ष तक इसका भवन नहीं बन पाया.

मूणत ने वर्ष 2024 में इसके लिए बजट प्रावधान कराया, जमीन का अग्रिम आधिपत्य उच्च शिक्षा विभाग को दिलाया और आज इसका भूमि पूजन किया.

कार्यक्रम के अंत में स्थानीय नागरिकों ने इस पहल के लिए सरकार और जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया और इसे शिक्षा व विकास की दिशा में मील का पत्थर बताया.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा छत्तीसगढ़ में पंजीयन की 10 क्रांति का शुभारंभ

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नया रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में पंजीयन की 10 क्रांति के अंतर्गत रजिस्ट्री प्रक्रिया में टेक्नोलॉजी आधारित दस नवाचारों का लोकार्पण किया। इस अवसर पर वित्त मंत्री ओ पी चौधरी, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, एवं राज्य शासन के अनेक वरिष्ठ अधिकारीगण, चेंबर ऑफ कॉमर्स एवं क्रेडाई के प्रतिनिधिगण, पंजीयन विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं रजिस्ट्री के पक्षकारगण उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि सरकार अपने डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में सुशासन की राह में आगे बढ़ रही है। राजस्व से जुड़े कार्यों के लिए अब लोगों को कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। पंजीयन के साथ अब नामांतरण का कार्य भी तत्काल होगा। उन्होंने कहा कि राजस्व रिकॉर्ड में त्रुटि का असर भूमिस्वामी पर पड़ता है। त्रुटि कोई और करे और भुगतना किसी और को पड़ता है। अब लोगों को इन समस्याओं से मुक्ति मिलेगी। हमारी सरकार का पहला लक्ष्य सुशासन है। लोगों के जीवन को आसान और सरल बनाना है। एक जन प्रतिनिधि होने के नाते मुझे विगत 35 वर्षों से राजस्व, जमीन मामलों में लोगों के समस्याओं से रूबरू होने का मौका मिला। नामांतरण संबंधी मामलों में मैंने लोगों को सालों महीनों भटकते देखा है। ऑटो म्यूटेशन से इस समस्या का प्रभावी निराकरण हो गया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ऑफलाईन व्यवस्था को बंद कर ऑनलाईन करते हुए सरकार भ्रष्टाचार के रास्ते बंद कर रही है। कोयला, आबकारी सेक्टर में किए गए सुधारों की तर्ज पर भूमि पंजीयन की प्रक्रिया में रिफार्म किया गया है। इससे आम जनता को राहत मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जहां सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया गया है। राज्य सरकार सभी स्तर पर डिजिटल गवर्नेस को अपना कर सुशासन स्थापना की दिशा में कार्य करते हुए शासकीय काम-काज में पारदर्शिता ला रही है। साथ ही शासकीय योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कर इनका लाभ आमजन तक समय पर पहुंचा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म पर जोर देते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तकनीक को बढ़ावा देकर नागरिक सेवाओं की डिलीवरी को आसान बनाने का जो रास्ता दिखाया है, उस पर अग्रसर होते हुए राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में लगातार रिफार्म कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले रजिस्ट्री और नामांतरण के लिए लोगों को महिनों चक्कर लगाना पड़ता था। अब ये कार्य मिनटों में होंगे।

