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हमदर्दी है तो कांग्रेस का अध्यक्ष किसी मुसलमान को बनाओ, 50% टिकट दो: पीएम मोदी

हरियाणा के हिसार में पीएम मोदी ने वक्फ संशोधन कानून को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर कांग्रेस को मुसलामनों से इतनी हमदर्दी है तो वह अपनी पार्टी का अध्यक्ष किसी मुसलमान को क्यों नहीं बनाते. संसद में 50 फीसदी टिकट मुसलमानों को दे. वे जीत करके आएंगे तो अपनी बात बताएंगे लेकिन इन्हें ये नहीं करना है.

पीएम मोदी ने कहा कि इनकी नीयत कभी किसी का भला करने की नहीं रही. मुसलमानों का भी भला करने की नहीं थी. यही कांग्रेस की असली सच्चाई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति ने मुस्लिम समुदाय को कोई फायदा नहीं पहुंचाया, बल्कि उन्हें नुकसान ही पहुंचाया. कांग्रेस ने सिर्फ कुछ कट्टरपंथियों को खुश करने का विकल्प चुना. बाकी समाज बेहाल रहा, अशिक्षित रहा, गरीब रहा.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इस कुनीति का सबसे बड़ा प्रमाण वक्फ कानून है. नए प्रावधानों से वक्फ की पवित्र भावना का सम्मान होगा.

मुसलमानों को अब उनका हक मिलेगा’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वक्फ के नाम पर लाखों हेक्टेयर जमीन है. अगर वक्फ संपत्तियों का लाभ जरूरतमंदों को दिया जाता तो उन्हें फायदा होता लेकिन इन संपत्तियों का फायदा भू-माफियाओं को मिला. इस संशोधित वक्फ कानून से गरीबों की लूट बंद होगी.

अब नए वक्फ कानून के तहत किसी भी आदिवासी की जमीन को हिंदुस्तान के किसी भी कोने में उसकी संपत्ति को ये वक्फ बोर्ड हाथ भी नहीं लगा पाएगा. नए प्रावधानों से मुस्लिम समाज के गरीब और पसमांदा परिवारों, महिलाओं, खासकर मुस्लिम विधवाओं को, बच्चों को उनका हक भी मिलेगा और उनका हक सुरक्षित भी रहेगा. यही असली सामाजिक न्याय है.

कांग्रेस ने बाबा साहेब को अपमानित किया

कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर ने जो सपना देखा था, सामाजिक न्याय के लिए संविधान में जो व्यवस्था की थी. उसको भी छुरा घोंपकर उस संविधान के प्रावधान को तुष्टिकरण का माध्यम बना दिया. कांग्रेस ने हमारे पवित्र संविधान को सत्ता हासिल करने का एक हथियार बना दिया. जब-जब कांग्रेस को सत्ता का संकट दिखा उन्होंने संविधान को कुचल दिया. कांग्रेस ने आपातकाल में संविधान की स्पिरिट को कुचला, ताकि जैसे तैसे सत्ता बनी रहे. कांग्रेस ने बाबा साहेब को अपमानित किया. उनके विचारों को खत्म करना चाहा.

गुजरात में 1800 करोड़ का 300 किलो ड्रग्स बरामद, कोस्ट गार्ड और गुजरात ATS की बड़ी कार्रवाई

भारतीय कोस्ट गार्ड (ICG) और गुजरात एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने मिलकर एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है, जिसमें बड़ी सफलता मिली है. भारतीय तटरक्षक बल (ICG) और गुजरात एटीएस ने 12-13 अप्रैल की रात एक ज्वाइंट ऑपरेशन में समुद्र के रास्ते तस्करी की जा रही नशे की बड़ी खेप को पकड़ा है. इस ऑपरेशन में 300 किलोग्राम से ज्यादा नशीला पदार्थ बरामद हुआ है, जिसकी कीमत लगभग 1800 करोड़ रुपये बताई जा रही है. यह नशा मेथामफेटामिन (Methamphetamine) होने की संभावना है. हालांकि इस बारे में अभी जांच की जा रही है.

यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) के पास की गई, जब ICG को गुजरात एटीएस से पुख्ता खुफिया जानकारी मिली. इसके बाद पश्चिमी क्षेत्र में गश्त कर रहा तटरक्षक जहाज तुरंत कार्रवाई करते हुए संदिग्ध नाव की पहचान कर पाया.

कोस्ट गार्ड को देखने ही नशीला पदार्थ नदीं में फेंका

जैसे ही नाव पर सवार तस्करों को भारतीय तटरक्षक जहाज के आने का आभास हुआ, उन्होंने नशे की खेप को समुद्र में फेंक दिया और IMBL की ओर भागने लगे. तटरक्षक बल ने अपनी छोटी नाव उतारकर समुद्र में फेंकी गई खेप को खोजा, जबकि मुख्य जहाज ने तस्करों का पीछा किया.

हालांकि नाव IMBL पार कर गई, जिससे तटरक्षक बल को पीछा रोकना पड़ा, लेकिन सागर में चल रही तलाशी के दौरान टीम को नशीली सामग्री मिल गई, जिसे अब जांच के लिए पोरबंदर लाया गया है. यह कार्रवाई हाल के सालों में ICG और एटीएस की तरफ से की गई 13वीं बड़ी संयुक्त सफलता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इन एजेंसियों की मजबूत साझेदारी को दिखाती है.

13वीं बड़ी कार्रवाई

गुजरात में पिछले कई महीनों से इस तरह की कई बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. कोस्ट गार्ड विभाग की मानें तो ये 13वीं बड़ी कार्रवाई है. इसके बाद भी तस्कर फिराक में लगे रहते हैं कि एक मौका मिले और वे अपनी खेप डिलेवर कर सकें. हालांकि तटरक्षक बल पूरी तरह से निगरानी रखे हुए है, यही कारण है कि उनके तस्करों के मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं.

बिहार: हमारी सरकार ने हर वर्ग के लिए काम किया… भीम संवाद में बोले CM नीतीश

राजधानी पटना के बापू सभागार में रविवार (13 अप्रैल) को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर जेडीयू की ओर से ‘भीम संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. भीम संवाद का आयोजन में बड़ी संख्या में पूरे बिहार से दलित समाज के लोग पहुंचे थे. उन्होंने नेताओं को एकसाथ मिलकर सबके लिए काम करने का संदेश दिया.

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान अशोक चौधरी से कहा, ‘अरे भाई कहां है. खड़ा होइए न, इधर आइए. हम लोगों के साथ आ गए हैं, पूरा काम कर रहे हैं. इनको मैं बधाई देता हूं. इनसे हम यही कहेंगे. जितना काम पूरे देश में किया जा रहा है. आप सभी जगह जो हमारा काम है, उसे पूरा कराइएगा न’.

बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को नमन’

कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को नमन करता हूं. उनकी जयंती पर आपको शुभकामनाएं. हम तो उनके घर पर भी कई बार गए हैं. बहुत ज्यादा उन्होंने काम किया है. संविधान की रचना कोई मामूली बात है. उनके घर पर परिवार के लोगों से भी मिले हैं’.

लालू और राबड़ी देवी की सरकार पर हमला

पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल पर निशाना साधते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पहले की सरकारों ने कोई कुछ काम नहीं करता था. लेकिन जब से वो सरकार में आए तो लोगों के लिए बहुत काम किया. महिलाओं के लिए काम किया. हर जाति हर धर्म के लोगों के लिए हमने काम किया है. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले यात्रा पर निकले थे, इस दौरान जहां भी कमी दिखी, उसे पूरा करने का निर्देश दिया गया है.

