/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png StreetBuzz मातम में बदली खुशियां : शादी में शामिल होने जा रहे दंपति को तेज रफ्तार ट्रक ने मारी टक्कर, पत्नी के सामने पति ने तोड़ा दम Raipur
मातम में बदली खुशियां : शादी में शामिल होने जा रहे दंपति को तेज रफ्तार ट्रक ने मारी टक्कर, पत्नी के सामने पति ने तोड़ा दम

बालोद-  बालोद-दुर्ग मुख्य मार्ग पर शनिवार सुबह भीषण सड़क हादसा हुआ है. ट्रक ने बाइक सवार दंपति को टक्कर मार दी. हादसे में बाइक चालक ट्रक में फंसकर 1 किमी तक घसीटाया और उसकी मौत हो गई. वहीं महिला गंभीर रूप से घायल है, जिसका जिला अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है. पति-पत्नी बाइक से शादी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे. 

शादी कार्यक्रम में जाने के दौरान हुए हादसे का शिकार

जानकारी के अनुसार, फूलसिंह साहू उम्र 36 वर्ष ग्राम रवेलीदीही थाना नंदनी का रहने वाला है. आज वह अपनी पत्नी टिकेश्वरी साहू के साथ ग्राम भेंगरी शादी कार्यक्रम में जा रहा था. इसी दौरान उनकी बाइक ट्रक की चपेट में आ गई. ट्रक में फंसकर बाइक चालक सड़क पर काफी दूर तक घसीटाता रहा, जिससे उसके शरीर के चिथड़े उड़ गए. घटना के बाद घायल महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.

छत्तीसगढ़ में नियमों के खिलाफ प्रैक्टिस कर रहे बाहरी डॉक्टर, निजी अस्पतालों से मांगी गई जानकारी

रायपुर- छत्तीसगढ़ में दूसरे राज्यों के डॉक्टरों के बिना पंजीयन चिकित्सा प्रैक्टिस किए जाने का मामला सामने आया है. इसे लेकर रायपुर के मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी (CMHO) ने सख्त रुख अपनाते हुए सभी निजी अस्पतालों को पत्र जारी किया है. पत्र में तीन दिन के भीतर ऐसे डॉक्टरों की जानकारी मांगी गई है, जो बिना छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान परिषद में पंजीयन के कार्यरत हैं.

जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि राज्य में किसी भी बाहरी डॉक्टर को तब तक प्रैक्टिस की अनुमति नहीं है, जब तक वह छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान परिषद में विधिवत पंजीकृत न हो. इसके बावजूद कुछ डॉक्टर अन्य राज्यों से आकर न सिर्फ निजी अस्पतालों में बल्कि होटलों और ओपीडी के माध्यम से भी इलाज कर रहे हैं, जो कि नर्सिंग होम एक्ट और परिषद के नियमों का उल्लंघन है.

निर्देशों के अनुसार, जिन अस्पतालों में ऐसे डॉक्टर कार्यरत हैं, उन्हें तुरंत जानकारी साझा करनी होगी. साथ ही, भविष्य में इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए अस्पताल प्रबंधन को निर्देशित किया गया है.

राजधानी में कारोबारी के अपहरण की अफवाह से मचा हड़कंप, निकला धोखाधड़ी का फरार आरोपी

रायपुर- ओडिशा के झारसुगुड़ा में दर्ज धोखाधड़ी के एक मामले में फरार चल रहे आरोपी गोविंद सिंघानिया को झारसुगुड़ा पुलिस ने रायपुर से गिरफ्तार किया है. रायपुर के पंडरी इलाके में हुई इस गिरफ्तारी के दौरान अपहरण की अफवाह फैल गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय पुलिस को भी मौके पर पहुंचना पड़ा. हालांकि बाद में दोनों राज्यों की पुलिस के बीच समन्वय के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकी.

जानकारी के अनुसार, झारसुगुड़ा के 420 के आरोपी गोविंद सिंघानिया को ओडिशा पुलिस ने सिविल लाइन थाना क्षेत्र के पंडरी स्थित श्री शिवम् शोरूम के पास से गिरफ्तार किया. इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए झारसुगुड़ा पुलिस की 7 सदस्यीय टीम रायपुर पहुंची थी. हालांकि गिरफ्तारी के दौरान उस समय हड़कंप मच गया, जब मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने इसे कारोबारी के अपहरण की घटना समझ लिया और पुलिस को सूचना दे दी. अफवाह फैलते ही रायपुर की सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद जब दोनों राज्यों की पुलिस के बीच समन्वय स्थापित हुआ, तब जाकर स्थिति स्पष्ट हो सकी. इसके बाद आरोपी गोविंद सिंघानिया को झारसुगुड़ा पुलिस अपने साथ ले गई.

