पटना में बर्ड फ्लू, प्रशासन ने लोगो से सावधानी बरतने की अपील की
डेस्क : पटनावासियों के लिए एक सावधान होने वाली खबर है। पटना में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। प्रशासन ने एहतियातन अलर्ट जारी किया है। जिले के सदर अनुमंडल के मरची गांव में करीब एक हजार मुर्गियां पिछले दिनों बीमारी से मर गई थी। वहीं, नेहरू पथ स्थित एक सरकारी आवास में व्यक्तिगत तौर पर पाली गई मुर्गियों के अचानक मरने की घटना के बाद सैंपल की जांच कराई गई थी। वहां भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। मुर्गियों के सैंपल की जांच में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई है। प्रभावित इलाके में पशुपालन विभाग ने एंटी वायरस दवाओं का छिड़काव कराया है। बीमारी का प्रकोप अधिक नहीं हो, इसलिए सदर प्रखंड के कई गांव में साफ-सफाई कराई जा रही है।
पॉल्ट्री फार्म वालों को विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है। जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि मुर्गी फार्म संचालकों से कहा गया है कि यदि एक साथ काफी संख्या में मुर्गियां मरती हैं तो इसकी तत्काल सूचना दें।
इस तरह फैलती है बीमारी
पीड़ित पक्षी के लार, नाक से पानी का स्राव और मल से वायरस स्वस्थ पक्षियों तक पहुंचता है। प्रभावित क्षेत्र में बर्ड फ्लू हवा में उड़ने वाले मल, धूल और मिट्टी से फैल सकता है। यदि प्रभावित इलाके में संक्रमण की चेन को तोड़ा नहीं गया तो बीमारी का फैलाव तेजी से होने लगता है। वायरस से पीड़ित पक्षी एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचकर संक्रमण को फैला सकते हैं।
इंसानों में भी फैलता है
विशेषज्ञों का कहना है कि यह बीमारी पक्षियों में इन्फ्लूएंजा ए वायरस से फैलता है। मनुष्य में एच 5 एन 1 वायरस बर्ड फ्लू का कारण बनता है। यह पक्षियों से फैलनेवाला सबसे खतरनाक वायरस है। इस बीमारी से मनुष्य के फेफड़ा, सांस नली संक्रमित हो जाती है। इससे सांस लेने में तकलीफ होती है। पीड़ित व्यक्ति का समय पर उपचार नहीं होने पर संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंच जाता है और ऐसी स्थिति में मौत भी हो सकती है।
Apr 16 2025, 11:20