इस दौरान मुख्यमंत्री जी ने रजिस्ट्री ऑफिस नवा रायपुर में उपस्थित लाभार्थी पक्षकारों से लाइव कॉन्फ्रेंसिंग भी किया, बातचीत किया और उनसे उनकी प्रतिक्रिया फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर आज रजिस्ट्री कराने वाले लोगों से वीडियो कान्फ्रेंस से चर्चा की। बालोद जिले के सनौद गांव के मोहनलाल साहू ने कहा कि पहले रजिस्ट्री कराने के लिए हफ्ता-दो हफ्ता चक्कर लगाना पड़ता था। रजिस्ट्री कराने में सुबह से शाम हो जाती थी। आज अपने बेटे के नाम से 1700 वर्गफुट जमीन की रजिस्ट्री कराने में 15-20 मिनट लगा। मुख्यमंत्री के पूछने पर बताया कि रजिस्ट्री के साथ नामांतरण भी हो गया है। पक्षकार मोहनलाल साहू ने माननीय मुख्यमंत्री जी को बताया कि इसके पहले रजिस्ट्री के बाद नामांतरण के लिए उन्हें महीनों तहसीलदार, पटवारी ऑफिस के चक्कर लगाते रहना पड़ता था । रायपुर के अयूब अहमद ने बताया कि पहले नामांतरण कराने में 2-3 महीना लगता था। आज जल्द रजिस्ट्री हो गई साथ ही नामांतरण भी हो गया। श्री अय्यूब अहमद ने बताया कि नामांतरण नहीं होने के कारण उसकी एक जमीन तीन बार फर्जी रजिस्ट्री से बिक गई थी। उन्होंने मुख्यमंत्री, वाणिज्यिक कर मंत्री तथा राजस्व मंत्री को इसके लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए वित्त और पंजीयन मंत्री ओ.पी. चौधरी ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि बिना टेक्नोलॉजीकल इनोवेशन के कोई भी सभ्यता और कोई भी राष्ट्र प्रगति नहीं करता। हमारी सरकार टेक्नोलॉजीकल इंटरवेंशन के द्वारा रजिस्ट्री की प्रक्रिया को आसान और सुगम बनाने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने बताया कि एक आम आदमी जीवन में एक दो बार ही रजिस्ट्री करता है और यह बहुत खुशी का क्षण होता है, अतः रजिस्ट्री ऑफिस से निकलते समय उनका अनुभव श्रेष्ठ प्रसन्नता भरा होना चाहिए, जो जटिल प्रक्रिया के वजह से अमूमन नहीं होता था। मंत्री बनने के तुरंत बाद मैने अपने अधिकारियों को रजिस्ट्री प्रक्रिया को सरल आसान बनाने का लक्ष्य दिया था, ताकि लोगों को रजिस्ट्री की जटिल प्रक्रिया से राहत मिले। महानिरीक्षक पंजीयन पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के नेतृत्व में टीम विगत सवा साल से कड़ी मेहनत कर रही थी। सर्वप्रथम सुगम ऐप लॉन्च किया गया। जिसके माध्यम से जमीन का अक्षांश देशांतर की स्थिति और भूमि की वास्तविक अवस्थिति दर्ज हो जाता है। विभाग में प्रचलित रजिस्ट्री अधिनिमय 1908 का बनाया गया था तथा इसका विषयवस्तु वर्तमान समय की जरूरतों से मेल नही खाता था जैसे कि गोदनामा विलेख पंजीयन प्रावधान में केवल पुत्र शब्द था क्योकि उस समय पुत्री के गोद लेने का प्रचलन नही था। हमने रजिस्ट्री नियम का व्यापक अध्ययन कर इसके प्रावधानों को वर्तमान के जरूरतों के अनुरूप अनूकूलन करते हुए 93 धाराओं में से 35 संशोधन विधान सभा में पारित किया। रजिस्ट्री प्रक्रिया में टेक्नॉलाजी का अधिक से अधिक समावेश करते हुए और मानवीय हस्तक्षेप को सीमित करते हुए ये 10 नये क्रांतियुक्त नवाचार विकसित किये गये हैं।

वाणिज्यिक कर मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि सरकार ने पंजीयन विभाग में अनेक सुधार किये हैं। अब आमजनता को काम के लिए बार-बार कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नही पड़ेगी। फर्जी रजिस्ट्री को शून्य करने का अधिकार पंजीयन महानिरीक्षक को दिया गया है। पारिवारिक दान, हक त्याग और बंटवारे पर पंजीयन शुल्क केवल 5 सौ रुपए कर दिया गया है। डिजिटल गवर्नेस को बढ़ावा देते हुए सुगम एप के माध्यम से 2 लाख से अधिक संपत्तियों की जियो टैगिंग सुनिश्चित की गई है। इससे संपत्ति की पहचान और सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। गाइडलाइन मूल्य से अधिक विक्रय पर पंजीयन शुल्क माफ कर मध्यम वर्ग को राहत प्रदान की गई है। विभागीय सेटअप बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार का विजन है सरकार वहां तक पहुंचे जहां आम आदमी है और वह भी सरलता के साथ। डिजिटल गवर्नेस का बेहतरीन उदाहरण इन 10 क्रांतिकारी पहल में है जो पंजीयन विभाग के माध्यम से किए गए हैं।

सभा को राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग का 90 प्रतिशत लंबित प्रकरण नामांतरण का ही होता है, अब ऑटो म्यूटेशन होने के पश्चात् राजस्व विभाग का कार्य भार एकदम से कम हो जाएगा, जिसके कारण विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारीगण अन्य बाकी काम को बहुत ही सक्षमता से कर पाएंगे।

मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश में कई क्रांति पहले भी हुई है जैसे हरित क्रांति, परन्तु आज यहां जो क्रांति हो रही है, वह सरकारी विभाग में जनता के कामों को आसान और सुगम बनाने की क्रांति है। जो माननीय मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए सुशासन के विजन तथा वित्त मंत्री के मार्गदर्शन एवं निरंतर मानिटरिंग से संभव हो पाया है।

कार्यक्रम के प्रारंभ में अलरमेल मंगई डी, सचिव, वाणिज्यिक कर पंजीयन द्वारा 10 नये कांतिकारी परिवर्तनों के विषय में विस्तार से बताया गया तथा 10 सुधारों का वीडियो प्रस्तुतिकरण किया गया ।

1 आधार आधारित प्रमाणीकरण सुविधा - पंजीयन साफ्टवेयर को आधार लिंक किया गया है, पंजीयन के समय क्रेता-विक्रेता एवं गवाहों की पहचान आधार रिकार्ड के माध्यम से की जाएगी जिससे गलत व्यक्ति को खड़े कराकर पंजीयन नही हो सकेगा। आम जनता को फर्जीवाडे का शिकार नही होना पड़ेगा।