‘बाबासाहेब के बताए रास्ते पर चल रहे हैं नीतीश’

वहीं इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि पूरे बिहार से लोग यहां पहुंचे हैं. नवंबर 2005 में पहली बार नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे, तब से लेकर आज तक बाबासाहेब के बताए रास्ते पर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने नारा दिया था, ‘न्याय के साथ विकास’, 2006 से यह कार्यक्रम चला आ रहा है. मंत्री ने कहा कि सीएम ने पिछड़े वर्ग और अति पिछड़ों को सम्मान दिया. पंचायती राज में महिलाओं को 50 आरक्षण दिया और आज अनुसूचित जाति की महिलाएं समाज में आगे बढ़ रही हैं.

जेडीयू की तरफ से कार्यक्रम का आयोजन

भीम संवाद कार्यक्रम का आयोजन जेडीयू की तरफ से दूसरी बार किया गया है. इसके पहले 2024 लोकसभा चुनाव से पहले पहली बार जेडीयू ने भीम संवाद कार्यक्रम किया गया था. उसके बाद लोकसभा चुनाव में एनडीए को दलितों का समर्थन भी मिला था. वहीं अब आज हुए कार्यक्रम से पार्टी को एक बार फिर उम्मीद है कि दलितों का समर्थन 2025 के विधानसभा चुनाव में भी मिलेगा. कार्यक्रम का आयोजित करते वाले नेता अशोक चौधरी भी इस मौके पर काफी उत्साहित दिखे. उन्होंने मंच से कहा कि नीतीश कुमार मानस पिता हैं जिन्होंने सबके लिए बिना भेदभाव के विकास किया है.

पंजाब पुलिस की बड़ी सफलता, जालंधर से रॉकेट लॉन्चर बरामद, फिरोजपुर में 2 आतंकी अरेस्ट, बिश्नोई गैंग से थे जुड़े

पंजाब पुलिस की काउंटर इंटेलीजेंस टीम ने फिरोजपुर से जग्गा सिंह और मनजिंदर सिंह नाम के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है. ये जर्मनी में बैठे गैंगस्टर से आतंकी बने गुरप्रीत सिंह उर्फ गोल्डी ढिल्लों के गैंग का टेरर मॉड्यूल पंजाब में चला रहे थे. ये लोग गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नजदीकी बताए जाते हैं.

इनके पास से एक 2.8 किलोग्राम का इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस IED, जिसमें 1.6 किलो RDX लगा था और एक रिमोट कंट्रोल भी बरामद किया गया है. शुरुआती जांच में पता चला है कि इस IED का इस्तेमाल किसी टारगेटेड जगह पर टेरर अटैक के लिए किया जाना था. NIA ने जर्मनी में बैठे गोल्डी ढिल्लों पर 10 लाख रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है.

पंजाब के जालंधर से रॉकेट लांचर बरामद किया गया है. रॉकेट लांचर से किसी जगह को टारगेट किए जाने से पहले ही पंजाब पुलिस ने रॉकेट लांचर को बरामद करके आतंकी साजिश को नाकाम किया है.

लॉरेंस बिश्नोई गैंग के भी गुर्गों को किया गिरफ्तार

बीते दिनों पंजाब पुलिस के एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने लॉरेंस बिश्नोई-रोहित गोदारा गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इसके दो सक्रिय गुर्गों को गिरफ्तार किया था. उनके कब्जे से एक .32 कैलिबर की पिस्तौल बरामद की है. यह जानकारी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी.

गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान राजस्थान के गंगानगर जिले के गांव 25 एमएल निवासी जशनदीप सिंह उर्फ ​​जशन संधू और गुरसेवक सिंह के रूप में हुई है. डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि आरोपी जशन संधू राजस्थान के गंगानगर में हुए 2023 के एक हत्या के मामले में शामिल था. जॉर्जिया, अजरबैजान, सऊदी अरब और दुबई में लगातार ठिकाने बदलकर गिरफ्तारी से बच रहा था.