बताया जा रहा है कि झारसुगुड़ा पुलिस ने रायपुर में गिरफ्तारी से पहले स्थानीय पुलिस को सूचना नहीं दी थी, जिसके चलते भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई.

छत्तीसगढ़ के युवाओं को प्लास्टिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उज्जवल भविष्य की दिशा में नया अवसर, सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने उठाया महत्वपूर्ण कदम

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के युवाओं को प्लास्टिक प्रौद्योगिकी, प्रोसेसिंग, मोल्ड डिजाइन, परीक्षण और इससे जुड़े अन्य क्षेत्रों में उज्ज्वल भविष्य निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने हेतु रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने राज्य के सभी जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखकर सिपेट रायपुर (CIPET Raipur) में संचालित डिप्लोमा एवं पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की जानकारी अधिकाधिक छात्रों तक पहुंचाने का आग्रह किया है।

अपने पत्र में बृजमोहन अग्रवाल ने लिखा है कि, सिपेट रायपुर, जो कि भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के अधीन केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान है, वर्ष 2015 में छत्तीसगढ़ शासन एवं केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से रायपुर के भनपुरी औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित किया गया था। यह संस्थान युवाओं को तकनीकी शिक्षा प्रदान कर उन्हें प्लास्टिक उद्योग के क्षेत्र में शत-प्रतिशत रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराता है।

सत्र 2025-26 के लिए प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है

जिसमें डिप्लोमा और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में दाखिले की प्रक्रिया जारी है। इन पाठ्यक्रमों को पूर्ण करने के उपरांत विद्यार्थियों को देश-विदेश की प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल कंपनियों में प्लेसमेंट भी प्राप्त होता है। इसके बावजूद जानकारी के अभाव में छत्तीसगढ़ के अनेक युवा इस संभावनाओं से परिपूर्ण क्षेत्र में अपना भविष्य नहीं बना पा रहे हैं।

श्री अग्रवाल ने अपने पत्र में जिलाधिकारियों से अनुरोध किया है कि वे अपने जिले के समस्त स्कूलों और कॉलेजों में सिपेट रायपुर के पाठ्यक्रमों की जानकारी पहुँचाने हेतु आवश्यक कदम उठाएं। साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया है कि सिपेट रायपुर के अधिकारियों को भी आमंत्रित कर विद्यार्थियों को विस्तृत जानकारी दी जा सकती है।

सांसद बृजमोहन अग्रवाल का यह प्रयास छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिससे वे तकनीकी शिक्षा ग्रहण कर देश की प्रमुख औद्योगिक इकाइयों में अपना भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं।

सुशासन तिहार में आवेदनों का हो रहा त्वरित निराकरण, तत्काल बना श्रमिक कार्ड, ट्राइसिकल मिलने पर दिव्यांग सुदर्शन ने कहा -

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुशासन तिहार के माध्यम से प्रदेशवासियों के लिए संवाद से समाधान की पहल की है। तीन चरणों में आयोजित सुशासन तिहार अपने दूसरे चरण में पहुंच चुका है जिसमें लोगों से मिले आवेदनों का मिशन मोड में निराकरण किया जा रहा है। यह सरकार की पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसहभागिता को प्रोत्साहित करने की सार्थक पहल है। यह न केवल सरकारी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह नागरिकों और सरकार के बीच विश्वास की मजबूत नींव भी रखता है। सुशासन तिहार में डिजिटल तकनीकों का उपयोग नागरिकों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना सरल, त्वरित और प्रभावशाली बना रहा है।

सुशासन तिहार के अंतर्गत रायगढ़ जिले में भी आवेदनों का गुणवत्तापूर्ण निराकरण किया जा रहा है। ननसिया के सुन्दरलाल उरांव तथा अनीता बाई ने श्रमिक पंजीयन और श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन दिया था। इसका तत्काल निराकरण करते हुए उनका पंजीयन कर श्रमिक कार्ड प्रदान किया गया। साथ ही उन्हें श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं और पात्रता संबंधी जानकारी भी दी गई जिससे वे योजनाओं का लाभ ले सकें। श्रम विभाग द्वारा महतारी जतन, छात्रवृत्ति, नोनी सशक्तिकरण, मृत्यु पर परिवार को सहायता, सियान योजना, पेंशन योजना, साइकिल, सिलाई मशीन तथा अन्य उपकरण प्रदान करने से संबंधित अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। श्रमिक पंजीयन कराकर पात्र हितग्राही इनका लाभ ले सकते हैं।