2 ऑनलाईन सर्च एवं डाउनलोड की सुविधा - आम आदमी वर्षों की जमा पूंजी लगाकर स्वयं का घर खरीदते है, इसलिए संपत्ती खरीदने से पहले पूरी जांच पड़ताल आवश्यक है। अभी रजिस्ट्री की जानकारी के लिए पंजीयन कार्यालय में स्वयं या वकील के माध्यम से उपस्थित होकर सर्च करना पड़ता है, ऑनलाईन सर्च का प्रावधान होने से खसरा नंबर डालते ही उस खसरे के पूर्व के समस्त लेनदेन की जानकारी एक क्लिक पर प्राप्त हो सकेगी।

3 भारमुक्त प्रमाण पत्र की सुविधा - भार मुक्त प्रमाण पत्र एक बहुत ही आवश्यक प्रमाणपत्र है जो संपत्ति खरीदने के पूर्व उसकी जानकारी उपलब्ध कराता है। यह प्रमाणपत्र अब आनलाइन ही प्रदाय किया जा सकेगा।

4 एकीकृत कैशलेस भुगतान की सुविधा- पहले रजिस्ट्री कराने के लिए स्टाम्प शुल्क और पंजीयन शुल्क का अलग अलग जगह और समय पर भुगतान करना पड़ता था। अब स्टाम्प एवं पंजीयन शुल्क को एक साथ लिये जाने के लिए एकीकृत कैशलस सिस्टम तैयार किया गया है। स्टाम्प एवं पंजीयन शुल्क का एकसाथ सुविधानुसार क्रेडिट डेबिट कार्ड, पी०ओ०एस० मशीन, नेट बैंकिंग अथवा यू०पी०आई से फीस का भुगतान हो सकेगा।

5 व्हाट्सएप मैसेज सर्विसेज - व्हाट्सएप आज के समय में सर्वाधिक उपयोग हो रहा सोशल मीडिया प्लेटफार्म है। पंजीयन कराने वाले क्रेता-विक्रेता को अपाईन्टमेंट सहित पंजीयन होने तक सभी प्रकार के अपडेट एवं एलर्ट व्हाट्सएप में ही प्राप्त होंगे। रजिस्ट्री की प्रति भी व्हाट्सएप से ही डाउनलोड हो जायेगी। इस सुविधा के माध्यम से फीडबैक एवं शिकायतें भी व्हाट्सएप के माध्यम से की जा सकेंगी।

6 डिजीलॉकर की सुविधा - रजिस्ट्री दस्तावेजों को डिजिलॉकर में सुरक्षित स्टोर किया जाएगा, ताकि आवश्यकता पड़ने पर पक्षकार को आसानी से डिजीटल प्रमाणित दस्तावेज उपलब्ध हो जाए।

7 आटो डीड जनरेशन की सुविधा - जनता की सुविधा के लिए रजिस्ट्री को पेपर लेस बनाया गया है। ऑनलाईन दस्तावेज प्रारूप का चयन कर पक्षकार और संपत्ति विवरण दर्ज करने पर स्वतः ही दस्तावेज तैयार हो जाएगा। वही दस्तावेज पेपरलेस होकर उप पंजीयक को ऑनलाइन प्रस्तुत होगा।

8 डिजीडॉक्यूमेंट की सुविधा - कुछ दस्तावेज जिसमें स्टाम्प लगाना आवश्यक है, परन्तु पंजीयन अनिवार्य नही है जैसे कि शपथ पत्र, अनुबंध पत्र ।इनका प्रारूप ऑनलाईन डिजीडॉक्यूमेंट से तैयार कर स्टाम्प शुल्क भी डिजीटल रूप से चुकाया जा सकेगा। दस्तावेज तैयार करने और स्टाम्प के लिए अलग-अलग जगह जाने की आवश्यकता नहीं है।

9. घर बैठे रजिस्ट्री की सुविधा - जनता की सुविधा के लिए रजिस्ट्री को पेपरलेस किया गया है। दस्तावेज का प्रारूप चयन करने से ऑनलाईन दस्तावेज तैयार हो जाएगा स्टाम्प और पंजीयन फीस ऑनलाईन चुकाकर पक्षकार पंजीयन के लिए अपाइन्टमेंट लेकर घर बैठे ही आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से पंजीयन करा सकेंगे। रजिस्ट्री पूर्ण होते ही दस्तावेज स्वतः ही ऑनलाइन प्राप्त हो जाएगा।

10. स्वतः नामांतरण की सुविधा इत्यादि- अचल संपत्ति खरीदने के लिए पंजीयन कराया जाता है। उसके बाद उसे राजस्व रिकार्ड में अद्यतन कराना पड़ता हैं, नामांतरण की इस प्रक्रिया में महीने लग जाते थे, इस बीच वही संपत्ति अन्य को बेच दिये जाने पर पीड़ित पक्षकारों को न्याय के लिए वर्षों इंतजार करना पड़ता है। अब पंजीयन के तुरंत बाद ही स्वतः नामांतरण होने से न केवल समय की बचत होगी बल्कि आम जनता को फर्जीवाडे का शिकार भी नही होना पड़ेगा। अंत में महानिरीक्षक पंजीयन के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन किया गया ।

मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ पादप बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष विकास मरकाम के पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह में हुए शामिल