डीजीपी ने कहा कि हाल ही में, अपने आकाओं के निर्देश पर आरोपी जशन भारत वापस आया और कानून प्रवर्तन से बचने के प्रयास में सड़क मार्ग से भारत में प्रवेश करने से पहले दुबई से नेपाल में गया. डीजीपी यादव ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी जशन ने गिरोह को रसद सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्होंने कहा कि उसकी पूछताछ से विदेशी हवाला ऑपरेटरों, ट्रैवल एजेंटों और विदेशों में छिपे भगोड़े गैंगस्टरों के ठिकानों की पहचान भी हुई है, जो इन नेटवर्क को खत्म करने में एक जरूरी कदम है.

सोशल मीडिया पर दोस्ती, शादी का झांसा देकर बनाया संबंध; IPS बनते बनाई दूरी तो महिला डॉक्टर पहुंची थाने

महाराष्ट्र के नागपुर में तैनात एक आईपीएस अफसर के खिलाफ महिला के डॉक्टर ने शादी का झांसा देकर रेप का आरोप लगाया है. पीड़िता ने नागपुर के इमामबाड़ा थाने में आरोपी आईपीएस के खिलाफ तहरीर दी है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. महिला डॉक्टर ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी के साथ उसकी दोस्ती इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी.

पीड़िता के मुताबिक उन दिनों वह खुद एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी. आरोपी खुद भी यूपीएससी की तैयारी कर रहा था. उनके बीच पहले दोस्ती थी. यह दोस्ती कब प्यार में बदल गई, उन्हें खुद पता नहीं चला. इस प्यार की वजह से दोनों अक्सर मिलने लगे. इसी दौरान आरोपी ने उसे शादी का झांसा दिया और कई बार उसके साथ संबंध भी बनाए. पीड़िता के मुताबिक इसी बीच उसका एमबीबीएस पूरा हो गया. वहीं दूसरी ओर आरोपी का भी यूपीएससी में चयन हो गया.

आईपीएस में चयन होते दिखाया रंग

पुलिस को दिए शिकायत में पीड़िता ने बताया कि आईपीएस बनते ही आरोपी ने उससे किनारा करना शुरू कर दिया. वहीं पूछने पर उसने साफ तौर पर शादी से इनकार कर दिया. ऐसे में पीड़िता ने आरोपी के परिजनों से गुहार लगाई, लेकिन उन लोगों ने भी कोई रिस्पांस नहीं दिया. आखिरकार थकहार कर पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दी है. बताया कि आरोपी फिलहाल उत्तर महाराष्ट्र के एक जिले में पोस्टेड है.

मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस

पुलिस के मुताबिक पीड़िता की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस ने इस संबंध में आरोपी आईपीएस अधिकारी को नोटिस देकर बयान देने को कहा है. हालांकि विभागीय मामला होने की वजह से कोई भी पुलिस अधिकारी इस संबंध में कोई भी आधिकारिक बयान देने से बच रहा है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक मामले की तकनीकी जांच कराई जा रही है

हनुमान जयंती जुलूस पर मस्जिद के सामने पथराव, मची अफरा-तफरी… पुलिस ने लिया ये एक्शन

गुना में हनुमान जयंती के अवसर पर माहौल बिगड़ गया. क्योंकि यहां हनुमान जयंती के जुलूस पर पथराव किया गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें पत्थरबाजी के दौरन पुलिस वालों को स्थिति संभालते देखा जा सकता है. वहीं, गुस्साए लोगों ने चक्काजाम कर दिया. लोगों ने पत्थर फेंकेने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की.

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब इस मामले में नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. लिस ने 5 नामजद और 20 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है. हालात पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए गुना शहर के हर प्रमुख चौराहे पर भारी पुलिस बल तैनाती है. वहीं गुना में हनुमान जयंती जुलूस पर हमले का एक्सक्लूसिव वीडियो सामने आया है, जिसमें मस्जिद के अंदर से हमले कर रहें लोगों को देखा जा सकता है. मस्जिद के अंदर पहले से हथियार छिपाए गए. एक वीडियो में साफ देखा गया कि एक वर्ग विशेष का युवक बेल्ट लेकर हनुमान के रूप में सजे व्यक्ति से मारपीट कर रहा है.

इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है यह कोई तात्कालिक विवाद नहीं, बल्कि पूर्व नियोजित हिंसा थी. धार्मिक स्थल का उपयोग कर हथियार जमा किए गए और शांतिपूर्ण जुलूस को निशाना बनाया गया. दरअसल, शनिवार को शाह के कोल्हू पुरा से शनिवार को हनुमान जयंती का जुलूस निकला. ये जुलूस रापटा और हाट रोड की ओर बढ़ रहा था. जुलूस में लोग बड़ी संख्या में गाते-बजाते चल रहे थे. शाम के लगभग आठ बजे ये जुलूस कर्नलगंज स्थित मस्जिद के सामने पहुंचा. इसी स्थान पर पार्षद की कहा सुनी किसी से जुलूस को आगे बढ़ाने को लेकर हो गई

पत्थरबाजी के बाद पुलिस एक्शन में आई

इसी समय किसी से जुलूस पर पत्थर मार दिया. इसी के बाद माहौल बिगड़ा. फिर दोनों ओर से पत्थर चलाए जाने लगे. पत्थरबाजी से इलाके में भगदड़ मच गई. कुछ पुलिस वालों ने लोगों से अपील कर कहा कि वो पत्थरबाजी ने करें. हालांकि, पत्थरबाजी के बाद पुलिस एक्शन में आई और मौके से लोगों को भगाया. इस घटना ने लोगों के भीतर गुस्सा भर दिया.

प्रशासनिक अमले में हड़कंप

इसके बाद जो युवा जुलूस में चल रहे थे उन्होंने हनुमान चौराहे पर पहुंचकर चक्काजाम कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की. माहौल बिगड़ता देख प्रशासनिक अमले के हाथ पांव फूल गए. इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस और प्रसाशन के अधिकारी मौके पर पहुंचे.

फिलहाल स्थिति नियंत्रण में

बड़े अधिकारियों ने लोगों से कहा कि वो कोतवाली जाकर केस दर्ज कराएं. इसके बाद युवा कोतवाली गए. कलेक्टर किशोर कुमार कान्याल और एसपी संजीव कुमार सिन्हा हनुमान चौराहे पहुंचे. अधिकारी कर्नलगंज भी स्थिति का जायजा लेने पहुंचे. फिलहाल बताया जा रहा है कि स्थिति नियंत्रण में है.

एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने क्या कहा?

वहीं इस पूरे मामले में एसपी संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि जैसे ही हमको कर्नलगंज में विवाद की जानकारी मिली मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई. फिलहाल हालात हमारे कंट्रोल में हैं. मामले की जांच की जा रही है.

केरल की पहली आदिवासी एयर होस्टेस, दिहाड़ी मजदूर की बेटी ने ऐसे पाया मुकाम

इंसान का हौसला अगर बुंलद और मजबूत हो तो विपरीत हालात भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकते. बुलंद हौसले और मजबूत इरादों से इंसान कोई भी लक्ष्य हालिस करता है. विपरीत हालातों में हासिल की गई सफलता समाज और राज्य के लिए प्रेरणा बनती है. ऐसी ही सफलता की एक मिसाल पेश की है केरल की गोपिका गोविंद ने. गोपिका ने सपने देखे और उसको साकार करने में राह में जो मुश्किले आईं उसका भी सामना किया और बन गईं केरल की पहली आदिवासी एयर होस्टेस.

गोपिका गोविंद ने केरल की पहली आदिवासी एयर होस्टेस बनकर इतिहास रच दिया. यह उनकी उपलब्धि भर नहीं, बल्कि केरल के लिए भी गौरव का विषय है. गोपिका का जन्म केरल के अलाकोड़े के पास कावुनकुडी के एसटी कॉलोनी में हुआ था. उनके माता-पिता पी. गोविंदन और वी.जी. जो दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते थे. गोपिका करिम्बा जनजातीय समुदाय की एक युवती हैं.