श्रमिक कार्ड बन जाने से खुश सुन्दर लाल उरांव ने कहा कि उसके आवेदन पर तत्काल कार्यवाही करते हुए श्रम कार्ड बनाकर दे दिया गया। सुशासन तिहार के इस आयोजन के लिए वे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहते है कि श्रमिक कार्ड बनने से अब उन्हें श्रम विभाग से जुड़ी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होगी।

दिव्यांग सुदर्शन को मिली ट्राइसिकल

समाज कल्याण विभाग द्वारा पुसौर विकासखंड के ग्राम पंचायत ओड़ेकेरा के सुदर्शन खडिय़ा के आवेदन पर कार्यवाही करते हुए ट्राइसिकल एवं बैसाखी प्रदान किया गया। सुदर्शन 80 प्रतिशत दिव्यांग है जिसके चलते उसे कहीं भी आने-जाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सुदर्शन ने कहा कि ट्रायसिकल मिलने से अब उसकी दूसरों पर निर्भरता कम होगी और उसे आने-जाने में सहूलियत होगी। उन्होंने सुशासन तिहार के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस पहल ने आमजन के लिए संवाद से समाधान की नई राह खोली है।

नगरीय निकायों के कार्यों में आई कसावट, उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आयुक्तों व सीएमओ को प्रातः भ्रमण कर निरीक्षण के दिए थे निर्देश

रायपुर-  उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव द्वारा विभागीय समीक्षा बैठकों में आयुक्तों तथा मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को रोज सवेरे भ्रमण कर कार्यों के निरीक्षण के निर्देशों का असर दिखने लगा है। उप मुख्यमंत्री श्री साव के निर्देश के बाद फरवरी-2024 से सभी नगर निगमों के आयुक्त तथा नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के मुख्य नगर पालिका अधिकारी अपने मातहतों के साथ वार्डों का प्रातः भ्रमण कर रोज सफाई, निर्माण कार्यों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इससे डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन, रोड स्वीपिंग, एस.एल.आर.एम. सेंटर्स कम्पोस्ट शेड, प्रधानमंत्री आवास योजना के निर्माण कार्यों, मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के कैम्पों के आयोजन, पार्क एवं तालाबों के साथ-साथ सड़कों के निर्माण, जल प्रबंधन, नाली सफाई, सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, अमृत मिशन के तहत पाइलाइन बिछाने एवं जल प्रदाय योजनाओं के कार्यों में तेजी आई है। निकाय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा रोज सवेरे छह बजे से वार्डों के भ्रमण और निरीक्षण शुरू करने के बाद साफ-सफाई एवं निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में लगातारा सुधार भी दिखाई दे रहा है।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव नगरीय निकायों में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने व उन्हें समय-सीमा में पूर्ण करने पर लगातार जोर दे रहे हैं। उन्होंने शहरों को स्वच्छ, सुंदर और पर्यावरण-हितैषी बनाने के साथ ही योजनाओं का लाभ हर पात्र नागरिक तक पहुंचाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। श्री साव ने नगरीय निकायों के कार्यों में कसावट लाने, कार्यों की प्रभावी मॉनिटरिंग तथा निर्माणाधीन कार्यों में तेजी लाने सभी आयुक्तों और मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को प्रतिदिन सवेरे वार्डों का भ्रमण करना सुनिश्चित करने को कहा था। उनके निर्देश के बाद योजनाओं के बेहतर संचालन व गुणवत्ता में सुधार लाने निकायों के अधिकारियों द्वारा नियमित फील्ड विजिट किया जा रहा है। इससे सभी निकायों में जी.वी.पी. (Garbage Vulnerable Points) में कमी पाई गई है। साथ ही निकायों की सफाई व्यवस्था में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। अधिकारियों द्वारा रोजाना वार्डों में निरीक्षण के बाद से योजनाओं के प्रदर्शन एवं मूल्यांकन तथा महत्वपूर्ण समस्याओं की पहचान के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार के लिए मानकों के निर्धारण में सहयोग प्राप्त हो रहा है। इससे नगरीय निकायों में शासन की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन भी हो रहा है।