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के नव नियुक्त अध्यक्ष विकास मरकाम के पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने श्री मरकाम को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने पदभार ग्रहण समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के माध्यम से बस्तर एवं सरगुजा संभाग में औषधि पादप को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि औषधि पौधों में बहुत से गुण होते हैं, इनके साथ ही बेहतर आमदनी के लिए औषधि पादपों के रोपण को बढ़ावा देने की जरूरत है। बस्तर एवं सरगुजा में इसकी अपार संभावनाएं है। बोर्ड को इस दिशा में और अधिक कार्य करने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारे बैगा-गुनिया और वैद्य आदिम समय से वन औषधि की पहचान कर लोगों का इलाज करते हैं। उन्होंने कहा डॉ रमन सिंह ने बैगा, वैद्य के बेहतरी एवं मानव स्वास्थ्य सेवा के लिए छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड गठन किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के ओरछा के परंपरागत वैद्य हेमंचद मांझी को औषधि पादप के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ठ कार्य के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया है।

आदिम जाति विकास मंत्री राम विचार नेताम ने कहा कि जिन उद्देश्यों को लेकर छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड का गठन किया गया है, निश्चित ही श्री मरकाम के नेतृत्व में उन उद्देश्यों को पूरा कर पाएंगे। वैद्यों के ज्ञान एवं वनौषधियों के अनुभव का संग्रहण कर एक डाटाबेस तैयार करने बोर्ड को कार्य करने की जरूरत है ताकि इस डाटा का उपयोग समाज एवं मानव स्वास्थ्य के बेहतरी के लिए किया जा सके।

वन एव जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का आक्सीजन जोन है। वनौषधियों के संरक्षण एवं संवर्धन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड की है। हमारी सरकार वन में रहने वाली ग्रामीणों के लिए बेहतर कार्य कर रहे है। छत्तीसगढ़ में 5500 रूपये प्रति मानक बोरा के दर समर्थन मूल्य में वनोपज की खरीदी होती है जिसका फायदा तेंदूपता संग्राहकों को मिलता है। इसके साथ ही 67 प्रकार के वनोपज की भी खरीदी होती है। पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह को पूर्व राज्यसभा सांसद समीर उरांव और पादप बोर्ड के नवनिययुक्त अध्यक्ष विकास मरकाम ने भी सम्बोधित किया।

इस अवसर पर रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह, विधायक राजेश मूणत, मोती लाल साहू, गजेंद्र यादव, नीलकंठ टेकाम, प्रणव मरपच्ची, सहित विभिन्न मंडल एवं आयोग के अध्यक्षों, छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के अधिकारी कर्मचारी गण एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक सहित वैद्य एवं आर्युवेदाचार्य उपस्थित थे।

विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर "सपोर्ट जर्नलिज़्म" मुहिम की शुरुआत, चयनित पत्रकारों को किया गया सम्मानित

रायपुर- विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर में रायपुर में आज "सपोर्ट जर्नलिज़्म " मुहिम की शुरुआत की गई इस अवसर पर बेहतर पत्रकारिता की उम्मीद सम्मान चयनित पत्रकारों को दिया गया। रायपुर में आयोजित समारोह में वरिष्ठ पत्रकार आसिफ़ इक़बाल तथा प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ परदेसीराम वर्मा के द्वारा विभिन्न पत्रकार संगठनों के अध्यक्षों को सम्मानित किया गया। प्रदेश में कार्यरत 32 पत्रकार संगठनों के अध्यक्षों को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के दूसरे चरण जिसमें पत्रकारिता क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहे पत्रकारों, समाचार संस्थानों के प्रमुखों को बेहतर कार्य करने के लिए सम्मान वरिष्ठ पत्रकार आसिफ इकबाल व साहित्यकार परदेशी राम वर्मा के करकमलों से किया गया।

सिविल लाइन स्थित डायोसिस हॉल में शनिवार शाम आयोजित विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के विषय मे सुधीर आज़ाद तम्बोली ने बताया कि वर्तमान समय पत्रकारों के समक्ष चुनौतियों के विरुद्ध पत्रकारिता को समर्थन देकर पत्रकारों के हौसला अफजाई के लिए एक नई पहल सपोर्ट जर्नलिस्म मुहिम की शुरुआत की गई है www.supportjournalism.in के माध्यम से पत्रकारिता के लिए पत्रकारों को समर्थन व सहयोग एकत्रित करने व निर्भीक तथा निरपेक्ष जनकल्याणकारी ख़बर बनाने, लिखने वाले पत्रकारों को सम्मानित किया जाएगा।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार पी सी रथ ने देश में प्रेस की स्वतंत्रता के मामले में नार्वे के पहले नंबर पर होने तथा भारत का स्थान 151 में होने पर चिंता व्यक्त की। विभिन्न पत्रकार संगठनों के माध्यम से। प्रदेश के कोने कोने तक फैले पत्रकारों तक इन चिंताओं को ले जाने तथा पत्रकारों के हितों के लिए एकजुटता के लिए प्रयास करने की जरूरत बताई।