कभी अपने सपने को नहीं छोड़ा

गोपिका का बचपन आर्थिक कठिनाइयों और सीमित संसाधनों से भरा था. फिर भी उन्होंने कभी अपने सपने को नहीं छोड़ा और उसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की. उन्होंने रसायन विज्ञान में बीएससी किया. परिवार की आर्थिक स्थिति के चलतेएक वक्त ऐसा भी आया जब उन्होंने अपना सपना छोड़ने का मन बना लिया था, लेकिन एक दिन अखबार में एयर होस्टेस की वर्दी पहने एक केबिन क्रू सदस्य की तस्वीर देखकर उनका सपना फिर जाग उठा. इसके बाद गोपिका ने एयर होस्टेस बनने का निर्णय लिया.

दूसरे प्रयास में मिली सफलता

गोपिका ने वायनाड के कलपेटा स्थित ड्रीम स्काई एविएशन ट्रेनिंग अकादमी में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लिया. गोपिका का पहले प्रयास में चयन नहीं हो सका, लेकिन गोपिका ने उम्मीद नहीं छोड़ी. उनको दूसरे प्रयास में सफलता मिली. तीन महीने के प्रशिक्षण के बाद गोपिका ने कन्नूर से खाड़ी देश के लिए अपनी पहली उड़ान भरी.

गोपिका की सफलता दर्शाती है कि दृढ़ इच्छाशक्ति से कोई भी सपना पूरा करना संभव है. आज गोपिका आदिवासी और पिछड़े समुदायों की युवा महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं.

बिहार में पहली बार महिला कबड्डी विश्व कप, 1 से 10 जून तक राजगीर में होगा भव्य आयोजन

बिहार में पहली बार आयोजित होने वाले महिला कबड्डी विश्व कप 2025 के समझौता ज्ञापन पर आज हस्ताक्षर हुआ. एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से फेडरेशन के महासचिव जितेन्द्र प्राणसिंह ठाकुर और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण ने हस्ताक्षर किए. बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के निदेशक रविंद्र नाथ चौधरी, क्रीड़ा कार्यपालक आनंदी कुमार, खेल विभाग के सहायक निदेशक संजय कुमार, इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन के डायरेक्टर तेजस्वी सिंह गहलोत तथा बिहार कबड्डी एसोसिएशन के चेयरमैन कुमार विजय सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे.

भारतीय महिला कबड्डी टीम की कप्तान सोनाली विष्णु तथा उप कप्तान पुष्पा राणा भी इस ऐतिहासिक अवसर पर शामिल रहीं. खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण ने प्रतीक चिन्ह और अंग वस्त्र भेंट कर सभी का अभिनंदन किया .

बिहार के लिए गर्व की बात

उपस्थिति लोगों का अभिनंदन करते हुए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण ने बताया कि बिहार में पहली बार महिला कबड्डी विश्व कप का 1 से 10 जून तक राजगीर में आयोजन बिहार के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है. खेल के क्षेत्र में विकास की सरकार की प्रतिबद्धता के साथ सहयोग और प्रयास के कारण बिहार को कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं को आयोजित करने का गौरव प्राप्त हो रहा है.

दर्शकों के लिए मैच निःशुल्क होंगे मगर टिकट पास के लिए ऑनलाइन ही रजिस्ट्रेशन कराकर प्राप्त करने होंगे. जिन्हें पास उपलब्ध नहीं हो पाएगा उनके लिए बाहर बड़े स्क्रीन पर मैच देखने की व्यवस्था की जाएगी. आगे उन्होंने कहा कि महिला कबड्डी विश्व कप में शामिल होने वाली खिलाडियों के आने, जाने, भोजन आवासन सहित हर प्रकार की सुविधाओं की सुचारु व्यवस्था बिहार सरकार कर रही है.