छत्तीसगढ़ में गैर संचारी रोग के ईलाज में आभा आईडी है वरदान

रायपुर- छत्तीसगढ़ राज्य में अब गैर संचारी रोग (नॉन-कम्युनिकेबल डिज़ीज़- एनसीडी) जैसे हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ , कैंसर के स्क्रीनिंग , इलाज और मॉनिटिरिंग में डिजिटल तकनीक का उपयोग बड़े स्तर पर किया जा रहा है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत शुरू की गई आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) आईडी इस दिशा में गेमचेंजर साबित हो रही है।

आभा आईडी के माध्यम से मरीज अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल रूप में सुरक्षित रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी से आसानी से साझा कर सकते हैं। इस आईडी की मदद से अस्पतालों, क्लीनिकों और लेबोटरी के बीच जानकारी साझा करना भी आसान हो गया है, जिससे इलाज की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है।

छत्तीसगढ़ में आभा आईडी को राष्ट्रीय एनसीडी पोर्टल से जोड़ा गया है। इससे मरीजों की स्क्रीनिंग, डायग्नोसिस, इलाज और मॉनिटरिंग की प्रक्रिया अधिक सुव्यवस्थित हो गई है। एएनएम और कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के लिए मोबाइल और टैबलेट आधारित ऐप्स तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए वेब पोर्टल उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे काम करना आसान हो गया है।

संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. प्रियंका शुक्ला का कहना है कि आभा आईडी बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इससे एनसीडी जैसी बीमारियों की रोकथाम और प्रबंधन में मदद मिलेगी। दुर्ग जिले में इस पहल का सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। जनवरी 2024 से फरवरी 2025 के बीच, 12,627 आभा आईडी को एनसीडी मरीजों के रिकॉर्ड से जोड़ा गया। इसके परिणामस्वरूप, आभा से जुड़े मरीजों में फॉलोअप रेट 68 प्रतिशत तक पहुंच गया, जबकि बिना आभा आईडी वाले मरीजों में यह केवल 37 प्रतिशत रहा। इसी तरह, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ नियंत्रण में भी आभा से जुड़े मरीजों में सुधार देखा गया। 49 प्रतिशत मरीज नियंत्रण में रहे, जबकि गैर-जुड़े मरीजों में यह आंकड़ा 29 प्रतिशत रहा। डब्ल्यूएचओ की मदद से स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है।

राज्य सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम इस पूरी प्रक्रिया पर सतत निगरानी रख रही है। आभा आईडी को आधार की डेमोग्राफिक जानकारी से जोड़ने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए डब्ल्यूएचओ ने हिंदी में प्रशिक्षण वीडियो भी बनाया है। छत्तीसगढ़ में यह डिजिटल पहल ना सिर्फ बीमारियों के रोकथाम में मददगार साबित हो रही है, बल्कि इससे स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं के प्रति विश्वास बढ़ा है।

थाने से भागा अंतरराज्यीय तस्कर, SSP ने चार पुलिसकर्मियों को किया लाइन अटैच

रायपुर- हेरोइन चिट्टा की तस्करी के मामले में गिरफ्तार अंतर्राज्यीय तस्कर थाने से भाग गया. इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह ने 4 पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच किया है. पूरा मामला आमानाका थाने का है.

एक दिन पहले पंजाब निवासी अमृतपाल सिंह और धर्मेंद्र सिंह को प्रतिबंधित मादक पदार्थ हेरोईन चिट्टा रखने पर गिरफ्तार कर आमानाका थाने में रखा गया था. इनमें से आरोपी अमृतपाल सिंह मौका देखकर थाने से फरार हो गया. आरोपी के भागने का अहसास होते ही थाने में हड़कंप मच गया, जिसके बाद तत्काल सूचना प्रसारित कर आरोपी की तलाश शुरू की गई. वहीं इस मामले में लापरवाही बरतने वाले चार पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया गया है.

नेशनल हेराल्ड केस : भाजयुमो का राजधानी में जोरदार प्रदर्शन, कांग्रेस कार्यालय का घेराव करने निकले कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका

रायपुर- नेशनल हेराल्ड घोटाले के विरोध में शुक्रवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा रायपुर ने भारत माता चौक पर जोरदार प्रदर्शन किया. सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ विरोध जताते हुए युवा मोर्चा के पदाधिकारी कांग्रेस कार्यालय ‘राजीव भवन’ की ओर कूच करने निकले.