कार्यक्रम संयोजक श्री रथ ने बताया कि बेहतर पत्रकारिता की उम्मीद सम्मान 2025 से आलोक शुक्ला पहल, उचित शर्मा टीआरपी, देवेंद्र गुप्ता मोर छत्तीसगढ़, राहुल गोस्वामी स्वतंत्र बोल, अनुराग शर्मा महासमुंद डायरी, सत्येंद्र सिंह राजपूत फोर्थ आई, दिनेश कुमार सोनी हाइवे क्राइम्स, सैयद सलमा वैदिक, सागर फ़रिकार नवभारत छायाकार व अन्य को सम्मानित किया गया इसके अलावा प्रदेश के पत्रकार संगठनों के अध्यक्ष/महासचिव को भी विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित किया गया। जिसमें सभी संभागों से पत्रकार शामिल हुए।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आसिफ इकबाल ने अपने उद्बोधन में पत्रकारिता के अनुभव के साथ खबर बनाते समय विशेष ध्यान रखने वाले प्रमुख बातों को साझा किया। विशिष्ठ अतिथि परदेशी राम वर्मा ने साहित्य और समाचार पत्रों के रिश्ते पर अपना व्यक्तव्य देते हुए पत्रकारिता में अपनी पहचान बनाने वाले रम्मू श्रीवास्तव, राजनारायण मिश्र जैसे नामी पत्रकारों के साथ अपने अनुभव को साझा किया। कार्यक्रम के समापन में आभार व्यक्त करते हुए आलोक शुक्ला ने राष्ट्रीय पत्रकारिता से डिजिटल पत्रकारिता के अपने अनुभव को साझा किया और ऐसे कार्यक्रमो को आज की जरूरत बताया। शनिवार शाम अचानक तेज बारिश और मौसम में बदलाव के बावजूद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दूर दूर से आए पत्रकारों ने भागीदारी की। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में शिव दत्ता, पुष्पेंद्र सिंह, शुभम वर्मा, अब्दुल शमीम, संस्कार तम्बोली, नितिन लॉरेन्स, अनुपम वर्मा का विशेष योगदान रहा।

रजक समाज का परिश्रम, सेवा भावना और सामाजिक सद्भाव में रहा है महत्वपूर्ण योगदान - मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के मेडिकल कॉलेज स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में छत्तीसगढ़ रजककार विकास बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने रजककार विकास बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष प्रहलाद रजक को नए दायित्व के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा रजक समाज,जिनका परिश्रम, सेवा भावना और सामाजिक सद्भाव में महत्वपूर्ण योगदान रहा है उनका सशक्तिकरण हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में है। रजक धोबी समाज हमारे गांवों के उन समुदायों में से एक हैं जिन्हें हुनर पीढ़ी दर पीढ़ी मिलता आया है। इसी हुनर से वे रोजगार प्राप्त करते रहे हैं। नये जमाने में इस हुनर को और निखारने की जरूरत है। हम परंपरागत काम को कैसे आधुनिक बना सकते हैं, रोजगार के नये अवसरों का निर्माण कैसे कर सकते हैं, इस बारे में भी बोर्ड के माध्यम से पहल करें। आप जो रास्ता तय करेंगे, उसमें हमारी सरकार आपके साथ खड़ी मिलेगी।

श्री साय ने आगे कहा रजक समाज परंपरागत रूप से श्रम, सेवा और स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति है। छत्तीसगढ़ का ऐसा कोई गांव नहीं जहां रजक समुदाय के लोग निवास नहीं करते है। हर गांव में रजक समाज से जुड़े व्यक्ति निवास रहते है जिनका समाज व्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प के अनुरूप विकसित छत्तीसगढ़ निर्माण की दिशा में तैयारी से आगे बढ़ रहे हैं, तब यह आवश्यक है कि समाज के हर वर्ग को बराबरी का अवसर और सम्मानजनक भागीदारी मिले।

हमारी सरकार दृढ़ संकल्पित है कि हम अनुसूचित जाति, जनजातियों, पिछड़े वर्ग और वंचित समुदायों को शिक्षा, रोजगार, व्यवसाय,और स्वावलंबन के सभी साधन उपलब्ध कराएं। यही सामाजिक न्याय है। यही समरसता का मार्ग है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कौशल उन्नयन को लगातार प्रोत्साहित कर रहे हैं। हम लोग विभिन्न योजनाओं के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित कर उनका स्किल डवलपमेंट से स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर आत्मनिर्भर बना रहे हैं।

रजककार विकास बोर्ड का गठन इसी उद्देश्य से किया गया है कि हम इस समाज की विशिष्ट आवश्यकताओं को पहचानें, उनके लिए योजनाएँ बनाएं और उन्हें विकास की मुख्यधारा में पूरी गरिमा के साथ जोड़ें। मुझे विश्वास है प्रहलाद रजक अपने सुदीर्घ अनुभव से समाज की अपेक्षाओं निश्चित ही खरा उतरेंगे। उनकी यह नियुक्ति केवल एक दायित्व नहीं, बल्कि सरकार की उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जो सामाजिक समरसता, समान अवसर और सामाजिक न्याय पर आधारित है।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, दयाल दास बघेल, टंक राम वर्मा, दुर्ग सांसद विजय बघेल, विधायक अमर अग्रवाल, मोती लाल साहू, ईश्वर साहू, दीपेश साहू, सहित विभिन्न मंडल आयोग के अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ रजककार विकास बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में रजक, धोबी एवं कन्नौजे समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