भारतीय टीम का प्रशिक्षण कैंप

एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव जितेन्द्र प्राणसिंह से अनुरोध किया कि 15 दिन तक भारतीय टीम का प्रशिक्षण कैंप राजगीर में ही आयोजित की जाए जिससे भारतीय टीम को यहां के माहौल में ढलने में आसानी होगी तथा बिहार के खिलाडियों को भी उनके साथ प्रैक्टिस करने और सीखने का मौका मिलेगा. बिहार के लिए अच्छे प्रशिक्षक और रेफरी के लिए भी आग्रह किया ताकि बिहार के खिलाड़ी राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर कर सकें.

बिहार को कबड्डी में हर सहयोग

एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव जितेन्द्र प्राणसिंह तथा इंटरनेशनल कबड्डी फेडरेशन के डायरेक्टर तेजस्वी सिंह गहलोत ने खेल के क्षेत्र में बिहार की निरंतर बढ़ती उपलब्धियों पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए भविष्य में बिहार की कबड्डी को हर संभव सहयोग देने के लिए आश्वस्त किया. बिहार की कबड्डी टीम जूनियर लेवल पर काफी अच्छा कर रहा है और बेहतर प्रशिक्षण के साथ सीनियर लेवल पर भी काफी अच्छा करेगी.

पहले पत्नी को छत से फेंका, फिर खेत में दफनाया शव; जानें क्यों हैवान बन गया पति

उत्तर प्रदेश के मथुरा से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक पति ने अपनी पति को छत से धक्का देकर हत्या कर दी. दरअसल आरोपी ने जिस वक्त पत्नी की हत्या की थी उस वक्त उसने शराब पी रखी थी. शराब पीने को लेकर बीवी स लड़ाई हुई थी. पति ने पत्नी की हत्या करने के बाद उसके शव को खेत में दफना दिया. वहीं पुलिस को जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची. पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर शव को बरामद कर लिया.

घटना जमुनापार थानाक्षेत्र के सुखदेवपुर गांव की बताई जा रही है. घटना के बारे में पुलिस ने शनिवार को जानकारी दी है. पुलिस ने कहा कि आरोपी के भाई की सूचना के बाद घटना की जानकारी हुई. त्वारित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर शव को बरामद कर लिया गया है. आरोपी से घटना के बारे में जानकारी करने के लिए पूछताछ की जा रही है.

पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने पूछताछ के दौरान हत्या करने की बात कबूल की है. आरोपी पति का नाम विजय है जो राज मिस्त्री का काम करता है. उसने शराब के नशे में घटना का अंजाम दिया. आरोपी ने बताया कि उसने पत्नी रेखा को जान से मारने के इरादे से छत से धक्का दे दिया था.

पत्नी को छत से दिया छक्का

छत से गिरने के बाद रेखा की मौके पर ही मौत हो गई थी. आरोपी पति ने रेखा की मौत हो जाने के बाद उसके शव को घसीटकर खेत में ले गया और वहीं गड्ढा खोदकर दफना दिया था. वहीं किसी को पता चले, इसके लिए अगले दिन हर रोज की तरह व्यवहार कर रहा था. वहीं आरोपी के पिता ने जब उससे उसकी पत्नी के बारे में पूछा तो पहले तो वो थोड़ा घबराया और बाद में बोला की उसकी हत्या कर दी. जिसके बाद उसके छोटे भाई ने पुलिस को मामले की जानकारी दी.

दूसरी महिला से था संबंध

पुलिस के मुताबिक, परिजनों और आरोपी से पूछताछ में पता चाल है कि आरोपी विजय का एक दिव्यांग महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों एक दूसरे से अक्सर बात भी किया करते थे जिसका विजय की पत्नी रेखा विरोध किया करती थी. सही जानकारी होने पर रेखा ने इसका कड़ा विरोध किया. इसी को लेकर दोनों में अक्सर झगड़ा होता था. जिस दिन रेखा की हत्या हुई उस दिन भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था.