प्रदर्शनकारियों ने दो अलग-अलग बैरिकेड तोड़ते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की, लेकिन मौके पर तैनात पुलिस बल ने मोर्चा संभालते हुए उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया. किसी भी भाजपा कार्यकर्ता को कांग्रेस भवन तक पहुंचने नहीं दिया गया.

बता दें कि युवा मोर्चा के इस बड़े प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने भारत माता चौक से लेकर राजीव भवन तक भारी बेरिकेडिंग की थी.

इस दौरान भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कांग्रेस ने देश की जनता को लूटने का काम किया है, अपना जेब भरने के लिए नेशनल हेराल्ड मामले में जिस तरह कांग्रेस प्रोपेगेंडा करके लोगों को भ्रमित कर रही है, उसी का सच लोगों तक पहुंचाने के लिए हम प्रदर्शन और घेराव कर रहे हैं. जब तक कार्रवाई नहीं होगी, ये लोग जेल नहीं जाएंगे, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. हम अलग-अलग माध्यमों से इस घोटाले और सोनिया गांधी, राहुल गांधी का विरोध करते रहेंगे.

उन्होंने आगे कहा कि लगभग 2000 करोड़ रुपये का यह घोटाला है. मामला कोर्ट में है, सरकार हमारी है, लेकिन कांग्रेस द्वारा जनता को गुमराह किया जा रहा है. सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बचाने के लिए जो भ्रम फैलाया जा रहा है, हम उसका पर्दाफ़ाश कर रहे हैं.

CGPSC घोटाला : दलालों और पेपर सॉल्वर के ठिकानाें से मिले अहम दस्तावेज, जांच के घेरे में कई अभ्यर्थी, CBI ने छापेमार कार्रवाई की दी जानकारी

रायपुर-  छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) भर्ती घोटाला मामले में CBI ने गुरुवार को पांच ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी. इस मामले की जांच को लेकर सीबीआई ने बयान जारी किया है. सीबीआई के मुताबिक, रायपुर में तीन और महासमुंद में दो कुल पांच स्थानों पर छापेमारी कर अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं. यह कार्रवाई उन पांच संदिग्धों के खिलाफ की गई है, जिनमें दलाल, पेपर सॉल्वर और अन्य शामिल हैं. यह मामला 2020 से 2022 के बीच डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी जैसे वरिष्ठ पदों की भर्ती में गड़बड़ी से जुड़ा है.

यह मामला छत्तीसगढ़ सरकार के अनुरोध पर सीबीआई ने दर्ज किया था, जिसमें पहले स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज मामलों को अपने हाथ में लिया. इन मामलों में वर्ष 2020 से 2022 के बीच परीक्षा/साक्षात्कार के दौरान योग्यता के बजाय अन्य आधारों पर करीबी रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य वरिष्ठ पदों पर चयनित किए जाने के आरोप शामिल हैं. सीबीआई ने इस मामले में 18 नवंबर 2024 को तत्कालीन सीजीपीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड रायपुर के तत्कालीन निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया था.


सीबीआई ने 10 जनवरी 2025 को पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें तत्कालीन अध्यक्ष के भतीजे और डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित नितेश सोनवानी और तत्कालीन डिप्टी परीक्षा नियंत्रक ललित गनवीर शामिल थे. इसके अलावा 12 जनवरी 2025 को डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित शशांक गोयल, भूमि‍का कटियार और डिप्टी एसपी के रूप में चयनित साहिल सोनवानी को भी गिरफ्तार किया था. CBI ने 16 जनवरी 2025 को रायपुर की विशेष CBI अदालत में चार्जशीट दाखिल की, जिनमें सात आरोपी शामिल हैं. CBI ने बताया कि अन्य उम्मीदवारों की भूमिका की जांच अभी जारी है.

सीबीआई की चार्जशीट में इन आरोपियों के हैं नाम

  1. टामन सिंह सोनवानी
  2. श्रवण कुमार गोयल
  3. शशांक गोयल
  4. भूमिका कटियार
  5. नितेश सोनवानी
  6. साहिल सोनवानी
  7. ललित गणवीर

ये है पूरा मामला (CGPSC Scam)

CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. ईओडब्ल्यू और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज किया है. CGPSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी. प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया. इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे. इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए. इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई. आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है.