हमेशा श्रेष्ठ मांगती हैं जिन्दगी की चुनौतियां, विदाई समारोह में कॉलेज से जुड़े रहने का आह्वान

अम्बिकापुर- श्रेष्ठ बनने के लिए अच्छा परिश्रम करना होगा। जिन्दगी की चुनौतियां हमेशा आपसे श्रेष्ठ मांगती है। यह बातें शनिवार को श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित विदाई समारोह के दौरान शिरडी शिक्षण समिति के सचिव अजय कुमार इंगोले ने कही। उन्होंने कहा कि अपने शैक्षिक कॅरिअर में सफलता पायें और उसे कॉलेज को भी अवगत करायें। आपकी सफलता विद्यार्थियों के लिए पाथेय होगी।

इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साई नाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ और बैच लगा कर किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए शासी निकाय के अध्यक्ष विजय कुमार इंगोले ने कहा कि आपकी सफलता हमे गौरवान्वित करती है और आप हमेशा अपने कॉलेज से जुड़े रहें।

प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सूरज जैसा चमकना है तो तपिश को सहन करने की क्षमता विकसित करना होगा। समय बहुत कम है और आपके प्रतियोगी, प्रतिस्पर्धी ज्यादा हैं। उनके बीच आपको अपनी दक्षता से साबित करना है। उन्होंने स्नातकोत्तर अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियों को शोध के लिए आह्वान किया।

फिजीकल साईंस विभाग के अध्यक्ष डॉ. शैलेष देवांगन ने विद्यार्थियों की सफलता और उनकी दक्षता को लेकर शुभकामनायें दी।

इस दौरान विद्यार्थियों ने महाविद्यालय में बिताये अपने अनुभव साझा किये।

इस समारोह के दौरान कला एवं समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष डॉ. आर.एन शर्मा, लाइफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. दिनेश शाक्य, वाणिज्य एवं प्रबंध विभाग के अध्यक्ष राकेश कुमार सेन, गीता चौहान, कंचन साहू, रेखा हलदार, विभा तिवारी, दीपक तिवारी, प्रीति सोनवानी, अमित सोनी आदि उपस्थित रहे।

भू-अधिग्रहण से प्रभावित 86 युवाओं को मिला रोजगार, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने वितरित किए नियुक्ति पत्र

रायपुर- महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने आज सूरजपुर जिले के जरही कपसरा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) भटगांव क्षेत्र के अंतर्गत भू-अधिग्रहण से प्रभावित स्थानीय 86 युवाओं को महामाया खदान के अंतर्गत रोजगार स्वीकृति पत्र वितरित किया।

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार भू-अधिग्रहण प्रभावित परिवारों को न्याय दिलाने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस अवसर का लाभ उठाते हुए अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाएं।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा, विधायक शकुन्तला पोर्ते, एसईसीएल के जनरल मैनेजर दिलीप बोबडे, जिला पंचायत अध्यक्ष चंद्रमणि पैकरा, जरही नगर पंचायत अध्यक्ष पुरणराम राजवाड़े, भटगांव नगर पंचायत अध्यक्ष परमेश्वरी राजवाड़े सहित एसईसीएल के वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।

सुशासन तिहार: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रजिस्ट्री से संबंधित 10 क्रांतिकारी नवाचारों का तोहफा प्रदेशवासियों को दिया

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार में 10 क्रांतिकारी नवाचारों का तोहफा प्रदेशवासियों को दिया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज मेफेयर रिसॉर्ट में इन नवाचारों का शुभारंभ करते हुए कहा कि भूमि पंजीयन के लिए 10 नए क्रांतिकरी नवाचारों से राज्य की जनता को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार अपने डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में सुशासन की राह में आगे बढ़ रही है। राजस्व से जुड़े कार्याे के लिए अब लोगों को कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।पंजीयन के साथ अब नामांतरण का कार्य भी तत्काल होगा। उन्होंने कहा कि राजस्व रिकॉर्ड में त्रुटि का असर भूस्वामी पर पड़ता है। त्रुटि कोई और करे और भुगतता कोई और है। अब लोगों को इन समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि ऑफलाईन व्यवस्था को बंद कर ऑनलाईन करते हुए सरकार भ्रष्टाचार के रास्ते बंद कर रही है।कोयला, आबकारी सेक्टर में किए गए सुधारों की तर्ज पर भूमि पंजीयन की प्रक्रिया में रिफार्म किया गया है। इससे आम जनता को राहत मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ पहला राज्य है जहां सुशासन एवं अभिसरण विभाग का गठन किया गया है। राज्य सरकार सभी स्तर पर डिजिटल गवर्नेंस को अपना कर सुशासन स्थापना की दिशा में कार्य करते हुए शासकीय काम-काज में पारदर्शिता ला रही है। साथ ही शासकीय योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कर इनका लाभ आमजन तक समय पर पहुंचा रहे हैं ।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म पर जोर देते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तकनीक को बढ़ावा देकर नागरिक सेवाओं की डिलीवरी को आसान बनाने का जो रास्ता दिखाया है, उस पर अग्रसर होते हुए राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में लगातार रिफार्म कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले रजिस्ट्री और नामांतरण के लिए लोगों को महिनों चक्कर लगाना पड़ता था। अब ये कार्य मिनटों में होंगे।