बंगाल में वक्फ को लेकर हिंसा पर पुलिस का एक्शन, 110 अरेस्ट, बताई वजह क्यों चलाई गोली

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में हिंसा भड़कने के बाद शनिवार को 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया. पश्चिम बंगाल में जंगीपुर, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों से हिंसक घटनाएं घटी है. पुलिस वैन सहित कई वाहनों को आग लगा दी गई, सुरक्षा कर्मियों पर पत्थर फेंके गए और फिर सड़कों को अवरुद्ध कर दिया गया. पुलिस ने प्रदर्शन पर नियंत्रण के लिए शमशेरगंज में गोली चलाई. इसमें अब तक कुल चार लोग घायल हो गये हैं.

मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हिंसा के सिलसिले में सुती से लगभग 70 और समसेरगंज से 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया.”

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, शनिवार सुबह भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ, हालांकि कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है.

मुर्शिदाबाद में इंटरनेट सेवाएं स्थगित

पश्चिम बंगाल के सभी जिलों में सबसे ज्यादा प्रभावित मुर्शिदाबाद में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और हिंसा बढ़ने वाले स्थानों पर इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं.

कथित तौर पर सूती में पुलिस की गोलीबारी में घायल हुए एक किशोर को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक अधिकारी ने कहा, “सूती और समसेरगंज इलाकों में गश्त जारी है. किसी को भी कहीं भी इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है. हम कानून और व्यवस्था की स्थिति को बाधित करने के किसी भी प्रयास की अनुमति नहीं देंगे,” उन्होंने लोगों से “सोशल मीडिया पर अफवाहों” पर ध्यान न देने की अपील की.

एडीजी ने बताई वजह, पुलिस ने क्यों चलाई गोली?

इस बीच, बंगाल के एडीजी कानून एवं व्यवस्था जावेद शमीम को शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में स्वीकार किया कि पुलिस को चार राउंड गोलियां चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा. वह उन परिस्थितियों के बारे में भी बता रहे हैं जिनके तहत पुलिस ने गोलियां चलाईं.

जावेद शमीम ने बताया कि सुती के सुजा चौराहे और शमशेरगंज के डाकबंगला चौराहे पर अशांति भयावह रूप लेती जा रही है. उन्मादी भीड़ को नियंत्रण में लाने के लिए काफी प्रयास किया जा रहा था, लेकिन प्रदर्शनकारी हिंसक होते जा रहे थे और तभी पुलिस को मजबूर होकर गोली चलानी पड़ी.

उन्होंने कहा, “सुती में सुजा चौराहे और शमशेरगंज में डाक बंगला चौराहे पर अशांति थी. सड़कें जाम कर दी गईं, पुलिस ने हस्तक्षेप किया. फिर उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया. पुलिस काफी देर तक संयमित रही. न्यूनतम पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया. लाठियां, गैस हर तरह से इस्तेमाल की गईं, लेकिन, भीड़ और अधिक हिंसक हो गई.”

हिंसक हो गये प्रदर्शनकारी, जमकर की आगजनी

उन्होंने आगे कहा, “सार्वजनिक बसों से लेकर सरकारी संपत्ति तक सब कुछ आग के हवाले कर दिया गया. इसके तीन घंटे बाद पुलिस को जान बचाने के लिए सुजा चौराहे पर चार राउंड फायरिंग करनी पड़ी. हमें जानकारी मिली है कि उनमें से दो घायल हो गए हैं. वे अस्पताल में हैं. अब वे ठीक हैं.”

दूसरी ओर, राज्य पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने कहा कि घटना की पुनरावृत्ति की अफवाहों पर ध्यान न दें. उन्होंने कहा कि अफवाहें बहुत तेजी से फैल रही हैं. गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं. ये शरारती तत्व और असामाजिक तत्व हैं जो ऐसा कर रहे हैं.” दूसरी ओर, ममता ने शांति का संदेश देते हुए साफ कहा कि कुछ राजनीतिक दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं. उनके बहकावे में मत आइए.