वाणिज्यिक कर मंत्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि कोई भी अर्थव्यवस्था, देश और समाज जब तक तकनीक और रिफार्म को नहीं अपनाता है, तब तक महान नहीं बनता। उन्होंने कहा कि पंजीयन विभाग ने सुधारों को लागू करने के लिए दिन-रात मेहनत की है। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में परिवर्तन होने से पहले इसका विरोध होता है, लेकिन यह सत्य है कि विकास के लिए परिवर्तन जरूरी है। जनता के हित और सुशासन के लिए ईमानदारी और निष्ठा से कार्य हो, यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज के 10 क्रांतिकारी सुधार को तैयार करने के लिए विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने दिन-रात मेहनत की है जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में पंजीयन विभाग में परिवर्तन से जनता को लाभ मिलेगा।

वाणिज्यिक कर मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि सरकार ने पंजीयन विभाग में अनेक सुधार किये हैं। अब आमजनता को काम के लिए बार-बार कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नही पड़ेगी। फर्जी रजिस्ट्री को शून्य करने का अधिकार पंजीयन महानिरीक्षक को दिया गया है। पारिवारिक दान, हक त्याग और बंटवारे पर पंजीयन शुल्क केवल 5 सौ रुपए कर दिया गया है। डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देते हुए सुगम एप के माध्यम से 2 लाख से अधिक संपत्तियों की जियो टैगिंग सुनिश्चित की गई है। इससे संपत्ति की पहचान और सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। गाइडलाइन मूल्य से अधिक विक्रय पर पंजीयन शुल्क माफ कर मध्यम वर्ग को राहत प्रदान की गई है, विभागीय सेटअप बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार का विजन है सरकार वहां तक पहुंचे जहां आम आदमी है और वह भी सरलता के साथ। डिजिटल गवर्नेंस का बेहतरीन उदाहरण इन 10 क्रांतिकारी पहल में है जो पंजीयन विभाग के माध्यम से किए गए हैं।

राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में राज्य विकास की नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। पंजीयन में 10 नई क्रांतिकारी बदलाव आमजन को सहूलियत और राहत दिलाएगा। राजस्व और पंजीयन विभाग का यह संयुक्त प्रयास लोगों के लिए भूमि पंजीयन को नई दिशा देने का कार्य करेगा। इसका लाभ जनता को मिलेगा। राजस्व विभाग आम जनता से जुड़ा विभाग है, इन क्रांतिकारी उपायों के लागू होने से रजिस्ट्री की गड़बड़ियों को रोकने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग में 90 प्रतिशत प्रकरण नामांतरण के हैं। नई व्यवस्था के लागू होने से इन प्रकरणों की संख्या तेजी से कम होगी। हमारा विभाग लोगों को सुविधा देने के लिए संकल्पित है।

इस अवसर पर उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि सरकार द्वारा किए गए सुधारों से न केवल आम जनता को सुविधा मिलेगी, कार्य सुगमता से होंगे बल्कि भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगेगी।

मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा कि रजिस्ट्री विभाग में आज लागू हुए नवीन सुधार सरलता, सुगमता और सुविधा की क्रांति के बारे में है। एक साथ लाखों लोगों को सुविधा देने का कार्य इन सुधारों से हो सकेगा। अधिकारियों के अधिकारों को कम करना एक बड़ा विजनरी काम है। उन्होंने कहा कि हमें इस कार्य को करने का अवसर मिला। यह जनता कि इज ऑफ लिविंग को बढ़ाने का कार्य है।

वाणिज्यिक कर विभाग की सचिव अलरमेल मंगई डी. ने पंजीयन विभाग में लागू हुए रिफॉर्म्स की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आमजनों को अब रजिस्ट्री कराने रजिस्ट्री आफिस जाने की भी जरूरत नहीं है। अब घर बैठे रजिस्ट्री होगी । संपत्ति की रजिस्ट्री के बाद राजस्व विभाग में नामांतरण के लिए आवेदन नही लगाना पड़ेगा,अब संपत्ति की रजिस्ट्री के साथ समय से नामांतरण हो जाएगा। जमीन की फर्जी खरीदी-बिक्री और धोखाधड़ी पर रोक लग जाएगी। किसी भी जमीन की आधार आधारित प्रमाणीकरण की सुविधा अर्थात आधार लिंक की वजह से बायोमैट्रिक पहचान धोखाधड़ी को रोकेगी। पंजीयन प्रक्रिया आनलाइन कर दी गई है। आटो डीड जनरेशन की सुविधा भी आरंभ होने से पक्षकार को दस्तावेज बनाने, स्टांप खरीदने, एप्वाइंटमेंट लेने तथा पंजीयन प्रस्तुत करने अलग-अलग लोगों जैसे डीड राइटर, स्टांप वेंडर आदि के चक्कर नही आज रजिस्ट्री कराने वाले हितग्राहियों ने बताया रजिस्ट्री में 15-20 मिनट लगे, साथ ही साथ नामांतरण भी हो गया

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर आज रजिस्ट्री कराने वाले लोगों से वीडियो कान्फ्रेंस से चर्चा की। बालोद जिले के सनौद गांव के मोहनलाल साहू ने कहा कि पहले रजिस्ट्री कराने के लिए हफ्ता-दो हफ्ता चक्कर लगाना पड़ता था। रजिस्ट्री कराने में सुबह से शाम हो जाती थी। आज अपने बेटे के नाम से 1700 वर्गफुट जमीन की रजिस्ट्री कराने में 15-20 मिनट लगा। ऐसा लगा कि सपना साकार हो गया। मुख्यमंत्री ने पूछा कि अंगूठे का निशान लगाना पड़ा क्या। श्री साहू ने कहा कि नहीं। उन्होंने रजिस्ट्री में किए गए सुधारों के लिए मुख्यमंत्री श्री साय को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री के पूछने पर बताया कि रजिस्ट्री के साथ नामांतरण भी हो गया है। रायपुर के अयूब अहमद ने बताया कि पहले नामांतरण कराने में 2-3 महीना लगता था। आज जल्द रजिस्ट्री हो गई साथ ही नामांतरण भी हो गया। उन्होंने मुख्यमंत्री, वाणिज्यिक कर मंत्री तथा राजस्व मंत्री को इसके लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में बलौदाबाजार के प्रसन्न शुक्ला, मंदिरहसौद के वेद प्रकाश सिन्हा, बलौदाबाजार प्रवीण शुक्ला, दिनेश यादव, दिनेश्वर पटेल पंडरिया को नामांतरण प्रमाण पत्र वितरित किए। इस अवसर पर पंजीयन विभाग में किए गए रिफॉर्मस के बारे में वीडियो प्रदर्शित की गई।

इस अवसर पर राज्य औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, पंजीयन महानिरीक्षक पुष्पेंद्र मीणा सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।लगाने पड़ेंगे।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने अधिकारियों की बैठक लेकर विकास कार्यों की समीक्षा की

रायपुर- उप मुख्यमंत्री तथा कांकेर जिले के प्रभारी मंत्री अरुण साव ने आज कांकेर जिला मुख्यालय में अधिकारियों की बैठक लेकर विकास कार्यों की प्रगति और योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में अधिकारियों से कहा कि सुशासन तिहार सरकार का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इसके अंतर्गत 5 मई से आम जनता की समस्याओं व मांगों के निराकरण की समीक्षा की जाएगी। सांसद भोजराज नाग और विधायक आशाराम नेताम भी समीक्षा बैठक में शामिल हुए।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कांकेर के सभी जिला स्तरीय विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सुशासन तिहार के तहत प्राप्त आवेदनों का निराकरण औपचारिकतापूर्ण नहीं, बल्कि गंभीरता से करें। विभिन्न क्षेत्रों में कांकेर श्रेष्ठ जिला है, इसे और बेहतर बनाने की दिशा में सभी अधिकारियों को समन्वित प्रयास करना होगा। सभी अधिकारी अपनी योग्यता, बुद्धिमता और क्षमता का पूर्ण उपयोग करते हुए शासन की मंशानुसार योजनाओं का समुचित क्रियान्वयन करें। उन्होंने विशेष रूप से पेयजल, नगरीय विकास, शिक्षा, निर्माण कार्य, जल संरक्षण, आवास तथा स्वास्थ्य विभाग में संचालित योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन पर जोर दिया। साथ ही वर्षा ऋतु के पहले सभी निर्माण कार्यों को पूरी गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

उप मुख्यमंत्री तथा कांकेर जिले के प्रभारी मंत्री श्री साव ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) की समीक्षा करते हुए नगर पंचायत भानुप्रतापपुर और पखांजूर में आवास निर्माण की धीमी गति पर असंतोष प्रकट करते हुए इसमें तेजी लाने के निर्देश मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को दिए। उन्होंने अटल परिसरों के निर्माण की धीमी प्रगति पर भी नाराजगी जाहिर करते हुए इन्हें जल्द से जल्द पूर्ण करने को कहा।

श्री साव ने अमृत सरोवर योजना पर विशेष जोर देते हुए कहा कि जल संरक्षण के लिए सिर्फ प्रशासन ही नहीं, जनप्रतिनिधियों को भी आगे आना होगा, ताकि भावी पीढ़ी सुरक्षित रह सके। उन्होंने बैठक में लोक निर्माण विभाग के कार्यों को गुणवत्तापूर्ण ढंग से शीघ्र पूर्ण करने तथा जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) का लाभ शत-प्रतिशत पात्र हितग्राहियों को दिलाने के लिए आवास प्लस 2.0 के तहत किए जा रहे सर्वे का व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा।

श्री साव ने बैठक में स्कूल शिक्षा, स्वास्थ्य, आदिवासी विकास, नियद नेल्लानार एवं नई नक्सल पुनर्वास नीति के तहत योजनाओं के क्रियान्वयन, महिला एवं बाल विकास, राजस्व और मछली पालन सहित विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष भरत मटियारा, राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष शालिनी राजपूत, कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर, एसपी इंदिरा कल्याण एलेसेला, जिला पंचायत के सीईओ हरेश मंडावी और डीएफओ हेमचंद पहारे भी समीक्षा बैठक में मौजूद थे।